tag:blogger.com,1999:blog-7583290317803224636.post9037534862647765474..comments2024-03-24T09:08:49.535-07:00Comments on Sanskritbhashi संस्कृतभाषी: भारतीय परम्परा में काल गणना -1जगदानन्द झाhttp://www.blogger.com/profile/06293528399946976820noreply@blogger.comBlogger1125tag:blogger.com,1999:blog-7583290317803224636.post-38717769323970768692020-06-23T12:23:00.037-07:002020-06-23T12:23:00.037-07:00प्रभु जी आप बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं
संस्कृत क...प्रभु जी आप बहुत अच्छा कार्य कर रहे हैं<br /> संस्कृत का ज्ञान सभी के सामने आना चाहिए<br /> ताकि लोग इसे सीखने के उत्सुक है<br /> ताकि जो ज्ञान भारत के लोगों से छुपा दिया गया है वह पूरे विश्व के सामने प्रकट हो और विश्व में भारतीय संस्कृत ज्ञान को पूरे विश्व मे सम्मान मिले<br /> मैं भी पहले संस्कृत के ज्ञान से अपरिचित था<br /> लेकिन जैसे-जैसे ये जानने की इच्छा हुई<br /> तो ज्ञात हुआ जैसे इसमें पूरे ब्रम्हांड का ज्ञान विज्ञान छुपा हुआ है इससे शरीर मन ही नहीं आत्मा भी प्रसन्न होती है<br /> और यह ज्ञान अपूर्ण से पूर्ण की ओर ले जाता है<br /> जहां जाकर आत्मा और परमात्मा एक हो जाते हैं<br /> और मनुष्य के भीतर छुपे ईश्वर का साक्षात्कार होता है<br /> और असली आनंद की प्राप्ति होती हैAnonymoushttps://www.blogger.com/profile/14728784330152166904noreply@blogger.com