tag:blogger.com,1999:blog-7583290317803224636.post5456990240064804265..comments2024-03-24T09:08:49.535-07:00Comments on Sanskritbhashi संस्कृतभाषी: धर्मशास्त्र के प्रसिद्ध एवं महत्वपूर्ण ग्रंथों तथा लेखकों का काल-निर्धारणजगदानन्द झाhttp://www.blogger.com/profile/06293528399946976820noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-7583290317803224636.post-63232385068469331262021-05-15T03:29:50.136-07:002021-05-15T03:29:50.136-07:00जी मुझे मदनरत्नप्रदीप नामक पुस्तक मिली है, जिसके ल...जी मुझे मदनरत्नप्रदीप नामक पुस्तक मिली है, जिसके लेखक मदनसिंह देव है। इसकी पाण्डुलिपि भी उपलब्ध है। सम्भवतः आप उसी पुस्तक को खोज रहे होंगे। कृपया मेरे पोस्ट संस्कृत की महत्वपूर्ण पुस्तकें एक क्लिक पर जायें। यहाँ यह उपलब्ध है। आप पुस्तक के लिंक पर जाने के लिए https://sanskritbhasi.blogspot.com/2019/12/blog-post.html पर क्लिक करें। जगदानन्द झाhttps://www.blogger.com/profile/06293528399946976820noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7583290317803224636.post-27654910073889888542021-05-14T06:11:17.404-07:002021-05-14T06:11:17.404-07:00मदनरत्न नामक ग्रंथ की पीडीएफ प्राप्त हो सकती है क्...मदनरत्न नामक ग्रंथ की पीडीएफ प्राप्त हो सकती है क्या<br />Anonymoushttps://www.blogger.com/profile/08808339830250748862noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-7583290317803224636.post-84336630720821279382019-03-15T23:38:00.099-07:002019-03-15T23:38:00.099-07:00यह डाटा एक साथ कई अनेक निष्कर्षों का कथन कर जाता ह...यह डाटा एक साथ कई अनेक निष्कर्षों का कथन कर जाता है। पहला यह कि सभ्यता के विकास में इन ग्रन्थों का महनीय योगदान रहा है। भारत वर्ष में आचार, व्यवहार, व्यवस्थाओं तथा नीतियों के संहिताकरण का कार्य तब से आरम्भ हुआ,जब विश्व के अनेक देश अंधकार युग में जी रहे थे। इसमें समय के साथ क्रमिक परिवर्तन तथा सम्वर्धन भी देखने को मिलता है। मुझे गर्व है कि मैं इस महान भारतवर्ष में पैदा हुई हूँ।karunalaharihttps://www.blogger.com/profile/03991085463069151990noreply@blogger.com