(खण्ड 1)
वर्तनी ज्ञान (वर्ण विच्छेद) सहित अंतिम
वर्ण को बोलना । जैसे - कमल =
क् + अ + म् + अ + ल् + अ (अकारान्त)
प्रश्न- " यव" यह पद किन - किन वर्णों के मेल से बना है ? अंतिम वर्ण सहित बोलिए।
उत्तर - य् + अ + व् + अ (अकारान्त)
प्रश्न- "यथा" यह पद किन - किन वर्णों के मेल से बना है ?
उत्तर - य् + अ + थ + आ (आकारान्त)
प्रश्न- "शशि" यह पद किन - किन वर्णों के मेल से बना है ?
उत्तर - श् + अ + श्
+ इ (इकारान्त)
प्रश्न- "इति" यह पद किन - किन वर्णों के मेल से बना है ?
उत्तर - इ + त् + इ (इकारान्त)
प्रश्न- " सूचिका"
यह पद किन - किन वर्णों के
मेल से बना है ?
उत्तर - स् + ऊ + च् + इ + क् + आ (आकारान्त)
प्रश्न- " तुलसी" यह पद किन -
किन वर्णों के मेल से बना है ?
उत्तर - तुलसी = त्+
उ+ल्+ अ+ स्+ ई (ईकारान्त)
प्रश्न- "द्वार" यह पद किन - किन वर्णों के मेल से बना है ?
उत्तर - द् + व् + आ + र् + अ (अकारान्त)
प्रश्न- " आज्ञा" यह पद किन - किन
वर्णों के मेल से बना है ?
उत्तर - आ + ज् + ञ् + आ (आकारान्त)
प्रश्न- "भ्रम" यह पद किन - किन वर्णों के मेल से बना है ?
उत्तर - भ् + र् + अ + म् + अ (अकारान्त)
प्रश्न- "आवृत्ति" यह पद किन - किन वर्णों के मेल से बना है ?
उत्तर - आ + व् +
ऋ + त् + त् + इ (इकारान्त)
प्रश्न- "संस्कृत" यह पद किन - किन वर्णों के मेल से बना है ?
उत्तर - स् + अं + स् + क् + ऋ + त् + अ (अकारान्त)
प्रश्न- "सौन्दर्य" यह पद किन - किन
वर्णों के मेल से बना है ?
उत्तर - स्+ औ + न् + द् + अ+ र् + य् + अ (अकारान्त)
प्रश्न- "मात्रा" यह पद किन - किन
वर्णों के मेल से बना है ?
उत्तर - म्+ आ + त् + र् + आ (आकारान्त)
प्रश्न- "राम" यह पद किन - किन वर्णों के मेल से
बना है ?
उत्तर -राम = र् + आ + म् + अ (अकारान्त)
प्रश्न- "श्रृगाल" यह पद किन - किन वर्णों के मेल
से बना है ?
उत्तर -
श्+ऋ+ग्+आ+ल्+अ ( अकारान्त )
प्रश्न- "वाक्य" यह पद किन-किन वर्णों के मेल से
बना है ?
उत्तर -वाक्य = व् + आ + क् + य् + अ (अकारान्त)
प्रश्न- " क्रिया" यह पद किन-किन वर्णों के मेल से
बना है ?
उत्तर - क् +र् + इ + य + आ (आकारान्त)
प्रश्न- "राजन्" यह पद किन - किन वर्णों के मेल से
बना है ?
उत्तर - राजा = र् + आ
+ ज् + अ+ न् (नकारान्त)
प्रश्न- "लता" यह पद किन - किन वर्णों के मेल से
बना है ?
उत्तर - लता = ल् + अ
+ त् + आ ( आकारान्त )
प्रश्न- "कवि" यह पद किन - किन वर्णों के मेल से बना
है ?
उत्तर -कवि = क् + अ + व् + इ (इकारान्त)
प्रश्न- "मति" यह पद किन - किन वर्णों के मेल से
बना है ?
उत्तर -मति = म् + अ + त् + इ (इकारान्त)
प्रश्न- "नदी" यह पद किन - किन वर्णों के मेल से
बना है ?
उत्तर - नदी = न् + अ +
द् + ई ( ईकारान्त )
प्रश्न- "पृथ्वी" यह पद किन - किन वर्णों के मेल से
बना है ?
उत्तर -पृथ्वी = प् + ऋ + थ् + व् + ई ( ईकारान्त )
प्रश्न- "दीपावली" यह पद किन - किन वर्णों के
मेल से बना है ?
उत्तर -दीपावली = द् + ई + प् + आ + व् + अ + ल् + ई ( ईकारान्त )
प्रश्न- "शिशु" यह पद किन - किन वर्णों के मेल से
बना है ?
उत्तर -शिशु = श् + इ + श् + उ ( उकारान्त )
प्रश्न- "मधु" यह पद किन - किन वर्णों के मेल
से बना है ?
उत्तर -मधु = म् + अ + ध् + उ ( उकारान्त )
प्रश्न- "गुरु" यह पद किन - किन वर्णों के
मेल से बना है ?
उत्तर -गुरु = ग् + उ + र् + उ ( उकारान्त )
प्रश्न- "वधू" यह पद किन - किन वर्णों के मेल
से बना है ?
उत्तर -वधू = व् + अ + ध् + ऊ ( ऊकारान्त )
प्रश्न- "मातृ" यह पद किन - किन वर्णों के
मेल से बना है ?
उत्तर -मातृ = म् + आ + त् + ऋ ( ऋकारान्त )
प्रश्न- "पितृ" यह पद किन - किन वर्णों के
मेल से बना है ?
उत्तर - पितृ = प् + इ
+ त् + ऋ
प्रश्न- "राजन्" यह पद किन - किन वर्णों के मेल से
बना है ?
उत्तर - राजन् = र् + आ
+ ज् + अ + न् (नकार )
प्रश्न- "वाच्" यह पद किन - किन वर्णों के
मेल से बना है ?
उत्तर -वाच् = व् + आ + च्
प्रश्न- "आसन्द:"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर –आसन्द:=आ + स् + अ + न् + द् + अ + विसर्ग
प्रश्न- "विद्यालयः"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर –व् + इ + द् + य् + आ + ल् + अ + य् + अ + विसर्ग
प्रश्न- "दीपः"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर –द् + ई + प् + अ
प्रश्न- "चषकः"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर –च् + अ + ष् + अ + क् + अ + विसर्ग
प्रश्न- "सौचिकः"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर –स् + औ + च् + इ + क् + अ + विसर्ग
प्रश्न- "देशः"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर –द् + ए + श् + अ + विसर्ग
प्रश्न- "बलीवर्दः"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर –ब् + अ + ल् + ई + व् + अ + र् + द् + अ + विसर्ग
प्रश्न- "वृद्धः"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर –व् + ऋ + द् + ध् + अ + विसर्ग
प्रश्न- "स्यूतः"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए
उत्तर –स् + य् + ऊ+ त् + अ +
विसर्ग
प्रश्न- "गृहम्"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर –ग् + ऋ + ह् + अ + म्
(मकार)
प्रश्न- "हृदयम्"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर –ह् + ऋ + द् + अ + य् + अ + म् (मकार)
प्रश्न- "ह्रस्वः"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर –ह् + र् + स् + व् + अ + विसर्ग
प्रश्न- "श्री"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर –श् + र् + ई
प्रश्न- "जगत्"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर –ज् + अ + ग् + अ + त्
(तकार)
प्रश्न- "अमावस्या"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर –अ + म् + आ + व् + अ + स् + य् + आ (आकारान्त)
प्रश्न- "पर्वन्"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर – प् + अ + र् + व् + अ + न्
(नकार)
प्रश्न- "आशीर्वादः"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर – आ + श् + ई + र् + व् + आ + द् + अ + विसर्ग
प्रश्न- "क्षिप्र"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर –क्ष् + इ + प् + र् + अ (अकारान्त)
प्रश्न- "ज्योत्स्ना"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर –ज् + य् + ओ + त् + स् + न् + आ (आकारान्त)
प्रश्न- "उज्ज्वल"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर –उ+ ज् + ज् + व् + अ + ल् + अ (अकारान्त)
प्रश्न- "कार्तिक"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर –क् + आ र् + त् + इ + क +अ (अकारान्त)
प्रश्न- "समृद्धि"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर –स् + अ + म् + ऋ + द् + ध् + इ (इकारान्त)
प्रश्न- "किञ्जल्क"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर –क् + इ + ञ् + ज् + अ + ल् + क् + अ (अकारान्त)
प्रश्न- "कैतव"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर –क् +ऐ + त् + अ+ व् + अ
(अकारान्त)
प्रश्न- "शाण्डिल्य"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर –श्+आ + ण् + ड् + इ + ल् + य् + अ (अकारान्त)
प्रश्न- "शाम्भवी"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर –श् + आ + म् + भ् + अ + व् + ई
(ईकारान्त)
प्रश्न- "क्रमेलकः"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर –क् + र् + अ + म् + ए + ल् + अ + क् + अ + विसर्ग (अकारान्त)
प्रश्न- "मरीचिका"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर –म् + अ+ र् + ई +च् + इ + क् + आ (आकारान्त)
प्रश्न- "शर्मिष्ठा"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर –श् + अ + र् + म् + इ + ष् + ठ् + आ (आकारान्त)
प्रश्न- "काण्डम्"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर –क् + आ + ण् + ड् + अ + म् (मकार)
प्रश्न- "सांस्कृतिकी"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर –स् + आ + अनुस्वार + स् + क् + ऋ + त् + इ + क् + ई
(ईकारान्त)
प्रश्न- "चित्राणि"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर –च् + इ + त् + र् + आ + ण् + इ
(इकारान्त)
प्रश्न- "कारण्डवाः"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर –क् +आ + र् + अ + ण् + ड् + अ + व् + आ
+ विसर्ग (आकारान्त)
प्रश्न- "अन्ये"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर –अ + न् + य् + ए (एकारान्त)
प्रश्न- "धरित्री"
शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?
उत्तर – ध् + अ + र् + इ + त् + र् + ई (ईकारान्त)
संकेत- इसी प्रकार छात्र / छात्राओं से
अधोलिखित शब्दों का वर्ण विच्छेद तथा अंतिम वर्ण पूछें-
पयः । जलम् । नीरम् । पयः । लकार ।
कारक । विभाषा । अवलेहः । चणकः । शीतल । आढकी। आलुः । अमृती । एला । कन्दुः
। तुम्बी । अलाबुः । शाकम् । अभिनवः । तिलः । कफघ्नी । कलाकन्दः । अम्लम् । अङ्ग । कृशरा। किलाटः । देवभाषा । भाषा । आदि। विशेष । पायसम् । दुग्धपूपिका । गोधूमः । घृतम् । विभाषा। छन्द । मृत्यु । वृत्ति
। श्रुति । मिथ्या । ग्रन्थ । आर्ष । कर्म । अनर्थ । कर्ता । ह्रस्व । प्रथम ।
उत्तर । तिष्य । पुष्य । सर्पिः । उत्सर्ग । भ्रम। विभक्ति । मध्यम । उत्तम ।
अन्नम् । विभक्ति । लक्षण । ज्ञाति । सहस्र । शस्यम् । तद्धित। कृदन्त । प्रीति ।
कुण्डली। कुण्डलिका । मन्त्र । मञ्जूषा । अङ्ग । मण्डन । दुग्धम्। युष्मद् ।
अस्मद् । व्यञ्जनम् । अतसी । दधि । प्रसून । द्विदलम् । दालमुद्गः । धान्यम् ।
विभक्ति । लवणान्नम् । लावण्यम् । कर्कटिका । काञ्चनारः । उपपन्न । पिष्टिका ।
आर्द्रकम् । प्रतिबद्ध । मनुष्येश्वर । उच्चलितः । प्लुत । प्रगृह्य । आर्धधातुक ।
सम्राट् । विसृष्ट । पार्श्वद्रुमः । प्रसून । कौण्डिन्य। श्रेण्य । ईदूतौ ।
प्रथमा । द्वितीया । तृतीया । चतुर्थी । पञ्चमी । षष्ठी । प्रतिष्ठा । उच्छिष्ट ।
सप्तमी। अश्वघोष। भास। भवभूति । बाणभट्ट । भारवि । माघ । श्रीहर्ष ।
शूद्रक । विशाखदत्त । मुद्राराक्षस । विपर्यय । आम्रेडित । अयोध्या । साहित्य।
व्याकरण। ज्योतिष। अर्वाचीन। प्राचीन। क्षीर।
शिष्य। पुराण। बौद्ध । बृहस्पति। ब्राह्मण। क्षत्रिय।
वैश्य। कुतर्क। कस्कादि। ऋग्वेद। यजुर्वेद।
अथर्ववेद। शास्त्र। श्रुति। स्तुति। गार्ग्य।
तार्किक। अतर्क्य। यथार्थ। सिद्धान्त । प्रायश्चित्त ।
कृच्छ्र । मैत्रायणी। प्रातिशाख्य। पौष्कर। माण्डूक्य।
बार्हस्पत्य। कल्पद्रुम। काशकृत्स्न।
स्फोटायन। आत्यन्तिक । चाक्रवर्मण। उपपन्न । प्रत्याहार। भर्तृहरि।
अव्ययीभाव। तत्पुरुष। द्वन्द्व। बहुव्रीहि। प्रतीयमान।
व्यतिहार । मत्वर्थ । ईप्सित । प्रीयमाण । सन्निकर्ष । संस्कृत । शब्द । आविष्कृत । सन्धि । स्वरूप । उच्चारण । जिह्वा । प्रयत्न
। व्याकरण । अत्यन्त । परिमार्जित । वैज्ञानिक ।
वर्ण ज्ञान
प्रश्न- वर्णमाला में वर्ण का भेद बताइये ?
वर्ण कितने प्रकार के होते हैं ?
उत्तर- वर्णमाला में वर्ण तीन प्रकार के होते हैं । स्वर, व्यंजन तथा अयोगवाह ।
प्रश्न- ह्रस्व स्वर कौन-कौन है ?
उत्तर- अ इ उ ऋ लृ
प्रश्न- ए ह्रस्व स्वर है अथवा दीर्घ स्वर ?
उत्तर- दीर्घ स्वर
प्रश्न- दीर्घ स्वर वर्ण कौन-कौन है ?
उत्तर- आ ई ऊ ॠ ए ऐ ओ औ
प्रश्न- ह्रस्व स्वर
वर्ण के उच्चारण में कितनी मात्रा का समय लगता है?
उत्तर- एक मात्रा
प्रश्न- किस स्वर वर्ण के उच्चारण में दो मात्रा का समय लगता है
उत्तर- दीर्घ स्वर वर्ण के उच्चारण में ।
प्रश्न- अनुस्वार तथा विसर्ग कौन सा वर्ण है,
स्वर, व्यंञ्जन या अयोगवाह
उत्तर- अयोगवाह
प्रश्न- विसर्ग के
उच्चारण में कितनी मात्रा का समय लगता है?
उत्तर- अर्ध मात्रा (आधी मात्रा)
प्रश्न- व्यञ्जन वर्ण के उच्चारण में कितनी मात्रा का समय लगता है?
उत्तर- अर्ध मात्रा (आधी मात्रा)
प्रश्न - ठ वर्ण किस वर्ग का वर्ण है ?
उत्तर- ठ वर्ण टवर्ग का वर्ण है।
प्रश्न - माहेश्वर सूत्रों की संख्या कितनी हैं ?
उत्तर – 14
प्रश्न- स्वर के कितने प्रकार के होते हैं ?
उत्तर – तीन
प्रश्न- स्वर के तीनों भेद का नाम बताइये ?
उत्तर – ह्रस्व, दीर्घ तथा प्लुत ।
प्रश्न- स्पर्श संज्ञक वर्णों में किस-किस वर्ग
के वर्ण आते हैं ?
उत्तर – कवर्ग, चवर्ग, टवर्ग, तवर्ग तथा पवर्ग
प्रश्न- अन्तस्थ संज्ञक वर्णों में कौन-कौन
वर्ण आते हैं ?
उत्तर – य, व, र, ल
प्रश्न- ऊष्म संज्ञक वर्णों में कौन-कौन वर्ण
आते हैं ?
उत्तर– श, ष, स, ह
प्रश्न- वर्ग के पंचम वर्ण कौन-कौन हैं ?
उत्तर – ञ, म, ङ, ण, न
प्रश्न- “रुद्र” यहाँ
रु में किस प्रकार का स्वर है?
उत्तर - ह्रस्व
प्रश्न- “ऋतम्” इस
पद में कितने तथा कौन से वर्ण स्वर हैं?
उत्तर - दो, ऋ तथा अ
प्रश्न- श, ष, य, ह इनमें से अन्तःस्थ व्यञ्जन कौन सा है?
प्रश्न- “कृती” में
कृ में किस प्रकार का स्वर है?
उत्तर – ह्रस्व
प्रश्न- “नॄणाम्” में
कितने ह्रस्व स्वर हैं?
उत्तर – कोई नहीं
प्रश्न-“चण्डी” में कितने
तथा कौन से मूर्धन्य स्वर हैं?
उत्तर – दो - ण् तथा ड्
उच्चारण स्थान
प्रश्न - अ का उच्चारण स्थान क्या है ?
उत्तर - कण्ठ
प्रश्न- विसर्ग का उच्चारण स्थान क्या है
उत्तर - कण्ठ
प्रश्न- तवर्ग का उच्चारण स्थान क्या है
उत्तर - दन्त
प्रश्न- पवर्ग का उच्चारण स्थान क्या है?
उत्तर –ओष्ठ
प्रश्न- "ष" का उच्चारण स्थान क्या
है?
उत्तर – मूर्धा
प्रश्न- "चवर्ग" का उच्चारण स्थान
क्या है?
उत्तर – तालु
प्रश्न- "ण" का उच्चारण स्थान क्या
है?
उत्तर – मूर्धा
प्रश्न- "ऋ" का उच्चारण स्थान क्या
है?
उत्तर –मूर्धा
प्रश्न- "ऐ" का उच्चारण स्थान क्या
है?
उत्तर –कण्ठ तालु
प्रश्न- "औ" का उच्चारण स्थान क्या
है?
उत्तर –कण्ठ-ओष्ठ
प्रश्न- "ह" का उच्चारण स्थान क्या
है?
उत्तर – कण्ठ
प्रश्न- "य" का उच्चारण स्थान क्या
है?
उत्तर – तालु
प्रश्न- "व" का उच्चारण स्थान क्या
है?
उत्तर –दन्त ओष्ठ
प्रश्न- "अनुस्वार" का उच्चारण स्थान
क्या है?
उत्तर –नासिका
प्रश्न- "ल" का उच्चारण स्थान क्या
है?
उत्तर –दन्त
प्रश्न- "लृ" का उच्चारण स्थान क्या
है?
उत्तर – दन्त
प्रश्न- "कण्ठ से किन-किन वर्णों का
उच्चारण होता है?
उत्तर -कण्ठ – अ क ख ग घ ङ ह विसर्ग
प्रश्न- "जिह्वामूल से किन-किन वर्णों का
उच्चारण होता है?
उत्तर -जिह्वामूल – जिह्वामूलीय क, ख
प्रश्न- दन्त-ओष्ठ से किन-किन वर्णों का
उच्चारण होता है?
उत्तर –व
प्रश्न- उपध्मानीयवर्ण कौन सा होता है?
उत्तर –प
सङ्केत-
य (तालु) ल (दन्त) (कण्ठ – अ क ख ग घ ङ ह विसर्ग), (तालु – इ च छ ज झ ञ य श), (मूर्धा – ऋ ट ठ ड ढ ण र ष), (दाँत – लृ त थ द ध न ल
स), (ओष्ठ – उ प फ ब भ म उपध्मानीय प, फ) (कण्ठ-तालु – ए ऐ) (कण्ठ-ओष्ठ – ओ औ) (मुख-नासिका – ङ ञ ण न म) (दन्त-ओष्ठ – व) (जिह्वामूल – जिह्वामूलीय क, ख) (नासिका – अनुस्वार)
पर्यायवाची शब्द
प्रश्न- " शिक्षकः
" इसका एक समानार्थक पद बोलें।
उत्तर - आचार्यः
प्रश्न- " सूर्यः" का एक पर्यायवाची पद बोलें।
उत्तर - आदित्यः
प्रश्न- संस्कृत का कोई दो पर्यायवाची बोलें।
उत्तर- भारती, अमरभारती, अमरवाणी, सुरभारती, सुरवाणी, गीर्वाणवाणी, गीर्वाणी, देववाणी, देवभाषा
प्रश्न- " नदी" का एक पर्यायवाची पद बोलें।
उत्तर –सरित्, पयस्विनी, निम्नगा,
स्रोतस्विनी
प्रश्न - "मेघ" का एक
पर्यायवाची पद बोलें।
उत्तर –वारिद, जलद, पयोद
प्रश्न - "समुद्र" का एक
पर्यायवाची पद बोलें।
उत्तर –सागर, जलधि, पयोधि, वारिधि
प्रश्न - "हस्त" का एक
पर्यायवाची पद बोलें।
उत्तर –कर, हाथ, पाणि
प्रश्न - "गो" का एक पर्यायवाची
पद बोलें।
उत्तर –सुरभि, धेनु, सुरभि, भद्रा
प्रश्न- "माता"
इसका एक समानार्थक पद बोलें।
उत्तर –जननी, अम्बा
प्रश्न- "निशा"
इसका एक समानार्थक पद बोलें।
उत्तर –रजनी, रजनी, विभावरी, यामिनी, यामा
प्रश्न- "लोहित"
इसका एक समानार्थक पद बोलें।
उत्तर –रक्त,
प्रश्न- "कमल"
इसके दो समानार्थक पद बोलें।
उत्तर –पंकज, नीरज, जलज, पद्म, सरोज, पुण्डरीक, अरविन्द, इन्दीवर,
शतदल
प्रश्न- "जल"
के दो समानार्थक पद बोलें।
उत्तर –वारि, नीर, पय, अम्बु, उदक, सलिल
प्रश्न- "दुग्ध"
के दो समानार्थक पद बोलें।
उत्तर –पयः, क्षीर, गोरस
प्रश्न - "वन" का एक
पर्यायवाची पद बोलें।
उत्तर – कानन, विटप, विपिन।
प्रश्न - "अश्व" का एक
पर्यायवाची पद बोलें।
उत्तर – हय, तुरंग, वाजी, घोटक, सैंधव।
संकेत-
रविवार – रविवासरः, भानुवासरः
सोमवार – सोमवासरः, इन्दुवासरः
मंगलवार – मङ्गलवासरः, भौमवासरः
बुधवार – बुधवासरः, सौम्यवासरः
गुरुवार – गुरुवासरः, बृहस्पतिवासरः
शुक्रवार – शुक्रवासरः, भृगुवासरः
शनिवार – शनिवासरः, स्थिरवासरः
विलोम शब्द
प्रश्न- "उत्तीर्णः" का विरुद्धार्थक पद बोलें।
उत्तर - अनुत्तीर्णः
प्रश्न- “एकत्र" इस पद का विपरीतार्थक पद बोलें।
उत्तर - सर्वत्र
प्रश्न- “रात्रिः" इस पद का विपरीतार्थक पद बोलें।
उत्तर –दिनम्, दिवसः
प्रश्न- “एकः" इस पद का विपरीतार्थक पद बोलें।
उत्तर – अनेकः
प्रश्न- "निर्धनः" का विरुद्धार्थक पद बोलें।
उत्तर – धनिकः
प्रश्न- "आकाशः" का विरुद्धार्थक पद बोलें।
उत्तर – पातालम्
प्रश्न- “निर्बलः" इस पद का विपरीतार्थक पद बोलें।
उत्तर – सबलः
प्रश्न- “सम्पन्नः" इस पद का विपरीतार्थक पद बोलें।
उत्तर – विपन्नः
प्रश्न- “सहजः" इस पद का विपरीतार्थक पद बोलें।
उत्तर – कठिनम्, जटिलम्
प्रश्न- “अनुकूलम्" इस पद का विपरीतार्थक पद बोलें।
उत्तर – प्रतिकूलम्
प्रश्न- “विषम्" इस पद का विपरीतार्थक पद बोलें।
उत्तर – अमृतम्
प्रश्न- “अंतरंगम्" इस पद का विपरीतार्थक पद बोलें।
उत्तर – बहिरंगम्
प्रश्न- “अज्ञः" इस पद का विपरीतार्थक पद बोलें।
उत्तर – विज्ञः
प्रश्न- “अत्र" इस पद का विपरीतार्थक पद बोलें।
उत्तर –तत्र
प्रश्न- “पुरातनः" इस पद का विपरीतार्थक पद बोलें।
उत्तर –अधुनातनः
प्रश्न- “अन्तर्मुखी" इस पद का विपरीतार्थक पद बोलें।
उत्तर – बहिर्मुखी
प्रश्न- “कटुः" इस पद का विपरीतार्थक पद बोलें।
उत्तर -मृदुः
प्रश्न- "दीर्घः" का विरुद्धार्थक पद बोलें।
उत्तर –ह्रस्वः
प्रश्न- "लौकिकः" का विरुद्धार्थक पद बोलें।
उत्तर –अलौकिकः
प्रश्न- "कनिष्ठः" का विरुद्धार्थक पद बोलें।
उत्तर – वरिष्ठः, ज्येष्ठः
प्रश्न- "सन्धिः" का विरुद्धार्थक पद बोलें।
उत्तर –विग्रहः
प्रश्न- "निरक्षरः" का विरुद्धार्थक पद बोलें।
उत्तर –साक्षरः
प्रश्न- "सधवा" का विरुद्धार्थक पद बोलें।
उत्तर –विधवा
प्रश्न- "स्वकीयः" का विरुद्धार्थक पद बोलें।
उत्तर –परकीयः
प्रश्न- "अतिवृष्टिः" का विरुद्धार्थक पद बोलें।
उत्तर –अनावृष्टिः
प्रश्न- "आधुनिकः" का विरुद्धार्थक पद बोलें।
उत्तर –प्राचीनः
प्रश्न- "आध्यात्मिकः" का विरुद्धार्थक पद बोलें।
उत्तर –भौतिकः
प्रश्न- "आग्रहः" का विरुद्धार्थक पद बोलें।
उत्तर –दुराग्रहः
प्रश्न- "आकर्षणम्" का विरुद्धार्थक पद बोलें।
उत्तर –विकर्षणम्
प्रश्न- "अगमः" का विरुद्धार्थक पद बोलें।
उत्तर –सुगमः
प्रश्न- "अथ" का विरुद्धार्थक पद बोलें।
उत्तर –इति
प्रश्न- "प्रेम" का विरुद्धार्थक पद बोलें।
उत्तर – घृणा
संकेत-
मृदुः (कठोरम्) स्वस्थः
(अस्वस्थः) नीतिः (अनीतिः) धर्मः (अधर्मः) श्वेतः (कृष्णः) आदानम् (प्रदानम्)
साक्षरः (निरक्षरः) अनुकूलः (प्रतिकूलः) उदयः (अस्तः) आगमनम् (गमनम्) उत्थानम्
(पतनम्) क्रयः (विक्रयः) कृतज्ञः (कृतघ्नः) तीव्रम् (मन्दम्) प्रत्यक्ष (परोक्ष)
पापम् (पुण्यम्) मित्रम् (शत्रुः) साकारः (निराकारः) सुलभः (दुर्लभः) अन्तः
(वाह्य) जन्म (मृत्यु) उदीची (अवाची) सुरूपम् (कुरूपम्) प्राचीनम् (नवीनम्) भृत्यः
(स्वामी) खिन्नम् (प्रसन्नम्) स्थूलः (सूक्ष्मः) मधुरम् (कटुः)
प्रभात: (सायम्) चलम् (अचलम्) सुपुत्रः (कुपुत्रः) निजः (परः) प्रियम् (अप्रियम्) विद्वान् (मूर्खः) सत्यम् (असत्यम्) भयः (निर्भयः) एक: (अनेकः) अनुरक्तः (विरक्तः) आकुञ्चनम् (प्रसारणम्) ईषत् (अलम्) ऋजुः (वक्रम्) कृशः (स्थूलः)
गुरुः (लघुः) देवः (दानवः) पृथुः (तनुः) रिक्तः (पूर्णम्)
सर्वनाम
प्रश्न- सः किस सर्वनाम शब्द का रूप है ?
उत्तर - तत् सर्वनाम शब्द
का रूप है ।
प्रश्न- “गजः चलति” में गजः के स्थान पर तत् सर्वनाम पद
का प्रयोग कर वाक्य बनाएँ
उत्तर - सः चलति।
प्रश्न- “युष्मद्”सर्वनाम का प्रथमा बहुवचन रूप बताइए ?
उत्तर – यूयम्
प्रश्न –“केन” पद किस सर्वनाम शब्द का रूप है ?
उत्तर –किम्
प्रश्न -“येषाम्” पद किस
सर्वनाम का रूप है ?
उत्तर –यत्
प्रश्न –“सर्वेषाम्” किस सर्वनाम के किस लिङ्ग का रूप है ?
उत्तर –सर्व पुंल्लिंग/नपुंसकलिंग
प्रश्न- “बालिकाः पठन्ति”, यहाँ बालिकाः के स्थान पर एतत्
सर्वनाम पद का प्रयोग करके वाक्य बनाएँ?
उत्तर –एताः पठन्ति ।
प्रश्न- “छात्रौ क्रीडतः”, यहाँ छात्रौ के स्थान पर किम्
सर्वनाम का प्रयोग करके वाक्य बनाएँ?
उत्तर –कौ क्रीडतः
प्रश्न- यत् सर्वनाम स्त्रीलिङ्ग षष्ठी विभक्ति बहुवचन में क्या रूप होगा ?
उत्तर –यासाम्
प्रश्न –“मीरा वाणी माया
च चलचित्रं पश्यन्ति”, इस वाक्य में मीरा
वाणी माया के स्थान पर तत् सर्वनाम पद का प्रयोग करके वाक्य बनाए ?
उत्तर –ताः चलचित्रं
पश्यन्ति ।
प्रश्न –“माधुरी मम
मित्रम् अस्ति”, इस वाक्य में
माधुरी के स्थान पर एतत् सर्वनाम का प्रयोग कर सर्वनाम बनाए ?
उत्तर –एषा मम मित्रम्
अस्ति ।
प्रश्न –“मह्यम् आम्रं
रोचते”, इस वाक्य में
आम्रम् के स्थान पर इदम् सर्वनाम का प्रयोग करके वाक्य बनाए ?
उत्तर –मह्यम् इदं
रोचते ।
प्रश्न- “अस्मद्” किस सर्वनाम का रूप है ?
उत्तर –अस्मद्
प्रश्न –“पाठकाः
दूरात्आगच्छन्ति”, यहाँ पाठकाः के स्थान पर इदम् शब्द का
प्रयोग कर वाक्य बनाए ।
उत्तर –इमे दूरात्
आगच्छन्ति ।
प्रश्न –“महिलानाम् सौन्दर्यं
पश्य”, यहाँ महिलानाम् के स्थान पर तत् सर्वनाम का प्रयोग कर
वाक्य बनाए ।
उत्तर –तासां
सौन्दर्यं पश्य ।
प्रश्न- त्वत् किस सर्वनाम का रूप है?
उत्तर-युष्मद्
वाक्य में
सर्वनाम पद को पहचानना।
युष्माकं गृहं कुत्र अस्ति ? इस वाक्य में सर्वनाम पद कौन है?
उत्तर- युष्माकं
तस्य बालकस्य किं नाम अस्ति ? (तस्य )
यस्य चित्ते दया भवति, सः साधुः भवति । (यस्य, सः )
तस्मै बालकाय दुग्धं वितर । (तस्मै)
एतानि पुस्तकानि मह्यं यच्छ । (एतानि, मह्यं)
कः तस्यां नगर्यां कः अवसत् ? (तस्यां, कः)
कस्मिश्चिद् नगरे एकः ब्राह्मणः
वसति स्म। (कस्मिश्चिद्, एकः )
कस्यचिद् नृपस्य हस्ती मरणासन्नः
आसीत्। (कस्यचिद्)
सः तस्मै विप्राय धेनुं ददाति । (सः तस्मै)
कस्यचित् बालिकायै फलं यच्छ । (कस्यचित्)
निर्धनो जनः किञ्चिद्
धनमुपार्जितवान् । (किञ्चिद्)
कश्चन चौरः गृहाभ्यन्तरं प्रविष्टः
। ( कश्चन)
रक्षापुरुषः चौरोऽयमिति प्रख्याप्य
कारागारे प्राक्षिपत् । (अयम्)
शब्द का लिंग
प्रश्न- संस्कृत में कितने लिंग होते हैं –
उत्तर- 3
प्रश्न- संस्कृत के तीनों लिंगों का नाम
बताईये
उत्तर- पुंलिङ्ग, स्त्रीलिंग तथा नपुंसक लिंग ।
प्रश्न- बकः किस लिंग का शब्द है ?
उत्तर - बकः पुल्लिंग
शब्द है ।
प्रश्न- सुधा किस लिंग का
शब्द है ?
उत्तर - सुधा स्त्रीलिंग का शब्द है ।
प्रश्न- पिपीलिका किस लिंग का शब्द है ?
उत्तर - पिपीलिका स्त्रीलिंग का शब्द है ।
प्रश्न- अङ्ग किस लिंग का शब्द है ?
उत्तर - अङ्ग नपुंसक
लिंग का शब्द है ।
प्रश्न- ‘सूर्य’ किस लिंग का शब्द है ?
उत्तर –पुंलिङ्ग
प्रश्न- ‘अनुजः’ किस लिंग का शब्द है ?
उत्तर –पुंलिङ्ग
प्रश्न- ‘विडाल’ किस लिंग का शब्द है ?
उत्तर –पुंलिङ्ग
प्रश्न- ‘मार्गः’ किस लिंग का शब्द है ?
उत्तर –पुंलिङ्ग
प्रश्न- ‘उत्सव’ किस लिंग का शब्द है ?
उत्तर –पुंलिङ्ग
प्रश्न- ‘शुक’ किस लिंग का शब्द है ?
उत्तर –पुंलिङ्ग
प्रश्न- ‘कृषक’ किस लिंग का शब्द है ?
उत्तर –पुंलिङ्ग
प्रश्न- ‘पूर्वाह्ण’ किस लिंग का शब्द है ?
उत्तर –पुंलिङ्ग
प्रश्न- ‘हाहा’ किस लिंग का शब्द है ?
उत्तर –पुंलिङ्ग
प्रश्न- ‘विधु’ किस लिंग का शब्द है ?
उत्तर –पुंलिङ्ग
प्रश्न- ‘अञ्जलि’ किस लिंग का शब्द है ?
उत्तर –पुंलिङ्ग
प्रश्न- ‘करिन्’ किस लिंग का शब्द है ?
उत्तर –पुंलिङ्ग
प्रश्न- ‘शशिन्’ किस लिंग का शब्द है ?
उत्तर –पुंलिङ्ग
प्रश्न- ‘आत्मन्’ किस लिंग का शब्द है ?
उत्तर –पुंलिङ्ग
प्रश्न- ‘महिमन्’ किस लिंग का शब्द है ?
उत्तर –पुंलिङ्ग
प्रश्न- ‘नासिका’ किस लिंग का शब्द है ?
उत्तर –स्त्रीलिंग
प्रश्न- ‘सूची’ किस लिंग का शब्द है ?
उत्तर –स्त्रीलिंग
प्रश्न- ‘मातुली’ किस लिंग का शब्द है ?
उत्तर –स्त्रीलिंग
पुंलिङ्ग शब्द - सूर्यः, अनुजः, विडाल, शुक, कृषक, हरित, पीत, पूर्वाह्ण, पक्षिणः, मोदकः,
मधुमष्टः, पिण्डः,मिष्टपाकः,
कृपाणः, हिमालय, कुडवः,
पणः, भवान्, मुनि,
पति, भानु, गुरु,
महान्
स्त्रीलिंग शब्द - नासिका, सूची, मातुली, मातामही, भगिनी, तनू, विद्युत्, रात्रि, क्षितिः, जननी, दुग्धपूपिका,
कूर्चिका, चक्रिका, सूचिका,
भूमि, दिश्, एषा,
मति, धेनुः, महती
नपुंसक लिंग शब्द - चित्र, पत्र, गीत, गृह, आम्र, पुष्प, कमल, तक्र, शरीर, विष, पाप, रूप, रसगोलक, नैमिषारण्यम्, संयावकम्,
कुटुम्बक, वारि, जल,
यशः, युद्ध, मित्र,
ज्ञान, शरीर, निधान,
जगत्, नाम, मनः, पयः, मधु
शब्द का वचन
प्रश्न- संस्कृत में कितने वचन होते हैं ? उत्तर- 3
प्रश्न- संस्कृत के तीनों वचनों का नाम
बताईये ?
उत्तर - एकवचन, द्विवचन
तथा बहुवचन ।
प्रश्न- जवनिका शब्द का प्रथमा द्विवचन का रूप बोलिए ? उत्तर - जवनिके
प्रश्न- "सिंहौ गर्जतः" इसे बहुवचन का वाक्य बनाकर बोलिए ? उत्तर - सिंहाः गर्जन्ति ।
प्रश्न- "गायकाः गायन्ति" इसे
एकवचन का वाक्य बनाकर बोलिए ?
उत्तर - गायकः गायति ।
प्रश्न- "लता" शब्द के पंचमी बहुवचन का रूप बोलिए ?
उत्तर - लताभ्यः ।
प्रश्न- रामेण में कौन विभक्ति तथा वचन है ?
उत्तर - तृतीया विभक्ति, एकवचन ।
प्रश्न- रमायै में कौन विभक्ति तथा वचन ?
उत्तर - चतुर्थी
विभक्ति, एकवचन ।
प्रश्न- मातरः का विभक्ति तथा वचन बोलिए।
उत्तर - प्रथमा विभक्ति, बहुवचन।
इसी प्रकार अन्य शब्दों में विभक्ति
तथा वचन पूछें-
आत्मनाम् (षष्ठी बहुवचन), राज्ञा (तृतीया एकवचन), विदुषः (पुंलिंग में द्वितीया बहुवचन तथा पञ्चमी/षष्ठी एकवचन । नपुंसक लिंग में पञ्चमी/षष्ठी एकवचन), मात्रोः (पञ्चमी/षष्ठी), वाचे (चतुर्थी एकवचन), सरिति (सप्तमी एकवचन), दिशाम् (षष्ठी बहुवचन),
जगन्ति (प्रथमा बहुवचन), पयोभ्याम् (तृतीया/चतुर्थी/पञ्चमी द्विवचन), मनसी
(द्वितीया द्विवचन), भवन्तम् (द्वितीया एकवचन), अमून् (द्वितीया बहुवचन), अमूषु (सप्तमी बहुवचन),
विशालैः (तृतीया बहुवचन), शोभने (सप्तमी
एकवचन), लघुनी (प्रथमा/द्वितीया
द्विवचन), रमायै (चतुर्थी एकवचन), भानुभ्यः
(चतुर्थी/पञ्चमी बहुवचन), पत्या
(तृतीया एकवचन), गुर्वोः (पञ्चमी/षष्ठी
द्विवचन), पितरौ (प्रथमा/द्वितीया
द्विवचन), नदीभिः (तृतीया बहुवचन), धेन्वाम्
(सप्तमी एकवचन), मधुने (चतुर्थी एकवचन), तस्मात् (पञ्चमी एकवचन), ये (प्रथमा द्विवचन/बहुवचन), महान्ति (प्रथमा/द्वितीया
बहुवचन), तरङ्गैः (तृतीया बहुवचन) दिशायाम् (सप्तमी एकवचन), त्रयाणाम् (सप्तमी बहुवचन), सागराणम् (सप्तमी बहुवचन), तिसृषु (सप्तमी बहुवचन),
शब्द का लिंग तथा वचन
प्रश्न- एषः कः का लिंग तथा वचन बोलिए।
उत्तर - पुल्लिंग शब्द, एकवचन।
प्रश्न- एषा का इस वाक्य का लिंग तथा वचन बोलिए।
उत्तर - स्त्रीलिंग, एकवचन।
प्रश्न- एतौ कौ इस वाक्य का लिंग तथा वचन बोलिए।
उत्तर - पुल्लिंग शब्द, द्विवचन।
प्रश्न- एते के इस वाक्य का लिंग तथा वचन बोलिए।
उत्तर - स्त्रीलिंग, द्विवचन।
प्रश्न- एतानि चित्राणि इस वाक्य का लिंग तथा वचन बोलिए।
उत्तर - नपुंसकलिंग, बहुवचन।
प्रश्न- केशाः का लिंग तथा वचन बोलिए।
उत्तर - पुल्लिंग शब्द, बहुवचन।
प्रश्न- ग्रामण्यौ का लिंग तथा वचन बोलिए।
उत्तर - पुल्लिंग तथा स्त्रीलिंग
शब्द, द्विवचन।
प्रश्न- सेतू का लिंग तथा वचन बोलिए।
उत्तर - पुल्लिंग शब्द, प्रथमा तथा द्विवचन।
प्रश्न- हनुः का लिंग तथा वचन बोलिए।
उत्तर - स्त्रीलिंग शब्द, एकवचन।
संकेत-
पुंलिंग शब्द-
सुधी, प्रधी, ग्रामणी, नी, यवक्री, सुधी, सुखी, ऊरु ( जाँघ ), जन्तु, मृत्यु, ऋतु, हेतु (
कारण ), तरु ( वृक्ष ), ऋतु, इषु (बाण), अंशु (किरण), वाहु, सेतु (पुल), सूनु
(पुत्र), कटु, कर्तृ, पितृ, देवृ (देवर), भर्तृ, अध्येतृ, जेतृ, द्ष्टृ, पठितृ , स्तोतृ, होतृ, नेतृ ।
स्त्रीलिंग शब्द-
गति, शुद्धि ,भक्ति, रुचि, शक्ति, श्रुति, रुचि, स्मृति, शान्ति, नीति, रात्रि, जाति, मति,
तनु, (शरीर) रेनु, (धूल)
हनु (ठुड्डी), मातृ, यातृ
(देवरानी) दुहुतृ (लड़की)।
नपुंसकलिंग शब्द-
मित्र, वन, अरण्य, मुख, कमल, कुसुम, पुष्प, नक्षत्र, पत्र, जल, गगन, शरीर, पुस्तक, ज्ञान, दारु, जानु, (घुटना) तालु, मधु
।
शब्द / पद का पुरूष
प्रश्न- संस्कृत में पुरुषों की कितनी संख्या
है ?
उत्तर- 3
प्रश्न- संस्कृत के तीनों पुरुषों का नाम बताईये ?
उत्तर -प्रथम पुरुष, मध्यम पुरुष तथा उत्तम पुरुष
प्रश्न- तत् किस
पुरूष का शब्द है ?
उत्तर - तत् शब्द
प्रथम पुरूष का शब्द है।
प्रश्न- अहम् किस पुरूष
का पद है ?
उत्तर - अहम् उत्तम पुरूष का पद है।
इसी प्रकार
अन्य शब्दों का पुरुष, वचन पूछें-
वद (मध्यम पुरुष एकवचन), वदिष्यावः उत्तमपुरुष द्विवचन), वत्स्यथ (मध्यम पुरुष बहुवचन), दत्ताम् (प्रथम पुरुष
द्विवचन), दद्युः (प्रथमपुरुष बहुवचन), कथयतम् (मध्यम पुरुष द्विवचन), कथयेम (उत्तम पुरुष
बहुवचन), पश्येः (मध्यम पुरुष एकवचन), द्रक्ष्यतः
(प्रथम पुरुष द्विवचन)अनयः (मध्यम पुरुष द्विवचन), नेष्यथः
(मध्यमपुरुष द्विवचन), नयतात् (प्रथम/मध्यम पुरुष एकवचन),
याचावहै (उत्तम पुरुष द्विवचन), अयाचे (उत्तम
पुरुष एक वचन), तिष्ठेम (उत्तम पुरुष बहुवचन)
शब्द / पद की विभक्ति
प्रश्न- "बालक" शब्द के षष्ठी
विभक्ति एकवचन का रूप बोलें।
उत्तर – बालकस्य
प्रश्न- सेतू किस विभक्ति का रूप है ?
उत्तर - पुल्लिंग शब्द, प्रथमा तथा द्वितीया द्विवचन।
प्रश्न- ग्रामण्यौ किस विभक्ति का रूप है ?
उत्तर - प्रथमा तथा द्वितीया विभक्ति ।
प्रश्न- "यूयं" पद किस विभक्ति का रूप है ?
उत्तर - प्रथमा विभक्ति ।
प्रश्न- "क्रीडायै" पद किस विभक्ति का रूप है ?
उत्तर - चतुर्थी विभक्ति ।
प्रश्न- वयं नेत्राभ्यां पश्यामः इस वाक्य में नेत्राभ्यां किस विभक्ति का रूप है ?
उत्तर - तृतीया विभक्ति ।
प्रश्न- बालिकाः उत्साहेन क्रीडन्ति इस वाक्य
में उत्साहेन किस विभक्ति का
रूप है ?
उत्तर - तृतीया विभक्ति ।
इसी तरह - प्रतिभागी (प्रथमा), अनेकानि (प्रथमा तथा द्वितीया), तानि (प्रथमा तथा द्वितीया), स्नानाय (चतुर्थी), बालकान् (द्वितीया), नायकम् (द्वितीया), त्वम् (प्रथमा) राज्ञाम् (षष्ठी), विदुषोः (षष्ठी), आत्मनः (द्वितीया बहुवचन,
पञ्चमी षष्ठी एकवचन), मात्रे (चतुर्थी), वाचा (तृतीया), नाम्नाम् (षष्ठी), मनस्सु (सप्तमी), अमूषाम् (षष्ठी), एतस्याम् (सप्तमी), अमुष्मै (चतुर्थी), दीर्गान् (द्वितीया), शोभनेन (तृतीया), लघ्व्याम् (सप्तमी) इत्यादि। पद में (विभक्ति) है।
वाक्य में विशेष्य और विशेषण
प्रश्न- श्वेतः अश्वः
धावति में कौन विशेषण पद है ?
उत्तर - श्वेतः विशेषण
पद है ।
प्रश्न- चतुरः काकः जलं
पिबति में कौन विशेष्य पद है ?
उत्तर - काकः विशेष्य
पद है ।
प्रश्न- पुष्पं सुन्दरं
अस्ति इस वाक्य में कौन विशेष्य
तथा कौन विशेषण पद है ?
उत्तर - पुष्पं विशेष्य
तथा सुन्दरं विशेषण पद है ।
प्रश्न- अहं श्वेतम्
अश्वं पश्यामि इस वाक्य में कौन विशेष्य तथा कौन विशेषण पद है ?
उत्तर - अश्वं विशेष्य तथा श्वेतम् विशेषण पद है ।
प्रश्न- एतत् जलं
पवित्रम् अस्ति इस वाक्य में कौन विशेष्य तथा कौन विशेषण पद है ?
उत्तर - जलं विशेष्य तथा पवित्रम् विशेषण पद है ।
प्रश्न- पथिकः वृक्षस्य
शीतलायां छायायां तिष्ठति इस वाक्य में कौन विशेष्य तथा कौन विशेषण पद है ?
उत्तर - जलं विशेष्य तथा शीतलायां छायायां विशेषण पद है ।
प्रश्न- अहम् उष्णेन
जलेन मुखं प्रक्षालयामि इस वाक्य में कौन विशेष्य तथा कौन विशेषण पद है ?
उत्तर - जलेन विशेष्य तथा उष्णेन विशेषण पद है ।
प्रश्न- ते निर्बलान्
पुरुषान् रक्षन्ति इस वाक्य में कौन विशेष्य तथा कौन विशेषण पद है ?
उत्तर - पुरुषान् विशेष्य तथा निर्बलान् विशेषण पद है ।
प्रश्न- भीमः बलवत्तमः
आसीत् इस वाक्य में कौन विशेष्य तथा कौन विशेषण पद है ?
उत्तर - भीमः विशेष्य तथा बलवत्तमः विशेषण पद है ।
प्रश्न- रमा एका
श्रेष्ठा नारी आसीत् इस वाक्य में कौन विशेष्य तथा कौन विशेषण पद है ?
उत्तर - नारी विशेष्य तथा श्रेष्ठा विशेषण पद है ।
प्रश्न- विपिनः उत्तमः
छात्रः अस्ति इस वाक्य में कौन विशेष्य तथा कौन विशेषण पद है ?
उत्तर - विपिनः विशेष्य तथा उत्तमः विशेषण पद है ।
प्रश्न- वीराणां
पुरुषाणां प्रशंसा सर्वत्र भवति इस वाक्य में कौन विशेष्य तथा कौन विशेषण पद है ?
उत्तर - पुरुषाणां विशेष्य तथा वीराणां विशेषण पद है ।
प्रश्न- रामः भरतात्
ज्येष्ठतरः आसीत् इस वाक्य में कौन विशेष्य तथा कौन विशेषण पद है ?
उत्तर - रामः विशेष्य तथा ज्येष्ठतरः विशेषण पद है ।
प्रश्न- “आम्रं मधुरम्” अस्ति में कौन विशेषण पद है ?
उत्तर –मधुरम् ।
प्रश्न– “मधुरम् अस्ति” में कौन विशेषण पद है ?
उत्तर - मधुरम्
प्रश्न- “मुकुलः प्रांशुः अस्ति” में कौन विशेषण पद है?
उत्तर - प्रांशुः
प्रश्न –“पर्यटकाः साधवः
सन्ति” में कौन विशेषण पद है?
उत्तर –साधवः
प्रश्न –“नीलानि पुष्पाणि
रोचन्ते” में कौन विशेषण पद है?
उत्तर – नीलानि
प्रश्न –“नारिकेलफलं बहिस्तः
कठोरं भवति” में कौन विशेषण पद है?
उत्तर – कठोरम्
प्रश्न –“कृशाः बालिकाः
बलिष्ठाः न सन्ति” में कौन विशेषण पद है?
उत्तर – कृशाः, बलिष्ठा
प्रश्न –“कृषकाः उन्नतायां
भूमौ आढकीवीजानि वपन्ति” में कौन विशेषण पद है?
उत्तर – उन्नतायां
प्रश्न –“दुष्टाः नराः दण्डनीयाः” में कौन विशेष्य पद है?
उत्तर – नराः
प्रश्न –“श्रेष्ठाः जनाः आदरणीयाः भवन्ति” में कौन विशेष्य पद है?
उत्तर –जनाः
प्रश्न –“वसन्ते कोकिलः
पञ्चमे ताने गायति” में कौन विशेष्य पद है?
उत्तर – कोकिलः
प्रश्न –“मनोरमाः महिलाः
सुन्दरं नृत्यं कुर्वन्तः सन्ति” में कौन विशेषण पद है?
उत्तर – मनोरमाः, सुन्दरं
प्रश्न –“अस्माकं राष्ट्रं
विशालम् अस्ति” में कौन विशेषण पद है?
उत्तर –विशालम्
प्रश्न –“सूनृता वाक् सदा
वाच्या” में कौन विशेषण पद है?
उत्तर – सूनृता
प्रश्न –“ग्रीष्मे शीतलं जलं
रोचते” में कौन विशेषण पद है?
उत्तर - शीतलम्
इसी प्रकार अधोलिखित विशेष्य-विशेषण
पूछें ।
कृष्णः पीतम् अम्बरं धरति। (विशेष्य- अम्बरम्, विशेषण- पीतम्)
कृष्णः पीतम् अम्बरं धरति।
(विशेष्य- अम्बरम्, विशेषण-
पीतम्)
महता उत्साहेन कार्यं कुरु।
(विशेषण- महता, उत्साहेन - विशेष्यम् )
प्रचलितेषु सम्प्रदायेषु जैनधर्मः
महत्त्वं भजते। (विशेष्य- सम्प्रदायेषु , विशेषण- प्रचलितेषु )
काकस्य वर्णः कृष्णः भवति।
(विशेष्य- वर्ण , विशेषण- कृष्णं)
नौकां जलपूरितां दृष्ट्वा भीतः।
(विशेष्य- नौकाम्, विशेषण-
जलपूरितां )
ग्राम्यजीवनं सदाचारसम्पन्नं भवति।
(विशेष्य- ग्राम्यजीवनम्, विशेषण-
सदाचारसम्पन्नं)
अस्माकं देशः प्रियः वर्तते।
(विशेष्य- देश:, विशेषण-
प्रिय:)
राज्यलुब्धायाः कैकेय्याः पुत्रः
भरतः प्राप्तः। (विशेष्य- कैकेय्या:, विशेषण- राज्यलुब्धाया:)
प्रियं भारतं मे सदा वन्दनीयम्।
(विशेष्य- भारतम् , विशेषण- प्रियं )
युधिष्ठिरः उद्विग्नः अभवत्।
(विशेष्य- युधिष्ठिर:, विशेषण-
उद्विग्न:)
बालिकाः सबलाः स्युः। (विशेष्य-
बालिका:, विशेषण- सबला:
)
तेन स्पृष्टानि वस्तूनि सौवर्णानि
संजातानि। (विशेष्य- वस्तूनि, विशेषण-
स्पृष्टानि सौवर्णानि)
शनैः शनैः सा स्वस्था अभवत्।
(विशेष्य- सा, विशेषण-
स्वस्था)
भारवाहने अक्षमान् सैनिकान्
विलोकयन् अवदत्। (विशेष्य- सैनिकान् , विशेषण- अक्षमान्)
मनोहरः सत्यनिष्ठः आसीत्। (विशेष्य-
मनोहर:, विशेषण-
सत्यनिष्ठ:)
तव शरीरं सुन्दरम् अस्ति। (विशेष्य-
शरीरम्, विशेषण-
सुन्दरम्)
रामायणे मानवतापोषकानि जीवनमूल्यानि
वर्णितानि सन्ति। (विशेष्य- जीवनमूल्यानि, विशेषण- मानवपोषकाणि)
विश्पला वीराङ्गना आसीत्। (विशेष्य-
विश्पला, विशेषण-
वीराङ्गना )
संकेत-
शस्यश्यामलां धरित्रीम् । धूलधूसरिताः बालकाः । अये पुण्ये गङ्गे । शुभा भारतधरा । गङ्गायाः गभीरे नीरे । विपुलेन भुजद्वयेन । निर्धनो जनः धनमुपार्जितवान् । प्रीताभ्यः प्रकृतिभ्यः राजानः प्रतिप्रियमिच्छन्ति।
संख्या ज्ञान
प्रश्न- चत्वारः सिंहाः
भ्रमन्ति इस वाक्य में संख्यावाचक पद
कौन है ?
उत्तर - चत्वारः
संख्यावाचक पद है ।
प्रश्न- एका पिपीलिका
याति इस वाक्य में संख्यावाचक पद
कौन है ?
उत्तर - एका संख्यावाचक
पद है ।
वाक्य में आये
संख्यावाची पद को बताओ-
प्रश्न- षट् दिनानि
वर्षा अभवत्। (उत्तर - षट्)
प्रश्न- षोडशवर्षीयः
बालकः दशमकक्षायां पठति। (षोडशवर्षीयः, दशमकक्षायां)
प्रश्न- एको ना विंशतिः
नार्यः वापीं स्नातुमितो गताः। (एकः, विंशतिः)
प्रश्न- राष्ट्रध्वजे
त्रयः वर्णाः भवन्ति। (त्रयः)
प्रश्न- नवविंशतिः के
पश्चात् कौन सी संख्या आती है? (विंशतिः)
प्रश्न- एकोनविंशतिः के
पहले कौन सी संख्या आती है? (अष्टादश)
प्रश्न- त्रिंशत्
त्रिंशतिः इनमें से कौन संख्यावाचक पद क्या शुद्ध है? (त्रिंशत्)
प्रश्न- एकपक्षे पञ्चदश
अहोरात्रं भवति इसमें संख्यावाची पद कौन सा है? (एकपक्षे, पञ्चदश)
प्रश्न- चतुर्विंशतिहोराभिः
दिनमेकं भवति। यहाँ किस पद से संख्या का बोध हो रहा है? (चतुर्विंशतिहोराभिः)
प्रश्न- नवनवतिःके
पूर्व कौन संख्या आती है? (अष्टनवतिः/
अष्टानवतिः)
प्रश्न- पञ्च से लेकर नव तक संख्यावाची शब्द
बोलिए-
उत्तर – पञ्च, षट्, सप्त, अष्टौ या
अष्ट, नव ।
प्रश्न- षट् से लेकर एकादश तक संख्यावाची शब्द
बोलिए-
उत्तर - षट्, सप्त, अष्टौ या अष्ट, नव, दश, एकादश ।
प्रश्न- दश से लेकर षोडश तक संख्यावाची शब्द
बोलिए-
उत्तर - दश, एकादश, द्वादश, त्रयोदश, चतुर्दश, पंचदश, षोडश।
संकेत- इसी प्रकार अन्य प्रश्न पूछने हेतु
अधोलिखित संख्या दी जा रही है।
सप्तदश, अष्टादश, नवदश/ऊनविंशतिः/एकोनविंशतिः, विंशति:, एकविंशतिः, द्वाविंशतिः, त्रयोविंशति:, चतुर्विंशतिः, पंचविंशतिः, षड्विंशतिः, सप्तविंशतिः, अष्टाविंशतिः, नवविंशतिः/एकोनत्रिंशत्/ऊनत्रिंशत्, त्रिंशत् ।
हिन्दी से संस्कृत संस्कृत से
हिन्दी पूछें-
संकेत- पञ्चविंशतिः – पचीस, षड्विंशतिः –
छब्बीस, एकादश –ग्यारह,
द्वादश – बारह, त्रयोदश –
तेरह, चतुर्दश – चौदह,
एकत्रिंशत् – इकतीस,
द्वात्रिंशत् –बत्तीस, त्रयस्त्रिंशत्-
तैंतीस, चतुस्त्रिंशत्- चौंतीस, पञ्चत्रिंशत् – पैंतीस, अष्टपञ्चाशत्
(अष्टापञ्चाशत् ) अठावन, नवपञ्चाशत्, ऊनषष्टिः या एकोनषष्टिः – उनसठ, षष्टिः – साठ, एकषष्टिः –
इकसठ, द्वाषष्टिः (द्विषष्टिः) – बासठ, त्रयःषष्टिः (त्रिषष्टिः) - तिरसठ
सुप् प्रत्यय तथा शब्दरूप
प्रश्न- "मुनयः"
किस शब्द का रूप है?
उत्तर- मुनि शब्द का बहुवचन
प्रश्न- "पितृ"
शब्द का प्रथमा विभक्ति तीनों वचन का रूप बताइये?
उत्तर- पिता पितरौ
पितरः
प्रश्न- "मक्षिके"
किस शब्द का रूप है?
उत्तर- मक्षिका का द्विवचन
प्रश्न- रमा शब्दस्य
षष्ठीविभक्तौ एकवचने किं रूपम्?
उत्तरम् - रमायाः
प्रश्न- गज शब्दस्य
प्रथमाविभक्तौ किं रूपम्?
उत्तरम् - गजः गजौ गजाः
संकेत - नर, मृग, वानर, सैनिक, चतुर, अश्व, घट, दिवस शब्द का प्रथमा, द्वितीया,
तृतीया आदि विभक्ति का रूप पूछें
तिङ् प्रत्यय तथा धातुरूप
प्रश्न- धावति में ति
भाग को क्या कहा जाता है?
उत्तर - प्रत्यय कहा जाता
है ।
प्रश्न- खेलिष्यन्ति पद
किस धातु का रूप है ?
उत्तर - खेल् धातु
प्रश्न- भविष्यन्ति पद
किस धातु का रूप है?
उत्तर - भू धातु
प्रश्न- "पचति"
किस धातु का रूप है?
उत्तर- डुपचस् / पच् धातु
धातुरूप का वचन
प्रश्न- 'पा' धातु
के लट् लकार प्रथमपुरुष बहुवचन का रूप बोलिए ।
उत्तर - पिबन्ति
प्रश्न- पठ् धातु प्रथम
पुरुष बहुवचन लट्लकार का रूप क्या होगा?
उत्तर - पठन्ति
प्रश्न- गम् धातु उत्तम
पुरुष बहुवचन में लट्लकार क्या रूप बनेगा?
उत्तर - गच्छामि
धातुरूप का पुरुष
प्रश्न- खेल् धातु के
प्रथम पुरुष का रूप बताइये
उत्तर - खेलति खेलतः
खेलन्ति
पद में धातु
प्रश्न- हसति में मूल
धातु का नाम बतायें ?
उत्तर - हसति में हस् मूल
धातु है।
प्रश्न- मेघाः गर्जन्ति
में किस मूल धातु का
प्रयोग हुआ है ?
उत्तर - गर्जन्ति में
गर्ज् मूल धातु का प्रयोग हुआ है ।
उपसर्ग व मूल धातु
प्रश्न - प्रचलति में उपसर्ग तथा धातु बताएँ
उत्तर- प्रचलति में प्र उपसर्ग तथा चल् (कम्पने) धातु है।
उत्तर- प्रचलति में प्र उपसर्ग तथा चल् (विलसने) धातु है।
प्रश्न - न्यवेदयत्
में उपसर्ग तथा धातु बताएँ
उत्तर- न्यवेदयत् में नि उपसर्ग तथा विद् (ज्ञाने) धातु है।
प्रश्न - विरमन्ति में उपसर्ग तथा धातु बताएँ
उत्तर- विरमन्ति में
वि उपसर्ग तथा रमु (क्रीडायां) धातु है।
प्रश्न- प्रसारय में उपसर्ग तथा धातु बताएँ
उत्तर- प्रसारय में प्र उपसर्ग तथा सृ (गतौ) धातु है।
प्रश्न - अवरुध्यते में उपसर्ग तथा धातु बताएँ
उत्तर- अवरुध्यते में अव उपसर्ग तथा रुध् (आवरणे) धातु है।
प्रश्न -सैनिकाः बाणैः
शत्रून् प्रहरन्ति इस वाक्य में उपसर्ग तथा धातु बताएँ
उत्तर- प्र उपसर्ग तथा हृञ् (हरणे) धातु है।
प्रश्न - लक्ष्मणः रामम् अन्वगच्छत् इस वाक्य में उपसर्ग तथा धातु बताएँ
उत्तर- अनु उपसर्ग तथा गमॢँ- गम्
(गतौ) धातु है।
प्रश्न -बालकः गृहात्
वहिः निर्गच्छत् इस वाक्य में उपसर्ग तथा धातु बताएँ
उत्तर- निर् उपसर्ग तथा गमॢँ- गम्
(गतौ) धातु है।
प्रश्न -लक्ष्मणः
रामम् अन्वगच्छत् इस वाक्य में उपसर्ग तथा धातु बताएँ
उत्तर- अनु तथा आ उपसर्ग तथा गमॢँ- गम्
(गतौ) धातु है।
प्रश्न -अहं
प्रसन्नताम् अनुभविष्यामि लक्ष्मणः रामम्
अन्वगच्छत् इस वाक्य में उपसर्ग तथा धातु बताएँ
उत्तर- अनु उपसर्ग तथा भू (सत्तायां) धातु है।
अधोलिखित का वर्तमान काल में रूप बताइये
गमिष्यथ, आगमिष्यामि, श्रोष्यानि, वदिष्यसि, पठिष्यति, लेखिष्यतः, पास्यसि, खादिष्यन्ति, द्रक्ष्यावः, नेष्यामि, चलिष्यामः, वसिष्यानि, ज्ञास्याति प्रक्ष्यतः, उपवेक्ष्यासि, दास्यथ, कथयिष्यामि, हसिष्यति, स्मरिष्यामि, नर्तिष्यति, गास्यानि, स्थास्यामि, क्षिप्स्यन्ति, अटिष्यावः भ्रमिष्यामि, करिष्यति।
अधोलिखित का लङ् लकार (भूतकाल) तथा लृट् लकार (भविष्यत् काल) में रूप बताइये
धातु (अर्थ)
लङ् लृट्
दा-ददाति (देता है)- अददात् दास्यति
क्री- क्रीणाति (खरीदता है)- अक्रीणात् क्रेष्यति,
चुर् - चोरयति
(चुराता है)- अचोरयत् चोरयिष्यति
रुद – रोदिति (रोता
है)- अरोदत्, अरोदीत् रोदिष्यति
ब्रू-ब्रवीति
(बोलता है)-
अब्रवीत् वक्ष्यति
दुह् - दोग्धि
(दुहता है)-
अधोक् अधोग् धोक्ष्यति
इष्- इच्छति
(चाहता है)- ऐच्छत् एषिष्यति
हन् - हन्ति (
मारता है)- अहन् हनिष्यति
प्रच्छ – पृच्छति
(पूछता है)- अपृच्छत् प्रक्ष्यति
हस्- हसति (हँसता
है)-
अहसत् हसिष्यति
पच्– पचति (पकाता है)-
अपचत् पक्ष्यति
नृत्– नृत्यति (नाचता है)-
अनृत्यत् नृत्स्यति, नर्तिष्यति
घ्रा - जिघ्रति
(सूंघता है)- अजिघ्रत् घ्रास्यति
हृ-हरति (हरता
है)-
अहरत्
हरिष्यति
कथ्- कथयति (कहता
है)- अकथयत् कथयिष्यति
नी–नयति (ले जाता है)-
अनयत् नेष्यति
जागृ- जागर्ति
(जागता है)- अजागरत् जागरिष्यति
धातु (अर्थ) लृट् लङ्
जागृ- जागर्ति (जागता है)- जागरिष्यति अजागरत्
अद्-अत्ति (खाता है), अत्स्यति आदत्
भी - बिभ्यति (डरता है), भेष्यति
अबिभेत्
अर्च्-अर्चति (पूजता है), अर्चिष्यति
आर्चत्
अर्ज्-अर्जति (कमाता है), अर्जिष्यति
आर्जत्
अश्- अश्नाति (खाता है), अशिष्यति
आश्नात्
अस्-अस्यति (फेंकता है), असिष्यति
आस्यत्
आप्-आप्नोति (पाता है), आप्स्यति
आप्नोत्
आप्- आपयति (पहुँचाता है), आपयिष्यति
आपयत्
ईर्ष्य – ईर्ष्यति (ईर्ष्या करता है), ईर्ष्यिष्यति ऐर्ष्यत्
कुप्- कुप्यति (क्रोध करता है), कोपिष्यति
अकुप्यत्
कृष्-कर्षति (खींचता है), कर्क्ष्यति/क्रक्ष्यति
अकर्षत्
क्रन्द- क्रन्दति (रोता है), क्रन्दिष्यति
अक्रन्दत्
क्रीड्- क्रीडति (खेलता है), क्रीडिष्यति
अक्रीडत्
क्लिश्-क्लिश्नाति (दुःख देता है), क्लेशिष्यति/क्लेक्ष्यति
अक्लिश्नात्
क्षल्-क्षालयति (धोता है), क्षालयिष्यति
अक्षालयत्
क्षिप्-क्षिपति (फेंकता है), क्षेप्स्यति अक्षिपत्
खन्-- खनति (खोदता है), खनिष्यति
अखनत्
खाद्- खादति (खाता है), खादिष्यति अखादत्
गण्-गणयति (गिनता है), गणयिष्यति अगणयत्
जप्-जपति (जपता है), जपिष्यति अजपत्
जीव्— जीवति (जीता है),
जीविष्यति अजीवत्
जॄ- जीर्यति (वृद्ध होता है), जरीष्यति,जरिष्यति
अजीर्यत्
ज्वल्-ज्वलति (जलता है), ज्वलिष्यति अज्वलत्
तड् - ताडयति (पीटता है), ताडयिष्यति अताडयत्
तन्- तनोति (फैलाता है), तनिष्यति
अतनोत्
तप्- तपति (तपता है), तप्स्यति
अतपत्
तर्क - तर्कयति (सोचता है), तर्कयिष्यति/तर्किष्यति
अतर्कयत्
तर्ज्- तर्जयति (डाँटता है), तर्जयिष्यति
तर्जिष्यति अतर्जयत्
तुद् - तुदति (दुःख देता है) तोदिष्यति अतुदत्
तुल्-तोलयति (तोलता है), तोत्स्यति
अतोलयत्
तुष्- तुष्यति ( प्रसन्न होता है), तोक्ष्यति
अतुष्यत्
तृप् - तृप्यति (तृप्त होता है), तर्प्स्यति
अतृप्यत्
तृ- तरति (तैरता है), तरिष्यति,तरीष्यति अतरत्
त्यज्-त्यजति (छोड़ता है), त्यक्ष्यति
अत्यजत्
धा- दधाति (धारण करता है), धास्यति
अदधात्
वह्- वहति (वहता है, ले जाता है), वक्ष्यति
अवहत्
धाव्– धावति (दौड़ता है),
धाविष्यति अधावत्
ध्यै–घ्यायति (ध्यान करता है), ध्यास्यति
अध्यायत्
नश्– नश्यति (नष्ट करता
है), नङ्क्ष्यति
अनश्यत्
अधोलिखित वाक्य को लट् लकार, लृट् लकार तथा लङ् लकार में परिवर्तित करें।
इदं चित्रं पाठशालायाः वर्तते ।
त्वरया अत्र
आगमिष्यसि चेत् भवते द्विगुणितं धनं दास्यामः ।
सा प्रथमा महिला शिक्षिका आसीत् ।
भगतसिंहः, शिवरामः, राजगुरुः
गौराङ्गं सैन्डर्स नामानम् अमारयन्।
सः श्रमम्
अनुभवन् आसीत् ।
भोजनं सेवामाना
गायिका सन्तोषेण अवदत् ।
अनन्तरं
मित्रं वीक्ष्य अब्रवीत् ।
स्वमित्रं हमीदमपि तत्र नेष्यामि।
ततः शिक्षकाः सर्वेभ्यः मोदकं
वितरिष्यन्ति।
किं त्वमपि तत्र चलिष्यसि? (चलसि, चलिष्यसि, अचलः)
सर्वमपि
महाप्रभोः भक्तिपूजायाः प्रचारे अर्पयिष्यामः । (ऋ + णिच्, अर्पयामः, अर्पयिष्यामः,
आर्पयाम)
भक्ताः
भवतां जीवनाय शान्तिं ददतु । (ददति, दास्यन्ति, अददुः)
अधोलिखित क्रियापद से उपसर्गयुक्त
वाक्य का निर्माण करें
उदाहरण - अत्र
बालिकाः उत्साहेन परिक्रीडन्ति । ताः अध्ययनाय एव अनुगच्छन्ति ।
आगच्छति, प्रक्षालयामि, क्रीडन्ति,
गुञ्जन्ति, नयन्ति, पतन्ति,
धावन्ति, गच्छामः, गच्छथ,
भवन्ति, कूजति, सिञ्चति,
विकसतः
अधोलिखित तिङन्त पद से वाक्य निर्माण करें
गच्छति, श्रृणोमि, वदामि, पठामि, लिखसि, पिबावः, खादामः, पश्यामि, नयावः, इच्छामि, चलसि, वसामि, जानामि, पृच्छामि, पचामि, उपविशानि, ददासि, कथयामि, हसथः, स्मरसि, नृत्यतः, गायामि, तिष्ठन्ति, क्षिपति, अटन्ति, भ्रमामः, नमति, जीवामि, यच्छामि, धावामः,
रोदथ, क्रीड़ामि, क्रीणामि, तरामि, धारयामि, बिभेमि, अस्मि ।
अधोलिखित शब्दों से एक -
एक वाक्य बनायें-
वक्तुम्, गन्तुम्, कर्तुम्, खादितुम्, पातुम्, पठितुम्, श्रोतुम्, पठितुम्, दातुम्, मेलितुम्, द्रष्टुम्। अह्ना । मुहुर्मुहुः । अन्यथा ।
यावत् । तदा । हे मित्र! एषा । जननी । ज्वरपीडिता । त्वया । पुरा । अस्याः सेवा ।
प्रायशः । कर्तव्या । तव । किं । त्वम् । न ।
प्राध्यापकः । तर्हि । तव । जीवनस्य । त्रयः । लहरीणाम् । वेगेन । तयोः ।
जलेन । नाविकः । सम्भ्रमेण महाशय ! । भवान् । प्राध्यापकः । नौकां बाहुभ्याम् ।
महाभारतस्य । कति । दिनानि । त्रयोदशे । भारतस्य विजयाय । तस्मिन् । सः । सा ।
काले । सतीशस्य । मित्र । मुकुलः । अपि । मनोविनोदाय । ज्वरेण । ताम् । कुतः ।
मित्रैः । चित्वा । चक्रव्यूहद्वारे पाण्डवान् । भारतीयसेनायाः । व्यर्थम् ।
सैनिकानाम् आत्मबलिदानम् । मञ्जूषातः । पदानि । काठिन्यं दूरम् । वयं किम् ? तपः कृत्वा । भ्रान्तिसमूहं दूरं कृत्वा । एकः
छात्रः । गच्छ । गृहे प्रवेशः । भोः संगणक ! । पूर्णः परिचयः । स्वोपार्जितम् धनम्
। सर्वे छात्राः । यूयं ध्यानं दत्वा । श्रीमन् । वयं ध्यानेन । एतां इच्छाम् ।
पुनः क्षिप्रमेव । अतः सर्वत्र । ततः द्वितीयेन । पूर्वदेशं गच्छामः । मंजरीदेवीं
दृष्ट्वा ।
उदाहरण-
ते किमपि वक्तुम् इच्छन्ति ।
श्यामः हरिद्वारं गन्तुम् इच्छति ।
अहं गंगास्नानं कर्तुम् इच्छामि ।
त्वं मोदकं खादितुम् इच्छसि ।
तौ दुग्धं पातुम् इच्छतः ।
गीता गीतं श्रोतुम् इच्छति ।
राधा संस्कृतं पठितुम् गुरुकुलं
गच्छति ।
निर्णायकः पारितोषिकं दातुम् इच्छति
।
अहं भवन्तं मेलितुम् इच्छामि ।
आवां हिमालयं द्रष्टुम् इच्छावः ।
इसी तरह- (प्रष्टुम् = पूछना), (लेखितुम् = लिखना), (हसितुम् = हँसना), (आगन्तुम् = आना), (नेतुम् = ले जाना), (आनेतुम् = लाना), (जेतुम् = जीतना), (गातुम् = गाना),
(धावितुम् = दौड़ना), (रचयितुम् = बनाना),
(निवसितुम् = रहना) प्रतिग्रहीतुम् (स्वीकार करने हेतु) आदि तुमुन्
प्रत्ययान्त धातु से वाक्य बनायें ।
वाक्य में सर्वनाम, अव्यय तथा क्रियापद को पहचानना
प्रश्न - अहमपि कदलीफलं खादामि इस वाक्य में
सर्वनाम, अव्यय तथा क्रियापद बताइये
उत्तर - अहम् (सर्वनाम) अपि (अव्यय)
खादामि (क्रिया)
प्रश्न - रामायणी कथा एव तुभ्यं रोचते इस वाक्य
में सर्वनाम, अव्यय तथा क्रियापद बताइये
उत्तर - तुभ्यं (सर्वनाम) एव
(अव्यय) रोचते (क्रिया)
अव्यय
प्रश्न - अधोलिखित
अव्यय युक्त पदों से वर्तमान काल, भूत काल तथा भविष्यत् काल का वाक्य बनायें।
सहसा । विना । नाना । स्वस्ति ।
अलम् । अन्यत् । मृषा । मिथ्या । पुरा । प्रायः । साकम् । सार्धम् । नमः । धिक् । अथ । आम् । च
। वा । एव । एवम् । नूनम् । चेत् । चण् । हे । भोः । अये ।
उत्तर- तौ सहसा कार्यं न कुरुतः। सः सहसा अब्रवीत् आदि।
प्रश्न - अधोलिखित अव्यय
के साथ प्रश्नवाचक वाक्य बनायें ।
सहसा । विना । नाना । अलम् । अन्यत्
। मृषा । मिथ्या । प्रायः । साकम् ।
सार्धम् । च । वा । एव । एवम् । नूनम् । हे । भोः । अये ।
उदाहरण- भोः किं इयं
पाठशाला अस्ति ?
निर्देश- अधोलिखित प्रश्नवाचक वाक्य बोलकर छात्रों से वाक्य में उत्तर प्राप्त किया जाय ।
प्रश्न- नाना कार्याणि
केन करणीयानि ?
उत्तर- नाना कार्याणि बालकैः करणीयानि। (इसी प्रकार के वाक्य बनेंगे।)
प्रश्न- कस्मै स्वस्ति ?
प्रश्न- केन विना सुखं न प्राप्यते ?
प्रश्न- प्रमादेन कथम् अलम् ?
प्रश्न- अन्यत् किं दीयताम् ?
प्रश्न- मृषा आचरणं कीदृक् भवति ?
प्रश्न- वेदान्तमते मिथ्या का ?
प्रश्न- पुरा देवताः किम् अकुर्वन् ?
प्रश्न- विद्वांसः प्रायः विनम्राः
भवन्ति ?
प्रश्न- रामेण साकं कः वनं गतवान् ?
प्रश्न- मया सार्धं कः क्रीडिष्यति ?
तिङन्त पद से वाक्य निर्माण (1 से 5
पद तक का)
प्रश्न- अचिन्तयत् से
दो पद वाला वाक्य बनायें ।
उत्तर - सः अचिन्तयत् ।
प्रश्न- मोचयिष्यति से
दो पद वाला वाक्य बनायें ।
उत्तर - धाता मोचयिष्यति ।
प्रश्न- इच्छसि क्रिया
पद के साथ अव्यययुक्त तीन पद वाला वाक्य बनायें ।
उत्तर - त्वं किं इच्छसि ।
नोट- एकतिङ्वाक्यम् नियम के अनुसार
सभी तिङन्त पद वाक्य है। पठति खेलति खादति पचति, अगच्छत् पठिष्यति आदि ।
प्रश्न- एक पद
वाला वाक्य बोलिए ।
उत्तर - लिखति ।
प्रश्न- "एकदा" इस सुबन्त पद को लेकर 4 पद का एक वाक्य
बनायें-
उत्तर - एकदा काकः
आकुलः आसीत् ।
प्रश्न- "वस्त्रपुटके" इस सुबन्त पद को लेकर 5 पद का एक वाक्य बनायें-
उत्तर - वस्त्रपुटके
रूप्यकाणां अतीव आवश्यकता आसीत्
।
प्रश्न- प्रथमा
तथा चतुर्थी विभक्ति युक्त तीन पदों वाला एक वाक्य बनायें.-
उत्तर - गीता शिष्याय
पुस्तकं ददाति।
वाक्य में सुबन्त / तिङन्त (क्रिया)
पदों को पहचानना
प्रश्न- शिशुः
क्रन्दति इस वाक्य में कौन तिङन्त पद है ?
उत्तर - क्रन्दति ।
प्रश्न- विटपे
कोकिला रौति इस वाक्य में तिङन्त पद कौन है ?
उत्तर - रौति ।
प्रश्न- अहं
प्रातःकाले उत्थाय पठामि इस वाक्य में कौन तिङन्त पद है ?
उत्तर - पठामि।
प्रश्नवाचक शब्द से वाक्य बनायें
कः, किम्, कदा, कथम्, किमर्थम्, केन, कुत्र
।
शब्द शुद्धि (पंडित परीक्षा)
सर्वनाम किम् शब्द तथा अव्यय किम्
शब्द में क्या अन्तर है?
अशुद्ध वाक्य
शुद्ध वाक्य
किं ताः मधुराणि फलानि ? किं तानि मधुराणि फलानि ?
सः कदलीफलं अस्ति। तत् कदलीफलं
अस्ति।
एतत् करवस्त्राणि सन्ति। एतानि करवस्त्राणि सन्ति।
सः गुरुं नमन्ति सः गुरुं नमति ।
मधु पुष्पेषु भवसि मधु
पुष्पेषु भवति ।
त्वं कथं क्रीडति? त्वं कथं क्रीडसि ?
यूयं कुत्र गच्छति? यूयं कुत्र गच्छथ ?
फलानि के ददाति? फलानि
के ददति?
अहं गच्छति । अहं गच्छामि ।
इदं महा वैज्ञानिकः अस्ति अयं महान् वैज्ञानिकः
अस्ति ।
धेनवः कदा गच्छति । धेनवः कदा
गच्छन्ति ।
अहं प्रतिदिनं भोजनं करोति। अहं प्रतिदिनं भोजनं करोमि।
के आगच्छति
के आगच्छन्ति ?
इयं मम भ्राता अस्ति। अयं मम भ्राता
अस्ति।
अहं दधिः खादन्ति ।
अहं दधि खादामि ।
पूरनौ कुत्र क्रीडन्ति ? पूरनौ कुत्र क्रीडतः ?
पूरनौ कुत्र क्रीडन्ति ? पूरनौ कुत्र क्रीडतः ?
अहम् अत्र स्थामि । अहम्
अत्र तिष्ठामि ।
अहं सर्वो मिलामि । अहं
सर्वे मिलामि ।
आकाशे चन्द्रम् शोभते । आकाशे चन्द्रः
शोभते ।
आगच्छ भवान्। आगच्छतु भवान् ।
आत्मा अमरा भवति । आत्मा
अमरः भवति ।
सः पुस्तकम् अस्ति । तत्
पुस्तकम् अस्ति ।
ऐक्यः हि बलः । ऐक्यं हि बलम् ।
इदं वायुः वहति । अयं वायुः वहति ।
इयं नदी मथुरायां प्रवहामि। इयं नदी मथुरायां प्रवहति।
इदं विशाला नाम नगरम् । इयं विशाला नाम नगरी |
इदं समुद्रम् अस्ति । अयं
समुद्रः अस्ति ।
इयम् गृहम् अस्ति । इदं
गृहम् अस्ति ।
इयं वस्तु मम अस्ति । इदं वस्तु मम
अस्ति ।
इयं शकुन्तला सीता च सन्ति । इयं शकुन्तला सीता च स्तः ।
एते तस्य पुस्तकाः अस्ति । एतानि तस्य पुस्तकानि सन्ति ।
पश्चिमदिशि अरबसागरः अस्ति । पश्चिमदिशायां अरबसागरः
अस्ति ।
त्रिषु दिशासु समुद्रतटाः अस्ति । तिसृषु दिशासु
समुद्रतटाः सन्ति ।
त्रयाणां सागरस्य सङ्गमः भवति। त्रयाणां सागराणां सङ्गमः
भवति।
सिंहः वने शेते ।
सिंहः वनं शेते ।
अहम् अत्र स्थामि । अहम्
अत्र तिष्ठामि ।
मुनयः आश्रमे उपवसन्ति । मुनयः आश्रमं उपवसन्ति ।
शब्दकोश
शरीर के अंगों के नाम
प्रश्न- कूर्पर शरीर के किस अङ्ग को कहते हैं
उत्तर- कोहनी
इसी प्रकार अन्य अङ्गों के नाम पूछे
जा सकते हैं। यथा- स्कन्ध (कन्धा), अन्त्रम् (आँत), कनीनिका (आँख की पुतली),
तर्जनी (अँगूठे के पास वाली अँगुली), पार्ष्णिः
(एड़ी), जत्रु (कन्धे की हड्डी), मणिबन्धः
(कलाई), शोणितम् (रक्त), गण्डः (कनपटी),चपेटा (थप्पड़), छोटिका (चुटकी), अनामिका (कनिष्ठा के पास वाली अँगुली), चिबुकम्
(गाल), तुन्दम् (तोंद), शिरा (धमनी),
स्नायुः (नाड़ी), अधरोष्ठः (होठ), पञ्चाङ्गुलम् (पञ्जा), गुल्मः (प्लीहा), काकुदम् (मसूढा), वक्त्रम् (मुख), मेरुदण्डम् (रीढ़), पलितम् (श्वेत केश), मज्जा (हड्डी के अनदर की वसा), करतलम् (हथेली)
संस्कृत में सम्बन्धियों के नाम
हिन्दी - संस्कृत
पिता
- पिता/जनकः/ तातः
माँ
- अम्बा/माता/जननी
दादा (बाबा) - पितामहः
दादी (दाई) - पितामही
परदादी - प्रपितामही
नाना
- मातामहः
परनाना - प्रमातामहः
भाई-
भ्राता
बड़ा भाई- अग्रजः
छोटा भाई- अनुजः
सगा भाई सहोदरः
सौतेला भाई- विमातृजः
चचेरा भाई- पितृव्यपुत्र:/पितृव्यज:
ममेरा भाई- मातुलपुत्र:/मातुलेय:
बहिन- भगिनी/स्वसा
सगी बहिन- सहोदरा
पति-
पतिः/भर्त्ता/वरः
पत्नी- अर्धाङ्गिनी/पत्नी/भार्या/जाया
मामा- मातुलः
मामी- मातुली, मातुलानी
भाभी (भौजी)-
भ्रातृजाया/प्रजावती/भामिनी
साला- श्यालः
साली- श्याली/श्यालिका
साढू- श्यालिपतिः, साढोकः
बहनोई- आवुत्तः /भगिनीपतिः
देवर- देवर:, देवा
देवरानी- याता
जेठ-
ज्येष्ठः पत्यग्रजः
जेठानी- ज्येष्ठा
ननद- ननान्दा
समधिन सम्बन्धिनी
सास-
श्वश्रूः
ससुर- श्वसुरः
दामाद- जामाता
भानजी- भागिनेयी/
स्वस्त्रीया
दोस्त- सखा /
मित्रम् / वयस्यः / सुहृद् / सार्थी
सहेली- आलिः/
वयस्या/सखी/सहचरी
फल के नाम
अनार (दाडिमम्), अङ्गूर (द्राक्षा, मृद्वीका,
स्वाद्वी), अमरूद - (आम्रलम्/बीजपूरम् दृढबीजम/पेरुफलम्) आँवला (आमलकम् / आम्रातकम्), इलायची (एला) इमली (अम्लिका) ककड़ी (कर्कटिका) कच्चा फल (शलाटुः), कटहल (पनसम्), करौंदा (करमर्दः), किशमिश (शुष्कद्राक्षा), कचनार (कोविदारम्), खीरा (उर्वारुकम्, त्रपुषम्), फूट
ककड़ी (उर्वारुकम्), चिरौंजी (प्रियालम्), छुहारा (शुष्कखर्जूरम्, क्षुधाहरम्), नींबू (जम्बीरम्, निम्बुकम्), पपीता
(मधुकर्कटी, एरण्डफलम्), बेर (बदरीफलम्,
कर्कन्धुः), मुसम्बी (मातुलुङ्गः), मूंगफली (कलायः), लीची (लीचिका), शरीफा (सीताफलम्), सहतूत (तूलम्), संतरा
(नारङ्गम्) सिंघाड़ा (शृङ्गाटकम्),
हड़ (हरीतकी) ।
पशुओं के नाम
ऊँट (क्रमेलकः,
उष्ट्रः), काला हिरण (कृष्णसारः), एक वर्ष का बछड़ा (वष्कयः), कुत्ता (कुक्कुरः,
सारमेयः), शिकारी कुत्ता (कालेयकः), खरगोश (शशः), गाय (धेनुः, गौः),
गिलहरी (चिक्रोडः, काष्ठमार्जारः, वृक्षमार्जारः), घड़ियाल (ग्राहः), चीता (चित्रकः, शार्दूलः), तेन्दुआ
(तरक्षः), बकरा (अजः, छागः), बन्दर (कपिः, शाखामृगः, कीशः,
वानरः), बैल (बलीवर्दः, वृषभः),
लङ्गूर (लाङ्गुलिः), हिरन (हरिणः, मृगः) हथिनी (करिणी, हस्तिनी), हाथी का बच्चा (कलभः, करिशावकः), लोमड़ी (लोमशा, लोमाली, लोमशः),
भेड़ (मेषः, एडकः, ऊर्णायुः),
भेड़िया (वृकः, ईहामृगः), बाघिन (व्याघ्री), नीलगाय (गवयः, वनधेनुः), कछुआ (कच्छपः, कूर्मः)
भोज्य एवं पेय पदार्थों के नाम
प्रश्न- मक्खन को संस्कृत में क्या
कहते हैं?
नवनीतम् ।
प्रश्न पूछने हेतु संकेत-
अचार - सन्धितम्, आसुतम् । अण्डा - अण्डः, अण्डम् । अदरक - आर्द्रकम् । अनाज- अन्नम्, शस्यम्। अरहर– आढकी। आटा- चूर्णम्, पिष्टम् । आलू- आलुः ।इमरती - अमृती । इमली-
तिन्तङीफलम् ।इलायची- एला । ककड़ी - कर्कटिका ।कचनार- काञ्चनारः ।कचौड़ी- कचौरिका, माषगर्भा, शष्कुली, पिष्टिका । कचौरी - पिष्टिका । कढ़ी- क्वथिता, तेमनम्
। कद्दू - तुम्बी, अलाबुः । कलाकन्द - कलाकन्दः । केतली - कन्दुः । कॉफी– कफघ्नी। खट्टा- अम्लम् । खिचड़ी - कृशरा, कृशरः । खीर- पायसम्, क्षीरान्नम्। खीरा - चर्भटिः ।खोआ - किलाटः ।गुलाबजामुन - दुग्धपूपिका । गेहूँ- गोधूमः । घी- घृतम्, आज्यम्, सर्पिः
। चटनी– अवलेहः । चना-चणकः ।चमचम- चमनम् ।चाय - चायम् । चावल - तण्डुलः ।चिउड़ा- चिपिटान्नम् । चीनी-सिता । जलपान-
जलपानम्, अल्पाहारः, स्वल्पाहारः
। जलेबी - कुण्डली, कुण्डलिका । जौ-यवः
। टाफी- गुल्यः । टी-पार्टी - सपीतिः प्रीतिभोजः । टोस्ट- मृष्टापूपः । ठण्डा – शीतलम्, शीतम् ।डबलरोटी - अभ्यूषः ।तरकारी, सब्जी - व्यञ्जनम्, शाकम् । ताजा-
अभिनवः । तिल- तिलः ।तीसी-
अतसी। दही -दधि । दहीबड़ा- दधिवटकः । दाल(कच्ची दली हुई)- द्विदलम् । दाल (पकी) - सूपः । दालभरी पूरी- शष्कुली । दालमोट - दालमुद्गः
। दूध - दुग्धम्, पयः । धान-
धान्यम्, शालिः । नमकीन - लवणान्नम्, लावण्यम् । नशा- मदः, मत्तता ।पकवान - पववान्नम् । पका अन्न- सिद्धान्नम् । परबल - पटोलम् । पराठा-
पोलिका, प्ररोटिका, प्ररोटः
। पानी- जलम्, नीरम्, पयः । पानीपूरी–
जलपूरिका। पापड़ -पर्पटः । पुलाव – पुलाकः ।पुआ - पूपः, पीठिका । पुदीना-अजगन्धः । पूरी - शष्कुली, पूलिका, पूरिका । पेड़ा– पिण्डः। प्याज - पलाण्डुः
। प्रातःकालीन जलपान–प्रातराशः।फुलौरी-
माषवटी, पोटली, पुष्पवटी । बड़ा - वटकः । बताशा - वाताशः । बरफी - हैमी । बर्फ - हिमम् । बालुशाही - मधुमण्ठः । बिस्कुट - पिष्टकः । बैगन- वृन्ताकम्, भण्टाकी
। भात - ओदनम्, भक्तम् । भाँग - भङ्गा, मातुलानी । भिंडी– भिण्डकः । मकई - मकायः । मक्खन-नवनीतम्।मटर-
वर्तुलः, कलायः । मठरी- मठरम् । मलाई – सन्तानिका । मसाला-
उपस्करः । मालपुआ – अपूपः । मावा – किलाटः ।मिठाई - मिष्टान्नम्, मोदकम्, मिष्टम् । मिस्री – सिता । मुरब्बा– मिष्टपाकः । मूंग – मुद्गः । मूली – मूलिका । रसगुल्ला - रसगोल: । रसोई – पाकशाला । राजमा- राजमाषः । रायता-राज्यक्तम् । रोटी-रोटिका । लड्डू – मोदकः, लड्डुकः, लड्डुः
।लस्सी – दाधिकम् । लहसुन – लशुनम् । लावा, लैया- लाजाः । लौंग – लवङ्गम् । शक्कर — शर्करा । शरीफा – सीताफलम् ।शहद – मधु । सिंघाड़ा - शृंगाटकम् । सरसों - तन्तुकः, सर्षपः । सलाद - शदः, सलादः।साग - शाकः, शाकम् । सुपारी - पूगीफलम्, पूगम् । सेम– सिम्बा । सेवई– सूत्रिका । सोंठ- शुण्ठी, शुष्कमार्दकम्। सौंफ-शतपुष्पा, सिच्छत्रा, अतिच्छत्रा, मिसिः, मधुरा
। हलवा- संयावः, संयावकम्, लप्सिका । हल्दी – हरिद्रा ।
वृक्ष का नाम
छात्रों से वृक्षों का संस्कृत नाम
पूछा जाय-
आम्रः (आम), वटः या पर्कटी (बरगद) अश्वत्थः (पीपल) निम्बः (नीम) कण्टकवृक्षः (बबूल) वेतसः (बांस) देवदारुः या देववृक्ष: (देवदार) भद्रदारु
(चीड़) चन्दनम् (चंदन)
प्रचलित विदेशी शब्द का संस्कृत
शब्द
विदेशी शब्द संस्कृत शब्द
अंगूठी - अङ्गुलीयकम्
अंग्रेज = आङ्ग्लः
अंग्रेजी - आङ्ग्लभाषा
अखबार - समाचारपत्रम्
अगर - यदि
अदालत - न्यायालय:
अपील - पुनरावेदनम्
अमरूद - आम्रलम्/बीजपूरम् दृढबीजम/पेरुफलम्
अमरूद (वृक्ष) - बीजपूरः
अलमारी - कपाटिका
अस्पताल - चिकित्सालय:/रुग्णालय:
आईना – दर्पणः
आइस क्रीम - पयोहिमम्
आदमी - मानवः/नरः/मनुष्यः
आप - भवान्
आफ़त - आपात्/दुर्घटना
आबरू - अभिमानः
आमदनी - आय
आलू - आलुकम्
आवारा - भ्रान्तः
आसमान -आकाशः/गगनम्
इंडिया (India) - भारतम्
इरादा - मतिः
इशारा - सङ्केतः
ईख - इक्षु
ईमान - सत्यम्
उपन्यास - उपन्यासः
उर्दू - उर्दू
उस्ताद - गुरुः/शिक्षकः/निर्देशकः
एग्रीकल्चर (Agriculture) - कृषि:
एग्रोनॉमी (Agronomy) - कृषिविज्ञानम्
एहसान - कृपा
ऐनक - उपनेत्रम्
ऑपरेशन -शल्यचिकित्सा
ऑफिसर - अधिकारी
औरत - स्त्री/नारी
औलाद - अपत्यः/तनुजः
कप - चषकः
कबूतर - कपोतः
कलेक्टर - संग्राहकः
काजू - काजवम्
कारीगर - शिल्पी/कारुकः
किचन - पाकशाला
किताब -पुस्तकम्, ग्रन्थः
कुर्ता - युतकम्/कञ्चुकः
कुर्सी - आसन्दिका
केक - स्निग्धपिष्टकम्
कैंची -कर्तरी
कैलेंडर -दिनदर्शिका
कॉपी - लेखनपुस्तिका
कॉलेज - महाविद्यालयः
कोर्ट - न्यायालयः
खत - पत्रम्
खारिज - निरस्तम्/निराकृतः
खिड़की – गवाक्षः
खिलौना - क्रीडनकम्
खुश -प्रसन्नः/प्रफुल्लितः/मुदितः
गंदा - अस्वच्छम्
गमला - द्रोणपुष्पम्
गमला - गोमला
गलीचा - कुथः
गवाह - साक्षी
ग्राउंड -क्षेत्रम्
ग्लास - चषकः
चश्मा -उपनेत्रम्
चाक - सुधाखण्डः
चाकू - छुरिका
चाबी -कुञ्जी
चाबी - कुञ्चिका
चाय - चायम्
चालाक - चतुरः
चॉकलेट - चाकलेहः
जज - निर्णायकः
जमीन -भूमिः
जलेबी - मृतशष्कुली
जिला - जनपदम्
जीरो (Zero) - शून्यम्
जुकाम - प्रतिश्यायः
जुलाहा - तन्तुवायः
जूस - जूष
जेल (Jail) -कारागृहम्
ज़ेवर - आभूषणम्
टमाटर - हिण्डीरः/रक्ताङ्गः
टेबल -उत्पीठिका
टैक्स -करः
टॉफी - गुल्यः
टोस्ट - भ्रष्टापूपः
ट्रेन - रेलयानम्
ठग - वञ्चकः
डेमोक्रेसी (Democracy) - प्रजातन्त्रम्/जनतन्त्रम्
डॉक्टर -चिकित्सकः/वैद्यः
तंबाकू - तमाखुः/ताम्रकूटः
तकिया - उपधानम्/शिरोधानी
तबला -मुरजः
तलाक - सम्बन्धविच्छेदम्
तहज़ीब - संस्कृतिः/शिष्टता
तारीख - दिनाङ्कः
तेज - द्रुत/तीव्र
तोप - तोपः
दफ्तर -कार्यालयः
दरवाजा -द्वारम्
दर्जी -सौचिकः
दलाल - शुल्काजीवः
दवा - ओषधिः
दवा -औषधम्
दीवार -भित्तिः
दुकान - आपणः
धम्म = धर्म
नगाड़ा - दुन्दुभिः
नमक -लवणम्/सैन्धवम्
नर्स - परिचारिका/अनुवैद्या
पंखा - व्यजनम्
पगड़ी - शिरोवेष्टनम्
पटाखा - विस्फोटम्
पतलून - जङ्घावस्त्रम्
पलक – पक्ष्म
पलंग - पर्यङ्कः
पाजामा - पायदामः
पाती - पत्रम्
पानी - जलम्/तोयम्/अम्बुः/आपः
पार्लियामेंट (Parliament) - संसदः
पिज़्ज़ा (Pizza) -
पुलिस -आरक्षकः
पुलिस (Police) - आरक्षी
पैंट - ऊरुकम्
पेंसिल - तूलिका
पेन -लेखनी
पेपर – पत्रम्
प्लेट - आस्थालिका
फालतू - वृथा
फीता - पट्टबन्धः
फीस - शुल्कम्
फोटो - चित्रम्
बजट (Budget) - अर्थसङ्कल्पम्
बटन - कड्मलः
बदहजमी - अपचः
बरामदा - वरण्डः
बर्फी - हैमी
बस - बसयानम्
ब्रेड - मृदुरोटिका ।
बाजार - विपणिः
बारिश - वर्षा
बालिग - युवक:/प्रौढः
बाल्टी - द्रोणी
बिस्कुट -पिष्टकः
बुखार - ज्वरः
बुनियाद - आधारः
बुलबुल - बुलबुलः
बूट - उपानहः
बेकार -वृथा
बेगम - भार्या/पत्नी
बैटरी – विद्युत्कोषः
बेड - शय्या
ब्लाउज - कञ्चुलिका
मकान -गृहम्
मजदूर -श्रमिकः
मजहब - पन्थः/धर्मः
मजिस्ट्रेट - दण्डाधिकारी
माचिस - अग्निपेटिका
मानसून - वर्षर्तुः
मुश्किल - काठिन्यम्
मुसलमान -मुस्लिमः
मेहनत -श्रमः/परिश्रमः
मोटर - मोटरम्
मोबाइल फोन - दूरभाषः
मौसम - वातावरणम्
यूनिवर्सिटी -विश्वविद्यालयः
राष्ट्र -राष्ट्रम्
रिक्शा -त्रिचक्रिका
रिपोर्ट -वृत्तान्तः
रेडियो - आकाशवाणी
रेल (Rail) - रेलम्/लौहपथम्/धूम्रशकटम्
रेलगाड़ी - शतशकटीयानम्/रेलयानम्
रेस्तरां - अल्पाहारगृहम्
रोटी -रोटिका
रोशनदान - गवाक्षः/वातयानम्
लंच - सहभोजः ।
लाइब्रेरी - पुस्तकालयः
लालटेन - आवृत्तदीपिका/काचदीपः
लाश - शवः/मृतशरीरम्
लीची - लीचिका
लूट - लुण्ठन्
लैंप – नेयदीपः
लॉक - तालः
वकील – अधिवक्ता
वॉलपेपर - भित्तिपत्रम्
विज्ञान -विज्ञानम्
विस्किट – सुपिष्टकम् ।
वोट - मतम्
शक्कर = शर्करा
शराब - मदिरा/मद्यम्
शहद - मधु
शहीद - बलिदानी/हुतात्मा
शादी -विवाहः
शुक्रिया -धन्यवादः
संतरा -नारङ्गम्
संस्कृत - संस्कृतम्
समोसा - शृगाटकम्
सरकार = सर्वकार
साइकोलॉजी (Saikoloji) = मनोविज्ञानम्
साफ - स्वच्छम्/निर्मलम्
साल - वर्षम्
सिटी - नगरम्
सिनेमा (Cinema) -चलच्चित्रम्
सुबह -प्रातः कालम्/उषा
सूरज - सूर्यः/भानुः/रविः/दिनकरः
सैंडविच- सम्पुटाशः
स्कूल - विद्यालयः
स्कूल (School) - पाठशाला
स्टेशन (Station) - स्थानकम्
हकीम - वैद्यः
हज़म - पाचनम्
हिंदुस्तान -भारतम्
हैट – शिरस्त्राणम्
माप तौल का नाम
पाव – कुण्डवः
सेर- सेरः, प्रस्थः
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