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संस्कृत की महत्वपूर्ण धातुएँ, उसका गण तथा हिन्दी अर्थ ।
हिन्दी उपसर्ग/धातु क्रियापद
अच्छा लगता है रुच्
रोचते
अच्छा लगता है स्वद्
स्वदते
आँख खोलता है उत्-मील उन्मीलति
आँख बन्द करता है नि-मील्/
मील्, निमीलति/मीलति
आज्ञा देता है आता है आङ्-ज्ञा+
णिच्, आज्ञापयति
आता है आङ्-या आयाति
आता है आङ्-गम् आगच्छति
आदर करता है आङ्-दृ
आद्रियते
आदर करता है मान्
मानयति/मानयते
उगता है उद्-इ उदेति/उदयते
उगता है रुह्
रोहति
उगलता है उद्-वम् उद्वमति
उगलता है उद्-गृ उगिरति
उछलता है उत्-प्लु उत्प्लवते
उछलता है उत्-पत्
उत्पतति
उठता है उत्-स्था उत्तिष्ठति
उठाता है उत्-स्था+
णिच् उत्थापयति
उड़ता है उत्-डी
उड्डयते/उड्डीयते
उड़ाता है उत्-डी उड्डापयति
उतरता है अव-तृ/अव-रुह् अवतरति । अवरोहति
ऊंघता है नि -द्रा निद्राति
कमाता है उप-ऋज्/अर्ज उपार्जति अर्जति/अर्जते
करता है कृ करोति
कुरुते
कहता है वद् / कथ् वदति /कथयति
कहता है नि- गद् निगदति
कहता है भण्/भाष् भणति/भाषते
कूजता है कूज् कूजति
काटता है छिद् /कृत्/लू छिनत्ति/ कृन्तति/ लुनाति
कूटता है चूर्ण चूर्णयति
/चूर्णयते
कांपता है कम्प्/वेप् कम्पते / वेपते
कूदता है कूर्द् कूर्दति
/कूदते
क्रोध करता है क्रुद्ध/कुप् क्रुध्यति/
कुप्यति
क्षमा करता है क्षम् क्षमते/क्षाम्यति
क्षुब्ध होता है क्षुभ्/खिद् क्षोभते खिद्यति
खरीदता है क्री/पण् क्रीणाति,क्रीणीते
/ पणते
खाता है खाद्/अद् खादति/अत्ति
खाता है भुज्/अश् भुङ्क्ते/ अश्नाति
खांसता है कास् कासते
खिलता है फुल्ल् फुल्लति
खिलता है वि-कस् विकसति
खिलता है पुष्प /
स्फुट् पुष्पयति/ स्फुटति
खिलता है प्र-स्फुट प्रस्फुटति
खिलाता है खाद् / भुज् खादयति/भोजयति
जोतता है कृष् कर्षति
खेलता है खेल्
क्रीड् खेलति क्रीडति
खोजता है अनु-इष् अन्विष्यति
खोजता है मार्ग /
गवेष् मार्गयति गवेषयति
खोदता है खन् खनति
खोलता है उद्-घट् + णिच् उद्घाटयति
गरजता है गज/स्तन् गर्जति/स्तनति
गलता है गल् गलति
पिघलता है द्रव् द्रवति
गाता है गै गायति
गिनता है गण् गणयति/गणयते
गिरता है पत् /स्रंस् पतति/
स्रंसते
गूंजता है गुञ्ज् गुञ्जति
गूंफता है गुम्फ् गुम्फति
घटता है क्षि क्षयति/क्षीयते
घटता है क्षि हीयते
घमण्ड करता है गर्व् गर्वति
घुसता है विश्/गाह् विशति/गाहते
घुसता है नि-विश् निविशते
घूंघट काढ़ता है अव-गुण्ठ् अवगुण्ठयति
घूमता है भ्रम-घूर्ण् भ्रमति/धूर्णते/
घूर्णति
घूमता है परि-अट् पर्यटति
घेरता है वेष्ट्/ परि-वेष्ट् वेष्टते/परिवेष्टते
घोषणा करता है घुस् घोषयति
चखता है स्वद्/रस् स्वदते/रसयति
चढ़ता है आ-रुह् आरोहति
चढ़ता है उद्- गम् उद्गच्छति
चबाता है चर्व् चर्वति
चमकता है दीप्/ चकास् दीप्यते
/चकास्ति
चमकता है द्युत् द्योतते
चमकता है भास् /भा भासते/
भाति
चरता है चर् चरति
चलता है चल् चलति
चाहता है इच्छ् इच्छति
चाहता है कम् कामयते
चाहता है वाञ्छ् वाञ्छति
चाहता है स्पृह स्पहयति
चाहता है अभि-लष् अभिलषति
चाहता है कांक्ष कांक्षति
चाहता है ईह् ईहते
चिढ़ता है दूह् दुह्मति
रूठता है कुप्/रुष् कुप्यति/रुष्यति
चिढ़ाता है कुप्+णिच् कोपयति
चिढ़ाता है प्र-कुप् प्रकोपयति
रुठाता है रुष्+णिच् रोषयति
चित्र बनाता है चित्र् चित्रयति
चुनता है चि चिनोति
तोड़ता है अव-चि अवचिनोति
चुराता है चुर् चोरयति
चुराता है मुष् मुष्णाति
चूता है स्रु स्रवति
चूमता है चुम्ब् चुम्बति
आलिंगन करता है आ-लिङ्ग् आलिङ्गति
चूर करता है चूर्ण् चूर्णयति
चूसता है चूष् चूषति
चेष्टा करता है चेष्ट्
चेष्टते
छापता है (अङ्कित करता है)- मुद्रा (नामधातु) मुद्रयति
छापता है प्र-काश् प्रकाशयति
छिपता है तिरस्-भू तिरोभवति
छिपता है नि-ली निलीयते
छिपाता है गुह् गूहति गूहते
छिपाता है प्र-छद्
प्रच्छादयति
छींकता है नामधातु छिक्कायति
(छिक् + कै+क+टाप् )
छेदता है (बींधता है) व्यध् विध्यति
छोड़ता है (त्यागता है) हा
त्यज्/उज्झ् जहाति/त्यजति/उज्झति
पार उतरता है उद्-तृ उत्तरति
जभाई लेता है जृम्भ् जम्भते
जलता है दह, ज्वल् दहति/ज्वलति
जगाता है जागृ+णिच् जागरयति
जागता है जागृ जागर्ति
समझता है बुध् बुध्यते
जानता है ज्ञा जानाति
अव-गम् अवगच्छति
जाता है या/गम् याति/गच्छति
जाता है प्र-या प्रयाति
जीता है जीव् जीवति
रखता है धृ धरति/धरते
जीतता है जि जयति
जोतता है कृष् कर्षति
जोड़ता है युज्/युज्/(णिच्) युनक्ति/योजयति
जोहता है/वाट
जोहता है प्रति/ईक्ष् प्रतीक्षते
झंकार करता है क्वण् क्वणति
झुकता है नम् नमति
झुकाता है नम्/णिच् नमयति
झूलता है दोला + नामधातु दोलायते
(दुल+घञ्+टाप्)
टूटता
है/तोड़ता है त्रुट् त्रुटति त्रोटयते
ठगता है वञ्च्/छल् वञ्चयति/छलयति/वञ्चयते
ठहरता है स्था तिष्ठति
ठहराता है स्था + णिच् स्थापयति
डँसता है दंश् दशति
डरता है भी/त्रस् बिभेति/त्रस्यति
डाह करता है
(जलता है) /द्रोह
करता है ईर्ष्य्/द्रुह् ईर्ष्य्/द्रुह्
डुलाता है कम्प्/दुल् कम्पयति/दोलयति
डूबता है नि-मस्ज् निमज्जति
अस्तम्-इ अस्तमेति
ढकता है आ-छद् आच्छादयति
ढूंढ़ता है मृग् मृगयते
ढोता है वह् वहति
तानता है (विस्तार तन् तनोति/तनुते
करता है,
फैलाता है) वि-तृ+णिच् विस्तारयति
तारता है तृ + णिच् तारयति
तैरता है तृ तरति
तोड़ता है त्रुट् + णिच् त्रोटयति
भञ्ज् भनक्ति
तोलता है तुल् तोलयति
त्यागता है त्यज् त्यजति
थकता है/श्रम
करता है क्लम्/श्रम क्लाम्यति/श्राम्यति
थमता है अव-स्था अवतिष्ठते
थरथराता है
(काँपता है) कम्प्/वेप् कम्पते/वेपते
थूकता है ष्ठीव् ष्ठीवति
नि-ष्ठीव् निष्ठीवति
दया करता है दय् दयते
दहकता है
(जलता है) दह् दहति/दह्यते
दिखाता है दृश् + णिच् दर्शयति
दुखता है व्यथ्/पीड् व्यथते/पीडयते
दुखाता है पीड्+णिच्/तुद् पीडयति/तुदति
दुःख देता है क्लिश् क्लिश्नाति/क्लिश्यते
खिन्न होता है
दूषित करता है दुष् दूषयति
(बिगड़ता है)
देखता है दृश्/ईक्ष् पश्यति/ईक्षते
देता है दा/दाण् ददाति/यच्छति
द्रोह करता है द्रुह्/द्विष् द्रुह्यति/द्वेष्टि
दौड़ता है धाव् धावति
धमकाता है (रखता है, धृ/तर्ज् धरति/तर्जति
डाँटता है)
धारण करता है धा दधाति
धिक्कारता है धिक्-कृ धिक्करोति
नवाता है नम् +णिच् नमयति
नहाता
है/डूबता है स्ना/मस्ज् स्नाति/मज्जति
नहवाता है स्ना + णिच् स्नापयति
डुबाता है मस्ज् + णिच् मज्जयति
नाचता है नृत् नृत्यति
नापता है मा माति
परि-मा परिमाति
नाश होता है नश् नश्यति/नाशयति
वि-नश् विनश्यति/विनाशयति
निकलता है नि-गम् निर्गच्छति
बाहर जाता है नि-या निर्याति
बहिर्-गम् बहिर्गच्छति
बाहिर्-या बहिर्याति
निकालता है नि-गम्+णिच् निर्गमयति
बहिस्-कृ बहिष्करोति
निगलता है गृ गिरति
निन्दा करता है निन्द्/गर्ह्/गुप् निन्दति/गर्हते/गर्हयति
गर्हयते/जुगुप्सते
निभाता है नि-वह् निर्वहति
पकड़ता है धृ धरति
नि-ग्रह् निगृह्णाति
पकाता है पच् पचति/पचते
पकवाता है पच्
+ णिच् पाचयति
पछताता है अनु-शुच् अनुशोचति
अनु-तप् अनुतपति
पश्चात्-तप् पश्चात्तपति
पढ़ता है/पढ़ाता है पठ्/पठ्
+णिच् पठति/पाठयति
अधि-इ अधीते/अध्यापयति
पवित्र करता है पू-पवते पुनाति
पहचानता है अभि-ज्ञा अभिजानाति
पहनता है परि-धा परिधत्ते
धृ+णिच् धारयति
पहुँचता है आङ्-सद्
+णिच् आसादयति
प्राप्त करता है प्र-आप् प्राप्नोति
पहुँचाता है/ प्र-आप्
+णिच् प्रापयति
प्राप्त कराता है
पाता है अधि-गम् अधिगच्छति
प्र-आप् प्राप्नोति
पालता है पाल् पालयति
पीटता है तड् ताडयति/ताडयते
पीता है पा/धेट् पिबति/धयति
पीसता है/चूरता है पिष्/चूर्ण् पिनष्टि/चूर्णयति
पुकारता है आङ्-ह्वे आह्वयति
नामधातु शब्दायते
पुष्ट करता है पुष् पुष्यति/पुष्णाति
पूछता है प्रच्छ् पृच्छति
पूजता है अर्च्/पूज् अर्चति/पूजयति/पूजयते
पूरा करता है(भरता है) सिध्/पुर्/साध् सिध्यति/पूरयति/पूरयते/साध्नोति
पैदा होता है जन् जायते
प्रयास करता है प्र-यस प्रयस्यति
प्रशंसा करता है प्र-शंस्/श्लाघ् श्लाघते
प्रसन्न करता है प्री प्रीणाति/प्रीणयति
मद् माद्यति
प्र-सद् प्रसीदति
आङ्-राध् आराध्नोति
प्रसन्न होता है प्री
+णिच्/रज् प्रीणयति/प्रीयते
रज्यति/रज्यते
प्र-सद् प्रसादयति/प्रसाद्यते
आङ्-राध्+णिच् आराधयति/आराध्यते
प्यार करता है लड् लाडयति/लालयि
स्निह् स्निह्यति
फटता है भिद् भिद्यते
फड़कता है स्पन्द्/स्फुर् स्पन्दते/स्फुरति
फलता है/नतीजा फल् फलति
निकलता है परि-नम् परिणमति
फाड़ता है (तोड़ता है) भिद् भिनत्ति
फिसलता है/गिरता है प्र-स्खल्/भ्रंश प्रस्खलति/भ्रंशते
फुफकारता है फूत्-कृ फूत्करोति
फूँकता है ध्मा धमति
फूटता है स्फुट् स्फुटति
फूलता है फुल्ल्/स्फुट् फुल्लति/स्फुटति
फेंकता है क्षिप् क्षिपति
फैलता है प्र-सृ प्रसरति
फैलाता है प्र-सृ+णिच् प्रसारयति
तन् तनोति/तनुते
बकता है जल्प् जल्पति
प्र-लप् प्रलपति
बचता है अव-शास् अवशिष्यते
बचाता है रक्ष्/त्रा रक्षति/त्रायते
बजता है (शब्द करता है) ध्वन्/स्वन् ध्वनति/स्वनति
बजाता है वद्/ध्वन्/स्वन् वादयति/ध्वनयति/स्वनयति
बढ़ता है वृध्/एध् वर्द्धते/एधते
बढ़ाता है वृध्/एध्
+ णिच् वर्धयति, एधयति
बताता है दिश् दिशति
बनाता है कृ/रच् करोति/रचयति
वि-धा विदधाति
बरसता है वर्ष् वर्षति
बहता है वह्/वा/क्षर् वहति/वाति/क्षरति
प्र-वह् प्रवहति
वस् वसति
बसता है (रहता है) नि-वस् निवसति
अधि-स्था अधितिष्ठति
बाँटता है वि-भज् विभजति/विभजते
बाँचता है वच् वाचयति
बाँधता है वध् वध्नाति/वाधयति
बिकता है वि-क्री विक्रीणाति/विक्रीणीते
बिताता है यापि
(या+णिच्) यापयति
आस् आस्ते
बैठता है उप-विश् उपविशति
नि-सद् निषीदति
बोता है वप् वपति
भजता है, सेवा करता है भज् भजति/भजते
भरता है भृ बिभर्ति
पूर् पूरयति
भागता है परा-अय् पलायते
भिंगाता है क्लिद् क्लिद्यते
आर्द्र-भू आर्द्रीभवति
भीख माँगता है भिक्ष् भिक्षते
भुलाता है वि-स्मृ
+ णिच् विस्मारयति
भूँकता है बुक्क् बुक्कति/बुक्कयति/बुक्कयते
भूख लगता है क्षुध् क्षुध्यति
भूलता है वि-स्मृ विस्मरति
भेजता है प्र-इष्
+णिच् प्रेषयति
गम्+णिच् गमयति
भोगता है/पालता है भुज् भुनक्ति
अनुभव करता है अनु-भू अनुभवति/अनुभूयते
मंजूर करता है स्वी-कृ स्वीकरोति
मत्त होता है क्षीब् क्षीबते
मथता है मथ् मथ्नाति
मरता है मृ म्रियते
मनाता है अनु-नी अनुनयति
माँजता है,
साफ करता है मार्ज् मार्जयति
मानता है मन् मनुते/मन्यते
मारता है हन्/मृ+णिच् हन्ति/मारयति
मिलता है/घुलताहै मिल् मिलति
मिश्र-भू मिश्रीभवति
मिलाता है मिल्+णिच् मेलयति
युज् युनक्ति
मिश्र् मिश्रयति
मुरझाता है म्लै म्लायति
दुःखी होता है ग्लै ग्लायति
मुसकाता है स्मि स्मयते
मूड़ता है मुण्ड् मुण्डयति
मूर्च्छित
होता है मूर्च्छ् मूर्च्छति
यज्ञ करता है यज् यजति/यजते
यत्न करता है यत् यतते
प्र-यत् प्रयतते
प्र-यस् प्रयस्यति
याचना करता है याच् याचति/याचते
युद्ध करता है युध् युध्यते
योग्य होता है अर्ह् अर्हति
रक्षा करता है रक्ष्/पा रक्षति/पाति
रखता है नि-अस्+णिच् न्यस्यति
रखता है स्था+णिच् स्थापयति
रंगता है रञ्ज्/वर्ण् रञ्जयति/वर्णयति
रचता है,
बनाता है रच् रचयति/रचयते
रटता है रट् रटति
रमता है रम् रमते
रुकता है स्था तिष्ठति
वि-लम्ब् विलम्बते
रुग्ण होता है ज्वर्/रुज् ज्वरति/रुजति
रूठता है रुष्/कुप् रुध्यति/कुप्यति
रुठाता है रुष्+णिच् रोषयति
कुप्+णिच् कोपयति
रूप बनाता है रूप् रूपयति
रेंगता है/आगे
सरकता है सृप् सर्पति
सम्-सृ संसरति
रोकता है रुध् रुणद्धि
नि-वृ+णिच् निवारयति
रोता है रुद्/क्रन्द रोदति/क्रन्दति
वि-लप् विलपति
लँगड़ाता है लङ्ग्/खञ्ज् लङ्गति/खञ्जति
लगता है लग्/युज् लगति/युज्यचे
आ-युज्+णिच् आयोज्यते
लगाता है युज्+णिच् योजयति
लजाता है लस्ज्/लज्ज् लज्जते
त्रप्/ह्री त्रपते/जिह्रेति
लजवाता है लज्ज/लस्ज्+णिच् लज्जयति/लज्जयते
लटकता है लम्ब् लम्बते
ललचाता है लुभ् लुभ्यति/लुभ्यते
लाँघता है लङ्घ् लङ्घते
लाता है आ-नी आनयति/आनयते
लिखता है लिख् लिखति
लीन होता है ली लीयते
लीपता है लिम्प्/गोमय (गो+मयट्) लिम्पति/गोमयति
लुप्त होता है लुप् लुप्यति
लूटता है लुण्ट्/लुण्ठ् लुण्टति/लुण्ठति
ले जाता है नी नयति/नयते
लेटता है सम्-विश संविशति
लोटता है लुट्/लुठ् लोटति/लोठति
वि-सृ विसर्पति
लौटता है नि-वृत् निवर्तते
प्रति+आ-गम् प्रत्यागच्छति
प्रति-या प्रतियाति
वर्णन करता है वर्ण वर्णयति/वर्णयते
वसता है नि-वस्/वस् निवसति/वसति
वृद्ध होता
है, बुढ़ाता है जृ जीर्यते
विचार करता है वि-चर्+णिच् विचारयति
वि-मृश् विमृशति
विवाद करता है वि-वद् विवतदे
विवाह करता है परि-नी परिणयते
वि-वह् विवहते
शङ्का करता है शङ्क् शङ्कते
शान्त होता है शम् शाम्यति
शान्त करता है शम्+णिच् शमयति/शमयते
शाप देता है शप् शपति/शपते
शामिल होता है सम्-मिल् सम्मिलति
शिक्षा देता
है शिक्ष् शिक्षते
श्रम करता है श्रम् श्राम्यति
सकता है शक् शक्नोति/शक्नुते
क्षमा करता है क्षम् क्षमते/क्षाम्यति
सकारता है स्वी-कृ स्वीकरोति/स्वीकुरुते
संक्षेप करता
है सम्-क्षिप् संक्षिपति
संग्रह करता
है ग्रन्थ ग्रथ्नाति
सम्-ग्रह् संगृह्णाति
सम्-चि संचिनोति/संचयति
सजाता है सस्ज्/भूष्+णिच् सज्जते/भूषयति
अलम्-कृ अलंकरोति
मण्ड् मण्डयति
वि-भूष् विभूषति/विभूषयति
सपनाता है स्वप्न (नामधातु) स्वप्नायते
समझता है विद् वेत्ति
बुध् बोधति/बोधते
समझाता है बुध्+णिच् बोधयति/बोधयते
सान्त्व् सान्त्वयति
समेटता है सम्-हृ संहरति
उप + सम्-हृ उपसंहरति
सराहता है श्लाघ् श्लाघते
प्र-शंस् प्रशंसति
सलाह करता है मन्त्र् मन्त्रयते
परा-मृश् परामृशति
सहता है मृष्/सह् मर्षति/मृष्यति/सहते
साफ करता है मृज् मार्जयति/मार्ष्टि
प्र-क्षल् प्रक्षालयति
साँस लेता है श्वस् श्वसिति
सीखता है शिक्ष् शिक्षते
सींचता है सिञ्च् सिञ्चति
सीता है सिव् सीव्यति
सुखाता है नामधातु धूपायति
शुष्+णिच् शोषयति
सुनता है श्रु/कर्ण् श्रृणोति/कर्णयति
सुनाता है श्रु + णिच् श्रावयति
सूखता है शुष् शुष्यति
सूंघता है घ्रा जिघ्रति
सेवा करता है सेव् सेवते
सैर करता है परि-भ्रम् परिभ्रमति
परि-अट् पर्यटति
सोचता है चिन्त्/स्मृ चिन्तयति
स्मरण करता है
स्मृ स्मरति
ध्यान करता है ध्यै ध्यायति
शुच्/चित् शोचयति/चेतयते
अनु-शुच् अनुशोचति
सौंपता है सम्-अर्प् समर्पयति
स्तुति करता
है स्तु स्तौति
स्पर्धा करता
है स्पर्ध् स्पर्धते
स्वाद लेता है आ-स्वद्/स्वद् आस्वादयति/स्वदते
हटता है अप-नी अपनयति
अप-सृ अपसरति
अप-गम् अपगच्छति
हटाता है अप-सृ + णिच् अपसारयति
हरता है, चुराता है हृ हरति
हरण करता है अप-हृ अपहरति
हर्षित/ खुश होता
है हृष् हृश्यति
बहुत खुश होता
है प्र-हृष् प्रहृष्यति
हँसता है हस् हसति
हँसाता है हस् + णिच् हासयति
हराता है परा-जि पराजयते
अभि-भू अभिभूयते
हाँकता है चल् + णिच् चालयते
वह् + णिच् वाहयति
हिंसा करता है हिंस् हिनस्ति
हिलता है वेप्/कम्प् वेपते/कम्पते
हिलाता है धु/धू धुनोति/धूनोति
आङ्/दोल आन्दोलयति
हुक्म देता है आङ्-दिश् आदिशति
आङ्-ज्ञा +
णिच् आज्ञापयति
हुलसता है प्र-हृष्/हृष् प्रहृष्यति/हृष्यति
प्र-सद् प्रसीदति
हुलसाता है प्र-हृष् +णिच् प्रहर्षयति/हर्षयति
प्र-सद् + णिच् प्रसादयति
होता है भू भवति
होम करता है हु जुहोति
है, होता है अस्/वृत्/विद् अस्ति/वर्तते/विद्यते
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