वास्तविक
दुनिया के इतर आभासी दुनिया का क्षेत्र अत्यन्त व्यापक हो चला है। वास्तविक जीवन
में जहाँ हमारे मित्रों की संख्या जहाँ 100 के आसपास होती है, वही आभासी दुनियां में यह संख्या
हजारों तक पहुँच जाती है। समान विचारधारा के लोग अन्तर्जाल या अन्य संसाधनों के माध्यम
से आपस में जहाँ जुडते हैं, उसे सामाजिक नेटवर्किंग साइट कहा
जाता है। अन्तर्जाल के माध्यम से हम यूट्यूब पर चलचित्र अपलोड करते हैं। संदेश
सेवा के लिए वाट्सअप का उपयोग तथा फेसबुक, ट्विटर के माध्यम
से विचारों का आदान प्रदान करते हैं। साहित्यिक, सामाजिक,
धार्मिक एवं शैक्षणिक अभिरुचि के लोग ब्लाग लेखन करते हैं। इन्हें
ब्लागर कहा जाता है। भारत में चुनाव प्रबन्धन एवं प्रचार में भी इसका उपयोग किया
जाता है। यहाँ हम बेरोकटोक अपनी बात कहते हैं। यहाँ लिखी बातें आसानी से सभी
तक पहुँच जाती है। आज के युग में यह सूचना प्राप्ति और प्रसार का सशक्त माध्यम है।
इसकी खामी इतनी भर है कि इसपर उपलब्ध सूचना पूर्णतः विश्वसनीय नहीं होती।
आपको जबतक सूचना निर्माता और प्रदाता के बारे सही जानकारी नहीं हो सूचना को
अन्तिम सत्य मानना भूल होगी। नव प्रवेशियों एवं किशोरों को यह समय बर्वाद करने का
अंतहीन अवसर देता है। फिर भी यह संसाधन उतना बुरा भी नहीं है, जितना कि कुछ लोग इसे समझते हैं। वास्तविक दुनिया की तरह ही सोशल मीडिया का उपयोगकर्ता कोई अच्छा गुरु यदि आपको मिल जाय तो इसके गुणों का आप भरपूर लाभ ले सकते हैं। हमें इस बात पर गर्व है कि संस्कृत प्रेमियों ने लोगों को संस्कृत सिखाने के लिए विना किसी प्रकार का पारिश्रमिक लिये भरपूर सामग्री उपलब्ध करा रहे हैं। कई लोगों ने सोशल मीडिया पर अपने जीवन का बडा भाग लगा दिया है, ताकि हम संस्कृत सीख सकें। कई लोग इसका उपयोग पत्रकारिता के लिए करते हैं तो कई
लोग विज्ञापन के द्वारा उत्पाद बेचने के लिए। यहाँ हर आयु ,वर्ग,
लिंग आदि के लिए सामग्री उपलब्ध है। फेसबुक को भारत में सर्वाधिक लोग पसन्द करते हैं।
सोशल नेटवर्किंग साइट या सोशल मिडिया का उपयोग
शिक्षा के क्षेत्र में भी किया जाता है। इस लेख में फेसबुक,ट्विटर,
यूट्यूब तथा ब्लाग के माध्यम से संस्कृत शिक्षा के प्रचार प्रसार की
दिशा में किये जा रहे कार्यों की एकत्र जानकारी दी जाएगी। सभी के लिंक भी दिये जा रहे हैं, ताकि उसपर चटका लगाकर सम्बन्धित सामग्री तक सीधे पहुँचा जा सके।
फेसबुक
संस्कृत से जुडा हर युवा सोशल मिडिया पर है। चाहे वह
महिला हो या पुरुष। वे किसी न किसी ग्रुप से जुडे हैं। कुछ लोग यहाँ अपना स्वतंत्र
पेज निर्मित किये हैं। लखनऊ विश्वविद्यालय से शोध कर रही संस्कृत छात्रा कु. पूजा जायसवाल से मैंने पूछा। क्या तुम संस्कृत शिक्षा के लिए फेसबुक
का उपयोग करती हो? उसने कहा कि मैं Sanskrit Sahitya Parishat नामक ग्रुप से जुडी हूँ। यहाँ पर संस्कृत साहित्य से सम्बन्धित अच्छी
जानकारी मिलती है। संस्कृत शिक्षा के प्रसार, जिज्ञासा
पूर्ति, शोध तथा अध्ययन आदि अलग अलग उद्येश्यों के साथ
लगभग 200 ग्रुप से अधिक ग्रुप संचालित हैं। कुछ ग्रुप बच्चों में संस्कृत
के प्रसार के उद्येश्य से भी निर्मित हैं यथा- शिशु-संस्कृतम् । प्रत्येक ग्रुप का अलग-अलग उद्येश्य हैं। इस कार्य के लिए किसी ने ग्रुप निर्माता के लिए आदेश जारी नहीं किया। यहाँ एक स्वस्थ कार्य संस्कृति दिखती है। लोग स्वेच्छा से अपना ज्ञान बांटने में लगे हैं। हिन्दी के कई मेरे फेसबुक मित्र अपनी पूरी रचनायें पाठकों के लिए उपलब्ध कराते हैं। वे नियमित अंतराल पर पाठकों के लिए अपनी कविता, कहानी या समीक्षा प्रकाशित करते हैं। ऐसे प्रिय लेखकों के पोस्ट को पढने के लिए लोग प्रतीक्षा करते हैं। संस्कृत में उस परम्परा का अभाव दिखता है। Arvind Kumar Tiwary जैसे संस्कृत के स्थापित युवा कुछ लेखकों को छोडकर शेष लेखक अपनी पूरी रचनायें पाठकों के लिए उपलव्ध नहीं कराते। यह आवश्यक नहीं कि संस्कृत कवि सम्मेलन सुनने के लिए आप किसी कार्यक्रम स्थल तक जायें। जागरूक मित्र फेसबुक लाइब के माध्यम से हमें घर बैठे ही वह सुविधा दे देते है।मैं कई अवसरों पर संस्कृत का श्लोक या कोई उद्धरण खोजता हूँ। कुछ सामग्री सिर्फ फेसबुक पर ही मिल पाती है। सोशल मीडिया दो तरह के लोगों से चलता है। 1- विषय सामग्री निर्माता 2- सामग्री के वाहक। निश्चित रुप से इनमें सामग्री निर्माता श्रेष्ठ है। कुछ लोग यहाँ शैक्षिक सामग्री का निर्माण करते हैं। प्रो.मदन मोहन झा जैसे लोग संस्कृत सिखाने के लिए अनेक प्रकार के चार्ट, व्यंग चित्र आदि का निर्माण करते हैं। मैं फेसबुक पर संस्कृत से जुडे विभिन्न मुद्दों को उठाता हूँ। अपने चिंतन को जनता के समक्ष विचार के लिए प्रस्तुत करता हूँ। कुछ मित्र संस्कृत का वाक्याभ्यास कराने में जुटे रहते हैं। आवश्यकता है, ऐसे मित्रों को पहचान कर मित्रता करने की। संस्कृत प्रेमी मित्र को पहचानने का सरल तरीका यह है कि आप उसके टाइमलाइन पर लगे चित्र को देखें, यदि वह संस्कृत से जुडा कोई चित्र लगाया है, तब उसे संस्कृत प्रेमी समझना चाहिए। मेरे अनेक मित्र संस्कृत से जुडी बौद्धिक सम्पदा को विभिन्न संचार प्रविधि के माध्यम से प्रचारित करते हैं। फेसबुक ग्रुप को निम्नलिखित 9 श्रेणी में बांटा जा सकता है।
1- संस्कृत भाषा सिखाने के उद्येश्य से।
2- विभिन्न संस्कृत विश्वविद्यालयों / संस्थाओं / संस्कृत विभागों का
समूह।
3- प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के लिए।
4- संस्कृत पत्र पत्रिकाओं के प्रचार के लिए।
5-
शास्त्रीय चर्चा के लिए।
6- संस्कृत द्वारा मनोरंजन पाने के लिए।
7- संस्कृत क्षेत्र से जुडी सभी प्रकार की सूचना उपलब्ध कराने के लिए।
8- संस्कृत में लिखी जा रही नयी रचनाओं के लिए।
9- संस्कृत शिक्षण के लिए।
यहाँ पर संक्षेप में मैं कुछ ग्रुप का
परिचय दूँगा ताकि आप इसका लाभ ले सकें। मैं भी फेसबुक पर कुछ ग्रुप का
प्रबन्धन करता हूँ। विभाजित ग्रुप का विवरण अधोलिखित है-
संस्कृत भाषा सिखाने के उद्येश्य से निर्मित ग्रुप
1- संस्कृतं भारतम् SANSKRITAM BHARATAM इसके 01 लाख सदस्य हैं। इसका
उद्येश्य संस्कृत शिक्षा
का प्रसार करना है। यहाँ पर उसी पोस्ट को प्रसारित किया जाता है, जो संस्कृत शिक्षा के लिए उपयोगी हो। इस ग्रुप के प्रबन्धक - प्रो.मदन मोहन झा एवं जगदानन्द झा हैं।
का प्रसार करना है। यहाँ पर उसी पोस्ट को प्रसारित किया जाता है, जो संस्कृत शिक्षा के लिए उपयोगी हो। इस ग्रुप के प्रबन्धक - प्रो.मदन मोहन झा एवं जगदानन्द झा हैं।
2- || आओ संस्कृत सीखे || इसके 23.5 हजार सदस्य हैं। इसका उद्येश्य संस्कृत भाषा सिखाना है। यहाँ पर उसी
पोस्ट को प्रसारित किया जाता है, जो संस्कृत शिक्षा के लिए
उपयोगी हो। इस ग्रुप के प्रबन्धक - राजकुमार गुप्ता हैं।
इन्होंने अपने साथ 4 अन्य प्रबन्धक को जोडा है। इसकी लोकप्रियता में गिरावट आयी है।
3- सरलसंस्कृतशिक्षणम् इसके 19.8 हजार सदस्य हैं तथा पांच प्रबन्धकों द्वारा
संचालित है।
संस्कृत
पत्र पत्रिकाओं के प्रचार के लिए निर्मित ग्रुप का लिंक नीचे दिया गया है।
विभिन्न संस्कृत विश्वविद्यालयों / संस्थाओं / संस्कृत विभागों का
समूह।
प्रतियोगी
परीक्षा की तैयारी के लिए।
शास्त्रीय
चर्चा के लिए।
1-
Sanskrit
Sahitya Parishat
संस्कृत
द्वारा मनोरंजन पाने के लिए।
संस्कृत
क्षेत्र से जुडी सभी प्रकार की सूचना उपलब्ध कराने के लिए।
संस्कृत
में लिखने वाले रचनाकारों का ग्रुप
शैक्षणिक
ग्रुप
उपर्युक्त समूह में से कुछ समूह पर निरंतर पाठ्यसामग्री प्राप्त होते रहती है। सामग्री की गुणवत्ता प्रबन्धक पर निर्भर है। एक व्यक्ति एक से अधिक ग्रुप का प्रबन्धन करते हैं। ग्रुप की अच्छाई यह है कि कोई भी प्रबन्धक सीधे आपको अपने समूह में जोड सकता है। ग्रुप से जुडने के लिए आपको प्रबन्धक से अनुमति लेनी पड सकती है। लोगों को पेज से जुडने के लिए प्रबन्धक को आमंत्रण भेजना होता है, क्योकि पेज व्यक्तिगत होता है। आप स्वयं भी किसी Page को Like कर सकते हैं। पेज को Like करने के लिए मित्रों को आमंत्रित कर सकते हैं। यहाँ Event नामक सुविधा है जिससे अपने मित्रों को जानकारी एवं आमंत्रण भेज सकते हैं। मैंने संस्कृतसर्जना त्रैमासिकी ई-पत्रिका के प्रचार- प्रसार के लिए sanskritsarjana नामक ग्रुप बनाया है। पत्रिका का लिंक है- http://sanskritsarjana.in/ संस्कृत के नये रचनाकारों को यह समूह समेकित मंच उपलब्ध कराता है।
फेसबुक के अनेक पेज के माध्यम से भी संस्कृत का प्रचार एवं शिक्षण के कार्य किये जा रहे हैं। कई लोग अपने टाइमलाइन पर संस्कृत से जुडे मुद्दे की ही चर्चा करते हैं। वे संस्कृत के सामाजिक सरोकारों से जुडे होते हैं। उनसे मित्रता पाने से अनेक प्रकार के लाभ होते हैं। वे सभी प्रकार की सूचना भी उपलब्ध कराते हैं।
संस्कृत के लिए निर्मित फेसबुक पर महत्वपूर्ण पेज
1- प्राची प्रज्ञा अन्तर्जालपत्रिका
2- संस्कृत - बालसंवाद:
3- Jagdanand Jha 1574 लोगों ने Like किया है तथा 1900 Follows हैं।
4- Sanskritjagat
5- Learn The Easy Way Sanskrit
6- Mukta swadhyaya Peetham (Institute of Distance Education )
7- संस्कृतशिक्षणम् लाइव - प्रसारणम्
8- Sanskrit Newspaper Sajal Sandesh - News Paper in Sanskrit Language
9- Sanskrit Wikipedia
10- Sanskrit Sarjana E-Magazine 3,018 Like तथा 3106 Follows हैं।
11- Universal Sanskrit Shlokas & Subhashitas
12- Sanskrit Daily Newspaper
13- Samskrita Baalasahitya Parishad
14- संस्कृतं जनभाषा स्यात्
15- Computational Linguistics at Depa
16- Shodh Navneet
17- गुरुकुल प्रभात आश्रम
18- Sanskritsarjana इसे 2,124 लोगों ने Like किया है तथा 2,109 Follows हैं।
19- Jahnavi Sanskrit E-Journal
20- करंट अफेयर्स & सामान्य ज्ञान एवम रोचक
21- श्रीनाट्यम् The group of sanskrit drama
फेसबुक पर इस प्रकार के अनेक पेज निर्मित हैं। प्रत्येक पेज
श्रेणीबद्ध होता है। आप अपनी जरुरत के अनुसार Like कर दें। इससे आपको समय -समय पर नये
पोस्ट की सूचनायें मिलती रहेगी।
वाट्सअप
भारत
में संदेश सेवा तथा समूह से जुडने के लिए वाट्सअप को बहुत पसन्द किया जाता है।
इसका संचालन बहुत ही आसान है। एक समूह (ग्रुप) में आप अधिकतम 250 लोगों को जोड़ सकते हैं।
फेसबुक के मैसेंजर सेवा की ही तरह आप आडियो, विडियो तथा फाइल
भेज सकते हैं। फेसबुक और इसमें अन्तर यही है कि यह एक संदेश सेवा है, जबकि ट्विटर, ब्लाग और फेसबुक एक साइट। ट्विटर,
ब्लाग और फेसबुक पर की सामग्री को आप वर्षों बाद भी पा सकते हैं।
सर्च इंजन द्वारा इस सामग्री को खोजा जा सकता है परन्तु गोपनीयता नीति के कारण
वाट्सअप की सामग्री को खोजा नहीं जा सकता। संस्कृत प्रचारक सभी के लिए खुले तौर पर
लिखते हैं, परन्तु जो लोग फेसबुक का प्रयोग नहीं करते,
उनतक संस्कृत से जुडी सामग्री पहुँचाने के लिए वाट्सअप का भी प्रयोग
करते है। यहाँ समूह का नाम दिये जाने का कोई लाभ नहीं है। जबतक आपका कोई परिचित
मित्र किसी समूह का प्रबन्धक नहीं हो, तबतक आप सीधे समूह से
जुड नहीं सकते। ग्रुप प्रबन्धक के पास यदि आपका फोन नं. है तब वह आपको आपसे विना
पूछे भी जोड सकता है। आप अन्य सोशल मीडिया पर अपना दूरभाष संख्या देकर समूह से
जोडने का अनुरोध कर सकते हैं।
यूट्यूब चैनल
संस्कृत के उच्चारण एवं भाषा शिक्षण में यूट्यूब सशक्त
माध्यम है। किसी भी बेवसाइट से इसे जोडा जा सकता है। पाठ्यक्रम शिक्षण के लिए एक
अध्यापक यहाँ अपना एकाउन्ट बना सकते हैं। अपने चैनल पर पाठ्यक्रम का विडियो अपलोड
कर सकते हैं। संस्कृत भाषा से सम्बन्धित यूट्यूब चैनल को 8 श्रेणियों में विभाजित किया जा सकता है।
1. शास्त्रशिक्षण परक या विशिष्ट व्याख्यान परक
2. संस्कृतभाषा शिक्षण
Learn The Easy Way Sanskrit (सरलसंस्कृतशिक्षणम्)
3. संस्कृत कवि सम्मेलन, स्तोत्र पाठ तथा वेद पाठ,
4. संस्कृत गीत, नाटक या मनोरंजन
5. प्रतियोगी परीक्षा तैयारी कराने वाला
6. हायर सेकेंड्री तक के पाठ्यक्रमों के लिए
SANSKRIT CLASS MADE EASY (Aradhna Srivastava, a
Sanskrit teacher, Started this channel in October 2018)
Dr. Vasudev Prasad ( learn Sanskrit
K-12 education through Videos as per CBSE, ICSE and
NCERT syllabi for Sanskrit)
7. पत्रकारिता से सम्बन्धित
8. आध्यात्मिक
आदि के विडियो यहाँ प्रचूर मात्रा में उपलब्ध है, जिससे आप
आंशिक रूप से संस्कृत सीख सकते हैं। जनसामान्य को बोलचाल का संस्कृत सिखाने से
लेकर साहित्य,व्याकरण, दर्शन आदि विविध
शास्त्रों की शिक्षा देने के लिए यहाँ पर विडियो उपलब्ध हो जाते हैं। यहाँ मैं कुछ
शैक्षिक विडियो का लिंक दे रहा हूँ।
2-
इस लिंक पर संस्कृत के विविध विषयों पर विद्वानों के व्याख्यान, संस्कृत गीत आदि के लगभग 150 विडियो हैं।
संस्कृतसर्जना पत्रिका के इस लिंक पर अनेक शैक्षिक विडियो के लिंक का संग्रह किया गया
है।
3-
यहाँ पर CBSC बोर्ड में चलने वाले संस्कृत व्याकरण का विडियो उपलब्ध हैं। Ces Ugc का कार्यक्रम learn sanskrit be modern पर संस्कृत सिखाया जाता है। यहाँ डॉ. बलदेवानन्द सागर का शिक्षणात्मक व्याख्यान सुनने को मिलता है। श्रृंखला का नाम है संस्कृतं पठ आधुनिको भव।
यहाँ पर CBSC बोर्ड में चलने वाले संस्कृत व्याकरण का विडियो उपलब्ध हैं। Ces Ugc का कार्यक्रम learn sanskrit be modern पर संस्कृत सिखाया जाता है। यहाँ डॉ. बलदेवानन्द सागर का शिक्षणात्मक व्याख्यान सुनने को मिलता है। श्रृंखला का नाम है संस्कृतं पठ आधुनिको भव।
ब्लॉग
संस्कृत के कई शुभेक्षु गूगल की सेवा ब्लाग पर संस्कृत विषय पर नियमित लेखन करते हैं। यहाँ उनकी संस्कृत रचनायें,निबन्ध तथा अन्य सामग्री प्राप्त होती है। गूगल,worldpress पर अपना ब्लाग बनाया जा सकता है। आप मेरा यह संस्कृतभाषी ब्लाग पढ ही रहे हैं। इसमें मैंने विषय विभाजन के लिए लेबल की सुविधा ही है। कई पेज अलग से निर्मित हैं। आपके लिए यह निःशुल्क सेवा है। कुछ ब्लाग का विवरण निम्नानुसार हैं-
4. जयतु जयतु संस्कृतम्
5. संस्कृत जगत्
6. जालिकानां जालशिष्टाचारः
7. दक्षिणमुखी
8. Balramshuklas blog
9. देववाणी संस्कृत
10. Practical Sanskrit - ॐ अथ संस्कृतम्
11. Sanskrit Central संस्कृत के कतिपय ब्लाग का ऍग्रीगेटर
12. Sanskrit Literature
13. Sanskrit Wisdom
14. ललितालालितः
15. संस्कृत डाक्यूमेंट पर उपलब्ध ब्लॉग सूची
5. संस्कृत जगत्
6. जालिकानां जालशिष्टाचारः
7. दक्षिणमुखी
8. Balramshuklas blog
9. देववाणी संस्कृत
10. Practical Sanskrit - ॐ अथ संस्कृतम्
11. Sanskrit Central संस्कृत के कतिपय ब्लाग का ऍग्रीगेटर
12. Sanskrit Literature
13. Sanskrit Wisdom
14. ललितालालितः
15. संस्कृत डाक्यूमेंट पर उपलब्ध ब्लॉग सूची
भाषा शिक्षण के लिए कुछ महत्वपूर्ण अन्य लिंक
1- Special Center for Sanskrit Studies
2. संस्कृत ई बुक्स
संस्कृतविकिपीडिया । इसकी सह परियोजनायें हैं-
विकिस्रोत, विकिसूक्ति, विकिशब्दकोश, विकिमीडिया, मेटाविकि,
विकिकामन्स्
गूगल ग्रुप
1. संस्कृत
2. भारतीयविद्वत्परिषत्
संस्कृत प्रसार के लिए सराहनीय कार्य । इसी दिशामें आगे बढें ।
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