यूनिकोड हिन्दी फॉन्ट

    प्रौद्योगिकी ज्ञान आज की आवश्यकता है। इंटरनेट का जाल विस्तृत हो रहा है। कई योजनाओं के संचालन करते समय युवाओं में ई- साक्षरता का अभाव मुझे काफी चिंतित और परेशान भी किया। जिस कार्य को हम सहजता से कम समय में पूरा कर सकते हैं ,वही कार्य मैनुअल करने पर काफी समय लगता है और अधिक मानव श्रम भी। अतः आज के समय में डिजिटल साक्षर होना अति आवश्यक है। आज के समय में किसान, व्यापारी, छात्र आदि सभी समूह को कम्प्यूटर और मोबाइल के माध्यम से सूचनाओं का आदान प्रदान करना पड़ता है। छोटे- छोटे काम के लिए लोगों को भारी मूल्य चुकाना पड़ता है। अतः कम्प्यूटर और मोबाइल के बारे में सामान्य जानकारी रखने में ही भलाई है।

फॉन्ट की भूमिका

    स्कूल के बच्चे भी ऐसा प्रोजेक्ट बनाना चाहते हैं, जो अन्य छात्र के प्रोजेक्ट से अधिक आकर्षक हो। स्कूल के अध्यापक, शोधार्थी तथा अन्य क्षेत्र के लोग अपनी बात पावर प्वाइंट पर प्रोजेक्ट बनाकर प्रस्तुत करते हैं। इसमें फॉन्ट की महती भूमिका होती है। यह आपके स्लाइड, पुस्तक, पत्रिका आदि में चार चांद लगाने का काम करते हैं।
डिजिटल विषयों को डिजिटल माध्यम से शिक्षित करना आसान तरीका है। सूचनाओं के आदान- प्रदान में अक्षर, चित्र तथा ध्वनि का उपयोग किया जाता है। कम्प्यूटर में अक्षर को फॉन्ट के माध्यम से लिखा जाता हैं। कई बार हम फॉन्ट की समस्या से जूझते हैं। खासकर तब जब कोई आकर्षक ग्राफिक्स बनाना हो तथा उस डाटा को एक कंप्यूटर से दूसरे कंप्यूटर में ले जाना हो। दूसरे कंप्यूटर में वहीं फॉन्ट नहीं होने के कारण हमारी फाइलें अनुपयोगी हो जाती है। यूनिकोड फॉन्ट में यह समस्या नहीं रहती। आज प्रत्येक के लिए यूनिकोड फॉन्ट के बारे में जानना अत्यंत उपयोगी है। फॉन्ट आपके पुस्तकों, ग्राफिक्स आदि को आकर्षक बनाता है। मैंने अपने ब्लॉग पर भी अलग- अलग फॉन्ट का उपयोग करना आरंभ कर दिया है, जो देखने में बहुत ही आकर्षक है।

संस्कृत लिखने के लिए अधिक उपयोगी है यूनीकोड फॉन्ट

संस्कृत भाषा पर काम करने वालों के लिए यूनिकोड फॉन्ट बहुत ही सहायक सिद्ध होता है। मंगल, उत्साह, एरियल एम एस, सरला, संस्कृत सहित लगभग सभी फाॅन्ट में अवग्रह ऽ के चिह्न मिल जाते हैं। यूनीकोड संस्कृत 2003 तथा संस्कृत टेक्स्ट सहित अन्य यूनीकोड फॉन्ट में ह्रस्व तथा दीर्घ  ॢ ॣ  मिल जाते हैं। यहाँ    चिह्न भी मिलता है। संयुक्ताक्षर की बात करें तो सैंकड़ों प्रकार के जटित संयुक्ताक्षर भी मिलेंगें , जो वेद मंत्र लिखने से लेकर संस्कृत के लिए उपयोगी है। जैसे- ,          आदि । इसके लिए आपको कैरेक्टर मैप मैं जाकर इसे ढूंढना होगा। वेद मंत्रों में प्रयुक्त होने वाले चिह्न जिह्वामूलीय, उपध्मानीय सभी प्रकार के  आदि के चिन्ह यहां नहीं मिलते। अवग्रह ऽ चिह्न सहित अन्य सुविधा आपको मोबाइल में भी मिल सकती है। 

फॉन्ट किसे कहते हैं?

        अक्षरों की बनावट तथा आकार विशेष को फॉन्ट कहते हैं। इसे आप मुद्रलिपि भी कह सकते हैं। जैसे प्रत्येक व्यक्ति जैसे प्रत्येक व्यक्ति का हस्तलेख अलग-अलग होता है वैसे ही प्रत्येक फॉन्ट की आकृति अलग- अलग होती है। कम्प्यूटर में फॉन्ट कलम का स्थान ले लिया है। 
    कुछ फॉन्ट अत्यन्त आकर्षक होते हैं। अलग – अलग प्रयोजन के लिए अलग- अलग फॉन्ट का उपयोग किया जाता है। पुस्तक प्रकाशन के लिए कुछ फॉन्ट महत्वपूर्ण होते हैं तो कुछ फॉन्ट ग्राफिक्स डिजायन के लिए। बैनर, होर्डिंग में मोटे अक्षर के फॉन्ट का प्रयोग किया जाता है। पुस्तक के मूल भाग में किये गये फॉन्ट प्रयोग से अलग फॉन्ट का प्रयोग मुख्य पृष्ठ, शीर्षक आदि में किया जाता है। फॉन्ट को हम कीबोर्ड पर टाइप करते हैं। पारम्परिक कीबोर्ड की तरह ही रेमिंग्टन टाइपराइटर हिंदी कीबोर्ड तथा रेमिंग्टन गेल हिंदी कीबोर्ड का लेआउट होता है। इसपर कृतिदेव टाइप करते हैं। कृतिदेव या ऐसे फॉन्ट जिसका प्रयोग इन्टरनेट पर नहीं होता उसे हम इन्स्क्रिप्ट-की बोर्ड ले आउट पर टाइप नहीं करते। कृतिदेव जैसा फॉन्ट देखने में तो हिन्दी का अक्षर दिखता है, परन्तु इसका बैकगाउन्ड अंग्रेजी होता है। (कृतिदेव पर टाइप किया इन्टरनेट पर पोस्ट कर देखें) कृतिदेव पर टाइप किये आलेख को किसी टूल्स (परावर्तक) की सहायता से यूनीकोड में परिवर्तन करते हैं। इसके लिए कई ऑनलाइन टूल्स उपलब्ध हैं। यूनीकोड फॉन्ट का प्रयोग इन्टरनेट के साथ अन्य प्रयोजनों के लिए भी किया जाता है। अब अनेक आकृतियों वाला यूनीकोड फॉन्ट उपलब्ध होने लगा है। इसके बारे में आगे जानकारी दी जा रही है। टाइपिंग की परीक्षा देते समय कीबोर्ड चयन का विकल्प मिलता है। आपको परीक्षा का ध्यान रखते हुए कीबोर्ड पर टाइपिंग का अभ्यास करना चाहिए। पत्रिका, पुस्तक, पम्पलेट, फोटो आदि में कोरल, फोटोशाप, पेजमेकर का प्रयोग किया जाता है। ये साफ्टवेयर यूनिकोड समर्थित नहीं होते। इन्स्क्रिप्ट-की बोर्ड भारतीय भाषाओं को लिखने में बहुत उपयोगी है। इसपर भी टाइप करने का अभ्यास करना चाहिए।

Inscript Hindi Keyboard- इन्स्क्रिप्ट-की बोर्ड ले आउट –


इनस्क्रिप्ट का अर्थ है इण्डियन स्क्रिप्ट। भारतीय शब्द प्रारूप । भारतीय भाषाओं को कंप्यूटर पर टाइप करने के लिए सीडेक ने इसे विकसित किया गया है। भारत सरकार द्वारा भारतीय लिपियों के लिये मानक के रूप में स्वीकार किया गया है। इनस्क्रिप्ट कीबोर्ड विंडोज,लिनक्स आदि आपरेटिंग सिस्टम में संलग्न रहता है। अब मोबाइल में भी यह सेवा उपलब्ध है अतः इसे इंस्टॉल करने की जरूरत नहीं होती है। मोबाइल में हिन्दी फॉन्ट बदलने की जानकारी भी आगे दी जा रही है। मोबाइल में लिखा जाने वाला हिन्दी फॉन्ट यूनिकोड पर आधारित होते है। कृतिदेव टंकण में दो चीजों की आवश्यकता होती है। 1. हिन्दी कीबोर्ड लेआउट और 2. हिन्दी टाइपिंग शार्टकट की कोड को याद रखना। इन्स्क्रिप्ट-की बोर्ड ले आउट में शार्टकट की कोड याद रखने की आवश्यकता नहीं रहती, क्योंकि यहाँ हलन्त व्यंजन वर्ण लिखने के लिए उस वर्ण के बाद d बटन दबाना पड़ता है। हलंत वर्ण का उपयोग कर संयुक्ताक्षर बना लेते हैं। 
यही कारण है कि यह संस्कृत लेखन के लिए अत्यंत उपयोगी है। अपने कम्प्यूटर में इन्स्क्रिप्ट-की बोर्ड चालू करने के लिए निम्न चरणों को अपनायें।
1. स्टार्ट बटन दबाकर कन्ट्रोल पैनल में जायें।
2. रीजन एण्ड लैंग्वेज का चयन कर उसपर क्लिक करें।
3. कीबोर्ड्स एण्ड लैंग्वेज का चयन कर चेंज कीबोर्ड पर क्लिक करें।
4. एड बटन दबायें। सूची में से हिन्दी (इंडिया को चुनें)
5. इस पर क्लिक कर की बोर्ड पर क्लिक कर देवनागरी इन्स्क्रिप्ट को चुनें।
6. ओके, अप्लाय, ओके बटन दबायें। तो अब देर किस लिए अपने कंप्यूटर पर सीधे यूनिकोड टाइप करें। यूनिकोड में किया गया टाइप सामग्री को किसी भी भाषा में आसानी से अनुवाद किया जा सकता है, जबकि कृति देव, चाणक्य, अमर जैसे फॉन्ट इंटरनेट समर्थित नहीं है अतः इसमें टाइप की सामग्री को हम किसी दूसरी भाषा में अनुवाद नहीं कर सकते हैं। 
आपके कम्प्यूटर में इन्स्क्रिप्ट-की बोर्ड चालू हो गया। आल्ट+ शिप्ट बटन एक साथ दबाकर आप कीबोर्ड बदल सकते हैं। कुछ यूनीकोड फॉन्ट आपके कम्प्यूटर में विंडोज के साथ ही लगा है। इसकी जानकारी नीचे दी गयी है। अब आप अधोलिखित शेष फान्ट में से मनचाहा फॉन्ट को अपने कम्प्यूटर में डाउनलोड कर लें। इस लेख में 100 से अधिक यूनिकोड फॉन्ट और उसे डाउनलोड करने  के लिए लिंक दिया गया है। 

माइक्रोसाफ्ट विंडोज में उपलब्ध यूनीकोड फॉन्ट

फान्ट का नाम

मंगल, कोकिला, अपराजिता , उत्साह ,एरियल यूनीकोड एम एस

अन्य उपयोगी फान्ट
छान्दस् ,कालीमाटी,गार्गी, लोहित देवनागरी। इस फाॅन्ट को आप इस लिंक पर जाकर डाउनलोड कर सकते हैं। 
उपर्युक्त लिंक पर कुल 10 हिन्दी यूनीकोड फॉन्ट उपलब्ध हैं। इसमें से लोहित देवनागरी, sarai, सम्यक् देवनागरी, समानता, सहदेव एवं नकुल फॉन्ट इन्डिया टाइपिंग के साइट पर भी उपलब्ध है। यह साइट भारतीय भाषा तथा लिपि पर काम करने वाले के लिए उपयोगी है।
    हिन्दी यूनीकोड के लिए गूगल ने भी कुछ फॉन्ट जारी किये हैं। इसमें हिन्द, Noto sans, poppins, Rajadhani, khand, yantra manav, sumana, Glegoo, Martel, Pragati, Narrow, Khula आदि मुख्य हैं। यहाँ फॉन्ट का पूर्वावलोकन भी दिया गया गया है। कौन – कौन फॉन्ट कितने स्टाइल में हैं, इसका भी उल्लेख यहाँ किया गया है। फॉन्ट डाउनलोड करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें। यहाँ से फॉन्ट डाउनलोड करना निःशुल्क है।

    इन्डिया टाइपिंग अपने साइट पर 50 से अधिक हिन्दी यूनीकोड फॉन्ट को उपलब्ध कराया है। यहाँ अच्छे फॉन्ट का संकलन है, जो आपके समय को बचाता है। कुछ फॉन्ट के नाम से ही असके आकृति के बारे में पूर्वानुमान हो जाता है। जैसे- कलम

निःशुल्क फॉन्ट डाउनलोड करने हेतु इस लिंक पर क्लिक करें-
यह वेबसाइट भारतीय भाषाओं में विशेषकर हिन्दी में काम करने वाले के लिए अधिक उपयोगी है।

मोबाइल में फॉन्ट स्टाइल बदलना

मोबाइल की सेटिंग में जायें। मीनू में से डिस्प्ले पर क्लिक करें। यहाँ फान्ट की सूची आएगी। इसमें से कोई भी फॉन्ट का चुनाव कर सेट कर लें। यदि इनमें से कोई भी फॉन्ट अच्छा नहीं लग रहा हो तो प्ले स्टोर में जाकर ifont (Expert of fonts) एप को डाउनलोड कर लें। इसमें भाषा का चयन करें, इच्छित फॉन्ट डाउनलोड कर सेट कर लें। आप देखेंगें कि आपके मोबाइल के फॉन्ट की सूची में डाउनलोड किये फॉन्ट की सूची भी जुड़ चुकी है।

फान्ट से जुडा मेरा  एक अन्य लेख  पढ़ने के लिए ‘यूनीकोड हिन्दी फॉन्ट के विशेष वर्ण टाइप करने की शिक्षा’ पर क्लिक करें।

भारतीय भाषाओं के लिए प्रौद्योगिकी विकास का वेबसाइट
http://tdil.meity.gov.in/
http://tdil.meity.gov.in/Related_Links/Related_Links.aspx
http://www.hindietools.com/2016/11/Hindi-and-Indian-Languages-Tools-and-Technics.html

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12 टिप्‍पणियां:

  1. वैदिक symbolls की टाइपिंग हेतु मार्गदर्शन करें। कितने चिह्न हैं। उनका नाम, उपयोग, उच्चारण, यूनिकोड में टाइपिंग का तरीका.....
    कुन्दन कुमार मिश्र
    931205530

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. मैंने इसी ब्लॉग पर ‘यूनीकोड हिन्दी फॉन्ट के विशेष वर्ण टाइप करने की शिक्षा’ नाम से एक लेख लिखा है। आप उस लेख तक जायें। आप TDIL के वेबसाइट पर भी जा सकते हैं।

      हटाएं
  2. सर अवग्रह कैसे टाईप करें कृपया जानकारी दीजिए।

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. Alt + 2365 से अवग्रह ऽ चिह्न टाइप किया जाता है। यह ऑनलाइन लिखना सम्भव नहीं है। पहले वर्ड फाइल में लिखककर कॉपी पेस्ट किया जा सकता है। अधिक जानकारी के लिए इस लिंक को खोलें- https://sanskritbhasi.blogspot.com/2019/04/blog-post_18.html

      हटाएं
  3. यूनिकोड के कुछ फाँट में पत्नी, निम्न या विश्व ये जुड़ कर ही आते हैं इसे कैसे ठीक कर सकते हैं

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. लिखने के लिए कीबोर्ड तथा फान्ट इन दोनों की आवश्यकता होती है। आप शायद इन्स्क्रीप्ट कीबोर्ड के स्थान पर कोई अन्य कीबोर्ड प्रयोग में लेते होगें। इन्स्क्रीप्ट कीबोर्ड में क्ष त्र ज्ञ श्र इन वर्णों को छोड़कर शेष संयुक्त अक्षर बनाने के लिए हलन्त वर्ण का प्रयोग किया जाता है, जो कि बाद में जुड़कर आते हैं। मंगल फान्ट में कुछ संयुक्त वर्ण आपस में नहीं जुड़ते हैं, जबकि सिद्धान्त, संस्कृत टेक्स्ट जैसे फान्ट में दो या जो से अधिक वर्ण भी आपस में जुड़ जाते हैं। वर्णों को आपस में जुड़ना फान्ट की अपनी विशेषता है। जहाँ आप वर्णों को आपस में कम से कम जोड़ना चाहते हैं, वहाँ उचित फान्ट का चयन करें। इस लेख में सौ से अधिक फान्ट से परिचय कराया गया है। इन फान्ट का प्रयोग करके देखें।

      हटाएं
  4. सर श्रृंगार जो मैं लिखा हूँ ये गलत लिखा है। क्रुति देव में शुद्ध बन जाता है। इसके लिए इन्सक्रिप्ट में सही-सही श्रृ कैसे बनता है कृपया मार्गदर्शन करें सर।

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. श व्यंजन तथा ऋ स्वर वर्ण लिखने पर शृ शब्द बनता है। श + ऋ = शृ होगा। श् + ऋ लिखने पर श्ृ लिखेगा। शृंगार शब्द जितना कृतिदेव में लिखना आसान है उससे अधिक आसान इन्सक्रिप्ट में लिखना है। इन्सक्रिप्ट लिखने के लिए हमें शब्दों के मेल को समझना आवश्यक हो जाता है। यदि आप यह समझ रहे हैं कि श् + र + ऋ के मेल से श्रृ शब्द बनता है तब आप बनाकर शृ नहीं लिख सकते। क्रि और कृ की तरह ही शृ तथा श्रृ का ध्वनि साम्य वर्णलेखन में हमें भ्रमित करता है। आशा है आपकी समस्या हल हो चुकी होगी। जब भी देवनागरी इन्स्क्रिप्ट लेखन में इस प्रकार की समस्या हो, संस्कृत शब्दकोश का वर्णक्रम देखें। इससे बहुत हद तक आपकी समस्या दूर हो जाएगी।

      हटाएं
  5. सर आपका बहुत बहुत धन्यवाद। मेरी समस्या का समाधान हो गया। पुनः आपको धन्यवाद

    जवाब देंहटाएं
  6. टिप्पणी बाक्स में तो बन गया लेकिन जब माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस में लिखते हैं तो श में ृ लग कर आ जाता है। शृं वाला नहीं बन रहा है। यदि फाण्ट से समस्या हो तो भी मार्गदर्शन करें।

    जवाब देंहटाएं
    उत्तर
    1. आप श् + ऋ = श्ृ लिख रहे होंगें। वस्तुतः यह श + ऋ = शृ है।

      हटाएं

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