1. 'अष्टाध्यायी' के रचयिता कौन हैं?
(अ) पाणिनि (ब) पतंजलि (स) भरत (द)
कालिदास
2. 'शुक्लयजुर्वेद' और 'कृष्णयजुर्वेद' में प्रमुख अंतर क्या है?
(अ) भाषा शैली (ब) प्रचलन क्षेत्र (स)
मन्त्रों की व्यवस्था (द) देवताओं की संख्या
3. संस्कृत व्याकरण में 'धातु' का क्या महत्त्व है?
(अ) यह शब्दों के अर्थ बताता है (ब) यह
वाक्य रचना का आधार होता है
(स) यह शब्दों की मूल रूप होते हैं (द)
यह मात्र संज्ञा शब्दों से संबंधित होता है
4. वेदों की संख्या कितनी है और उनकी मुख्य विषयवस्तु क्या है?
(अ) पाँच, धार्मिक अनुष्ठान (ब) चार, ज्ञान और अनुष्ठान
(स) तीन, दर्शन और काव्य (द) सात, ज्योतिष और भाषा
5. 'निरुक्त' किस विषय से संबंधित ग्रंथ है?
(अ) ज्योतिष (ब) व्याकरण (स) शब्द
व्याख्या (द) इतिहास
1. 'शब्दों की उत्पत्ति और उनके अर्थों का विश्लेषण' किस ग्रंथ में किया गया है?
उत्तर: *निरुक्त* (यह यास्क ऋषि
द्वारा रचित है और वेदों के कठिन शब्दों की व्याख्या करता है।)
2. **'तैत्तिरीय उपनिषद' में किस प्रकार का ज्ञान प्रमुख रूप
से वर्णित है?**
**उत्तर:** *ब्रह्मज्ञान और आत्मा का
स्वरूप* (यह उपनिषद आत्मा,
ब्रह्म और सृष्टि की गूढ़
व्याख्या करता है।)
3. **संस्कृत में ‘सप्त धातवः’ किसे कहते हैं?**
**उत्तर:** *स्वर्ण, रजत, ताम्र, सीसा, लोहा, जस्ता, तथा अभ्रक* (ये सात प्रमुख धातुएँ
संस्कृत में वर्णित हैं।)
4. **ऋग्वेद के कौन से मंडल को
'पुरुषसूक्त' के लिए प्रसिद्ध माना जाता है?**
**उत्तर:** *दसवाँ मंडल* (इसमें 'पुरुषसूक्त' नामक महत्वपूर्ण मंत्र हैं, जो ब्रह्मांड की रचना को दर्शाते
हैं।)
5. **संस्कृत के किस महान
काव्य में 'महाकाव्य के लक्षण' पूर्ण रूप से परिलक्षित होते हैं?**
**उत्तर:** *शिशुपालवधम्* (यह माघ
द्वारा रचित महाकाव्य है,
जो सौंदर्य और काव्य-शैली
की दृष्टि से उत्कृष्ट माना जाता है।)
6. **'भट्टोजी दीक्षित' द्वारा लिखित संस्कृत व्याकरण का
प्रसिद्ध ग्रंथ कौन सा है?**
**उत्तर:** *सिद्धांत कौमुदी* (यह
पाणिनीय व्याकरण का एक विशेष विवरण देता है।)
7. **'सांख्य दर्शन' के प्रवर्तक कौन थे?**
**उत्तर:** *महर्षि कपिल* (सांख्य दर्शन
का मूल सिद्धांत प्रकृति और पुरुष के द्वैतवाद पर आधारित है।)
8. **'पञ्चमहाभूत' सिद्धांत में कौन-कौन से तत्व
सम्मिलित होते हैं?**
**उत्तर:** *पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, आकाश* (इन पाँच तत्वों को भारतीय
दर्शन में सृष्टि के आधारभूत तत्व माना गया है।)
#### **1. वेद एवं उपनिषद**
1. *चार वेद कौन-कौन से हैं?*
**उत्तर:** ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद
2. *ऋग्वेद में कितने मंत्र
हैं?*
**उत्तर:** लगभग 10,600 मंत्र
3. *गायत्री मंत्र किस वेद
में प्राप्त होता है?*
**उत्तर:** ऋग्वेद
4. *'ब्रह्मसूत्र' किस दार्शनिक परंपरा से संबंधित है?*
**उत्तर:** वेदान्त
5. *'इशावास्य उपनिषद' किस वेद का भाग है?*
**उत्तर:** यजुर्वेद
#### **2. संस्कृत साहित्य**
6. *'महाकाव्य' कितने प्रकार के होते हैं?*
**उत्तर:** दो—मुक्तक एवं संकीर्ण
7. *संस्कृत का प्रथम महाकवि
कौन माना जाता है?*
**उत्तर:** वाल्मीकि
8. *'अभिज्ञान शाकुंतलम्' के रचयिता कौन हैं?*
**उत्तर:** कालिदास
9. *'शिशुपालवधम्' किस महाकवि की रचना है?*
**उत्तर:** माघ
10. *संस्कृत में सबसे प्राचीन
नाटक कौन सा माना जाता है?*
**उत्तर:** 'स्वप्नवासवदत्तम्' (रचयिता: भास)
#### **3. संस्कृत व्याकरण**
11. *पाणिनि द्वारा रचित
प्रसिद्ध ग्रंथ कौन सा है?*
**उत्तर:** अष्टाध्यायी
12. *संस्कृत में कितने वर्ण
होते हैं?*
**उत्तर:** 52 (स्वर एवं व्यंजन सहित)
13. *संधि कितने प्रकार की
होती है?*
**उत्तर:** तीन—स्वर संधि, व्यंजन संधि, विसर्ग संधि
14. *कृदंत और तद्धित में अंतर
क्या है?*
**उत्तर:** कृदन्त धातु से बनते हैं, जबकि तद्धित प्रतिपदिक से
15. *संस्कृत शब्द रचना का आधार
क्या है?*
**उत्तर:** धातु तथा अव्युत्पन्न प्रातिपदिक
#### **4. भारतीय दर्शन**
16. *छः भारतीय दर्शन कौन-कौन
से हैं?*
**उत्तर:** सांख्य, योग, न्याय, वैशेषिक, मीमांसा, वेदान्त
17. *'योग सूत्र' के रचयिता कौन हैं?*
**उत्तर:** पतंजलि
18. *सांख्य दर्शन का मूल
सिद्धांत क्या है?*
**उत्तर:** प्रकृति और पुरुष का
द्वैतवाद
19. *'अद्वैत वेदान्त' के संस्थापक कौन हैं?*
**उत्तर:** आदि शंकराचार्य
20. *'चरक संहिता' किस विषय पर आधारित है?*
**उत्तर:** आयुर्वेद
#### **5. इतिहास एवं पुराण**
21. *अशोक के शिलालेख किस भाषा
में लिखे गए थे?*
**उत्तर:** संस्कृत, प्राकृत एवं ब्राह्मी
22. *'विष्णुपुराण' के रचयिता कौन हैं?*
**उत्तर:** पराशर ऋषि
23. *'भागवत पुराण' में मुख्य रूप से किसकी कथा वर्णित है?*
**उत्तर:** श्रीकृष्ण
24. *'रामायण' और 'महाभारत' में अंतर क्या है?*
**उत्तर:** रामायण 24,000 श्लोकों का ग्रंथ है, जबकि महाभारत 1,00,000 श्लोकों का
25. *पुराण संख्या कितनी हैं?*
**उत्तर:** 18 (6 वैष्णव, 6 शैव, 6 ब्रह्म)
#### **6. संस्कृत ज्योतिष एवं अन्य
विषय**
26. *संस्कृत ज्योतिष में
नवग्रह कौन-कौन से हैं?*
**उत्तर:** सूर्य, चन्द्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु, केतु
27. *संस्कृत में 'पञ्चमहाभूत' क्या हैं?*
**उत्तर:** पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, आकाश
28. *'अमरकोश' किस विषय से संबंधित है?*
**उत्तर:** संस्कृत शब्दकोश
29. *'राजसूय यज्ञ' किस प्रयोजन हेतु किया जाता था?*
**उत्तर:** सम्राट के राज्याभिषेक के
लिए
30. *संस्कृत में 'शब्दों के अर्थ की व्याख्या' किस ग्रंथ में होती है?*
**उत्तर:** निरुक्त
#### **1. वेद एवं उपनिषद**
1. चार वेद कौन-कौन से हैं? — **ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद**
2. ऋग्वेद में कितने सूक्त
हैं? — **1028**
3. गायत्री मंत्र किस वेद
में प्राप्त होता है?
— **ऋग्वेद**
4. ईशावास्य उपनिषद किस वेद
का भाग है? — **यजुर्वेद**
5. ब्रह्मसूत्र के रचयिता
कौन हैं? — **बादरायण**
#### **2. संस्कृत साहित्य**
6. संस्कृत का प्रथम महाकवि
कौन माना जाता है?
— **वाल्मीकि**
7. अभिज्ञान शाकुंतलम् के
रचयिता कौन हैं? — **कालिदास**
8. शिशुपालवधम् किस महाकवि
की रचना है? — **माघ**
9. सबसे प्राचीन संस्कृत नाटक
कौन सा माना जाता है?
— **स्वप्नवासवदत्तम्**
10. कादम्बरी किसके द्वारा
लिखी गई थी? — **बाणभट्ट**
#### **3. संस्कृत व्याकरण**
11. अष्टाध्यायी के रचयिता
कौन हैं? — **पाणिनि**
12. संधि कितने प्रकार की
होती है? — **तीन—स्वर संधि, व्यंजन संधि, विसर्ग संधि**
13. संस्कृत शब्द रचना का
आधार क्या है? — **धातु**
14. महर्षि पतंजलि ने कौन सा
व्याकरण ग्रंथ लिखा था?
— **महाभाष्य**
15. कृदंत और तद्धित में क्या
अंतर है? — **कृदंत धातु से बनते हैं, तद्धित प्रत्यय से**
#### **4. भारतीय दर्शन**
16. छः भारतीय दर्शन कौन-कौन
से हैं? — **सांख्य, योग, न्याय, वैशेषिक, मीमांसा, वेदान्त**
17. योग सूत्र के रचयिता कौन
हैं? — **पतंजलि**
18. सांख्य दर्शन का मूल
सिद्धांत क्या है?
— **प्रकृति और पुरुष का द्वैतवाद**
19. अद्वैत वेदान्त के
संस्थापक कौन हैं?
— **आदि शंकराचार्य**
20. चरक संहिता किस विषय पर
आधारित है? — **आयुर्वेद**
#### **5. इतिहास एवं पुराण**
21. अशोक के शिलालेख किस भाषा
में लिखे गए थे? — **संस्कृत, प्राकृत एवं ब्राह्मी**
22. विष्णुपुराण के प्रवक्ता कौन हैं? — **पराशर ऋषि**
23. भागवत पुराण में मुख्य
रूप से किसकी कथा वर्णित है? — **श्रीकृष्ण**
24. रामायण और महाभारत में
क्या अंतर है? — **रामायण 24,000 श्लोकों का ग्रंथ है, जबकि महाभारत 1,00,000 श्लोकों का**
25. पुराण कितने प्रकार के
होते हैं? — **18 (6 वैष्णव, 6 शैव, 6 ब्रह्म)**
#### **6. ज्योतिष एवं अन्य
विषय**
26. संस्कृत ज्योतिष में
नवग्रह कौन-कौन से हैं?
— **सूर्य, चन्द्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु, केतु**
27. पञ्चमहाभूत सिद्धांत में
कौन-कौन से तत्व सम्मिलित होते हैं? — **पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, आकाश**
28. संस्कृत शब्दकोश का सबसे
प्रसिद्ध ग्रंथ कौन सा है?
— **अमरकोश**
30. निरुक्त किस विषय से
संबंधित ग्रंथ है?
— **शब्द व्याख्या**
#### **1. वेद एवं उपनिषद**
1. चार वेद कौन-कौन से हैं? — **ऋग्वेद, यजुर्वेद, सामवेद, अथर्ववेद**
2. ऋग्वेद में कितने सूक्त हैं? — **1028**
3. गायत्री मंत्र किस वेद में प्राप्त होता है? — **ऋग्वेद**
5. ब्रह्मसूत्र के रचयिता कौन हैं? — **बादरायण**
6. उपनिषद कितने प्रकार के होते हैं? — **108**
7. सबसे प्राचीन उपनिषद कौन सा है? — **बृहदारण्यक उपनिषद**
8. वेदों को 'श्रुति' क्यों कहा जाता है? — **क्योंकि यह ईश्वर प्रदत्त ज्ञान
है**
9. सामवेद में प्रमुख रूप से क्या वर्णित है? — **संगीत एवं मंत्रों का उच्चारण**
10. 'अथर्ववेद' का क्या मुख्य विषय है? — **ज्योतिष, चिकित्सा एवं रहस्यमय अनुष्ठान**
#### **2. संस्कृत
साहित्य**
11. संस्कृत का प्रथम महाकवि कौन माना जाता है? — **वाल्मीकि**
12. 'अभिज्ञान शाकुंतलम्' के रचयिता कौन हैं? — **कालिदास**
13. 'शिशुपालवधम्' किस महाकवि की रचना है? — **माघ**
14. सबसे प्राचीन संस्कृत नाटक कौन सा माना जाता है? — **स्वप्नवासवदत्तम्**
15. 'कादम्बरी' किसके द्वारा लिखी गई थी? — **बाणभट्ट**
16. 'नीतिशतकम्' किसके द्वारा रचित है? — **भर्तृहरि**
17. 'दशकुमारचरित' किसके द्वारा रचित है? — **दंडी**
18. संस्कृत में सबसे बड़ा महाकाव्य कौन सा है? — **महाभारत**
19. 'पञ्चतंत्र' के रचयिता कौन हैं? — **विश्णु शर्मा**
20. संस्कृत में सर्वाधिक प्रसिद्ध काव्य कौन सा है? — **रघुवंशम् (कालिदास)**
#### **3. संस्कृत
व्याकरण**
21. 'अष्टाध्यायी' के रचयिता कौन हैं? — **पाणिनि**
22. महर्षि पतंजलि ने कौन सा व्याकरण ग्रंथ लिखा था? — **महाभाष्य**
23. संधि कितने प्रकार की होती है? — **तीन—स्वर संधि, व्यंजन संधि, विसर्ग संधि**
24. 'निरुक्त' किस विषय से संबंधित ग्रंथ है? — **शब्द व्याख्या**
25. संस्कृत शब्द रचना का आधार क्या है? — **धातु**
#### **4. भारतीय दर्शन**
26. छः भारतीय दर्शन कौन-कौन से हैं? — **सांख्य, योग, न्याय, वैशेषिक, मीमांसा, वेदान्त**
27. 'योग सूत्र' के रचयिता कौन हैं? — **पतंजलि**
28. सांख्य दर्शन का मूल सिद्धांत क्या है? — **प्रकृति और पुरुष का द्वैतवाद**
29. 'अद्वैत वेदान्त' के संस्थापक कौन हैं? — **आदि शंकराचार्य**
30. 'चरक संहिता' किस विषय पर आधारित है? — **आयुर्वेद**
#### **5. इतिहास एवं
पुराण**
31. अशोक के शिलालेख किस भाषा में लिखे गए थे? — **संस्कृत, प्राकृत एवं ब्राह्मी**
32. 'विष्णुपुराण' के रचयिता कौन हैं? — **पराशर ऋषि**
33. 'भागवत पुराण' में मुख्य रूप से किसकी कथा वर्णित है? — **श्रीकृष्ण**
34. रामायण और महाभारत में क्या अंतर है? — **रामायण 24,000 श्लोकों का ग्रंथ है, जबकि महाभारत 1,00,000 श्लोकों
का**
35. पुराण कितने प्रकार के होते हैं? — **18 (6 वैष्णव, 6 शैव, 6 ब्रह्म)**
#### **6. ज्योतिष एवं अन्य
विषय**
36. संस्कृत ज्योतिष में नवग्रह कौन-कौन से हैं? — **सूर्य, चन्द्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु, केतु**
37. 'पञ्चमहाभूत' सिद्धांत में कौन-कौन से तत्व
सम्मिलित होते हैं?
— **पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, आकाश**
38. संस्कृत शब्दकोश का सबसे प्रसिद्ध ग्रंथ कौन सा है? — **अमरकोश**
39. 'राजसूय यज्ञ' किस प्रयोजन हेतु किया जाता था? — **सम्राट के राज्याभिषेक के लिए**
40. वैदिक काल में 'अग्निहोत्र' क्या था? — **यज्ञ अनुष्ठान**
#### **7. ज्योतिष एवं खगोल
विज्ञान**
41. वैदिक ज्योतिष में ग्रहों
की कुल संख्या कितनी मानी जाती है? — **नौ (सूर्य, चन्द्र, मंगल, बुध, गुरु, शुक्र, शनि, राहु, केतु)**
42. वैदिक काल में 'नक्षत्र' कितने माने गए हैं? — **27**
43. ज्योतिष में 'लग्न' का क्या महत्त्व है? — **यह जन्मकालीन ग्रह स्थिति को दर्शाता
है**
44. संस्कृत में सूर्य के
कितने पर्यायवाची शब्द हैं?
— **12, जैसे—आदित्य, भास्कर, रवि**
45. पंचांग में कौन-कौन से भाग
होते हैं? — **तिथि, वार, नक्षत्र, योग, करण**
#### **8. आयुर्वेद एवं
चिकित्सा**
46. आयुर्वेद के तीन मुख्य
दोष कौन-कौन से हैं?
— **वात, पित्त, कफ**
47. चरक संहिता मुख्यतः किस
विषय पर केंद्रित है?
— **चिकित्सा**
48. सुश्रुत संहिता का मुख्य
विषय क्या है? — **शल्य चिकित्सा
(सर्जरी)**
49. 'त्रिदोष सिद्धांत' किस ग्रंथ में वर्णित है? — **चरक संहिता**
50. आयुर्वेद में कुल कितने
प्रकार की रसाएँ होती हैं?
— **छह—मधुर, अम्ल, लवण, कटु, तिक्त, कषाय**
#### **9. धार्मिक एवं आध्यात्मिक
ज्ञान**
51. 'भगवद्गीता' कितने अध्यायों में विभाजित है? — **18**
52. भागवत पुराण में मुख्य
रूप से किस देवता का वर्णन है? — **श्रीकृष्ण**
53. 'शिवमहापुराण' में शिव के कितने रूपों का वर्णन है? — **12 ज्योतिर्लिंग रूप**
54. 'रामचरितमानस' के रचयिता कौन हैं? — **गोस्वामी तुलसीदास**
55. 'हनुमान चालीसा' कितने छंदों में लिखी गई है? — **40**
#### **10. संस्कृत छंद और
अलंकार**
56. संस्कृत के प्रमुख 8 छंद कौन-कौन
हैं? — **मुख्यतः 8 (शार्दूलविक्रीडित, वसंततिलका, अनुष्टुप आदि)**
57. 'अनुष्टुप' छंद में कितने अक्षर होते हैं? — **32**
58. संस्कृत में मुख्यतः
कितने प्रकार के अलंकार होते हैं? — **दो—शब्दालंकार और
अर्थालंकार**
59. 'उपमा' अलंकार का उदाहरण क्या हो सकता है? — **चन्द्रमा की तरह सुन्दर मुख**
60. 'यमक' अलंकार किसे कहते हैं? — **जहाँ शब्द की पुनरावृत्ति हो**
#### **11. संस्कृत भाषा का
इतिहास**
61. संस्कृत भाषा की उत्पत्ति
किस भाषा परिवार से हुई है?
— **भारो-इंडो-आर्यन भाषा समूह**
62. संस्कृत को 'देववाणी' क्यों कहा जाता है? — **क्योंकि यह वेदों की भाषा है**
63. संस्कृत व्याकरण का आधार
कौन सा ग्रंथ है?
— **अष्टाध्यायी**
64. संस्कृत को भारत की किस
संवैधानिक सूची में स्थान दिया गया है? — **अष्टम अनुसूची**
65. महाभाष्य के लेखक कौन हैं? — **पतंजलि**
#### **12. भारतीय पुरातत्व एवं
शिलालेख**
66. अशोक के शिलालेख मुख्यतः
किस लिपि में लिखे गए थे?
— **ब्राह्मी**
67. 'भीमबेटका' किस चीज़ के लिए प्रसिद्ध है? — **प्राचीन गुफा चित्रकला**
68. हड़प्पा सभ्यता की लिपि
को क्या कहा जाता है?
— **अभी तक अनिश्चित (अविकसित लिपि)**
69. संस्कृत भाषा में सबसे
पहला लिखित अभिलेख कौन सा है? — **जुनागढ़ शिलालेख (रुद्रदामन, 150 ई.)**
70. संस्कृत में मुद्राओं को
क्या कहा जाता था?
— **कर्षापन**
#### **13. वैदिक यज्ञ एवं
अनुष्ठान**
71. वैदिक काल में यज्ञ
मुख्यतः कितने प्रकार के होते थे? — **चार—अग्निहोत्र, अश्वमेध, राजसूय, सोमयज्ञ**
72. 'अग्निहोत्र' यज्ञ किस प्रयोजन हेतु किया जाता था? — **सूर्य और अग्नि की उपासना के
लिए**
73. 'अश्वमेध यज्ञ' किस प्रयोजन हेतु किया जाता था? — **राजसूय अधिकार हेतु**
74. 'सोमयज्ञ' में प्रयुक्त मुख्य पदार्थ क्या होता
है? — **सोमरस**
75. वैदिक यज्ञों के निष्पादन
हेतु कितने प्रकार के पुरोहित होते थे? — **चार—होता, अध्वर्यु, उद्गाता, ब्राह्मण**
#### **14. भारतीय गणित एवं
विज्ञान**
76. 'शूल्वसूत्र' किस विषय से संबंधित ग्रंथ है? — **गणित एवं ज्यामिति**
77. 'आर्यभटीय' ग्रंथ के लेखक कौन थे? — **आर्यभट्ट**
78. 'शून्य' की संकल्पना किसने दी? — **ब्रह्मगुप्त**
79. 'सूर्य सिद्धांत' मुख्यतः किस विषय से संबंधित है? — **खगोल विज्ञान**
80. 'पाइथागोरस प्रमेय' का वैदिक रूप क्या है? — **शूल्वसूत्र में उल्लेख**
#### **15. संस्कृत भाषा एवं आधुनिक
युग**
81. भारत में संस्कृत
विश्वविद्यालय कितने हैं?
— **कई, प्रमुख: वाराणसी, उज्जैन, कांची**
82. कौन सा राज्य संस्कृत को
अपनी आधिकारिक भाषा बना चुका है? — **उत्तराखंड**
83. 'संस्कृत भारती' किस कार्य से जुड़ी हुई संस्था है? — **संस्कृत प्रचार-प्रसार**
84. संस्कृत में पहला समाचार
पत्र कौन सा था? — **सुधर्मा (1970 में शुरू हुआ)**
85. अंतरराष्ट्रीय संस्कृत
सम्मेलन पहली बार कब आयोजित हुआ? — **1972**
#### **16. भारतीय नीतिशास्त्र एवं
शिक्षा**
86. 'चाणक्य नीति' किस विषय से संबंधित है? — **राजनीति एवं जीवन नीति**
87. 'हितोपदेश' ग्रंथ किस उद्देश्य से लिखा गया था? — **नीति शिक्षण हेतु**
88. 'अष्टांग योग' की अवधारणा किस ग्रंथ में वर्णित है? — **योगसूत्र**
89. 'न्याय दर्शन' के संस्थापक कौन थे? — **गौतम ऋषि**
90. 'पञ्चतंत्र' का उद्देश्य क्या था? — **बुद्धिमत्ता एवं व्यवहारिक ज्ञान
देना**
#### **17. अन्य महत्वपूर्ण
विषय**
91. संस्कृत में 'नृत्य' के लिए क्या शब्द प्रयुक्त होता है? — **नाट्य**
92. 'शुक्लयजुर्वेद' और 'कृष्णयजुर्वेद' में क्या अंतर है? — **मंत्रों की व्यवस्था**
93. संस्कृत में 'संगीत' के लिए क्या शब्द प्रयुक्त होता है? — **गानम्**
94. संस्कृत में 'विद्या' का विपरीतार्थक शब्द क्या है? — **अज्ञान**
95. महाभारत में कुल कितने
पर्व हैं? — **18**
96. 'रघुवंश' किस महान काव्य का भाग है? — **कालिदास का महाकाव्य**
97. 'कौटिल्य' का प्रसिद्ध ग्रंथ कौन सा है? — **अर्थशास्त्र**
98. संस्कृत में 'नव' का अर्थ क्या है? — **नौ या नया**
99. 'अमरकोश' के रचयिता कौन थे? — **अमर सिंह**
100. संस्कृत में 'धन' का पर्यायवाची क्या है? — **वित्त, लक्ष्मी, संपत्ति**
विविध प्रतियोगी परीक्षा में पूछे गए प्रश्न तथा उसका उत्तर
1. तन्तुरूपं पटरूपस्य कीदृशं कारणम् अस्ति
(A) समवायिकारणम्
(B) उपादानकारणम्
(C) असमवायिकारणम्
(D) निमित्तकारणम्
उत्तर- तन्तुरूपं पटरूपस्य (C) असमवायिकारणम् अस्ति।
2. अधोलिखितेषु समुचितवचनानि चिनुत
1. ऋग्वेदस्य दशममण्डले पवमानदेवः प्राधान्येन
स्तूयते ।
II. पुरूरवसः उर्वश्या सह संवादः ऋग्वेदस्य
दशममण्डले लभ्यते ।
III. यजुर्वेदस्य ब्रह्मवेद इति नामान्तरम् ।
IV. वामदेवर्षिः चतुर्थमण्डलस्य ऋषिर्वर्तते
ऋग्वेदे ।
(A) I, II, III
(B) I, III, IV
(C) II, III, IV
(D) I, II, IV
उत्तर- समुचितवचनानि हैं: I, II, IV** (D)।
- ऋग्वेद के दशम मण्डल में पवमान देवता का स्तवन प्रमुखता से किया
गया है।
- पुरूरवस और उर्वशी का संवाद भी ऋग्वेद के दशम मण्डल में मिलता
है।
- वामदेव ऋषि ऋग्वेद के चतुर्थ मण्डल के ऋषि हैं।
3. यत्प्रत्ययान्तं पदं किम् ?
(A) एधनीयम्
(B) कार्यम्
(C) साहित्यम्
(D) चेयम्
उत्तर- यत्प्रत्ययान्तं पदं कार्यम् (B) है।
4. 'आयुरेवेदम्' इत्यत्र का लक्षणा ?
(A) सारोपाशुद्धोपचारलक्षणा
(B) साध्यवसाना गौणोपचारलक्षणा
(C) साध्यवसानालक्षणा
(D) सारोपा-गौणोपचारलक्षणा
सही उत्तर है:
👉 (D) सारोपा-गौणोपचारलक्षणा
स्पष्टीकरण:
- सारोपलक्षणा:
जब कोई शब्द अपने मुख्य अर्थ के
साथ-साथ किसी सहप्राप्त (associated)
अर्थ को भी संकेत करता है।
- गौणोपचारलक्षणा:
जब मुख्य अर्थ अप्रयुक्त होकर कोई
गौण या अप्रत्यक्ष अर्थ ग्रहण किया जाता है,
संदर्भ के अनुसार।
'आयुरेवेदः' — यहाँ 'आयुः' (जीवन) और 'वेदः' (ज्ञान) — दोनों मिलकर जीवन-विज्ञान (science
of life) का बोध कराते हैं। यह शब्द केवल 'आयुः' या 'वेदः' तक सीमित न रहकर एक
विशेष ज्ञानशास्त्र को सूचित करता है —
अतः यह सारोप और गौण दोनों प्रकार की
लक्षणा है।
5. 'वेदोऽखिलो धर्ममूलम्' इति कथनमस्ति
(A) जैकोबीमहोदयस्य
(B) मनोः
(C) पाराशरस्य
(D) वशिष्ठस्य
✅
सही उत्तर है: (B) मनोः
🔍
स्पष्टीकरण:
"वेदोऽखिलो
धर्ममूलं स्मृतिशीले च तद्विदाम्।
आचारश्चैव साधूनामात्मनस्तुष्टिरेव च॥"
— मनुस्मृति 2.6
6. डीप्-प्रत्ययान्तं पदमस्ति
(A) कुमारी
(B) इन्द्राणी
(C) दाक्षी
(D) कठी
✅
सही उत्तर है:
(C) दाक्षी
🔍
स्पष्टीकरण:
- डीप्
(दीप्) एक स्त्रीप्रत्यय है जो
"णिच्"-धातुज स्त्रीवाचक शब्दों के अन्त में लगता है और यह दीर्घ 'ई' (ईकारान्त)
रूप देता है।
- दाक्षी
= दक्ष + डीप् → दक्ष
की स्त्री = दाक्षी
अब बाकी विकल्पों को देखें:
- कुमारी
— ङीप् प्रत्यय
है (इकारान्त), न कि डीप्।
- इन्द्राणी
— यह ङीष् प्रत्यय से बना है। (इन्द्र + आनी)
- कठी — यह
"कठ"
से बना स्त्रीलिंग शब्द है, लेकिन
इसका कोई प्रत्यय डीप्
नहीं है।
🔁
सारांश:
पद |
प्रत्यय |
डीप्
है? |
कुमारी |
ङीप् |
❌ नहीं |
इन्द्राणी |
ङीष् / आनी |
❌ नहीं |
दाक्षी |
डीप् |
✅ हाँ |
कठी |
अन्य/विशेष |
❌ नहीं |
📘
मुख्य स्त्रीप्रत्यय एवं उनके उदाहरण
क्रम |
प्रत्यय |
प्रयोग |
उदाहरण |
व्युत्पत्ति |
अर्थ |
1. |
ङीप् |
पुल्लिंग शब्दों से स्त्रीलिंग बनाने
हेतु |
कुमारी |
कुमार + ई |
कुमार की पुत्री |
2. |
डीप् |
गुणवाचक/विशेषण शब्दों से स्त्रीवाचक
शब्द |
दाक्षी |
दक्ष + ई |
दक्ष की स्त्री |
3. |
ङीष् |
देवताओं या विशिष्ट पुरुषों की स्त्री |
इन्द्राणी |
इन्द्र + आनी |
इन्द्र की पत्नी |
4. |
टाप् |
प्रायः तद्धितान्त शब्दों में |
नदी |
नद् + ई |
बहती हुई |
5. |
ष्वन् |
विशेष स्थानों से सम्बन्ध |
पौर्णमासी |
पौर्णमास + ई |
पूर्णिमा की रात्रि |
6. |
घञ् (अ) |
जाति वाचक शब्द |
ब्राह्मणी |
ब्राह्मण + ई |
ब्राह्मण की पत्नी |
7. |
णिन् |
आकारान्त शब्दों में परिवर्तन हेतु |
राज्ञी |
राजन् + ई |
राजा की स्त्री |
🧠
विशेष ध्यान देने योग्य बातें:
- ङीप्
प्रत्यय से बनने वाले शब्द इकारान्त
होते हैं और यह पुत्र/छात्र आदि
जैसे पुल्लिंग शब्दों में प्रयुक्त होता है।
- डीप्
प्रत्यय गुणवाचक विशेषणों से
स्त्री शब्द बनाता है, जैसे:
- शुचिः →
शुची
- दक्षः →
दाक्षी
- ङीष्
प्रत्यय देवताओं की पत्नियों के
लिए होता है:
- विवस्वान् →
वैवस्वती
- इन्द्र →
इन्द्राणी
📌
अभ्यास हेतु कुछ प्रश्न:
- 'राज्ञी' शब्द
किस प्रत्यय से बना है?
- 'नदी' शब्द
में कौन-सा स्त्रीप्रत्यय है?
- 'वैवस्वती' में
कौन-सा प्रत्यय है?
- 'शुची' शब्द में कौन-सा प्रत्यय है?
7. जैनदर्शने प्रत्यक्षज्ञानं कियत्प्रकारकं भवति ?
A)
एकम् (B) चत्वारि (C) द्वे (D) त्रीणि
✅ उत्तरः : (C) द्वे
🧠 स्पष्टीकरण:
जैन दर्शन में प्रत्यक्ष ज्ञान को दो प्रकारों में बाँटा गया
है:
- अपरोक्ष प्रत्यक्ष (Immediate perception)
– जैसे कि मन, इन्द्रियों
द्वारा प्राप्त ज्ञान।
- परोक्ष प्रत्यक्ष (Mediated perception) – जैसे कि अवधिज्ञान, मनःपर्यय ज्ञान, केवलज्ञान आदि, जो प्रत्यक्ष तो होते हैं, पर विशेष योग्यता द्वारा।
8. 'उज्ज्वलनीलमणिः' इति ग्रन्थस्य लेखकः
अस्ति
(A) रूपगोस्वामी
(B) मम्मटः
(C) भट्टिस्वामी
(D) वामनः
✅ (A) रूपगोस्वामी
🧠 स्पष्टीकरण:
'उज्ज्वलनीलमणिः' नामकः ग्रन्थः
नाट्यशास्त्रस्य तथा
रासलीलासम्बद्धः संस्कृतनाट्यशास्त्रीय ग्रन्थः अस्ति, यः रूपगोस्वामिना,
श्रीचैतन्यमहाप्रभोः अनुयायिना, विरचितः अस्ति।
9. येनेदं भूतं भुवनं भविष्यत् परिगृहीतममृतेन सर्वम्-इति
मन्त्रांशः अस्ति
(A) यजुर्वेदीयशिवसङ्कल्पसूक्तस्य
(B) ऋग्वेदीयविष्णुसूक्तस्य
(C) ऋग्वेदीयवरुणसूक्तस्य
(D) अथर्ववेदीयपृथिवीसूक्तस्य
10. 'परिभाषेन्दुशेखर'
इतिग्रन्थस्य प्रणेतुः नाम किम्
(A) मुकुलभट्ट
(B) रङ्गोजिभट्ट
(C) कौण्डभट्ट
(D) नागेशभट्टः
✅ उत्तरः: (D)
नागेशभट्टः
🧠
स्पष्टीकरण:
- ‘परिभाषेन्दुशेखरः’ नामकः ग्रन्थः पाणिनीयव्याकरणस्य परिभाषाणां टीकास्वरूपेण रचितः प्रसिद्धः ग्रन्थः अस्ति। नागेशभट्टः पाणिनीयव्याकरणे महाभाष्यप्रदीप, लघुशब्देन्दुशेखर, वैयाकरणसिद्धान्त-कारिकावृत्ति च अपि रचयामास।
11. यदा सविकल्पकानन्तरं हानोपादानोपेक्षाबुद्धयो जायन्ते तदा करणं
भवति
(A) निर्विकल्पकं ज्ञानम्
(B) इन्द्रियार्थसन्निकर्षः
(C) परामर्शकं ज्ञानम्
(D) अवान्तरव्यापारः
✅ उत्तरः: (C)
परामर्शकं ज्ञानम्
🧠
स्पष्टीकरण:
- परामर्शकं ज्ञानम्
(परामर्श = स्मरणपूर्वक-प्रत्यक्षसंगत-निर्णयात्मकं
ज्ञानम्) एव कर्मनिरूपणस्य हेतुर्भवति।
- हान,
उपादान, उपेक्षा — इत्येते
बुद्धिविशेषाः यदा उत्पद्यन्ते,
तदा तद् सावधारणकं, विकल्पात्मकं
ज्ञानम् भवति, यत्
परामर्श इत्युच्यते।
📌 साविकल्पकज्ञानानन्तरं परामर्शो जायते, सः एव प्रवृत्तिनिवृत्तिनिमित्तम् करणम् भवति।
12. रसनिष्पत्तौ अनुमितिवादः सिद्धान्तः कस्य ?
(A) भट्टलोल्लटस्य
(B) अभिनवगुप्तस्य
(C) भट्टनायकस्य
(D) शङ्कुकस्य
✅ उत्तरः: (D)
शङ्कुकस्य
🧠
स्पष्टीकरण:
- शङ्कुकः,
भरतमुनेः नाट्यशास्त्रस्य प्रमुखभाष्यकारः आसीत्।
- तेन
रसनिष्पत्तौ "अनुमितिवादः" प्रतिपादितः —
तस्य मतानुसारं, रसः प्रत्यक्षेण न अनुभूयते, अपि तु अनुमानपूर्वकं ज्ञायते। - रसदर्शने एषः मतं विशेषं चर्चितं यत् —
"रसः नाट्ये न स्वयम् अनुभवः,
किं तर्हि? नायकादेः अवस्थाभिः
दर्शकस्य अन्तःकरणे जातः अनुमेयभावः।"
अन्याः
विचारधाराः (तुलनायै):
- भट्टलोल्लटः
– रसस्य नायके
निष्पत्तिः, सः
अभिव्यक्तिवादः प्रतिपादयति।
- भट्टनायकः
– भावकत्वेन दर्शके रसनिष्पत्तिः, सः भावकत्ववादः
स्थापयति।
- अभिनवगुप्तः
– अभिव्यक्तिवादस्य उत्कृष्टतमं रूपं, आलम्बन–उद्दीप–अनुभाव–व्यभिचारिभाव–संवेदनाद्वारा रसस्य
अभिव्यक्तिः।
📊
रससिद्धान्तानां तुलनात्मकः सारांशः
आचार्यः |
मतम्
/ सिद्धान्तः |
मुख्यवाक्यम्
/ तात्त्विकदृष्टिः |
रसस्य
निष्पत्तिः कुत्र? |
भट्टलोल्लटः |
अभिनिवेशवादः (आत्मनिष्ठता) |
नाट्ये नायकादेः भावः एव रसः; नायक
एव रसरूपं अनुभवति। |
नायके एव (प्रदर्शके) |
शङ्कुकः |
अनुमितिवादः |
दर्शकः रसस्य अनुभवं न करॊति
प्रत्यक्षतः, अपि तु
अनुमानद्वारा तं अनुभवति। |
दर्शके, परोक्षेण
(अनुमानतः) |
भट्टनायकः |
भावकत्ववादः |
रसः दर्शके निष्पद्यते, किन्तु सः सामाजिकीकृतभाव
इत्यनेन; सामान्यभावकः
रसास्वादकः। |
दर्शके (भावकत्वेन) |
अभिनवगुप्तः |
अभिव्यक्तिवादः |
स्थायिभावः, उद्दीपन, अनुभावादिना रसस्वरूपेण दर्शके अभिव्यक्तः भवति। |
दर्शके (प्रत्यक्षरसास्वादः) |
🧠
संक्षेपेण स्मरणीयम्:
- लोल्लट
– रसः नायके
- शङ्कुक
– रसः अनुमेयः
दर्शके
- भट्टनायक
– रसः भावकस्य
सामूहिकचित्ते
- अभिनवगुप्त – रसः अभिव्यक्तः दर्शके
13. 'ओत्' इति सूत्रेण संज्ञा भवति
(A) अपृक्तः
(B) प्रगृह्यः
(C) गतिः
(D) विभाषा
✅ उत्तरः: (B) प्रगृह्यः
व्याकरण एवं भाषाविज्ञान:
1. संस्कृत का समृद्ध साहित्य किसने रचा
था?
A) कालिदास
B) पाणिनि
C) पतंजलि
D) उपनिषद
✅ उत्तर: A) कालिदास
📘 स्पष्टीकरण: कालिदास संस्कृत के महान
काव्यकार थे, जिन्होंने
"अभिज्ञानशाकुंतलम्" और "रघुवंश" जैसे अद्भुत काव्य रचे।
Q2. संस्कृत
में शब्दों की रचना किस पर आधारित होती है?
A) प्रत्यय
B) उपसर्ग
C) धातु
D) विभक्ति
✅ उत्तर: C) धातु
✅ प्रश्न 3:
"‘गच्छति’ धातोः लट् लकारस्य प्रथमपुरुषे एकवचनरूपं किम्?"
उत्तर:
गच्छति
व्याख्या:
धातु = गम् (गच्छति)
लकार = लट् (वर्तमान काल)
पुरुष = प्रथम पुरुष
वचन = एकवचन
⇒ उत्तर: गच्छति
✅ प्रश्न 4:
"‘पठति’ इत्यस्मात् धातोः कर्तरि लोट् लकारे प्रथम पुरुषे एकवचनरूपं किम्?"
उत्तर:
पठतु
व्याख्या:
लोट् लकार = विधिलिंग/आज्ञार्थक (imperative mood)
धातु = पठ्
कर्तरि प्रयोग = कर्ता स्वयं क्रिया
करता है
प्रथम पुरुष, एकवचन ⇒ पठतु
(Let him read / he
should read)
✅ प्रश्न 5:
"संस्कृतभाषायाः ‘उपसर्ग’ इत्यस्य कोऽर्थः?"
उत्तर:
धातोः पूर्वे उपतिष्ठति इति – उपसर्गः।
व्याख्या:
‘उपसर्ग’ वह अव्यय होता है जो किसी धातु के पूर्व जुड़कर उसके अर्थ को विशेष
करता है या बदल देता है।
जैसे:
गम् (जाना) + प्रति (उपसर्ग) =
प्रतिगच्छति (लौटना)
✅ प्रश्न 6:
"‘कृ’ धातोः
कृदन्तप्रयोगे क्तवतु प्रत्यये रूपं किम्?"
उत्तर:
कृतवान् (पुं), कृतवती (स्त्री)
व्याख्या:
कृ (to do) धातु + क्तवतु प्रत्यय → कृत
+ वान = कृतवान्
स्त्रीलिङ्गे → कृतवती
📝 प्रत्येक प्रश्न के चार विकल्पों में
से एक सही उत्तर चुनिए:
✅ प्रश्न 7. ‘रामः
वनम् गच्छति’ इत्यत्र ‘रामः’ पदस्य कारकं चिनुत।
A) कर्ता
B) कर्म
C) करण
D) अधिकरण
✅ उत्तर: A) कर्ता
📘 स्पष्टीकरण: 'रामः' वाक्य का कर्ता है, जो
स्वयं गमन क्रिया कर रहा है।
✅ प्रश्न 8:. ‘पठति’ इत्यस्मिन् शब्दे कः लकारः अस्ति?
A) लोट्
B) लङ्
C) लट्
D) विधिलिङ्
✅ उत्तर: C) लट्
📘 स्पष्टीकरण: 'पठति' वर्तमान काल का रूप है, जो
लट् लकार में बनता है।
✅ प्रश्न 9:. ‘गम्’ धातोः लोट् लकारे प्रथम पुरुष
एकवचनरूपं किम्?
A) गच्छ
B) गच्छतु
C) गच्छे
D) अगच्छत्
✅ उत्तर: B) गच्छतु
📘 स्पष्टीकरण: लोट् लकार + प्रथम पुरुष +
एकवचन = गच्छतु (Let him
go)
✅ प्रश्न 10. 'कृ' धातोः क्तवतु प्रत्यये रूपं किम्? (पुंलिङ्गे)
A) कर्तुं
B) कृत
C) कृतवान्
D) कर्ता
✅ उत्तर: C) कृतवान्
📘 स्पष्टीकरण: क्तवतु प्रत्यय + कृ धातु → कृतवान् (he has done)
✅ प्रश्न 11: ‘सः
पठति’ इत्यत्र क्रियापदं किम्?
A) पठति
B) सः
C) सः पठ
D) इत्यत्र
✅ उत्तर: A) पठति
📘 स्पष्टीकरण: 'पठति' वाक्य की क्रिया है, जिसका
अर्थ है — पढ़ता है।
✅ प्रश्न 12: निम्नलिखितेषु कस्मिन् शब्दे कृदन्त प्रयोगः
नास्ति?
A) पठितवान्
B) लिखितः
C) जलम्
D) कर्ता
✅ उत्तर: C) जलम्
📘 स्पष्टीकरण: 'जलम्' कोई कृदन्त रूप नहीं है, यह
सामान्य संज्ञा है। शेष सभी कृदन्त प्रत्यय से बने हैं।
✅ प्रश्न 13: ‘गच्छति’ इत्यस्मिन् कः लकारः अस्ति?
A) लट्
B) लङ्
C) लोट्
D) विधिलिङ्
✅ उत्तर: A) लट्
📘 स्पष्टीकरण: 'गच्छति' वर्तमान काल का रूप है, जो
लट् लकार में होता है।
✅ प्रश्न 14: ‘गच्छेत्’ इत्यत्र कः लकारः अस्ति?
A) लोट्
B) विधिलिङ्
C) लङ्
D) लट्
✅ उत्तर: B) विधिलिङ्
📘 स्पष्टीकरण: 'गच्छेत्' सम्भावना, सम्भाषणार्थ प्रयोग में आता है — विधिलिङ् लकार।
✅ प्रश्न 15: ‘गमिष्यति’ इत्यत्र कः लकारः अस्ति?
A) लङ्
B) लृट्
C) लिट्
D) लोट्
✅ उत्तर: B) लृट्
📘 स्पष्टीकरण: 'गमिष्यति' भविष्यत्काल (future tense) है — लृट् लकार।
✅ प्रश्न 16: ‘अगच्छत्’ इत्यत्र कः लकारः?
A) लङ्
B) लिट्
C) लृट्
D) लोट्
✅ उत्तर: A) लङ्
📘 स्पष्टीकरण: ‘अगच्छत्’ भूतकाल (past
tense) है — लङ् लकार।
✅ प्रश्न 17: ‘गच्छतु’ इत्यत्र कः लकारः?
A) लोट्
B) विधिलिङ्
C) लट्
D) लङ्
✅ उत्तर: A) लोट्
📘 स्पष्टीकरण: 'गच्छतु' आज्ञार्थक लकार है — लोट्
लकार।
✅ प्रश्न 18: ‘भवेत्’ इत्यस्मिन् कः लकारः?
A) लङ्
B) लोट्
C) विधिलिङ्
D) लृट्
✅ उत्तर: C) विधिलिङ्
📘 स्पष्टीकरण: 'भवेत्' = 'हो सकता है'
/ 'होना चाहिए' — विधिलिङ् प्रयोग।
✅ प्रश्न 19: ‘भवतु’ इत्यत्र लकारः कः?
A) लङ्
B) लोट्
C) लट्
D) विधिलिङ्
✅ उत्तर: B) लोट्
📘 स्पष्टीकरण: ‘भवतु’ आज्ञार्थ है —
लोट् लकार का प्रयोग।
✅ प्रश्न 20: धातु 'स्था' (to
stand) का
लट् लकारे प्रथम पुरुष एकवचनरूपं किम्?
A) तिष्ठति
B) स्थापयति
C) स्थितवान्
D) तिष्ठतु
✅ उत्तर: A) तिष्ठति
📘 स्पष्टीकरण: 'स्था' धातु का वर्तमान काल (लट्) रूप — तिष्ठति।
✅ प्रश्न 21: धातु
‘दा’ (to give) का लङ् लकारे प्रथम पुरुष बहुवचनरूपं किम्?
A) दत्ताः
B) अदद्म
C) अदत्त
D) अदद्मः
✅ उत्तर: D) अदद्मः
📘 स्पष्टीकरण: भूतकाल (लङ् लकार) + प्रथम
पुरुष + बहुवचन = अदद्मः (हमने दिया)
✅ प्रश्न 22: 'कृ' धातोः
लोट् लकारे प्रथमपुरुषे बहुवचनरूपं किम्?
A) कुर्यात्
B) कुर्वन्तु
C) कुरुत
D) करिष्यामः
✅ उत्तर: B) कुर्वन्तु
📘 स्पष्टीकरण: ‘कृ’ धातु + लोट् लकार + प्रथम पुरुष + बहुवचन → कुर्वन्तु (Let them do)
1. "√भू" धातोः लट् लकारे प्रथम पुरुष
एकवचनरूपं किम्?
A) भवामि
B) भवति
C) भवसि
D) भूत्वा
✅ उत्तर: B) भवति
📘 स्पष्टीकरण: √भू + लट् + प्रथमा + एकवचन = भवति
2. "√कृ" धातोः लङ् लकारे मध्यम पुरुष
द्विवचनरूपं किम्?
A) अकुर्वताम्
B) अकुरुताम्
C) अकुर्वतम्
D) अकुर्वः
✅ उत्तर: C) अकुर्वतम्
📘 स्पष्टीकरण: √कृ + लङ् + मध्यम + द्विवचन =
अकुर्वतम्
3. "√गम्" धातोः लृट् लकारे उत्तम
पुरुष बहुवचनरूपं किम्?
A) गमिष्यन्ति
B) गमिष्यथ
C) गमिष्यामः
D) गमिष्यावः
✅ उत्तर: C) गमिष्यामः
📘 स्पष्टीकरण: √गम् + लृट् + उत्तम + बहुवचन =
गमिष्यामः
4. "√स्था" धातोः लोट् लकारे मध्यम
पुरुष एकवचनरूपं किम्?
A) तिष्ठतु
B) तिष्ठ
C) तिष्ठन्तु
D) स्थातु
✅ उत्तर: B) तिष्ठ
📘 स्पष्टीकरण: √स्था + लोट् + मध्यम + एकवचन = तिष्ठ
5. "√दा" धातोः विधिलिङ् लकारे प्रथमा
पुरुष बहुवचनरूपं किम्?
A) दद्युः
B) दद्याताम्
C) दद्यम्
D) दद्यात्
✅ उत्तर: A) दद्युः
📘 स्पष्टीकरण: √दा + विधिलिङ् + प्रथमा + बहुवचन =
दद्युः
6. "√पठ्" धातोः लङ् लकारे उत्तम पुरुष
एकवचनरूपं किम्?
A) अपठम्
B) अपठत्
C) अपठन्ति
D) पठिष्यामि
✅ उत्तर: A) अपठम्
📘 स्पष्टीकरण: √पठ् + लङ् + उत्तम + एकवचन = अपठम्
7. "√नी" धातोः लट् लकारे मध्यम पुरुष
बहुवचनरूपं किम्?
A) नयसि
B) नयथ
C) नयामः
D) नयति
✅ उत्तर: B) नयथ
📘 स्पष्टीकरण: √नी → नय + लट् + मध्यम + बहुवचन = नयथ
8. "√भू" धातोः विधिलिङ् लकारे प्रथम
पुरुष एकवचनरूपं किम्?
A) भवामि
B) भवेत्
C) भवेयम्
D) भवेयुः
✅ उत्तर: C) भवेयम्
📘 स्पष्टीकरण: √भू + विधिलिङ् + उत्तम + एकवचन =
भवेयम्
9. "√कृ" धातोः लोट् लकारे उत्तम पुरुष बहुवचनरूपं किम्?
A) कुर्याताम्
B) करवाम
C) कुर्वन्तु
D) कुर्मः
✅ उत्तर: B) करवाम
📘 स्पष्टीकरण: √कृ + लोट् + उत्तम + बहुवचन = करवाम
10. "√गम्" धातोः लङ् लकारे प्रथम पुरुष
बहुवचनरूपं किम्?
A) अगच्छताम्
B) अगच्छाम
C) अगच्छामः
D) अगच्छन्
✅ उत्तर: D) अगच्छन्
📘 स्पष्टीकरण: √गम् + लङ् + प्रथम + बहुवचन = अगच्छन्
11. "√दा" धातोः लृट् लकारे मध्यम पुरुष
एकवचनरूपं किम्?
A) दास्यसि
B) दास्यति
C) दास्यामि
D) दास्यन्ति
✅ उत्तर: A) दास्यसि
📘 स्पष्टीकरण: √दा + लृट् + मध्यम + एकवचन = दास्यसि
12. "√स्था" धातोः विधिलिङ् लकारे
प्रथमपुरुष-द्विवचनरूपं किम्?
A) तिष्ठेयताम्
B) स्थितौ
C) तिष्ठेताम्
D) तिष्ठेयुः
✅ उत्तर: C) तिष्ठेताम्
📘 स्पष्टीकरण: √स्था + विधिलिङ् + प्रथमा + द्विवचन =
तिष्ठेताम्
समास
✅ प्रश्न 1: "‘कृष्णस्य पुस्तकं अस्ति’ इत्यत्र ‘कृष्णस्य’ पदे कः कारकः अस्ति?"
उत्तर:
सम्बन्धः (षष्ठी विभक्ति)
व्याख्या:
'कृष्णस्य' शब्द में षष्ठी विभक्ति है, जो संबंध कारक को व्यक्त करती है। यहाँ
'कृष्ण' और 'पुस्तक' के बीच स्वामित्व का संबंध है।
✅ प्रश्न 2: ‘राजपुत्रः’ इत्यस्मिन पदे कः समासः अस्ति?
A) द्वन्द्वः
B) तत्पुरुषः
C) कर्मधारयः
D) बहुव्रीहिः
✅ उत्तर: B) तत्पुरुषः
📘 स्पष्टीकरण: ‘राजस्य पुत्रः’ → राजपुत्रः। षष्ठी तत्पुरुष समास।
✅ प्रश्न 3: ‘नीलकमलम्’ इत्यस्मिन् कः समासः अस्ति?
A) बहुव्रीहिः
B) कर्मधारयः
C) द्विगुः
D) अव्ययीभावः
✅ उत्तर: B) कर्मधारयः
📘 स्पष्टीकरण: ‘नीलम् कमलम्’ — विशेषण + विशेष्य। कर्मधारय समास।
✅ प्रश्न 4: ‘सीतारामौ’ इत्यत्र कः समासः?
A) कर्मधारयः
B) बहुव्रीहिः
C) द्वन्द्वः
D) तत्पुरुषः
✅ उत्तर: C) द्वन्द्वः
📘 स्पष्टीकरण: सीता + रामौ — दोनों को मिलाकर द्वन्द्व समास।
द्विवचन में।
✅ प्रश्न 5: ‘दुर्गमपन्था’ इत्यत्र समासः कः?
A) कर्मधारयः
B) बहुव्रीहिः
C) अव्ययीभावः
D) तत्पुरुषः
✅ उत्तर: B) बहुव्रीहिः
📘 स्पष्टीकरण: दुर्गमोऽयं पन्था यस्य सः — यह व्यक्ति जिसका पथ कठिन है।
बहुव्रीहि।
✅ प्रश्न 6: ‘यथाशक्ति’ इत्यत्र कः समासः?
A) कर्मधारयः
B) अव्ययीभावः
C) तत्पुरुषः
D) बहुव्रीहिः
✅ उत्तर: B) अव्ययीभावः
📘 स्पष्टीकरण: ‘यथा शक्तिः’ = शक्ति के अनुसार → अव्ययीभाव समास।
✅ प्रश्न 7: ‘सप्तर्षयः’ इत्यत्र कः समासः?
A) द्विगुः
B) बहुव्रीहिः
C) तत्पुरुषः
D) कर्मधारयः
✅ उत्तर: A) द्विगुः
📘 स्पष्टीकरण: सप्त ऋषयः — संख्या + संज्ञा = द्विगु समास।
✅ प्रश्न 8: ‘महात्मा’ इत्यत्र कः समासः?
A) बहुव्रीहिः
B) कर्मधारयः
C) तत्पुरुषः
D) द्वन्द्वः
✅ उत्तर: B) कर्मधारयः
📘 स्पष्टीकरण: महत् आत्मा इत्यर्थे — विशेषण + विशेष्य।
✅ प्रश्न 9: ‘सूर्योदयः’ इत्यस्मिन् समासप्रकारः कः?
A) कर्मधारयः
B) बहुव्रीहिः
C) अव्ययीभावः
D) तत्पुरुषः
✅ उत्तर: D) तत्पुरुषः
📘 स्पष्टीकरण: सूर्यस्य उदयः — षष्ठी तत्पुरुष समास।
✅ प्रश्न 10: ‘लोकनाथः’ इत्यत्र समासः?
A) बहुव्रीहिः
B) द्वन्द्वः
C) षष्ठी तत्पुरुषः
D) अव्ययीभावः
✅ उत्तर: C) षष्ठी तत्पुरुषः
📘 स्पष्टीकरण: लोकस्य नाथः — षष्ठी तत्पुरुष समास।
✅ प्रश्न 11: ‘निशाकालः’ इत्यत्र कः समासः?
A) द्विगुः
B) अव्ययीभावः
C) द्वन्द्वः
D) तत्पुरुषः
✅ उत्तर: D) तत्पुरुषः
📘 स्पष्टीकरण: नक्तं कालः — या निशायाः कालः → षष्ठी तत्पुरुष।
✅ प्रश्न 12: ‘नवग्रह’ इत्यत्र समासः कः अस्ति?
A) तत्पुरुषः
B) द्विगुः
C) बहुव्रीहिः
D) कर्मधारयः
✅ उत्तर: B) द्वन्द्वः
📘 स्पष्टीकरण: ‘नवग्रह’ = नव + ग्रह, अर्थात् 9 ग्रहों का समूह। जिस समस्त पद का पहला पद (पूर्वपद) संख्यावाचक विशेषण हो, उसे द्विगु समास कहते हैं।
📘 कारक
1. प्रश्न: "रामः वनं गच्छति" वाक्य में 'वनं' पद कौन से कारक में है?
उत्तर: द्वितीया कारक (कर्म कारक)
2. प्रश्न: "गुरुणा पाठः पठितः" वाक्य में 'गुरुणा' पद कौन से कारक में है?
उत्तर: तृतीया कारक (करण कारक)
3. प्रश्न: "बालकः पुस्तकम् पठति" वाक्य में 'बालकः' पद कौन से कारक में है?
उत्तर: प्रथमा कारक (कर्तृ कारक)
4. प्रश्न: "सः मित्राय पुस्तकम् दत्तवान्"
वाक्य में 'मित्राय' पद कौन से कारक में है?
उत्तर: चतुर्थी कारक (सम्प्रदान कारक)
5. प्रश्न: "कृषकः हलम् कृषते" वाक्य में 'हलम्' पद कौन से कारक में है?
उत्तर: द्वितीया कारक (कर्म कारक)
6. प्रश्न: "गजेन रथः चलितः" वाक्य में 'गजेन' पद कौन से कारक में है?
उत्तर: तृतीया कारक (करण कारक)
7. प्रश्न: "सीता रावणात् उद्धृता" वाक्य में 'रावणात्' पद कौन से कारक में है?
उत्तर: पञ्चमी कारक (अपादान कारक)
8. प्रश्न: "गङ्गायां स्नानं करोति" वाक्य में 'गङ्गायां' पद कौन से कारक में है?
उत्तर: सप्तमी कारक (अधिकरण कारक)
9. प्रश्न: "रामस्य धनुः बलवदस्ति" वाक्य में 'रामस्य' पद कौन से कारक में है?
उत्तर: षष्ठी कारक (सम्बन्ध कारक)
10. प्रश्न: "सः अहं च मित्रे" वाक्य में 'अहं' पद कौन से कारक में है?
उत्तर: प्रथमा कारक (कर्तृ कारक)
11. प्रश्न: "गुरवे नमः" वाक्य में 'गुरवे' पद कौन से कारक में है?
उत्तर: चतुर्थी कारक (सम्प्रदान कारक)
12. प्रश्न: "पुत्रात् पत्रं प्राप्तम्" वाक्य
में 'पुत्रात्' पद कौन से कारक में है?
उत्तर: पञ्चमी कारक (अपादान कारक)
13. प्रश्न: "कृषकः कर्षकाय हलम् दत्तवान्"
वाक्य में 'कर्षकाय' पद कौन से कारक में है?
उत्तर: चतुर्थी कारक (सम्प्रदान कारक)
14. प्रश्न: "सीता रावणेन हृता" वाक्य में 'रावणेन' पद कौन से कारक में है?
उत्तर: तृतीया कारक (करण कारक)
15. प्रश्न: "गुरुणा शिष्यः शिक्षितः" वाक्य में
'गुरुणा' पद कौन से कारक में है?
उत्तर: तृतीया कारक (करण कारक)
16. प्रश्न: "रामस्य भ्राता लक्ष्मणः" वाक्य में
'रामस्य' पद कौन से कारक में है?
उत्तर: षष्ठी कारक (सम्बन्ध कारक)
17. प्रश्न: "गङ्गायां स्नानं शुभम्" वाक्य में 'गङ्गायां' पद कौन से कारक में है?
उत्तर: सप्तमी कारक (अधिकरण कारक)
18. प्रश्न: "सः पुस्तकं पठति" वाक्य में 'पुस्तकं' पद कौन से कारक में है?
उत्तर: द्वितीया कारक (कर्म कारक)
19. प्रश्न: "गुरवे पत्रं लिखति" वाक्य में 'गुरवे' पद कौन से कारक में है?
उत्तर: चतुर्थी कारक (सम्प्रदान कारक)
20. प्रश्न: "सः नगरात् आगतः" वाक्य में 'नगरात्' पद कौन से कारक में है?
उत्तर: पञ्चमी कारक (अपादान कारक)
21. प्रश्न: "रामः लक्ष्मणं आह्वयति" वाक्य में 'लक्ष्मणं' पद कौन से कारक में है?
उत्तर: द्वितीया कारक (कर्म कारक)
22. प्रश्न: "गुरुणा शिष्यः शिक्षितः" वाक्य में
'शिष्यः' पद कौन से कारक में है?
उत्तर: प्रथमा कारक (कर्तृ कारक)
23. प्रश्न: "गङ्गायां स्नानं शुभम्" वाक्य में 'स्नानं' पद कौन से कारक में है?
उत्तर: प्रथमा कारक (कर्तृ कारक)
24. प्रश्न: "रामस्य धनुः बलवदस्ति" वाक्य में 'धनुः' पद कौन से कारक में है?
उत्तर: प्रथमा कारक (कर्तृ कारक)
25. प्रश्न: "गुरवे नमः" वाक्य में 'नमः' पद कौन से कारक में है?
उत्तर: प्रथमा कारक (कर्तृ कारक)
26. प्रश्न: "पुत्रात् पत्रं प्राप्तम्" वाक्य
में 'पत्रं' पद कौन से कारक में है?
उत्तर: प्रथमा कारक (कर्तृ कारक)
27. प्रश्न: "कृषकः कर्षकाय हलम् दत्तवान्"
वाक्य में 'हलम्' पद कौन से कारक में है?
उत्तर: द्वितीया कारक (कर्म कारक)
28. प्रश्न: "सीता रावणेन हृता" वाक्य में 'सीता' पद कौन से कारक में है?
उत्तर: प्रथमा कारक
'सर्वतः' के योग में कौन-सा कारक होता है?
उत्तर: कर्म कारक (द्वितीया)
🔎 व्याख्या:
'सर्वतः' शब्द के साथ यदि कोई क्रिया होती है, तो वह कर्म (द्वितीया) कारक में होती है।
जैसे – सर्वतः
जलं प्रवहति।
— यहाँ 'जलं' द्वितीया
है।
'सह' के योग में कौन-सी विभक्ति होती है?
उत्तर: तृतीया विभक्ति
🔎 व्याख्या:
'सह' (साथ) शब्द के साथ प्रयोग होने वाला पद तृतीया विभक्ति में होता है।
जैसे – रामः
लक्ष्मणेन सह वनं गच्छति।
"सहयुक्तेऽप्रधाने" यह सूत्र किस
विभक्ति से संबंधित है?
उत्तर: तृतीया विभक्ति
🔎 सूत्र व्याख्या (पाणिनीय):
➡️ सूत्र: सहयुक्तेऽप्रधाने (पाणिनि 2.3.19)
यह तृतीया विभक्ति का प्रयोग दर्शाता है
जब 'सह' शब्द के साथ कोई अप्रधान (गौण) पद जुड़ता है।
'रुच्' अर्थ वाली धातु के साथ कौन-सी विभक्ति
होती है?
उत्तर: चतुर्थी विभक्ति
🔎 उदाहरण:
➡️ रामाय
भोजनं रुचते।
— यहाँ 'रामाय' चतुर्थी
में है।
'रुच्' (to be pleasing) + चतुर्थी विभक्ति प्रयोग में आता है।
"अन्तरेण" उपपद के साथ कौन-सी
विभक्ति प्रयोग होती है?
उत्तर: द्वितीया विभक्ति
🔎 उदाहरण: गुरुमन्तरेण कश्चित् न विजयी भवति।
"नमः, स्वाहा, स्वस्ति, अलम् आदि शब्दों के साथ कौन-सी विभक्ति
होती है?"
उत्तर: चतुर्थी विभक्ति
🔎 उदाहरण: गुरवे नमः।
'ध्रुवमपायेऽपादानम्' किस विभक्ति से सम्बन्धित है?"
उत्तर: पञ्चमी विभक्ति
" सहयुक्तेऽप्रधाने" सूत्र में किस विभक्ति
के बारे में निर्देश है?
उत्तर: तृतीया विभक्ति
🔎 पाणिनि
सूत्र: 2.3.19
"कर्म कारक में कौन-सी विभक्ति प्रयोग
होती है?"
उत्तर: द्वितीया विभक्ति
"अपादान कारक में कौन-सी विभक्ति आती है?"
उत्तर: पञ्चमी विभक्ति
"सप्तमी विभक्ति से कौन-सा कारक दर्शाया
जाता है?"
उत्तर: अधिकरण कारक
🔎 उदाहरण: कक्षायां बालकः अस्ति।
(वाक्य में रेखांकित पद का कारक बताइए)
- रामः
वनं गच्छति।
👉 उत्तर: द्वितीया कारक (गमन क्रिया का लक्ष्य) - बालकः
पुस्तकया पठति।
👉 उत्तर: तृतीया कारक (करण) - गुरुं
नमामि।
👉 उत्तर: द्वितीया कारक (उपासना क्रिया का कर्म) - बालकः
गुरवे पुष्पं
ददाति।
👉 उत्तर: चतुर्थी कारक (सम्प्रदान) - अहं
मित्रेण सह
गच्छामि।
👉 उत्तर: तृतीया कारक (सहयोग) - अहं
कृष्णात् पुस्तकं
गृहीतवान्।
👉 उत्तर: पञ्चमी कारक (अपादान) - गङ्गायाः
तीरे आश्रमः
अस्ति।
👉 उत्तर: सप्तमी कारक (अधिकारण) - गुरुणा
शिष्यः शिक्षा दत्तः।
👉 उत्तर: तृतीया कारक (कर्ता – कर्तरि तृतीया प्रयोगः) - अहं
मातरम् नमामि।
👉 उत्तर: द्वितीया कारक - अहं
काव्येन हृष्यामि।
👉 उत्तर: तृतीया कारक (हेतु – हेतुहे तृतीया)
🔹
प्रश्न 11-20: सही
विकल्प चुनिए
- 'मया
पुस्तकं पठ्यते।' — वाक्य में 'मया' किस कारक में है?
👉 (क) प्रथमा (ख) तृतीया ✅ (ग) पञ्चमी (घ) सप्तमी
उत्तर: (ख) तृतीया - 'गुरवे
नमः।' — 'गुरवे' पद कौन से कारक में है?
👉 उत्तर: चतुर्थी - 'फलानि
वृक्षात् पतन्ति।' — 'वृक्षात्'
किस कारक में है?
👉 उत्तर: पञ्चमी - 'नदीषु
कमलानि विकसन्ति।' — 'नदीषु' किस कारक में है?
👉 उत्तर: सप्तमी - 'बालकः
पुस्तकम् पठति।' — 'पुस्तकम्'
किस कारक में है?
👉 उत्तर: द्वितीया - 'सीता
लक्ष्मणेन सह वनं गच्छति।' — 'लक्ष्मणेन'
किस कारक में है?
👉 उत्तर: तृतीया - 'सः
मित्राय पुस्तकम् दत्तवान्।' — 'मित्राय' किस कारक में है?
👉 उत्तर: चतुर्थी - 'मया
लेखः लिखितः।' — यह किस कारक प्रयोग का उदाहरण है?
👉 उत्तर: करण कारक (कर्तरि तृतीया – कर्ता तृतीया में है क्योंकि वाक्य कर्मणि है) - 'गायत्री
भोजनं करोति।' — 'भोजनं' पद कौन से कारक में है?
👉 उत्तर: द्वितीया - 'रामेण
सीता रक्षिता।' — 'रामेण' किस कारक में है?
👉 उत्तर: तृतीया
🔹
प्रश्न 21-30: रिक्त
स्थान पूरक
- अहं ____ पाठशालां गच्छामि। (नगरः)
👉 उत्तर: नगरात् (पञ्चमी) - सः ____ नमति। (गुरु)
👉 उत्तर: गुरुम् (द्वितीया) - बालकः ____ खादति। (हस्तः)
👉 उत्तर: हस्तेन (तृतीया) - अहं ____ पुस्तकम् दास्यामि। (मित्रः)
👉 उत्तर: मित्राय (चतुर्थी) - पुस्तकं ____
अस्ति। (मेषः)
👉 उत्तर: मेषे (सप्तमी) - रामः ____ फलं आनयति। (वृक्षः)
👉 उत्तर: वृक्षात् (पञ्चमी) - छात्रः ____ लेखति। (लेखनी)
👉 उत्तर: लेखन्या / लेखन्या (तृतीया) - अहं ____ सह आगतः। (सखा)
👉 उत्तर: सख्याः / सखिना सह (तृतीया) - बालिका ____ पठति। (पुस्तकम्)
👉 उत्तर: पुस्तकं (द्वितीया) - मया ____ पठितम्। (गीता)
👉 उत्तर: गीतया (करण – तृतीया)
1. प्रश्न-कति माहेश्वरसूत्राणि सन्ति ?
उत्तरम् - चतुर्दश।
2. प्रश्न-माहेश्वराणि इत्यत्र कः प्रत्ययः?
उत्तरम् अण् प्रत्ययः ।
3. प्रश्न-किमर्थानि माहेश्वरसूत्राणि?
उत्तरम् - प्रत्याहारसंज्ञार्थानि ।
4. प्रश्न-माहेश्वरसूत्रेषु अन्त्या भवन्ति?
उत्तरम् इत्संज्ञका ।
5. प्रश्न "आदिरन्त्येन सहेता" अनेन सूत्रेण विधीयते ?
उत्तरम् - प्रत्याहारसंज्ञा ।
6. प्रश्न-कति प्रत्याहाराः सन्ति ?
उत्तरम् - त्रिचत्वारिंशत् ।
7. प्रश्न-केषां वर्णानाम् उदात्त-अनुदात्त-स्वरित संज्ञाः भवन्ति?
उत्तरम्- स्वरवर्णानाम् (अचाम्)
8. प्रश्न-अ, इ, उ, ऋ वर्णानां प्रत्येकस्य भेदाः भवन्ति?
उत्तरम् अष्टादश।
9. प्रश्न-ए, ऐ, ओ, औ वर्णानां प्रत्येकस्य भेदाः भवन्ति ?
उत्तरम् - द्वादश।
10. प्रश्न "तुल्यास्य प्रयत्नं सवर्णम्" अनेन सूत्रेण
विधीयते ?
उत्तरम् - सवर्णसंज्ञा।
11. प्रश्न-अ-कवर्गः हकार-विसर्ग वर्णानाम्
उच्चारणस्थानमस्ति?
उत्तरम् - कण्ठः ।
12. प्रश्न-इ-चवर्गः य श वर्णानाम्
उच्चारणस्थानमस्ति ?
उत्तरम् - तालु।
13. प्रश्न-ऋ-टवर्गः र ष वर्णानाम्
उच्चारणस्थानमस्ति ?
उत्तरम् - मूर्धा।
14. प्रश्न-लृ-तवर्गः ल स वर्णानाम् उच्चारणस्थानमस्ति ?
उत्तरम्- दन्तः ।
15. प्रश्न-उ-पवर्गः उपध्मानीयः वर्णानाम्
उच्चारणस्थानमस्ति ?
उत्तरम् - ओष्ठः ।
16. प्रश्न-ओ औ वर्णानाम् उच्चारणस्थानमस्ति?
उत्तरम् - कण्ठौष्ठ्य ।
17. प्रश्न-एकारः ऐकारः वर्णानाम्
उच्चारणस्थानमस्ति ?
उत्तरम् - कण्ठतालुः ।
18. प्रश्न-ञमङण न वर्णानां विशेषस्थानम् अस्ति?
उत्तरम् - नासिका ।
19. प्रश्न-प्रयत्नः कतिविधः भवति ?
उत्तरम् - द्विविधः ।
20.प्रश्न-आभ्यन्तरप्रयत्नः कतिविधः के च ते?
उत्तरम्- चतुर्विधः, स्पृष्टः, ईषत्स्पृष्टः, विवृतः, संवृतश्च ।
21. प्रश्न-बाह्यप्रयत्नः कतिविधः के च ते?
उत्तरम्-एकादश, विवारः, संवारः, श्वासः, नादः, घोषः, अघोषः, अल्पप्राणः, महाप्राणः,
उदात्तः, अनुदात्तः, स्वरितश्च ।
22. प्रश्न-स्पर्शाः वर्णाः के सन्ति ?
उत्तरम् - कवर्गतः पवर्ग पर्यन्तम्।
23. प्रश्न-अन्तःस्थाः वर्णाः सन्ति ?
उत्तरम्- य, र, ल, व।
24. प्रश्न-ऊष्मवर्णाः सन्ति ?
उत्तरम् - श, ष, स, ह।
25. प्रश्न-वर्गस्य प्रथम-तृतीय-पञ्चमवर्णानाम्
अन्तःस्थानाञ्च बाह्यप्रयत्नः अस्ति?
उत्तरम् - अल्पप्राणः ।
26. प्रश्न-वर्गस्य द्वितीयचतुर्थवर्णानाम्
ऊष्माणाञ्च बाह्यप्रयत्नः अस्ति?
उत्तरम् महाप्राणः।
27. प्रश्न-वृद्धिसंज्ञाविधायकं सूत्रम् ?
उत्तरम् - वृद्धिरादैच् ।
28. प्रश्न-आ, ऐ, औ एते वर्णाः सन्ति?
उत्तरम् - वृद्धिसंज्ञकाः ।
29. प्रश्न-गुणसंज्ञा केन सूत्रेण विधीयते ?
उत्तरम्- अदेङ्गुणः।
30. प्रश्न-गुणसंज्ञकाः वर्णाः सन्ति?
उत्तरम्-अ, ए, ओ।
31. प्रश्न-प्रादीनां क्रियायोगे भवति ?
उत्तरम्-उपसर्गसंज्ञा ।
32 . प्रश्न-कति उपसर्गाः?
उत्तरम्-द्वाविंशतिः ।
33. प्रश्न-" अवसान" संज्ञा केन सूत्रेण
भवति ?
उत्तरम्- "विरामोऽवसानम्" ।
34. प्रश्न-"संहिता" संज्ञा केन सूत्रेण
भवति ? उत्तरम्-"
परः सन्निकर्षः संहिता"।
35. प्रश्न-"पद" संज्ञा केन सूत्रेण
भवति ? उत्तरम्-
"सुप्तिङन्तं पदम्"।
36. प्रश्न-संयोगसंज्ञा विधायकं सूत्रम् ? उत्तरम्-"हलोऽनन्तरा
संयोगः"।
37. प्रश्न-हूस्वस्य स्वरवर्णस्य भवति ?
उत्तरम् - लघुसंज्ञा ।
38. प्रश्न-संयोगे परे हस्व स्वरस्य एवं दीर्घ
स्वरस्य संज्ञा भवति ?
उत्तरम् - गुरुसंज्ञा ।
39. प्रश्न-नदी संज्ञा बिधायकं सूत्रं किमस्ति ?
उत्तरम् - "ङिति ह्रस्वस्य"।
40. प्रश्न-"मति ङे मत्यै" अत्र
"मति" इत्यस्य नदी-संज्ञा केन सूत्रेण भवति ?
उत्तरम् - "ङिति ह्रस्वस्य" ।
41. प्रश्न-“यू स्त्र्याख्यौ नदी" इति सूत्रे
"यू" इत्यनेन कयोः वर्णद्वयोः बोधो भवति ?
उत्तरम् - ई, ऊ।
42. प्रश्न-"घि" संज्ञा केन सूत्रेण भवति
?
उत्तरम्-"शेषो घ्यसखि"।
43. प्रश्न-ङित् विभक्तिौ केन सूत्रेण
"घि" संज्ञकं गुणो विधीयते ?
उत्तरम्-घेङिति ।
44. प्रश्न-"घि" संज्ञकेन विहित"
ङि" विभक्तिं केन सूत्रेण औकारो भवति ?
उत्तरम् - अच्च घेः इति सूत्रेण।
45. प्रश्न-"शेषो घ्यसखि" इति सूत्रे
"शेष" शब्द कया संज्ञया सम्बद्धः?
उत्तरम्- नदी-संज्ञा।
46.प्रश्न-प्रतिपदिकसंज्ञाविधायकं सूत्रं किम्?
उत्तरम्-अर्थवदधातुरप्रत्ययः प्रातिपदिकम् ।
47. प्रश्न-शब्दानुशासने प्रातिपदिकसंज्ञाविधायकानि
कति सूत्राणि सन्ति?
उत्तरम् (02) द्वौ।
📘 भाषाविज्ञान
1. वह शाखा जो ध्वनियों का वैज्ञानिक
अध्ययन करती है, क्या कहलाती है?
A) व्याकरण
B) ध्वनिविज्ञान (Phonetics)
C) रूपविज्ञान (Morphology)
D) ध्वनितत्त्व (Phonology)
✅ उत्तर: B) ध्वनिविज्ञान (Phonetics)
📘 स्पष्टीकरण: ध्वनिविज्ञान वह शाखा है
जिसमें ध्वनियों के उच्चारण, संरचना, और गुणों का अध्ययन किया जाता है।
2. वह शाखा जो ध्वनियों की प्रणाली (sound system) और उनके नियमों का अध्ययन करती है, वह है—
A) भाषाविज्ञान
B) ध्वनिविज्ञान
C) ध्वनितत्त्व (Phonology)
D) व्याकरण
✅ उत्तर: C) ध्वनितत्त्व (Phonology)
📘 स्पष्टीकरण: ध्वनितत्त्व या
ध्वनिशास्त्र भाषिक ध्वनियों के संगठन और कार्य का अध्ययन करता है।
3. वह शाखा जो शब्दों की रचना और उनके
घटकों का अध्ययन करती है,
वह है—
A) शब्दविज्ञान (Lexicology)
B) रूपविज्ञान (Morphology)
C) वाक्यविज्ञान (Syntax)
D) व्युत्पत्तिविज्ञान (Etymology)
✅ उत्तर: B) रूपविज्ञान (Morphology)
📘 स्पष्टीकरण: Morphology वह शाखा है जो शब्दों की आंतरिक संरचना
(root, suffix, prefix आदि) को देखती है।
4. वह शाखा जो वाक्य की बनावट व संरचना का
अध्ययन करती है, क्या कहलाती है?
A) व्याकरण
B) वाक्यविज्ञान (Syntax)
C) व्युत्पत्तिविज्ञान
D) वाक्यार्थ
✅ उत्तर: B) वाक्यविज्ञान (Syntax)
📘 स्पष्टीकरण: Syntax वाक्य में शब्दों की क्रमबद्धता और
व्याकरणिक संबंधों का अध्ययन करती है।
5. अर्थ का अध्ययन करने वाली शाखा कौन-सी
है?
A) ध्वनिविज्ञान
B) वाक्यविज्ञान
C) अर्थविज्ञान (Semantics)
D) समाजभाषाविज्ञान
✅ उत्तर: C) अर्थविज्ञान (Semantics)
📘 स्पष्टीकरण: अर्थविज्ञान शब्दों, वाक्यों और प्रतीकों के अर्थ को समझने
का विज्ञान है।
6. वह शाखा जो भाषा और समाज के संबंध का
अध्ययन करती है, वह है—
A) समाजभाषाविज्ञान (Sociolinguistics)
B) मनोभाषाविज्ञान
C) व्याकरण
D) शब्दविज्ञान
✅ उत्तर: A) समाजभाषाविज्ञान (Sociolinguistics)
📘 स्पष्टीकरण: यह शाखा यह देखती है कि
समाज के विभिन्न वर्ग, जातियाँ, क्षेत्र आदि भाषा को कैसे प्रयोग करते हैं।
7. वह शाखा जो भाषा के मनोवैज्ञानिक
पक्षों का अध्ययन करती है—
A) तंत्रभाषाविज्ञान
B) व्याकरण
C) मनोभाषाविज्ञान (Psycholinguistics)
D) भाषाविज्ञान
✅ उत्तर: C) मनोभाषाविज्ञान (Psycholinguistics)
📘 स्पष्टीकरण: मनोभाषाविज्ञान यह समझने
की कोशिश करता है कि मस्तिष्क में भाषा कैसे ग्रहण, संसाधित, व उत्पादित होती है।
8. वह शाखा जो भाषाओं की ऐतिहासिक
उत्पत्ति व विकास का अध्ययन करती है—
A) तुलनात्मक भाषाविज्ञान
B) ऐतिहासिक भाषाविज्ञान (Historical Linguistics)
C) व्युत्पत्तिविज्ञान
D) भाषा-परिवर्तन विज्ञान
✅ उत्तर: B) ऐतिहासिक भाषाविज्ञान (Historical Linguistics)
📘 स्पष्टीकरण: यह शाखा यह बताती है कि
कैसे भाषाएँ समय के साथ बदलती हैं।
9. शब्दकोश निर्माण की प्रक्रिया एवं
सिद्धांतों से संबंधित शाखा क्या कहलाती है?
A) व्याकरण
B) शब्दविज्ञान
C) कोशविज्ञान (Lexicography)
D) नामविज्ञान
✅ उत्तर: C) कोशविज्ञान (Lexicography)
📘 स्पष्टीकरण: यह वह शाखा है जिसमें
शब्दों के अर्थ, प्रयोग, व्युत्पत्ति आदि की जानकारी देकर शब्दकोश निर्मित किए जाते हैं।
10. वह शाखा जो भाषाओं की तुलना करके उनके
आपसी संबंधों का अध्ययन करती है—
A) तुलनात्मक भाषाविज्ञान (Comparative Linguistics)
B) समाजभाषाविज्ञान
C) व्याकरण
D) संरचनात्मक भाषाविज्ञान
✅ उत्तर: A) तुलनात्मक भाषाविज्ञान (Comparative Linguistics)
📘 स्पष्टीकरण: यह शाखा विभिन्न भाषाओं की
संरचना, शब्दावली आदि की तुलना कर उनके विकास व
वर्गीकरण को समझाती है।
11. संस्कृत
में लिंग (gender) की कितनी श्रेणियाँ होती हैं?
A) 2
B) 3
C) 4
D) 5
✅ उत्तर: B) 3
📘 स्पष्टीकरण: संस्कृत में 3 लिंग होते हैं: पुल्लिंग (masculine), स्त्रीलिंग (feminine) और नपुंसकलिंग (neuter).
12. ‘भाषा’ शब्दस्य व्युत्पत्तिः कस्य धातोः
निष्पन्ना?
A) भाष्
B) भाषि
C) भास्
D) भू
✅ उत्तर: A) भाष्
📘 स्पष्टीकरण: ‘भाषा’ शब्द ‘भाष्’ धातु से बना है, जिसका
अर्थ है – कहना, बोलना।
13. ध्वनिविज्ञानं
कस्य भागः अस्ति?
A) व्याकरणस्य
B) भाषाविज्ञानस्य
C) छन्दःशास्त्रस्य
D) अर्थशास्त्रस्य
✅ उत्तर: B) भाषाविज्ञानस्य
📘 स्पष्टीकरण: भाषाविज्ञान की प्रमुख शाखाओं में ‘ध्वनिविज्ञानम्’ (Phonetics) एक प्रमुख शाखा है।
📘 अच् सन्धि पर प्रश्न एवं उत्तर
1. प्रश्न: राम + ईश्वरः
उत्तर: रामेश्वरः
2. प्रश्न: राजा + ईश्वरः
उत्तर: राजेश्वरः
3. प्रश्न: गुरु + उपदेशः
उत्तर: गुरूपदेशः
4. प्रश्न: देव + ऋषिः
उत्तर: देवर्षिः
5. प्रश्न: राम + इति
उत्तर: रामेति
6. प्रश्न: महा + ईश्वरः
उत्तर: महेश्वरः
7. प्रश्न: रमा + उपासना
उत्तर: रमोपासना
8. प्रश्न: सुन्दर + इति
उत्तर: सुन्दरेति
9. प्रश्न: गण + उपासकः
उत्तर: गणोपासकः
10. प्रश्न: सीता + ईश्वरः
उत्तर: सीतेश्वरः
11. प्रश्न: भाव + अनुग्रहः
उत्तर: भावानुग्रहः
12. प्रश्न: प्रभु + ईशः
उत्तर: प्रभ्वीशः
13. प्रश्न: योग + उपदेशः
उत्तर: योगोपदेशः
14. प्रश्न: गुण + उत्पत्तिः
उत्तर: गुणोत्पत्तिः
15. प्रश्न: धर्म + अर्थः
उत्तर: धर्मार्थः
16. प्रश्न: सीता + उपदेशः
उत्तर: सीतोपदेशः
17. प्रश्न: वेद + अध्यायः
उत्तर: वेदाध्यायः
18. प्रश्न: तपः + ऋषिः
उत्तर: तपर्षिः
19. प्रश्न: देव + ईशः
उत्तर: देवेशः
20. प्रश्न: कवि + उपदेशः
उत्तर: कव्युपदेशः
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें