संस्कृत सामान्य ज्ञान प्रश्नोत्तर (खंड 1) भाषा ज्ञान दक्षता

 📚 संस्कृत सामान्य ज्ञान: पाठों की सूची

🎓 प्रिय विद्यार्थियों! नीचे दी गई सूची आपके संस्कृत अध्ययन को सरल और व्यवस्थित बनाने हेतु तैयार की गई है। हर पाठ एक कदम है आपकी भाषा-यात्रा में। आइए जानें हमें क्या-क्या पढ़ना है?

1.    शब्दकोश अभ्यास

o    संस्कृत शब्दकोश (कोश) में वर्णक्रम

o          हिन्दी शब्दों के संस्कृत रूप

o          शरीर के अंगों के नाम

o          संबंधियों के नाम

o          फलों के नाम

o          पशु-पक्षियों के नाम

o          भोज्य एवं पेय पदार्थों के नाम

o          वृक्षों व पौधों के नाम

o          वस्त्रों के नाम

o          प्रचलित विदेशी शब्दों के संस्कृत पर्याय

o          माप-तौल से संबंधित शब्द

o          संख्याज्ञान (संस्कृत में 1 से 100 तक)

o          रंगों के नाम

o          समयवाचक शब्द (दिन, पक्ष, मास, वर्ष आदि)


2.    लिंग-ज्ञान

o          पुल्लिंग, स्त्रीलिंग, नपुंसकलिंग शब्दों की पहचान

o          लिंगानुसार शब्द रूपों का अभ्यास


3.    शब्द ज्ञान

o          हिन्दी शब्द का उपयुक्त संस्कृत रूप

o          पर्यायवाची शब्द (संस्कृत में)

o          विलोम / विरुद्धार्थक शब्द (संस्कृत से संस्कृत)

o          पर्यायवाची शब्दों में लिंग या अर्थ का भेद


4.    क्रिया ज्ञान / क्रियानुकृति

o          संस्कृत क्रियाओं की पहचान

o          उचित लकार, पुरुष, वचन में क्रियाओं का प्रयोग

o          दैनिक जीवन की क्रियाओं पर आधारित अभ्यास

o          चित्र या स्थिति देखकर क्रियापद का चयन


5.    वर्तनी ज्ञान एवं वर्णक्रम

•          वर्णक्रम की पहचान

•          मात्राओं का सही ज्ञान (मात्राबोध)

•          स्वर और व्यञ्जन की पहचान

•          व्यञ्जनान्त शब्द

•          शुद्ध/अशुद्ध वर्तनी

•          ध्वनि-साम्य शब्द (उदाहरण: बल / वल, बन्धु / वन्धु)


6. वर्ण ज्ञान

•          वर्णों के उच्चारण स्थान (ओष्ठ्य, दन्त्य, तालव्य आदि)

•          शब्दों में प्रयुक्त लिंग (पुल्लिंग, स्त्रीलिंग, नपुंसकलिंग)

•          वचन ज्ञान (एकवचन, द्विवचन, बहुवचन)

•          पुरुष ज्ञान (प्रथम, मध्यम, उत्तम)

•          विभक्ति की पहचान

•          विशेष्य और विशेषण में संबंध

•          वाक्य में आए संख्यावाची पदों की पहचान

•          संस्कृत शब्दरूपों का अभ्यास (राम, सीता, फल इत्यादि)


7. क्रिया एवं धातु-ज्ञान

•          तिङन्त (क्रिया) पदों की पहचान

•          वाक्य में प्रयुक्त धातु तथा उसका काल

•          उपसर्ग व मूल धातु की पहचान

•          धातु से तिङन्त पद बनाना

•          काल परिवर्तन (वर्तमान, भूत, भविष्य)


8. अव्यय एवं सर्वनाम ज्ञान

•          वाक्य में अव्यय, सर्वनाम, क्रियापद की पहचान

•          सामान्य अव्ययों का ज्ञान (यथा , तु, वा, अपि आदि)


9. वाक्य निर्माण कौशल

•          तिङन्त पद से वाक्य निर्माण

•          दिये गए शब्दों से उचित संस्कृत वाक्य बनाना

•          प्रश्नवाचक शब्द (कः, का, किम् आदि) से प्रश्नवाचक वाक्य

•          उपसर्गयुक्त क्रियापद से वाक्य


10. शब्द शुद्धि (पंडित परीक्षा स्तर)

•          अशुद्ध शब्दों को पहचानकर शुद्ध रूप लिखना

•          शुद्ध संस्कृत पद व वाक्य रचना

•          शुद्धि के कारण का स्पष्टीकरण (यदि आवश्यक हो)

 


(खण्ड 1)

संस्कृत भाषा दक्षता

📘 संस्कृत शब्दकोश में अक्षर-क्रम आधारित प्रश्न

प्रस्तावना
संस्कृत शब्दकोश (कोश) के वर्णक्रम को विद्यार्थियों के लिए सरल एवं बोधगम्य बनाने हेतु नीचे प्रश्नों की एक रूपरेखा प्रस्तुत की गई है।
इन प्रश्नों के अभ्यास से छात्र कोशीय क्रम (dictionary order) को भली-भाँति समझ सकेंगे तथा उन्हें संस्कृत कोश-ग्रंथों में शब्दों की खोज में सुविधा प्राप्त होगी।

प्रश्न- शब्दकोश में "आकार" शब्द पहले आएगा या "आकृति" ?

उत्तर - आकार शब्द पहले आएगा ।

प्रश्न- शब्दकोश में "कथङ्कारम्" शब्द पहले आएगा या कथञ्चित् ?

उत्तर - "कथङ्कारम्" शब्द पहले आएगा

Q. शब्दकोश में "नयनम्" पहले आएगा या "नारी"?

A. "नयनम्" पहले आएगा।

Q. शब्दकोश में "उद्यानम्" पहले आएगा या "उदधिः"?

A. "उदधिः" पहले आएगा।

Q. शब्दकोश में "देवः" पहले आएगा या "देशः"?

A. "देशः" पहले आएगा।

Q. शब्दकोश में "कर्म" पहले आएगा या "कर्कश"?

A. "कर्कश" पहले आएगा।

Q. शब्दकोश में "मित्रम्" पहले आएगा या "मृदु"?

A. "मित्रम्" पहले आएगा।

Q. शब्दकोश में "गुरुः" शब्द पहले आएगा या "गुर्वी"?

A. "गुरुः" शब्द पहले आएगा।

Q. शब्दकोश में "प्रकाशः" पहले आएगा या "प्रकर्षः"?

A. "प्रकर्षः" पहले आएगा।

Q. शब्दकोश में "सत्यः" पहले आएगा या "सत्यम्"?

A. "सत्यः" पहले आएगा।

संकेत- कण्ठभूषा में कथम्भूत में (कण्ठभूषा) । कनिष्ठ- कन्दु में (कनिष्ठ) तुरीय - तुरीप (तुरीप)

पर्यायवाची शब्द में लिंगगत या अर्थगत भिन्नता ज्ञात करना- 

आपः, वारि, तोयम्, उदकम्, नीरम्, सलिलम्। 

दैनिक उपयोग के हिन्दी शब्दों के संस्कृत रूप

🏠 घर में उपयोग होने वाले शब्द

 

हिन्दी   |    संस्कृत   

- ------------- - |------------------ -

- घर        गृहम् / आवासः

- दरवाज़ा     द्वारम्         

- खिड़की      वातायनम् / गवाक्षः

- दीवार       भित्तिः        

- कुर्सी        आसन्दी / पीठिका

- मेज़ / टेबल उत्पीठिका      

- बिस्तर / पलंग - पर्यङ्कः / शय्या

- तकिया       उपधानम्        

- अलमारी      कपाटिका        

- पंखा        व्यजनम्        

- दीपक        दीपः           


🍽️ भोजन से संबंधित शब्द

 

- हिन्दी |     संस्कृत      

- ---------- -| -------------------- -

- खाना     भोजनम् / आहारः   

- जल / पानी  - जलम् / अंबुः / तोयम्

- दूध      दुग्धम्          

- दही      दधि              

- चावल     तण्डुलाः         

- रोटी     रोटिका           

- सब्जी    शाकम्            

- फल       फलम्             

- नमक      लवणम् / सैन्धवम् 


👩‍👩‍👧‍👦 रिश्ते और लोग

 

- हिन्दी |     संस्कृत

- ---------- - |------------- -

- पिता     जनकः / पिताः  -

- माता     मातरः     

- भाई      भ्राता    

- बहन      भगिनी     

- पुत्र        पुत्रः    

- पुत्री        पुत्री / तनया -

- आदमी     नरः / पुरुषः  -

- स्त्री               नारी / स्त्री -

 

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📅 समय व दिनचर्या

 

- हिन्दी   |    संस्कृत   

- ---------- -| ----------------- -

- दिन      दिवसः         

- रात      रात्रिः       

- सुबह     प्रातःकालः / उषा

- शाम     सायंकालः      

- घड़ी     घटिका         

- समय    समयः          

- सप्ताह   सप्ताहः / सप्ताहः

 

🎒 विद्यालय और पढ़ाई

 

- हिन्दी   |   संस्कृत     

- ---------- -| ------------------- -

- विद्यालय पाठशाला  विद्यालयः

- पुस्तक      पुस्तकम् / ग्रन्थः

- कक्षा        कक्ष्या         

- छात्र        छात्रः          

- अध्यापक    शिक्षकः / आचार्यः

- कलम        लेखनी           

- कागज़       पत्रम्    

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प्रश्न:- शरीर का वह अंग जिसका संस्कृत में अर्थ "सिर" है। 

   उत्तर:- शिरः। 

प्रश्न: "जीभ" के लिए संस्कृत शब्द क्या है

   उत्तर: जिह्वा। 

प्रश्न: "पैर" को संस्कृत में क्या कहते हैं

   उत्तर: पादः। 

प्रश्न: संस्कृत में "हाथ" का क्या नाम है

   उत्तर: करः। 

प्रश्न: "बाल" को संस्कृत में क्या कहते हैं

   उत्तर: केशः। 

प्रश्न: "कान" के लिए संस्कृत शब्द क्या है

   उत्तर: कर्णः। 

प्रश्न: "नाक" के लिए संस्कृत शब्द क्या है

    उत्तर: नासिका। 

प्रश्न: "भुजा" को संस्कृत में क्या कहते हैं

    उत्तर: बाहुः। 

प्रश्न: संस्कृत में "गर्दन" का नाम क्या है

    उत्तर: ग्रीवा। 

प्रश्न: "अंगुली" के लिए संस्कृत शब्द क्या है

    उत्तर: अङ्गुलिः। 

प्रश्न: "पेट" का संस्कृत में नाम क्या है

    उत्तर: उदरम्। 

प्रश्न: "कमर" को संस्कृत में क्या कहते हैं

    उत्तर: कटिः। 

प्रश्न: "पीठ" का संस्कृत शब्द क्या है

    उत्तर: पृष्ठम्। 

प्रश्न: "हड्डी" के लिए संस्कृत शब्द क्या है

    उत्तर: अस्थि। 

प्रश्न: "दाँत" को संस्कृत में क्या कहते हैं

    उत्तर: दन्तः। 

प्रश्न: "ओठ" का संस्कृत शब्द क्या है

    उत्तर: ओष्ठः। 

प्रश्न: "भ्रू" का अर्थ किस अंग से है

    उत्तर: भौं (भ्रू)। 

प्रश्न: संस्कृत में "किताब" को क्या कहते हैं

   उत्तर: पुस्तकम्। 

प्रश्न: "अध्यापक" का संस्कृत शब्द क्या है

   उत्तर: शिक्षकः। 

प्रश्न: "माँ" का संस्कृत शब्द क्या है

   उत्तर: जननी। 

प्रश्न: "गाय" के लिए संस्कृत शब्द क्या है

   उत्तर: गौः। 

प्रश्न: संस्कृत में "पेड़" को क्या कहते हैं

   उत्तर: वृक्षः। 

प्रश्न: "पानी" का संस्कृत शब्द क्या है

   उत्तर: जलम्। 

प्रश्न: "सूरज" को संस्कृत में क्या कहते हैं

   उत्तर: सूर्यः। 

प्रश्न: "आकाश" का संस्कृत शब्द क्या है

   उत्तर: नभः। 

प्रश्न: "रात" को संस्कृत में क्या कहते हैं

   उत्तर: रात्रिः। 

प्रश्न: "दोस्त" का संस्कृत शब्द क्या है

    उत्तर: सखा। 

प्रश्न: "खाना" का संस्कृत शब्द क्या है

    उत्तर: भोजनम्। 

प्रश्न: "धरती" को संस्कृत में क्या कहते हैं

    उत्तर: भूमिः, धरित्री। 

प्रश्न: "छात्र" का संस्कृत में पर्याय क्या है

    उत्तर: विद्यार्थी, छात्रः।  

प्रश्न: "गाँव" का संस्कृत शब्द क्या है

    उत्तर: ग्रामः। 

प्रश्न: "पहाड़" को संस्कृत में क्या कहते हैं

    उत्तर: पर्वतः। 

प्रश्न: "आग" का पर्यायवाची शब्द क्या है

    उत्तर: अग्निः। 

प्रश्न: "हवा" को संस्कृत में क्या कहते हैं

    उत्तर: वायुः। 

प्रश्न: "धन" को संस्कृत में क्या कहते हैं

    उत्तर: वित्तम्, धनम्। 

प्रश्न: संस्कृत में "राजा" का पर्याय क्या है

    उत्तर: नृपतिः। 

प्रश्न: "पढ़ाई" को संस्कृत में क्या कहते हैं

    उत्तर: शिक्षणम्। 

प्रश्न: "रोशनी" को संस्कृत में क्या कहते हैं

    उत्तर: ज्योतिः।  

शरीर के अंगों के नाम

🔹 प्रतियोगिता का स्वरूप:

  1. प्रतिभागी एक-एक कर मंच पर आएँगे।
  2. उन्हें लिखित एक-एक संस्कृत शब्द दिया जाएगा (या पहले से सूची दी जा सकती है)।
  3. वे लिखित शब्द का संस्कृत में उच्चारण करेंगे – जैसे "जिह्वा"।
  4. उसके साथ-साथ वे उस अंग को छूकर या अभिनय कर प्रदर्शित करेंगे – जैसे जीभ बाहर निकाल कर दिखाना।

इसी प्रकार इनसे पूछे जा सकते हैं। यथा- 

सिर  शिरः/शीर्षम् । माथा  ललाटम् /मस्तकम् । दिमाग  मस्तिष्कः । खोपड़ी  कपालः । चेहरा  मुखः । आँख  नेत्रम् /लोचनम् /नयनम् /चक्षुः । पलक  पक्ष्मः । भौंह  भ्रूः । गरदन  ग्रीवाः । जीभ  जिह्वाः /रसना । मूँछ  श्मश्रुः । गला  कण्ठः । होंठ  अधरम् । ऊपरी होठ  ओष्ठः । निचला होठ  अधरम् । दाँत  दन्तः । बाल  केशः/शिरोरूहः । सफेद बाल  पलितकेशः । गाल  कपोलः । नाक – नासिकाघ्राणम् । कान  कर्णः/श्रोतम् । जिगर – यकृतः। भुजा  बाहुःभुजः । हाथ  करः/हस्तः/पाणिः । कोहनी  कूर्परः । हाथ का अँगूठा  अंगुष्ठः । अंगुली  अंगुलिः । दाँत  रदनः/ दन्तः । हृदय/दिल  हृदयम् । मन  चित्तम्/मनः । छाती  उरः/वक्षःस्थलम् । स्तन  स्तनः । नाखून  नखः । दाढ़ी  कूर्चम् । हथेली  करतलम् । पेट  उदरम् । फेफड़ा  फुफ्फुसः । कमर  कटिः । रीढ़ की हड्डी  मेरूदण्डः । पीठ  पृष्ठम् । त्वचा – चर्मः/त्वक् । पैर  चरणःपाद: । घुटना  जानुः । टखना  गुल्फः । एडी  पार्ष्णिः । तलवा  पदतलम् । हड्डी  अस्थिः । आँसू  अश्रु । जाँघ जंघा ।

प्रश्न- शरीर के किस अङ्ग को कूर्पर कहते हैं

उत्तर- कोहनी

इसी प्रकार अन्य अङ्गों के नाम पूछे जा सकते हैं। यथा- स्कन्ध (कन्धा)अन्त्रम् (आँत),  कनीनिका (आँख की पुतली)तर्जनी (अँगूठे के पास वाली अँगुली)पार्ष्णिः (एड़ी)जत्रु (कन्धे की हड्डी)मणिबन्धः (कलाई)रक्तम्, शोणितम् (खून)गण्डः (कनपटी)चपेटा (थप्पड़)छोटिका (चुटकी)अनामिका (कनिष्ठा के पास वाली अँगुली)चिबुकम् (ठुड्डी/ ठोडी)तुन्दम् (तोंद)शिरा (धमनी)स्नायुः (नाड़ी)अधरोष्ठः (होठ)पञ्चाङ्गुलम् (पञ्जा)गुल्मः (प्लीहा)काकुदम् (मसूढा)वक्त्रम् (मुख)मेरुदण्डम् (रीढ़)पलितम् (श्वेत केश)मज्जा (हड्डी के अन्दर की वसा)करतलम् (हथेली)

सम्बन्धियों के नाम (हिन्दी से संस्कृत)

हिन्दी -  संस्कृत

पिता -पिता/जनकः/ तातःमाँ - अम्बा/माता/जननीदादा (बाबा) - पितामहःदादी (दाई) पितामही परदादी– प्रपितामही, नानामातामहःपरनाना- प्रमातामहःभाई-भ्राताबड़ा भाई-अग्रजःछोटा भाई-अनुजःसगा भाई-सहोदरःसौतेला भाई-विमातृजःचचेरा भाई-पितृव्यपुत्र:/पितृव्यज:, ममेरा भाई- मातुलपुत्र:/मातुलेय:बहिन- भगिनी/स्वसासगी बहिन- सहोदरापति- पतिः/भर्त्ता/वरःपत्नी- अर्धाङ्गिनी/पत्नी/भार्या/जायामामा- मातुलःमामी- मातुलीमातुलानीभाभी (भौजी) भ्रातृजाया/ प्रजावती/ भामिनीसाला- श्यालःसाली- श्याली/श्यालिकासाढू- श्यालिपतिःसाढोकःबहनोई-आवुत्तः /भगिनीपतिःदेवर-देवर:देवादेवरानी- याताजेठ-ज्येष्ठः पत्यग्रजःजेठानी- ज्येष्ठा ननद- ननान्दासमधिन- सम्बन्धिनीसास- श्वश्रूःससुर- श्वसुरःदामाद- जामाताभानजी -भागिनेयी/ स्वस्त्रीयादोस्त- सखा / मित्रम् / वयस्यः / सुहृद् / सार्थीसहेली- आलिः/ वयस्या/ सखी/सहचरी

फलों के नाम

अनार (दाडिमम्)अङ्गूर (द्राक्षामृद्वीकास्वाद्वी)अमरूद - (आम्रलम्/बीजपूरम् दृढबीजम/पेरुफलम्) आँवला (आमलकम् /आम्रातकम्), इलायची (एला) इमली (अम्लिका) ककड़ी (कर्कटिका) कच्चा फल (शलाटुः)कटहल (पनसम्)करौंदा (करमर्दः)किशमिश (शुष्कद्राक्षा)कचनार (कोविदारम्)खीरा (त्रपुषम्)फूट ककड़ी (उर्वारुकम्)चिरौंजी (प्रियालम्)छुहारा (शुष्कखर्जूरम्क्षुधाहरम्)नींबू (जम्बीरम्निम्बुकम्)पपीता (मधुकर्कटीएरण्डफलम्)बेर (बदरीफलम्कर्कन्धुः)मुसम्बी (मातुलुङ्गः)मूंगफली (कलायः)लीची (लीचिका)शरीफा (सीताफलम्)सहतूत (तूलम्)संतरा  (नारङ्गम्) सिंघाड़ा (शृङ्गाटकम्)हड़ (हरीतकी) ।

पशुओं के नाम

 ऊँट (क्रमेलकःउष्ट्रः)काला हिरण (कृष्णसारः)एक वर्ष का बछड़ा (वष्कयः)कुत्ता (कुक्कुरःसारमेयः)शिकारी कुत्ता (कालेयकः)खरगोश (शशः)गाय (धेनुःगौः)गिलहरी (चिक्रोडःकाष्ठमार्जारःवृक्षमार्जारः)घड़ियाल (ग्राहः)चीता (चित्रकःशार्दूलः)तेन्दुआ (तरक्षः)बकरा (अजःछागः)बन्दर (कपिःशाखामृगःकीशःवानरः)बैल (बलीवर्दःवृषभः)लङ्गूर (लाङ्गुलिः)हिरन (हरिणःमृगः) हथिनी (करिणीहस्तिनी)हाथी का बच्चा (कलभःकरिशावकः)लोमड़ी (लोमशालोमालीलोमशः)भेड़ (मेषःएडकःऊर्णायुः)भेड़िया (वृकःईहामृगः)बाघिन (व्याघ्री)नीलगाय (गवयःवनधेनुः)कछुआ (कच्छपःकूर्मः)

भोज्य एवं पेय पदार्थों के नाम

प्रश्न- मक्खन को संस्कृत में क्या कहते हैं?

नवनीतम् ।

प्रश्न पूछने हेतु संकेत-

अचार - सन्धितम्आसुतम् । अण्डा - अण्डःअण्डम् । अदरक - आर्द्रकम् । अनाज- अन्नम्शस्यम्। अरहर– आढकी। आटा- चूर्णम्पिष्टम् । आलू- आलुः ।इमरती - अमृती । इमली- तिन्तङीफलम् ।इलायची- एला । ककड़ी - कर्कटिका ।कचनार- काञ्चनारः ।कचौड़ी- कचौरिकामाषगर्भाशष्कुलीपिष्टिका  कचौरी - पिष्टिका । कढ़ी- क्वथितातेमनम् । कद्दू - तुम्बीअलाबुः । कलाकन्द - कलाकन्दः । केतली - कन्दुः । कॉफी– कफघ्नी। खट्टा-     अम्लम् । खिचड़ी - कृशराकृशरः । खीर- पायसम्क्षीरान्नम्। खीरा - चर्भटिः ।खोआ - किलाटः ।गुलाबजामुन - दुग्धपूपिका । गेहूँ- गोधूमः । घी- घृतम्आज्यम्सर्पिः । चटनी– अवलेहः । चना-चणकः ।चमचम- चमनम् । चाय - चायम् । चावल - तण्डुलः ।चिउड़ा- चिपिटान्नम् । चीनी-सिता । जलपान- जलपानम्अल्पाहारःस्वल्पाहारः । जलेबी - कुण्डलीकुण्डलिका । जौ-यवः । टाफी- गुल्यः । टी-पार्टी - सपीतिः प्रीतिभोजः । टोस्ट- मृष्टापूपः । ठण्डा – शीतलम्शीतम् ।डबलरोटी - अभ्यूषः ।तरकारीसब्जी - व्यञ्जनम्शाकम् । ताजा- अभिनवः । तिल- तिलः ।तीसी- अतसी। दही -दधि । दहीबड़ा- दधिवटकः । दाल(कच्ची दली हुई)- द्विदलम् । दाल (पकी) - सूपः । दालभरी पूरी- शष्कुली । दालमोट - दालमुद्गः । दूध - दुग्धम्पयः । धान- धान्यम्शालिः । नमकीन - लवणान्नम्लावण्यम् । नशा- मदःमत्तता ।पकवान - पववान्नम् । पका अन्न- सिद्धान्नम् । परबल - पटोलम् । पराठा- पोलिकाप्ररोटिकाप्ररोटः । पानी- जलम्नीरम्पयः । पानीपूरीजलपूरिका। पापड़ -पर्पटः । पुलाव – पुलाकः ।पुआ - पूपःपीठिका  पुदीना-अजगन्धः । पूरी - शष्कुलीपूलिका,  पूरिका । पेड़ा– पिण्डः। प्याज - पलाण्डुः । प्रातःकालीन जलपानप्रातराशः।फुलौरी- माषवटीपोटलीपुष्पवटी । बड़ा - वटकः । बताशा - वाताशः । बरफी - हैमी । बर्फ - हिमम् ।बालुशाही - मधुमण्ठः । बिस्कुट - पिष्टकः । बैगन- वृन्ताकम्भण्टाकी । भात - ओदनम्भक्तम् भाँग - भङ्गामातुलानी । भिंडी– भिण्डकः । मकई - मकायः । मक्खन-नवनीतम्।मटर- वर्तुलःकलायः । मठरी- मठरम् । मलाई – सन्तानिका । मसाला- उपस्करः । मालपुआ – अपूपः ।मावा – किलाटः ।मिठाई - मिष्टान्नम्मोदकम्मिष्टम् । मिस्री – सिता । मुरब्बा– मिष्टपाकः । मूंग –मुद्गः । मूली – मूलिका । रसगुल्ला - रसगोल: । रसोई – पाकशाला । राजमा- राजमाषः । रायता-राज्यक्तम् । रोटी-रोटिका । लड्डू – मोदकःलड्डुकःलड्डुः ।लस्सी – दाधिकम् । लहसुन – लशुनम् । लावालैया- लाजाः । लौंग – लवङ्गम् । शक्कर — शर्करा । शरीफा – सीताफलम् ।शहद – मधु । सिंघाड़ा - शृंगाटकम् । सरसों - तन्तुकःसर्षपः । सलाद - शदःसलादः। साग - शाकःशाकम् । सुपारी - पूगीफलम्पूगम् । सेम– सिम्बा  सेवई– सूत्रिका । सोंठ- शुण्ठीशुष्कमार्दकम्। सौंफ-शतपुष्पासिच्छत्राअतिच्छत्रामिसिःमधुरा । हलवा- संयावःसंयावकम्लप्सिका । हल्दी – हरिद्रा ।

वृक्षों के नाम 

छात्रों से वृक्षों का संस्कृत नाम पूछा जाय-

आम- आम्रः बरगद - वटः या पर्कटी पीपल - अश्वत्थः नीम - निम्बः बांस- वेतसः देवदार - देवदारुः या देववृक्ष: चीड़- भद्रदारुः चंदन- चन्दनम् पेड़ – वृक्षःतरुः, बरगद – वटः, ता़ड़ – तालः, खजूर– खर्जूरम् खर्जुरा, भूमिखर्जूरिकादुरारोहास्वादुमस्तका, शीशम – शिंशपा, अशोक अशोक:, सागौन किंशुकः, गूलर  उदुम्बरम्, प्लक्षः, करञ्ज – करञ्जः, बबूल कण्टकवृक्षःकोकरः, बर्बुरः, इमली अम्लिकातिंतिडी, अखरोट  अक्षोट:, रेड़ – एरण्ड:, महुआ – मधुकः, सेमर – शाल्मलि: ।

वस्त्रों के नाम

ऊनी - रांकवम्ऊर्णम् । ओढ़नी – प्रच्छदपटः। ओभरकोट-वृहतिका। अंगरखा – अंगरक्षिका । अंगोछा-गात्रमार्जनी । कम्बल – कम्बलः । कपड़ा –वस्त्रम्, चीरम्, वसनम् । कोट-प्रावारः । कुरता - कञ्चुकःनिचोलः । गद्दा-तुलसंतरः । गलेबन्द / टाई – गलबन्धनांशुकम् । चादर – शय्याच्छादनम् । चोली – कंचुकी। जाँघिया – अर्धोरुकम् । टोपी – शिरच्छदः । धोती – अधोवस्त्रम् । पगड़ी – उष्णीषम् । परदा-यवनिकातिरस्करिणी । पायजामा – पादयामः ।  पेटीकोट – अन्तरीयम् । पैंट – आप्रपदीनम् । बिछौना - शय्याआस्तरणम् । मोजा - पादत्राणम्रजाई - तूलिकानीशारः । रुमाल – करवस्त्रम् । शेरबानी-प्राबारकम् । सलवार-स्यूतवरः । साड़ी-शाटिका । सूती - कार्पासम्स्वेटर-ऊर्णावस्त्रम् । 

प्रचलित विदेशी शब्द का संस्कृत शब्द

विदेशी शब्द               संस्कृत शब्द

Q: अंगूठी को संस्कृत में क्या कहते हैं? A: अङ्गुलीयकम्

Q: अंग्रेज का संस्कृत शब्द क्या है? A: आङ्ग्लः

Q: अंग्रेजी को संस्कृत में क्या कहा जाता है? A: आङ्ग्लभाषा

Q: अखबार का संस्कृत पर्याय क्या है? A: समाचारपत्रम्

Q: अगर शब्द का संस्कृत शब्द? A: यदि

Q: अदालत को संस्कृत में क्या कहते हैं? A: न्यायालयः

Q: अपील का संस्कृत अनुवाद क्या है? A: पुनरावेदनम्

Q: अमरूद को संस्कृत में क्या कहा जाता है? A: आम्रलम् / बीजपूरम् / दृढबीजम / पेरुफलम्

Q: अलमारी का संस्कृत शब्द? A: कपाटिका

Q: अस्पताल संस्कृत में क्या कहलाता है? A: चिकित्सालयः / रुग्णालयः

Q: आईना को संस्कृत में क्या कहते हैं? A: दर्पणः

Q: आइस क्रीम का संस्कृत अनुवाद? A: पयोहिमम्

Q: आदमी का संस्कृत शब्द? A: मानवः / नरः / मनुष्यः

Q: आप को संस्कृत में क्या कहा जाता है? A: भवान्

Q: आफ़त को संस्कृत में क्या कहते हैं? A: आपात् / दुर्घटना

Q: आबरू का संस्कृत पर्याय? A: अभिमानः

Q: आमदनी को संस्कृत में क्या कहते हैं? A: आय

Q: आलू को संस्कृत में क्या कहते हैं? A: आलुकम्

Q: आवारा शब्द का संस्कृत शब्द? A: भ्रान्तः

Q: आसमान का संस्कृत अनुवाद क्या है? A: आकाशः / गगनम्

Q: इंडिया का संस्कृत नाम? A: भारतम्

Q: इरादा को संस्कृत में क्या कहा जाता है? A: मतिः

Q: इशारा को संस्कृत में क्या कहते हैं? A: सङ्केतः

Q: ईख को संस्कृत में क्या कहते हैं? A: इक्षु

Q: ईमान का संस्कृत शब्द? A: सत्यम्

Q: उपन्यास को संस्कृत में क्या कहा जाता है? A: उपन्यासः

Q: उर्दू का संस्कृत शब्द? A: उर्दू

Q: उस्ताद को संस्कृत में क्या कहा जाता है? A: गुरुः / शिक्षकः / निर्देशकः

Q: एग्रीकल्चर को संस्कृत में क्या कहा जाता है? A: कृषि:

Q: एग्रोनॉमी का संस्कृत शब्द? A: कृषिविज्ञानम्

Q: एहसान का संस्कृत अनुवाद? A: कृपा

Q: ऐनक को संस्कृत में क्या कहते हैं? A: उपनेत्रम्

Q: ऑपरेशन का संस्कृत शब्द? A: शल्यचिकित्सा

Q: ऑफिसर को संस्कृत में क्या कहा जाता है? A: अधिकारी

Q: औरत का संस्कृत शब्द? A: स्त्री / नारी

अंगूठी - अङ्गुलीयकम्, अंग्रेज - आङ्ग्लः, अंग्रेजी - आङ्ग्लभाषा, अखबार - समाचारपत्रम्, अगर - यदि, अदालत - न्यायालयः, अपील - पुनरावेदनम्, अमरूद - आम्रलम्/बीजपूरम्/दृढबीजम/पेरुफलम्, अमरूद (वृक्ष) - बीजपूरः, अलमारी - कपाटिका, अस्पताल - चिकित्सालयः/रुग्णालयः, आईना - दर्पणः, आइस क्रीम - पयोहिमम्, आदमी - मानवः/नरः/मनुष्यः, आप - भवान्, आफ़त - आपात्/दुर्घटना, आबरू - अभिमानः, आमदनी - आय, आलू - आलुकम्, आवारा - भ्रान्तः, आसमान - आकाशः/गगनम्, इंडिया - भारतम्, इरादा - मतिः, इशारा - सङ्केतः, ईख - इक्षु, ईमान - सत्यम्, उपन्यास - उपन्यासः, उर्दू - उर्दू, उस्ताद - गुरुः/शिक्षकः/निर्देशकः, एग्रीकल्चर - कृषि:, एग्रोनॉमी - कृषिविज्ञानम्, एहसान - कृपा, ऐनक - उपनेत्रम्, ऑपरेशन - शल्यचिकित्सा, ऑफिसर - अधिकारी, औरत - स्त्री/नारी, औलाद - अपत्यः/तनुजः, कप - चषकः, कबूतर - कपोतः, कलेक्टर - संग्राहकः, काजू - काजवम्, कारीगर - शिल्पी/कारुकः, किचन - पाकशाला, किताब - पुस्तकम्/ग्रन्थः, कुर्ता - युतकम्/कञ्चुकः, कुर्सी - आसन्दिका, केक - स्निग्धपिष्टकम्, कैंची - कर्तरी, कैलेंडर - दिनदर्शिका, कॉपी - लेखनपुस्तिका, कॉलेज - महाविद्यालयः, कोर्ट - न्यायालयः, खत - पत्रम्, खारिज - निरस्तम्/निराकृतः, खिड़की - गवाक्षः, खिलौना - क्रीडनकम्, खुश - प्रसन्नः/प्रफुल्लितः/मुदितः, गंदा - अस्वच्छम्, गमला - द्रोणपुष्पम्/गोमला, गलीचा - कुथः, गवाह - साक्षी, ग्राउंड - क्षेत्रम्, ग्लास - चषकः, चश्मा - उपनेत्रम्, चाक - सुधाखण्डः, चाकू - छुरिका, चाबी - कुञ्जी/कुञ्चिका, चाय - चायम्, चालाक - चतुरः, चॉकलेट - चाकलेहः, जज - निर्णायकः, जमीन - भूमिः, जलेबी - मृतशष्कुली, जिला - जनपदम्, जीरो - शून्यम्, जुकाम - प्रतिश्यायः, जुलाहा - तन्तुवायः, जूस - जूष, जेल - कारागृहम्, ज़ेवर - आभूषणम्, टमाटर - हिण्डीरः/रक्ताङ्गः, टेबल - उत्पीठिका, टैक्स - करः, टॉफी - गुल्यः, टोस्ट - भ्रष्टापूपः, ट्रेन - रेलयानम्, ठग - वञ्चकः, डेमोक्रेसी - प्रजातन्त्रम्/जनतन्त्रम्, डॉक्टर - चिकित्सकः/वैद्यः, तंबाकू - तमाखुः/ताम्रकूटः, तकिया - उपधानम्/शिरोधानी, तबला - मुरजः, तलाक - सम्बन्धविच्छेदम्, तहज़ीब - संस्कृतिः/शिष्टता, तारीख - दिनाङ्कः, तेज - द्रुत/तीव्र, तोप - तोपः, दफ्तर - कार्यालयः, दरवाजा - द्वारम्, दर्जी - सौचिकः, दलाल - शुल्काजीवः, दवा - ओषधिः/औषधम्, दीवार - भित्तिः, दुकान - आपणः, नगाड़ा - दुन्दुभिः, नमक - लवणम्/सैन्धवम्, नर्स - परिचारिका/अनुवैद्या, पंखा - व्यजनम्, पगड़ी - शिरोवेष्टनम्, पटाखा - विस्फोटम्, पतलून - जङ्घावस्त्रम्, पलक - पक्ष्म, पलंग - पर्यङ्कः, पाजामा - पायदामः, पाती - पत्रम्, पानी - जलम्/तोयम्/अम्बुः/आपः, पार्लियामेंट - संसदः, पिज़्ज़ा - (कोई स्वीकृत संस्कृत शब्द नहीं), पुलिस - आरक्षकः/आरक्षी, पैंट - ऊरुकम्, पेंसिल - तूलिका, पेन - लेखनी, पेपर - पत्रम्, प्लेट - आस्थालिका, फालतू - वृथा, फीता - पट्टबन्धः, फीस - शुल्कम्, फोटो - चित्रम्, बजट - अर्थसङ्कल्पम्, बटन - कड्मलः, बदहजमी - अपचः, बरामदा - वरण्डः, बर्फी - हैमी, बस - बसयानम्, ब्रेड - मृदुरोटिका, बाजार - विपणिः, बारिश - वर्षा, बालिग - युवकः/प्रौढः, बाल्टी - द्रोणी, बिस्कुट - पिष्टकः, बुखार - ज्वरः, बुनियाद - आधारः, बुलबुल - बुलबुलः, बूट - उपानहः, बेकार - वृथा, बेगम - भार्या/पत्नी, बैटरी - विद्युत्कोषः, बेड - शय्या, ब्लाउज - कञ्चुलिका, मकान - गृहम्, मजदूर - श्रमिकः, मजहब - पन्थः/धर्मः, मजिस्ट्रेट - दण्डाधिकारी, माचिस - अग्निपेटिका, मानसून - वर्षर्तुः, मुश्किल - काठिन्यम्, मुसलमान - मुस्लिमः, मेहनत - श्रमः/परिश्रमः, मोटर - मोटरम्, मोबाइल फोन - दूरभाषः, मौसम - वातावरणम्, यूनिवर्सिटी - विश्वविद्यालयः, राष्ट्र - राष्ट्रम्, रिक्शा - त्रिचक्रिका, रिपोर्ट - वृत्तान्तः, रेडियो - आकाशवाणी, रेल - रेलम्/लौहपथम्/धूम्रशकटम्, रेलगाड़ी - शतशकटीयानम्/रेलयानम्, रेस्तरां - अल्पाहारगृहम्, रोटी - रोटिका, रोशनदान - गवाक्षः/वातयानम्, लंच - सहभोजः, लाइब्रेरी - पुस्तकालयः, लालटेन - आवृत्तदीपिका/काचदीपः, लाश - शवः/मृतशरीरम्, लीची - लीचिका, लूट - लुण्ठन्, लैंप - नेयदीपः, लॉक - तालः, वकील - अधिवक्ता, वॉलपेपर - भित्तिपत्रम्, विज्ञान - विज्ञानम्, विस्किट - सुपिष्टकम्, वोट - मतम्, शक्कर - शर्करा, शराब - मदिरा/मद्यम्, शहद - मधु, शहीद - बलिदानी/हुतात्मा, शादी - विवाहः, शुक्रिया - धन्यवादः, संतरा - नारङ्गम्, समोसा - शृगाटकम्, सरकार - सर्वकार, साइकोलॉजी - मनोविज्ञानम्, साफ - स्वच्छम्/निर्मलम्, साल - वर्षम्, सिटी - नगरम्, सिनेमा - चलच्चित्रम्, सुबह - प्रातः कालम्/उषा, सूरज - सूर्यः/भानुः/रविः/दिनकरः, सैंडविच - सम्पुटाशः, स्कूल - विद्यालयः/पाठशाला, स्टेशन - स्थानकम्, हकीम - वैद्यः, हज़म - पाचनम्, हिंदुस्तान - भारतम्, हैट - शिरस्त्राणम्

माप तौल का नाम 

पाव – कुण्डवः

सेर- सेरःप्रस्थः

पैसा- पणः

संख्या-ज्ञानम्

1. प्रश्न: 1को संस्कृत में क्या कहते हैं?

   उत्तर: एकम्

2. प्रश्न: 5को संस्कृत में क्या कहते हैं?

   उत्तर: पञ्च

3. प्रश्न: 10को संस्कृत में क्या कहते हैं?

   उत्तर: दश

4. प्रश्न: 15को संस्कृत में क्या कहते हैं?

   उत्तर: पञ्चदश

5. प्रश्न: 20को संस्कृत में क्या कहते हैं?

   उत्तर: विंशतिः

6. प्रश्न: 25को संस्कृत में क्या कहते हैं?

   उत्तर: पञ्चविंशतिः

7. प्रश्न: 30को संस्कृत में क्या कहते हैं?

   उत्तर: त्रिंशत्

8. प्रश्न: 35को संस्कृत में क्या कहते हैं?

   उत्तर: पञ्चत्रिंशत्

9. प्रश्न: 40को संस्कृत में क्या कहते हैं?

   उत्तर: चत्वारिंशत्

10. प्रश्न: 50को संस्कृत में क्या कहते हैं?

    उत्तर: पञ्चाशत्

11. प्रश्न: 60को संस्कृत में क्या कहते हैं?

    उत्तर: षष्टिः

12. प्रश्न: 70को संस्कृत में क्या कहते हैं?

    उत्तर: सप्ततिः

13. प्रश्न: 80को संस्कृत में क्या कहते हैं?

    उत्तर: अष्टतिः

14. प्रश्न: 90को संस्कृत में क्या कहते हैं?

    उत्तर: नवतिः

15. प्रश्न: 100को संस्कृत में क्या कहते हैं?

    उत्तर: शतम्

प्रश्न-  पञ्च से लेकर नव तक संख्यावाची शब्द बोलिए-

उत्तर  पञ्चषट्सप्तअष्टौ या अष्टनव ।

प्रश्न-  षट् से लेकर एकादश तक संख्यावाची शब्द बोलिए-

उत्तर - षट्सप्तअष्टौ या अष्टनवदशएकादश ।

प्रश्न-  दश से लेकर षोडश तक संख्यावाची शब्द बोलिए-

उत्तर - दशएकादशद्वादशत्रयोदशचतुर्दशपंचदशषोडश।

प्रश्न-  नवनवतिःके पूर्व कौन संख्या आती है

उत्तर  (अष्टनवतिः/ अष्टानवतिः)

संकेत- इसी प्रकार अन्य प्रश्न पूछने हेतु अधोलिखित संख्या दी जा रही है।

सप्तदशअष्टादशनवदश/ऊनविंशतिः, एकोनविंशतिःविंशति:एकविंशतिःद्वाविंशतिःत्रयोविंशति:चतुर्विंशतिःपंचविंशतिःषड्‌विंशतिःसप्तविंशतिःअष्टाविंशतिःनवविंशतिः/एकोनत्रिंशत्/ऊनत्रिंशत्त्रिंशत् ।

प्रश्न-  10 संख्या का बाद एक शून्य लगाने पर संस्कृत में कौन सी संख्या बनती है

उत्तर  संस्कृत में इसे कहा जाता है- शतम्

संकेत- संस्कृत में बड़ी संख्याओं के नाम इस प्रकार हैं:

शतम् (100) - सहस्रम् (1000) अयुतम् (10^4)  लक्षम् (10^5) प्रयुतम् (10^6)  कोटि (10^7) अर्बुदम् (10^8) अब्जम् (10^9) खर्वम् (10^10) निखर्वम् (10^11)  पद्मम् (10^12) शंखम् (10^13) समुद्रम् (10^14)  अंत्यम् (10^15)  मध्यम् (10^16) परार्धम् (10^17)

हिन्दी से संस्कृत संस्कृत से हिन्दी पूछें-

संकेत- पञ्चविंशतिः – पचीसषड्विंशतिः – छब्बीसएकादश ग्यारहद्वादश – बारहत्रयोदश – तेरहचतुर्दश – चौदहएकत्रिंशत्  इकतीसद्वात्रिंशत् बत्तीसत्रयस्त्रिंशत्- तैंतीसचतुस्त्रिंशत्- चौंतीसपञ्चत्रिंशत्  पैंतीसअष्टपञ्चाशत् (अष्टापञ्चाशत् ) अठावननवपञ्चाशत्ऊनषष्टिः या एकोनषष्टिः – उनसठषष्टिः – साठएकषष्टिः – इकसठद्वाषष्टिः (द्विषष्टिः) – बासठत्रयःषष्टिः (त्रिषष्टिः) - तिरसठ

संख्यावाची शब्द पर अधिक जानने के लिए यहाँ पर क्लिक करें

रंगों के नाम

प्रश्न- रंग वाचक एक ऐसा संस्कृत का शब्द बोलिए, जिसमें त अक्षर लगा हो।।

सफेद = श्वेतःशुक्लःअर्जुनःधवलः। हरा = पलाशःहरितः। बैंगनी = धूमलवर्णः। लाल = रक्तवर्णःलोहितःरक्तः। काला = कालःश्यामःकृष्णः। नारंगी = नारङगवर्णःकौसुम्भःनारिङ्गः। नीला = नीलः। बैंगनी = धूमलवर्णःधूम्रवर्ण:शोणः। गुलाबी = श्वेतरक्तःपाटलः। पीला = हरिद्राभःपीतः।

इसी तरह क अक्षर, न अक्षर आदि से पूछा जाय ।

शुक्लवर्णः- (7) – शुक्ल (पुं)शुभ्रः (पुं)शुचिः (पुं)श्वेतः (पुं)विशदः (पुं)श्येतः (पुं)पाण्डरः (पुं)

अवदातः (पुं)सितः (पुं)गौरः (पुं)अवलक्षः (पुं)धवलः (पुं)अर्जुनः (पुं)

पीतसंवलितशुक्लः- (3) - हरिणः (पुं)पाण्डुरः (पुं)पाण्डुः (पुं)

ईषद्धवलवर्णः. (2) - ईषत्पाण्डुः (पुं)धूसरः (पुं)

काला और नीला रंग - कृष्णवर्णः- कृष्ण (पुं)नीलः (पुं)असितः (पुं)श्यामः (पुं)कालः (पुं)श्यामलः (पुं)मेचकः (पुं)

पीतवर्णः- (3) - पीतः (पुं)गौरः (पुं)हरिद्राभः (पुं)

हल्का पीला या हल्का भूरा - सुवर्णः

हरितवर्णः- (4) - पालाशः (पुं), +[पलाशः (पुं)]हरितः (पुं)हरित् (पुं)

रक्तवर्णः- (3) - लोहितः (पुं)रोहितः (पुं)रक्तः (पुं)

कथ्थइ अधिकरक्तवर्णः- (2) - शोणः (पुं)कोकनदच्छविः (पुं) असितलोहितः

हल्का लाल रंग - ईषद्रक्तवर्णः- (2) - अव्यक्तरागः (पुं)अरुणः (पुं)

गुलाबी रंग - श्वेतरक्तवर्णः- (2) - श्वेतरक्तः (पुं)पाटलः (पुं)

कृष्णपीतवर्णः- (2) - श्यावः (पुं)कपिशः (पुं)

बैगनी- कृष्णलोहितवर्णः- (3) - धूम्रः (पुं)धूमल (पुं)कृष्णलोहितः (पुं)

भूरा या मटमैला रंग- कपिलवर्णः- (6) - कडारः (पुं)कपिलः (पुं)पिङ्गः (पुं)पिशङ्गः (पुं)कद्रुः (पुं)पिङ्गलः (पुं)

नानावर्णाः- (6) - चित्रः (नपुं)किर्मीरः (पुं), +[कर्मीर (पुं)]कल्माषः (पुं)शबलः (पुं)कर्बुरः (पुं)

समयवाचक शब्द

घड़ी = घटिका / घटिः

समय = समयः

बजे = वादनम

घंटा = होरा

मिनट = निमेषः

सेकेन्ड = क्षणम्

पौने = पादोन

सवा = सपाद

साढे = सार्धम्

अधिक = अधिकम्

कम  = न्यूनम् अथवा ऊनम्

01 से लेकर 12 बजे तक का समय पूछना

एक बजे  = एकवादानम्

दो बजे  = द्विवादनम्

तीन बजे  = त्रिवादनम्

चार बजे  = चतुर्वादनम्

12 बजे  = द्वादशवादनम्

सवा (सपाद) का समय पूछना

(1) सवा बजे = सपाद-एकवादनम् (1 बजकर 15 मिनट)

(2) सवा दो बजे = सपाद-द्विवादनम् (2 बजकर 15 मिनट)

(3) सवा तीन बजे = सपाद-त्रिवादनम् (3 बजकर 15 मिनट)

(4) सवा चार बजे = सपाद-चतुर्वादनम् (4 बजकर 15 मिनट)

(5) सवा पाँच बजे = सपाद-पञ्चवादनम् (5 बजकर 15 मिनट)

(6) सवा छः बजे = सपाद-षड्वादनम् (बजकर 15 मिनट)

(7) सवा सात बजे = सपाद-सप्तवादम् (7 बजकर 15 मिनट)

(8) सवा आठ बजे = सपाद-अष्टवादनम् (8 बजकर 15 मिनट)

(9) सवा नौ बजे = सपाद-नववादनम् (9 बजकर 15 मिनट)

(10) सवा दस बजे = सपाद-दशवादनम (10 बजकर 15 मिनट)

(11) सवा ग्यारह बजे= सपाद-एकादशवादनम (11 बजकर 15 मिनट)

(12) सवा बारह बजे = सपाद-द्वादशवादनम (12 बजकर 15 मिनट)

साढ़े (सार्ध) का समय पूछना-

(1) डेढ़ बजे = सार्ध-एकवादनम् (बजकर 30 मिनट)

(2) ढाई बजे = सार्ध-द्विवादनम (2 बजकर 30 मिनट

(3) साढ़े तीन बजे =  सार्ध- त्रिवादनम (3 बजकर 30 मिनट)

(4) साढ़े चार बजे =  सार्ध- चतुर्वादनम् (4 बजकर 30 मिनट)

(5) साढ़े पाँच बजे = सार्ध- पञ्चवादनम् (5 बजकर 30 मिनट)

(6) साढ़े छः बजे = सार्ध- षड्वादनम् (6 बजकर 30 मिनट)

(12) साढ़े बारह बजे = सार्ध- द्वादशवादनम् (12 बजकर 30 मिनट)

पौने (पादोन) का समय पूछना-

(1) पौन बजे = पादोन-एकवादनम् (12 बजकर 45 मिनट)

(2) पौने दो बजे = पादोन-द्विवादनम् (1 बजकर 45 मिनट)

(3) पौने तीन बजे = पादोन-त्रिवादनम् (2 बजकर 45 मिनट)

(4) पौने चार बजे = पादोन-चतुर्वादनम् (3 बजकर 45 मिनट)

(11) पौने ग्यारह बजे – पादोन-एकादशवादनम् (10 बजकर 45 मिनट)

(12) पौने बारह बजे – पादोन-द्वादशवादनम् (11 बजकर 45 मिनट)

अधिकम् और न्यूनम् या ऊनम् युक्त समय पूछना

(1) 2 बजकर 10 मिनट - दश अधिकम् द्विवादनम्

(2) 4 बजकर 25 मिनट - पंचविंशति अधिकं चतुर्वादनम्

(3) 6 बजकर 33 मिनट त्रयस्त्रिंशत् अधिकं षड्वादनम्

(4) 7 बजकर 42 मिनट - द्विचत्वारिंशत् अधिकं सप्तवादनम्

(5) 8 बजकर 50 मिनट = पंचाशत् अधिकं अष्टवादनम्

(6) 9 बजकर 55 मिनट = पञ्चपञ्चाशत् अधिकं नववादनम्

(7) 10 बजकर 17 मिनट = सप्तदश अधिकं दशवादनम्

(8) 11 बजकर 11 मिनट = एकादश अधिकम् एकादश-वादनम्

(9) 12 बजकर 04 मिनट = चतुरधिकं द्वादश-वादनम्

(10) 06 बजने में 10 मिनट कम =  दश न्यूनं षड्वादनम्

(11) 08 बजने में 12 मिनट कम =  द्वादश न्यूनम् अष्टवादनम्

(12) 01 बजने में 07 मिनट कम = सप्त न्यूनं एकवादनम्

(13) 03 बजने में 09 मिनट कम = नव ऊनम् त्रिवादनम्

(14) 05 बजने में 01 मिनट कम = एक ऊनम् पंचवादनम्

पर्यायवाची शब्द (संस्कृत में)

प्रश्न-  " शिक्षकः " इसका एक समानार्थक पद बोलें।

उत्तर -  आचार्यः

प्रश्न-  " सूर्यः" का एक पर्यायवाची पद बोलें।

उत्तर - आदित्यः

प्रश्न-  संस्कृत का कोई दो पर्यायवाची बोलें।

उत्तर- भारतीअमरभारतीअमरवाणीसुरभारतीसुरवाणीगीर्वाणवाणीगीर्वाणीदेववाणीदेवभाषा

प्रश्न-  " नदी" का एक पर्यायवाची पद बोलें।

उत्तर – सरित्पयस्विनीनिम्नगास्रोतस्विनी ।

प्रश्न - "मेघ" का एक पर्यायवाची शब्द बोलें।

उत्तर – वारिदजलदपयोद ।

प्रश्न - "समुद्र" का एक पर्यायवाची शब्द बोलें।

उत्तर – सागरजलधिपयोधिवारिधि

प्रश्न - "हस्त" का एक पर्यायवाची शब्द बोलें।

उत्तर – करपाणि ।

प्रश्न - "गो" का एक पर्यायवाची शब्द बोलें।

उत्तर – सुरभिधेनुभद्रा ।

प्रश्न-  "माता" इसका एक समानार्थक पद बोलें।

उत्तर – जननीअम्बा ।

प्रश्न-  "निशा" इसका एक समानार्थक पद बोलें।

उत्तर – रजनीविभावरीयामिनीयामा ।

प्रश्न-  "लोहित" इसका एक समानार्थक शब्द बोलें।

उत्तर – रक्त,

प्रश्न-  "कमल" इसके दो समानार्थक शब्द बोलें।

उत्तर पंकजनीरजजलजपद्मसरोजपुण्डरीक,  अरविन्दइन्दीवरशतदल ।

प्रश्न-  "जल" के दो समानार्थक शब्द बोलें।

उत्तर – वारिनीरपयअम्बुउदकसलिल

प्रश्न-  "दुग्ध" के दो समानार्थक शब्द बोलें।

उत्तर – पयःक्षीरगोरस ।

प्रश्न - "वन" का एक पर्यायवाची शब्द बोलें।

उत्तर – काननविटपविपिन।

प्रश्न - "अश्व" का एक पर्यायवाची शब्द बोलें।

उत्तर  हयतुरंगवाजीघोटकसैंधव।

प्रश्न: "नदी" का संस्कृत पर्याय क्या है

    उत्तर: सरिता। 

प्रश्न: संस्कृत में "पक्षी" का पर्यायवाची नाम क्या है

    उत्तर: विहगः।

प्रश्न: "त्वचा" का संस्कृत पर्याय क्या है

   उत्तर: चर्म।

प्रश्न: संस्कृत में "हृदय" का पर्यायवाची शब्द क्या है

   उत्तर: हृदयम् । 

प्रश्न: संस्कृत में "नेत्र" का एक अन्य पर्याय क्या है

   उत्तर: अक्षि। 

संकेत-

रविवार – रविवासरःभानुवासरः

सोमवार – सोमवासरःइन्दुवासरः

मंगलवार – मङ्गलवासरःभौमवासरः

बुधवार – बुधवासरःसौम्यवासरः

गुरुवार – गुरुवासरःबृहस्पतिवासरः

शुक्रवार – शुक्रवासरःभृगुवासरः

शनिवार  शनिवासरःस्थिरवासरः

विलोम शब्द (संस्कृत से संस्कृत)

प्रश्न-  "उत्तीर्णः" का विरुद्धार्थक पद बोलें।

उत्तर - अनुत्तीर्णः

प्रश्न-  “एकत्र" इस पद का विपरीतार्थक पद बोलें।

उत्तर -  सर्वत्र

प्रश्न-  “रात्रिः" इस पद का विपरीतार्थक पद बोलें।

उत्तर –दिनम्दिवसः

प्रश्न-  “एकः" इस पद का विपरीतार्थक पद बोलें।

उत्तर – अनेकः

प्रश्न-  "निर्धनः" का विरुद्धार्थक पद बोलें।

उत्तर – धनिकः

प्रश्न-  "आकाशः" का विरुद्धार्थक पद बोलें।

उत्तर – पातालम्

प्रश्न-  “निर्बलः" इस पद का विपरीतार्थक पद बोलें।

उत्तर – सबलः

प्रश्न-  “सम्पन्नः" इस पद का विपरीतार्थक पद बोलें।

उत्तर – विपन्नः

प्रश्न-  “सहजः" इस पद का विपरीतार्थक पद बोलें।

उत्तर – कठिनम्जटिलम्

प्रश्न-  “अनुकूलम्" इस पद का विपरीतार्थक पद बोलें।

उत्तर – प्रतिकूलम्

प्रश्न-  “विषम्" इस पद का विपरीतार्थक पद बोलें।

उत्तर – अमृतम्

प्रश्न-  “अंतरंगम्" इस पद का विपरीतार्थक पद बोलें।

उत्तर – बहिरंगम्

प्रश्न-  “अज्ञः" इस पद का विपरीतार्थक पद बोलें।

उत्तर – विज्ञः

प्रश्न-  “अत्र" इस पद का विपरीतार्थक पद बोलें।

उत्तर – तत्र

प्रश्न-  “पुरातनः" इस पद का विपरीतार्थक पद बोलें।

उत्तर –अधुनातनः

प्रश्न-  “अन्तर्मुखी" इस पद का विपरीतार्थक पद बोलें।

उत्तर – बहिर्मुखी

प्रश्न-  “कटुः" इस पद का विपरीतार्थक पद बोलें।

उत्तर - मृदुः

प्रश्न-  "दीर्घः" का विरुद्धार्थक पद बोलें।

उत्तर – ह्रस्वः

प्रश्न-  "लौकिकः" का विरुद्धार्थक पद बोलें।

उत्तर – अलौकिकः

प्रश्न-  "कनिष्ठः" का विरुद्धार्थक पद बोलें।

उत्तर – वरिष्ठःज्येष्ठः

प्रश्न-  "सन्धिः" का विरुद्धार्थक पद बोलें।

उत्तर – विग्रहः

प्रश्न-  "निरक्षरः" का विरुद्धार्थक पद बोलें।

उत्तर – साक्षरः

प्रश्न-  "सधवा" का विरुद्धार्थक पद बोलें।

उत्तर – विधवा

प्रश्न-  "स्वकीयः" का विरुद्धार्थक पद बोलें।

उत्तर – परकीयः

प्रश्न-  "अतिवृष्टिः" का विरुद्धार्थक पद बोलें।

उत्तर – अनावृष्टिः

प्रश्न-  "आधुनिकः" का विरुद्धार्थक पद बोलें।

उत्तर – प्राचीनः

प्रश्न-  "आध्यात्मिकः" का विरुद्धार्थक पद बोलें।

उत्तर – भौतिकः

प्रश्न-  "आग्रहः" का विरुद्धार्थक पद बोलें।

उत्तर – दुराग्रहः

प्रश्न-  "आकर्षणम्" का विरुद्धार्थक पद बोलें।

उत्तर – विकर्षणम्

प्रश्न-  "अगमः" का विरुद्धार्थक पद बोलें।

उत्तर – सुगमः

प्रश्न-  "अथ" का विरुद्धार्थक पद बोलें।

उत्तर – इति

प्रश्न-  "प्रेम" का विरुद्धार्थक शब्द बोलें।

उत्तर – घृणा

विरुद्धार्थक पद पूछने हेतु संकेत-

मृदुः (कठोरम्स्वस्थः (अस्वस्थः) नीतिः (अनीतिः) धर्मः (अधर्मः) श्वेतः (कृष्णः) आदानम् (प्रदानम्) साक्षरः (निरक्षरः) अनुकूलः (प्रतिकूलः) उदयः (अस्तः) आगमनम् (गमनम्) उत्थानम् (पतनम्) क्रयः (विक्रयः) कृतज्ञः (कृतघ्नः) तीव्रम् (मन्दम्) प्रत्यक्ष (परोक्ष) पापम् (पुण्यम्) मित्रम् (शत्रुः) साकारः (निराकारः) सुलभः (दुर्लभः) अन्तः (वाह्य) जन्म (मृत्यु) उदीची (अवाची) सुरूपम् (कुरूपम्) प्राचीनम् (नवीनम्) भृत्यः  (स्वामी) खिन्नम् (प्रसन्नम्) स्थूलः (सूक्ष्मः) मधुरम् (कटुः) प्रभात: (सायम्चलम् (अचलम्सुपुत्रः (कुपुत्रःनिजः (परःप्रियम् (अप्रियम्विद्वान् (मूर्खःसत्यम् (असत्यम्भयः (निर्भयःएक: (अनेकःअनुरक्तः  (विरक्तः) आकुञ्चनम्  (प्रसारणम्) ईषत्  (अलम्) ऋजुः  (वक्रम्) कृशः (स्थूलः) गुरुः (लघुः) देवः (दानवः) पृथुः  (तनुः) रिक्तः  (पूर्णम्)

क्रियानुकृति (अभ्यास / गतिविधि) को दर्शाने वाले संकेत व वाक्यांश

🏁 क्रियाओं की पहचान व प्रयोग का अभ्यास – क्रियानुकृति

🌟 उद्देश्य:

विद्यार्थियों में संस्कृत क्रियापदों की पहचान, उच्चारण और भावभंगिमा के साथ प्रदर्शन की क्षमता विकसित करना।

"कुरु क्रियां संस्कृतेन!" (संस्कृत में क्रिया करो!)

🔹 प्रतियोगिता का स्वरूप:

  1. प्रतिभागी एक-एक कर मंच पर आएँगे।
  2. उन्हें एक-एक संस्कृत क्रियापद दिया जाएगा (या पहले से सूची दी जा सकती है)।
  3. वे उस क्रिया का संस्कृत में उच्चारण करेंगेजैसे "हसति"।
  4. उसके साथ-साथ वे उस क्रिया का अभिनय भी करेंगे जैसे हँसना दिखाना।
  5. निर्णायक मण्डल उच्चारण तथा भावाभिव्यक्ति के आधार पर अंक देंगे।

क्रम | क्रियापद (धातु-रूप) | अर्थ (हिन्दी में)

क्रम | उत्तम पुरुष एकवचन (अहं रूप) | अर्थ (हिन्दी)

1     पठामि       मैं पढ़ता हूँ

2     गच्छामि     मैं जाता हूँ

3     हसामि       मैं हँसता हूँ

4     धावामि       मैं दौड़ता हूँ

5     रोदामि       मैं रोता हूँ

6     खादामि            मैं खाता हूँ

7     लिखामि      मैं लिखता हूँ

8     नृत्यामि      मैं नृत्य करता हूँ

9     गायामि            मैं गाता हूँ

10    जल्पामि     मैं बड़बड़ाता हूँ / बात करता हूँ

11    ताडयामि       मैं मारता हूँ

12    नमामि       मैं नमस्कार करता हूँ / झुकता हूँ

13    पिबामि       मैं पीता हूँ

14    आगच्छामि   मैं आता हूँ

15    उत्तिष्ठामि   मैं उठता हूँ

16    उपविशामि    मैं बैठता हूँ

17    शये         मैं सोता हूँ

18    स्नामि   मैं स्नान करता हूँ

19    वदामि       मैं बोलता हूँ

20    पृच्छामि     मैं प्रश्न पूछता हूँ

21    शृणोमि       मैं सुनता हूँ

22    पठयामि      मैं पढ़ाता हूँ

23    क्रीडामि      मैं खेलता हूँ

24    तिष्ठामि     मैं खड़ा होता हूँ

25    दर्शयामि     मैं दिखाता हूँ

26    धारयामि     मैं पहनता हूँ / धारण करता हूँ

27    क्षालयामि    मैं धोता हूँ

28    पचामि       मैं पकाता हूँ

29    मार्जयामि    मैं साफ करता हूँ / झाड़ू लगाता हूँ

30    जपामि       मैं जप करता हूँ / बुदबुदाता हूँ

⏭️ अगला चरण – "वर्तनी ज्ञान"

वर्तनी ज्ञान (वर्ण विच्छेद) सहित अंतिम वर्ण को बोलना । 

जैसे - कमल = क् + अ + म् + अ + ल् + अ (अकारान्त)

चार तथा पाँच वर्णों वाले शब्द

1. प्रश्न: "गज" यह शब्द किन-किन वर्णों के मेल से बना है

   उत्तर: ग् + अ + ज् + अ (अकारान्त) 

2. प्रश्न: "नदी" यह शब्द किन-किन वर्णों के मेल से बना है

   उत्तर: न् + अ + द् + ई (ईकारान्त) 

3. प्रश्न: "मित्र" यह शब्द किन-किन वर्णों के मेल से बना है

   उत्तर: म् + इ + त् + र् + अ (अकारान्त) 

4. प्रश्न: "वायु" यह शब्द किन-किन वर्णों के मेल से बना है

   उत्तर: व् + आ + य् + उ (उकारान्त) 

5. प्रश्न: "सूर्य" यह शब्द किन-किन वर्णों के मेल से बना है

   उत्तर: स् + उ + र् + य् + अ (अकारान्त) 

6. प्रश्न: "कवि" यह शब्द किन-किन वर्णों के मेल से बना है

   उत्तर: क् + अ + व् + इ (इकारान्त) 

7. प्रश्न: "विद्या" यह शब्द किन-किन वर्णों के मेल से बना है

   उत्तर: व् + इ + द् + य् + आ (आकारान्त) 

8. प्रश्न: "पुस्तक" यह शब्द किन-किन वर्णों के मेल से बना है

   उत्तर: प् + उ + स् + त् + अ + क् + अ (अकारान्त) 

9. प्रश्न: "भानु" यह शब्द किन-किन वर्णों के मेल से बना है

   उत्तर: भ् + आ + न् + उ (उकारान्त) 

10. प्रश्न: "अग्नि" यह शब्द किन-किन वर्णों के मेल से बना है

    उत्तर: अ + ग् + न् + इ (इकारान्त) 

11. प्रश्न: "चन्द्र" यह शब्द किन-किन वर्णों के मेल से बना है

    उत्तर: च् + अ + न् + द् + र् + अ (अकारान्त) 

12. प्रश्न: "सिंह" यह शब्द किन-किन वर्णों के मेल से बना है

    उत्तर: स् + इ + ं + ह् + अ (अकारान्त) 

13. प्रश्न: "फल" यह शब्द किन-किन वर्णों के मेल से बना है

    उत्तर: फ् + अ + ल् + अ (अकारान्त) 

14. प्रश्न: "दर्शन" यह शब्द किन-किन वर्णों के मेल से बना है

    उत्तर: द् + अ + र् + श् + अ + न् (नकारान्त) 

15. प्रश्न: "शक्ति" यह शब्द किन-किन वर्णों के मेल से बना है

    उत्तर: श् + अ + क् + त् + इ (इकारान्त) 

16. प्रश्न: "गुण" यह शब्द किन-किन वर्णों के मेल से बना है

    उत्तर: ग् + उ + ण् + अ (अकारान्त) 

17. प्रश्न: "धर्म" यह शब्द किन-किन वर्णों के मेल से बना है

    उत्तर: ध् + अ + र् + म् + अ (अकारान्त) 

18. प्रश्न: "सत्य" यह शब्द किन-किन वर्णों के मेल से बना है

    उत्तर: स् + अ + त् + य् + अ (अकारान्त) 

19. प्रश्न: "कर्म" यह शब्द किन-किन वर्णों के मेल से बना है

    उत्तर: क् + अ + र् + म् + अ (अकारान्त) 

20. प्रश्न: "अभय" यह शब्द किन-किन वर्णों के मेल से बना है

    उत्तर: अ + भ् + अ + य् + अ (अकारान्त)  

प्रश्न- " यव" यह शब्द किन - किन वर्णों के मेल से बना है ? अंतिम वर्ण सहित बोलिए।

उत्तर - य् + अ + व् + अ (अकारान्त)

प्रश्न- "यथा" यह शब्द किन - किन वर्णों के मेल से बना है ?

उत्तर - य् + अ + थ + आ (आकारान्त)

प्रश्न- "शशि" यह शब्द किन - किन वर्णों के मेल से बना है ?

उत्तर - श् + अ + श् + इ (इकारान्त)

प्रश्न- "इति" यह शब्द किन - किन वर्णों के मेल से बना है ?

उत्तर - इ + त् + इ (इकारान्त)

प्रश्न- "राम" यह शब्द किन - किन वर्णों के मेल से बना है ?

उत्तर - राम = र् + आ + म् + अ (अकारान्त)

प्रश्न- "लता" यह शब्द किन - किन वर्णों के मेल से बना है ?

उत्तर - लता = ल् + अ + त् + आ ( आकारान्त )

प्रश्न- "कवि" यह शब्द किन - किन वर्णों के मेल से बना है ?

उत्तर -कवि = क् + अ + व् + इ (इकारान्त)

प्रश्न- "मति" यह शब्द किन - किन वर्णों के मेल से बना है ?

उत्तर -मति = म् + अ + त् + इ (इकारान्त)

प्रश्न- "नदी" यह शब्द किन - किन वर्णों के मेल से बना है ?

उत्तर - नदी = न् + अ + द् + ई ( ईकारान्त )

प्रश्न- "शिशु" यह शब्द किन - किन वर्णों के मेल से बना है ?

उत्तर -शिशु = श् + इ + श् + उ ( उकारान्त )

प्रश्न- "मधु" यह शब्द किन - किन वर्णों  के मेल से बना है ?

उत्तर - मधु = म् + अ + ध् + उ ( उकारान्त )

प्रश्न- "गुरु" यह शब्द किन - किन वर्णों  के मेल से बना है ?

उत्तर - गुरु = ग् + उ + र् + उ ( उकारान्त )

प्रश्न- "वधू" यह शब्द किन - किन वर्णों  के मेल से बना है ?

उत्तर - वधू = व् + अ + ध् + ऊ ( ऊकारान्त )

प्रश्न- "मातृ" यह शब्द किन - किन वर्णों  के मेल से बना है ?

उत्तर - मातृ = म् + आ + त् + ऋ ( ऋकारान्त )

प्रश्न- "पितृ" यह शब्द किन - किन वर्णों  के मेल से बना है ?

उत्तर - पितृ = प् + इ + त् + ऋ

प्रश्न- "दीपः" पद का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर – द् +  + प् + अ + विसर्ग

प्रश्न- "देशः" शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर – द् +  + श् + अ + विसर्ग

संकेत-  इसी प्रकार छात्र / छात्राओं से अधोलिखित शब्दों का वर्ण विच्छेद तथा अंतिम वर्ण पूछें-

भाषा । यथा । भाव । इति । पद । ननु । अपि । एव । भीति । मत । एषा। इव । कृति । एला । काल । तथा । देश ।

छः वर्णों वाले शब्द

प्रश्न- " सूचिका" यह पद किन - किन वर्णों के मेल से बना है ?

उत्तर - स् + ऊ + च् + इ + क् + आ (आकारान्त)

प्रश्न- "कैतव" शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर – क् +  + त् + व् +   (अकारान्त)

प्रश्न- " तुलसी" यह पद किन - किन वर्णों के मेल से बना है ?

उत्तर - तुलसी = त्+ उ+ल्+ अ+ स्+ ई (ईकारान्त)

प्रश्न- "चषकः" पद का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर – च् +  + ष् +  + क् + अ + विसर्ग

प्रश्न- "सौचिकः" पद का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर स् +  + च् +  + क् + अ + विसर्ग

संकेत-  इसी प्रकार छात्र / छात्राओं से अधोलिखित शब्दों का वर्ण विच्छेद तथा अंतिम वर्ण पूछें-

तथापि । केवल । सरल । लेखक । भूगोल । समिति । विदेश ।  विविध । कारण । पाठन । सुगम । कौशल । भारत । सहज । मौलिक । महती । भौतिकी । पतित । दुरूह । भूलेख ।

छः से अधिक वर्णों वाले शब्द

प्रश्न- "दीपावली" यह पद किन - किन वर्णों  के मेल से बना है ?

उत्तर -दीपावली = द् + ई + प् + आ + व् + अ + ल् + ई ( ईकारान्त )

प्रश्न- "मरीचिका" पद का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर – म् + अ र् +  + च् +  + क् +    (आकारान्त)

संकेत-  वैदेशिक । गणबोध । सरलता । राजभाषा । अवधारणा । अवधान । अनुयायी । परिशीलन । अनुवाद । अनुभव । विपरीत । लघुकथा । अनूदित ।

संयुक्ताक्षर वाले शब्द

प्रश्न- "श्रृगाल" यह पद किन - किन वर्णों के मेल से बना है ?

उत्तर - श्+ऋ+ग्+आ+ल्+अ ( अकारान्त )

प्रश्न- "वाक्य" यह पद किन-किन वर्णों के मेल से बना है ?

उत्तर - वाक्य = व् + आ + क् + य् + अ (अकारान्त)

प्रश्न- क्रिया" यह पद किन-किन वर्णों के मेल से बना है ?

उत्तर - क् +र् + इ + य + आ (आकारान्त)

प्रश्न- "द्वार" यह पद किन - किन वर्णों के मेल से बना है ?

उत्तर - द् + व् + आ + र् + अ (अकारान्त)

प्रश्न- " आज्ञा" यह पद किन - किन वर्णों के मेल से बना है ?

उत्तर - आ + ज् + ञ् + आ (आकारान्त)

प्रश्न- "भ्रम" यह शब्द किन - किन वर्णों के मेल से बना है ?

उत्तर - भ् + र् + अ + म् + अ (अकारान्त)

प्रश्न- "आवृत्ति" यह शब्द किन - किन वर्णों के मेल से बना है ?

उत्तर - आ + व् + ऋ + त् + त् + इ (इकारान्त)

प्रश्न- "संस्कृत" यह शब्द किन - किन वर्णों के मेल से बना है ?

उत्तर - स् + अं + स् + क् + ऋ + त् + अ (अकारान्त)

प्रश्न- "सौन्दर्य" यह शब्द किन - किन वर्णों के मेल से बना है ?

उत्तर - स्+ औ + न् + द् + अ+ र् + य् + अ (अकारान्त)

प्रश्न- "मात्रा" यह पद किन - किन वर्णों के मेल से बना है ?

उत्तर - म्+ आ + त् + र् + आ (आकारान्त)

प्रश्न- "पृथ्वी" यह पद किन - किन वर्णों के मेल से बना है ?

उत्तर - पृथ्वी = प् + ऋ + थ् + व् + ई ( ईकारान्त )

प्रश्न- "आसन्द:" पद का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर – आसन्द:=  + स् +  + न् + द् + अ + विसर्ग

प्रश्न- "विद्यालयः" पद का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर – व् +  + द् + य् +  + ल् +  + य् + अ + विसर्ग

प्रश्न- "बलीवर्दः" पद का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर – ब् +  + ल् +  + व् +  + र् + द् + अ + विसर्ग

प्रश्न- "वृद्धः" पद का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर – व् +  + द् + ध् + अ + विसर्ग

प्रश्न- "स्यूतः" पद का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए

उत्तर – स् + य् + त् + अ + विसर्ग

प्रश्न- "श्री" शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर – श् + र् + 

प्रश्न- "अमावस्या" शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर –  + म् +  + व् +  + स् + य् +   (आकारान्त)

प्रश्न- "धरित्री" शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर  ध् +  + र् +  + त् + र् +   (ईकारान्त)

प्रश्न- "आशीर्वादः" पद का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर   + श् +  + र् + व् +  + द् अ + विसर्ग

प्रश्न- "क्षिप्र" शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर – क्ष् +  + प् + र् + अ (अकारान्त)

प्रश्न- "ज्योत्स्ना" शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर – ज् + य् +  + त् + स् + न् + आ (आकारान्त)

प्रश्न- "उज्ज्वल" शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर – ज् + ज् + व् +  + ल् + अ (अकारान्त)

प्रश्न- "कार्तिक" शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर – क् + आ र् + त् +  +  +अ (अकारान्त)

प्रश्न- "समृद्धि" शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर – स् +  + म् +  + द् + ध् +   (इकारान्त)

प्रश्न- "किञ्जल्क" शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर – क् +  + ञ् + ज् +  + ल् + क् +   (अकारान्त)

प्रश्न- "शाण्डिल्य" शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर – श्+ + ण् + ड् +  + ल् + य् + अ   (अकारान्त)

प्रश्न- "शाम्भवी" शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर – श् +  + म् + भ् +  + व् +    (ईकारान्त)

प्रश्न- "क्रमेलकः" शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर – क् + र् +  + म् +  + ल् +  + क् + अ + विसर्ग  (अकारान्त)

संकेत-  दुर्लभ । उद्योग । प्रसार । सङ्केत । समग्र । सम्बद्ध । पाठ्यक्रम । शिक्षा । संस्कृत ।

वर्णक्रम ज्ञात करना- प्रत्येक छात्र से उत्तरोत्तर शब्द पूछा जाय।

निर्णायक किसी शब्द का चयन करेंगे। उदाहरण: "सम्बद्ध" । प्रत्येक छात्र को क्रमशः एक-एक वर्ण बोलने के लिए कहा जाएगा। उदाहरण के तौर पर:- प्रथम छात्र: स् - द्वितीय छात्र: - तृतीय छात्र: म् - चतुर्थ छात्र: ब् - पांचवा छात्र: द् - छठा छात्र: ध् - इसी प्रकार आगे शब्दों के लिए प्रक्रिया दोहराई जाएगी।

1. स्थापित स् + थ् + आ + प् + इ + त् 

2. निपुणता न् + इ + प् + उ + ण् + त् + आ 

3. स्थान स् + थ् + आ + न् + अ 

4. मुख्य म् + उ + ख् + य् + अ  

संकेत-

हतोत्साहित, धनराशि, चिकित्सा, प्रतिरोधक, निर्माण, उच्चमाध्यमिक, उत्तरोत्तर, पाठ्यसामग्री, दृष्टिकोण, पत्रकारिता, शैक्षणिक, निम्नलिखित, रासायनिक, दुर्गन्ध, चिकित्सकीय ।

मात्राबोध ज्ञात करना

प्रश्न- पुरुष शब्द के रु में ह्रस्व उकार की मात्रा है या दीर्घ ऊकार की मात्रा ?

उत्तर - पुरुष शब्द के रु में ह्रस्व उकार की मात्रा है ।

1. कुशल → "कु" में ह्रस्व उकार की मात्रा है। 

2. गुरु → "रु" में ह्रस्व उकार की मात्रा है। 

3. सुर → "सु" में ह्रस्व उकार की मात्रा है। 

4. मूर्ति → "मू" में दीर्घ ऊकार की मात्रा है। 

5. भूत → "भू" में दीर्घ ऊकार की मात्रा है।

संकेत-

"रु" वर्ण वाले शब्द:

1. रुचि (आकर्षण, प्रीति) 2. रूपक (दृष्टांत, प्रतीक) 3. रुचिर (सुंदर, मनोहर) 4. रुक्म (सोना) 5. रुचिमान (आकर्षक) 6. रुच्य (सुखदायक) 7. रुज (पीड़ा) 8. रुद्र (शिव का नाम, प्रलयकारी) 9. रुत (आवाज, स्वर) 10. रुदन (रोना) करुणा।

"रू" वर्ण वाले शब्द:

1. रूप (आकार, स्वरूप) 2. रूढ़ (विस्तृत, प्रचलित) 3. रूपवान (सुंदर) 4. रूपश्री (सौंदर्य) 5. रूक्ष (शुष्क, कठोर) 6. रूचिका (अभिरुचि) 7. रूच्य (पसंदीदा) 8. रूह (चढ़ना, बढ़ना) 9. रूढिस्थ (स्थिर) 10. रूप्य (चाँदी)  रूपक, मरुभूमि।

व्यञ्जनान्त वर्ण

प्रश्न- "राजन्" यह शब्द किन - किन वर्णों के मेल से बना है ?

उत्तर - राजा = र् + आ + ज् + अ+ न् (नकारान्त)

प्रश्न- "वाच्" यह शब्द किन - किन वर्णों  के मेल से बना है ?

उत्तर -वाच् = व् + आ + च्

प्रश्न- "गृहम्" पद का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर – ग् +  + ह् +  + म् (मकार)

प्रश्न- "हृदयम्" पद का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर ह् +  + द् +  + य् +  + म् (मकार)

प्रश्न- "ह्रस्वः" पद का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर – ह् + र् + स् + व् + अ + विसर्ग

प्रश्न- "जगत्" शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर – ज् +  + ग् +  + त्       (तकार)

प्रश्न- "शर्मिष्ठा" शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर – श् +  + र् + म् +  + ष् + ठ् +    (आकारान्त)

प्रश्न- "काण्डम्" पद का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर – क् +  + ण् + ड् +  + म्  (मकार)

प्रश्न- "पर्वन्" शब्द का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर  प् +  + र् + व् +  + न्            (नकार)

अन्य विविध शब्द तथा पद

प्रश्न- "सांस्कृतिकी" पद का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर – स् +  + अनुस्वार + स् + क् +  + त् +  + क् +   (ईकारान्त)

प्रश्न- "चित्राणि" पद का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर – च् +  + त् + र् +  + ण् +   (इकारान्त)

प्रश्न- "कारण्डवाः" पद का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर – क् + + र् +  + ण् + ड् +  + व् + आ + विसर्ग (आकारान्त)

प्रश्न- "अन्ये" पद का वर्ण विच्छेद कीजिए तथा अन्तिम वर्ण बताइए ?

उत्तर –  + न् + य् +   (एकारान्त)

प्रश्न- शरीर के अङ्ग बोधक एक ऐसा शब्द बोलिए, जिसमें इकार की मात्रा लगी हो।

उत्तर- मणिबन्धः

प्रश्न- संस्कृत की किसी एक ऐसे पुस्तक का नाम बोलिए, जिसमें ह वर्ण आया हो।

उत्तर- हर्षचरितम्

प्रश्न- दिशा बोधक एक ऐसा संस्कृत का शब्द बोलिए, जिसमें ईकार की मात्रा लगी हो।।

उत्तर- प्राची। प्रतीची। उदीची।

संकेत-  इसी प्रकार छात्र / छात्राओं से अधोलिखित शब्दों, पदों का वर्ण विच्छेद तथा मात्रा का वर्ण पूछें-

पयः । फलम् । नगरम् । जलम् । नीरम् । पयः । लकार । कारक । विभाषा ।  अवलेहः । चणकः । शीतल । आढकी। आलुः । अमृती । एला । कन्दुः । तुम्बी । अलाबुः । शाकम् । अभिनवः । तिलः ।  कफघ्नी । कलाकन्दः । अम्लम् । अङ्ग । कृशरा। किलाटः । देवभाषा । भाषा । आदि। विशेष । पायसम् । दुग्धपूपिका । गोधूमः । घृतम् । पुष्पम् । विभाषा। छन्द । मृत्यु । वृत्ति । श्रुति । मिथ्या । ग्रन्थ । आर्ष । कर्म । अनर्थ । कर्ता । ह्रस्व । प्रथम । उत्तर । तिष्य । पुष्य । सर्पिः । उत्सर्ग । भ्रम। विभक्ति । मध्यम । उत्तम । अन्नम् । विभक्ति । लक्षण । ज्ञाति । सहस्र । शस्यम् । तद्धित। कृदन्त । प्रीति । कुण्डली। कुण्डलिका । वातायनम् । द्वारम् । मन्त्र । मञ्जूषा । अङ्ग । मण्डन । दुग्धम्। युष्मद् । अस्मद् । व्यञ्जनम् । अतसी । दधि । प्रसून । द्विदलम् । दालमुद्गः । धान्यम् । विभक्ति । लवणान्नम् । लावण्यम् । कर्कटिका । लेखनी । काञ्चनारः । उपपन्न । पिष्टिका । आर्द्रकम् । प्रतिबद्ध । मनुष्येश्वर । उच्चलितः । प्लुत । प्रगृह्य । आर्धधातुक । सम्राट् । विसृष्ट । पार्श्वद्रुमः । प्रसून । कौण्डिन्य। श्रेण्य । ईदूतौ । प्रथमा । द्वितीया । तृतीया । चतुर्थी । पञ्चमी । षष्ठी । प्रतिष्ठा । उच्छिष्ट । सप्तमी। अश्वघोष।  भास।  भवभूति । बाणभट्ट । भारवि । माघ । श्रीहर्ष । शूद्रक । विशाखदत्त । मुद्राराक्षस । विपर्यय । आम्रेडित । अयोध्या । साहित्य।  व्याकरण।  ज्योतिष।  अर्वाचीन।  प्राचीन।  क्षीर।  शिष्य।  पुराण।  बौद्ध ।  बृहस्पति।  ब्राह्मण।  क्षत्रिय।  वैश्य।  कुतर्क।  कस्कादि।  ऋग्वेद।  यजुर्वेद।  अथर्ववेद। निमित्त । परिस्थिति । शास्त्र।  श्रुति।  स्तुति।  गार्ग्य।  तार्किक।  अतर्क्य।  यथार्थ।  सिद्धान्त । चतुर्विध । उद्देश्यम् ।  प्रायश्चित्त । कृच्छ्र । मैत्रायणी।  प्रातिशाख्य।  पौष्कर।  माण्डूक्य।  बार्हस्पत्य। कल्पद्रुम।  काशकृत्स्न।  स्फोटायन। आत्यन्तिक । चाक्रवर्मण। उपपन्न । प्रत्याहार।  भर्तृहरि।  अव्ययीभाव।  तत्पुरुष।  द्वन्द्व।  बहुव्रीहि। प्रतीयमान।  व्यतिहार । मत्वर्थ । ईप्सित । प्रीयमाण । सन्निकर्ष । संस्कृत । शब्द । आविष्कृत । सन्धि । स्वरूप । उच्चारण । जिह्वा । प्रयत्न । व्याकरण । अत्यन्त । परिमार्जित । वैज्ञानिक ।

स्वर व्यञ्जन का ज्ञान 

प्रश्न- व्यथा पद में कितने स्वर वर्ण तथा कितने व्यञ्जन वर्ण हैं ?

उत्तर- व्यथा पद में 2 स्वर वर्ण तथा 3 व्यञ्जन वर्ण हैं ।

प्रश्न- धरातल पद में कितने दीर्घ स्वर वर्ण तथा कितने ह्रस्व स्वर वर्ण हैं ?

उत्तर- धरातल पद में 1 दीर्घ स्वर वर्ण तथा 3 ह्रस्व स्वर वर्ण हैं 

प्रश्न- संशय पद में कितने स्वर वर्ण तथा कितने व्यञ्जन वर्ण हैं ?

उत्तर- संशय पद में 3 स्वर वर्ण तथा 3 व्यञ्जन वर्ण हैं ।

प्रश्न- कीर्तन पद में कौन दीर्घ स्वर वर्ण हैं ?

उत्तर- कीर्तन पद में ईकार दीर्घ स्वर वर्ण हैं ।

प्रश्न - "विराम" शब्द में कितने स्वर वर्ण और कितने व्यंजन वर्ण हैं?

उत्तर- "विराम" शब्द में 3 स्वर वर्ण तथा 3 वर्ण व्यंजन वर्ण हैं

प्रश्न - "अनुकूल" शब्द में कितने ह्रस्व स्वर वर्ण हैं?

उत्तर- "अनुकूल" शब्द में 3 ह्रस्व स्वर वर्ण हैं

प्रश्न - "विपरीत" शब्द में कितने दीर्घ स्वर वर्ण हैं?

उत्तर- "विपरीत" शब्द में 1 दीर्घ स्वर वर्ण हैं

प्रश्न - "उत्तर" शब्द में कितने व्यंजन वर्ण हैं?

उत्तर- "उत्तर" शब्द में 3 व्यंजन वर्ण हैं 

प्रश्न - "दक्षिण" शब्द में कितने व्यंजन वर्ण हैं?

उत्तर- "दक्षिण" शब्द में 4 व्यंजन वर्ण हैं 

प्रश्न- “रुद्र” यहाँ रु में किस प्रकार का स्वर है?

उत्तर -  ह्रस्व

प्रश्न- “ऋतम्” इस पद में कितने तथा कौन से वर्ण स्वर हैं?

उत्तर -  दो स्वर वर्ण हैं- ऋ तथा अ  

प्रश्न- “कृती” में कृ में किस प्रकार का स्वर है?

उत्तर – ह्रस्व

प्रश्न- “नॄणाम्” में कितने ह्रस्व स्वर हैं?

उत्तर – कोई नहीं

शुद्ध/ अशुद्ध वर्तनी । ध्वनि साम्य शब्द परिचय

वृहस्पति शब्द शुद्ध है या बृहस्पति। शुद्ध शब्द बृहस्पति

वर्षा   बर्षा

वस्त्र   बस्त्र

विवाह   बिबाह

 वर्षा   बर्षा  वर्षा

 विद्या   बिद्या  विद्या

 वचन   बचन  वचन

 विजय   बिजय

 वन   बन

 वायु   बायु

 वन्दना   बन्दना

 विज्ञान   बिग्यान  विज्ञान

 वर्ण   बर्ण  वर्ण

 वृक्ष   बृक्ष

 वाणी   बाणी

 विकास   बिकास

 विनय   बिनय

 विभा   बिभा

 वासना   बासना

 वार्ता   बार्ता

 वास्तु   बास्तु

 व्रत   ब्रत

 वैद्य   बैद्य

 वंश   बंश

 वेद   बेद

 विश्व   बिश्व

 विषय   बिषय

 विशेष   बिशेष

 विहार   बिहार

 विलोम   बिलोम

 विनोद   बिनोद

 वृत्त   बृत्त

 वन्द्य   बन्द्य

 निवास   निबास

 वात   बात

 वज्र   बज्र

 विधान   बिधान

 विभाजन   बिभाजन

 विकल्प   बिकल्प

 विपत्ति   बिपत्ति

 विश्वास   बिश्वास

 वाचक   बाचक

 वर्धन   बर्धन

 वचनम्   बचनम्

 वलय   बलय

 वर्म   बर्म

 वाम   बाम

 वाङ्मय   बाङ्मय

 व्याकरण   ब्याकरण

 व्यथा   ब्यथा

 व्यास   ब्याश

 वृत्ति   बृत्ति

 वृषभ   बृषभ

अधोलिखित शब्द ब अक्षर से आरंभ होते हैं-

बालकः, बालिका, बलम्, बुद्धिः, बन्धुः, ब्रह्मा, बन्धनम्, बाणः, बर्हिः, ब्रह्मविद्या, बाष्पः, बाष्पिलः, बृहत्, ब्रह्माण्डम्, बकः, बद्धः, बृंहणम्

 "श" अक्षर वाले संस्कृत शुद्ध शब्द:

1. वैशाखः, 2. परिश्रमः, 3. विशुद्धिः, 4. प्रशंसा, 5. अवश्यम्, 6. उपशमः, 7. निष्कर्षः, 8. विशेषः, 9. आशयः, 10. अभिषेकः, 11. शिष्यः, 12. प्रपञ्चशास्त्रम्, 13. अनुशासनम्, 14. वाक्यविश्लेषणम्, 15. शिक्षणम्।


✅ "स" अक्षर वाले संस्कृत शुद्ध शब्द:

1. दर्शनम्, 2. आसनम्, 3. प्रसादः, 4. विस्मयः, 5. नासिका, 6. वसन्तः, 7. हस्तः, 8. रसः, 9. बसन्तः, 10. असुरः, 11. कुसुमः, 12. अनसुवा, 13. हसति, 14. दिशासूचकः, 15. विसर्जनम्।

⏭️ अगला चरण – "वर्ण ज्ञान"

वर्ण ज्ञान

प्रश्न- वर्णमाला में वर्ण का भेद बताइये ? वर्ण कितने प्रकार के होते हैं ?

उत्तर- वर्णमाला में वर्ण तीन प्रकार के होते हैं । स्वरव्यंजन तथा अयोगवाह ।

प्रश्न- ह्रस्व स्वर कौन-कौन है ?

उत्तर- अ इ उ ऋ लृ

प्रश्न- ए ह्रस्व स्वर है अथवा दीर्घ स्वर ?

उत्तर- दीर्घ स्वर

प्रश्न- दीर्घ स्वर वर्ण कौन-कौन है ?

उत्तर- आ ई ऊ   ऐ ओ औ

प्रश्न- ह्रस्व स्वर वर्ण के उच्चारण में कितनी मात्रा का समय लगता है?

उत्तर- एक मात्रा

प्रश्न- किस स्वर वर्ण के उच्चारण में दो मात्रा का समय लगता है

उत्तर- दीर्घ स्वर वर्ण के उच्चारण में ।

प्रश्न- अनुस्वार तथा विसर्ग कौन सा वर्ण हैस्वरव्यंञ्जन या अयोगवाह

उत्तर- अयोगवाह

प्रश्न- विसर्ग के उच्चारण में कितनी मात्रा का समय लगता है?

उत्तर- अर्ध मात्रा (आधी मात्रा)

प्रश्न- व्यञ्जन वर्ण के उच्चारण में कितनी मात्रा का समय लगता है?

उत्तर- अर्ध मात्रा (आधी मात्रा)

प्रश्न - ठ वर्ण किस वर्ग का वर्ण है ?

उत्तर- ठ वर्ण टवर्ग का वर्ण है।

प्रश्न- स्वर के कितने प्रकार के होते हैं ?

उत्तर – तीन

प्रश्न- स्वर के तीनों भेद का नाम बताइये ?

उत्तर – ह्रस्वदीर्घ तथा प्लुत ।

प्रश्न- स्पर्श संज्ञक वर्णों में किस-किस वर्ग के वर्ण आते हैं ?

उत्तर – कवर्गचवर्गटवर्गतवर्ग तथा पवर्ग

प्रश्न- अन्तस्थ संज्ञक वर्णों में कौन-कौन वर्ण आते हैं ?

उत्तर – 

प्रश्न- ऊष्म संज्ञक वर्णों में कौन-कौन वर्ण आते हैं ?

उत्तर 

प्रश्न- वर्ग के पंचम वर्ण कौन-कौन हैं ?

उत्तर – 

प्रश्न- शह इनमें से अन्तःस्थ व्यञ्जन कौन सा है?

उत्तर -  अन्तःस्थ व्यञ्जन है ।

वर्णों के उच्चारण स्थान

प्रश्न -  अ का उच्चारण स्थान क्या है ?

उत्तर - कण्ठ

प्रश्न- विसर्ग का उच्चारण स्थान क्या है

उत्तर - कण्ठ

प्रश्न- तवर्ग का उच्चारण स्थान क्या है

उत्तर - दन्त

प्रश्न- पवर्ग का उच्चारण स्थान क्या है?

उत्तर ओष्ठ

प्रश्न- "ष" का उच्चारण स्थान क्या है?

उत्तर  मूर्धा

प्रश्न- "चवर्ग" का उच्चारण स्थान क्या है?

उत्तर  तालु

प्रश्न- "ण" का उच्चारण स्थान क्या है?

उत्तर  मूर्धा

प्रश्न- "ऋ" का उच्चारण स्थान क्या है?

उत्तर – मूर्धा

प्रश्न- "ऐ" का उच्चारण स्थान क्या है?

उत्तर – कण्ठ तालु

प्रश्न- "औ" का उच्चारण स्थान क्या है?

उत्तर – कण्ठ-ओष्ठ

प्रश्न- "ह" का उच्चारण स्थान क्या है?

उत्तर  कण्ठ

प्रश्न- "य" का उच्चारण स्थान क्या है?

उत्तर  तालु

प्रश्न- "व" का उच्चारण स्थान क्या है?

उत्तर – दन्त ओष्ठ

प्रश्न- "अनुस्वार" का उच्चारण स्थान क्या है?

उत्तर – नासिका

प्रश्न- "ल" का उच्चारण स्थान क्या है?

उत्तर – दन्त

प्रश्न- "लृ" का उच्चारण स्थान क्या है?

उत्तर  दन्त ।

प्रश्न- "कण्ठ से किन-किन वर्णों का उच्चारण होता है?

उत्तर - कण्‍ठ – अ क ख ग घ ङ ह तथा विसर्ग ।

प्रश्न- "जिह्वामूल से किन-किन वर्णों का उच्चारण होता है?

उत्तर -जिह्वामूल – जिह्वामूलीय कख ।

प्रश्न- दन्त-ओष्ठ से किन-किन वर्णों का उच्चारण होता है?

उत्तर – 

प्रश्न- उपध्‍मानीय वर्ण कौन सा होता है?

उत्तर – 

प्रश्न- चण्डी” में कितने तथा कौन से मूर्धन्य स्वर हैं?

उत्तर – दो - ण् तथा ड्

प्रश्न- शाखा” में शकार का उच्चारण स्थान क्या हैं?

उत्तर – तालु उच्चारण स्थान क्या हैं।

प्रश्न - माहेश्वर सूत्रों की संख्या कितनी हैं ?

उत्तर – 14

सङ्केत-

य (तालु) ल (दन्त) (कण्‍ठ – अ क ख ग घ ङ ह विसर्ग)(तालु – इ च छ ज झ ञ य श)(मूर्धा – ऋ ट ठ ड ढ ण र ष), (दाँत – लृ त थ द ध न ल स)(ओष्‍ठ – उ प फ ब भ म उपध्‍मानीय पफ) (कण्‍ठ-तालु – ए ऐ) (कण्‍ठ-ओष्‍ठ – ओ औ) (मुख-नासिका – ङ ञ ण न म) (दन्‍त-ओष्‍ठ – व) (जिह्वामूल – जिह्वामूलीय कख) (नासिका – अनुस्‍वार)

इसी तरह अधोलिखित पद में आये वर्णों का उच्चारण स्थान पूछें-

काष्ठ, (क् + आ + ष् + ठ् + आ) यान, परिधान, पुस्तिका, सैनिक, नायक, पुरुष, सहयोग ।

⏭️ अगला चरण – "सर्वनाम शब्द"

सर्वनाम शब्द

प्रश्न- सः किस सर्वनाम शब्द का रूप है ?

उत्तर - तत् सर्वनाम शब्द का रूप है ।

वाक्य में सर्वनाम पद को पहचानना।

1. तव पुस्तकं कुत्र अस्ति

   सर्वनाम पद:- तव 

2. अहं विद्यालयं गच्छामि। 

   सर्वनाम पद:- अहं 

3. सः गुरुः आगच्छति। 

   सर्वनाम पद: सः 

4. एते जनाः क्रीडायाम् सम्मिलन्ति। 

   सर्वनाम पद: एते 

5. कस्य मित्रं आगतम्

   सर्वनाम पद: कस्य  

6. यदा त्वं आगमिष्यसि, तदा गृहम् शोभनम् भविष्यति। 

   सर्वनाम पद: त्वं

7. अस्माकं गृहम् अतीव सुन्दरम् अस्ति। 

   सर्वनाम पद: अस्माकं

8. उपवेशनं मम प्रियं। 

   सर्वनाम पद: मम

9. एषः बालकः पठनं करिष्यति। 

   सर्वनाम पद: एषः

10. किं वयं उद्यानं गच्छामः

   सर्वनाम पद: वयं

युष्माकं गृहं कुत्र अस्ति ? इस वाक्य में सर्वनाम पद कौन है?

उत्तर- युष्माकं

तस्य बालकस्य किं नाम अस्ति ? (तस्य )

यस्य चित्ते दया भवतिसः साधुः भवति । (यस्यसः )

तस्मै बालकाय दुग्धं वितर । (तस्मै)

एतानि पुस्तकानि मह्यं यच्छ । (एतानिमह्यं)

कः तस्यां नगर्यां कः अवसत् ? (तस्यांकः)

कस्मिश्चिद् नगरे एकः ब्राह्मणः वसति स्म। (कस्मिश्चिद्एकः )

कस्यचिद् नृपस्य हस्ती मरणासन्नः आसीत्। (कस्यचिद्)

सः तस्मै विप्राय धेनुं ददाति । (सः तस्मै)

कस्यचित् बालिकायै फलं यच्छ । (कस्यचित्)

निर्धनो जनः किञ्चिद् धनमुपार्जितवान् । (किञ्चिद्)

कश्चन चौरः गृहाभ्यन्तरं प्रविष्टः । ( कश्चन)

रक्षापुरुषः चौरोऽयमिति प्रख्याप्य कारागारे प्राक्षिपत् । (अयम्)

⏭️ अगला चरण – "शब्द का लिंग"

शब्द का लिंग

प्रश्न-  संस्कृत में कितने लिंग होते हैं –

उत्तर- 3

प्रश्न-  संस्कृत के तीनों लिंगों का नाम बताईये

उत्तर- पुंलिङ्गस्त्रीलिंग तथा नपुंसक लिंग ।

प्रश्न-  बकः किस लिंग का शब्द है ?

उत्तर - बकः पुल्लिंग शब्द है ।

प्रश्न- सुधा किस लिंग का शब्द है ?

उत्तर - सुधा स्त्रीलिंग का शब्द है ।

प्रश्न-  पिपीलिका किस लिंग का शब्द है ?

उत्तर - पिपीलिका स्त्रीलिंग का शब्द है ।

प्रश्न-  अङ्ग किस लिंग का शब्द है ?

उत्तर - अङ्ग नपुंसक लिंग का शब्द है ।

प्रश्न-  ‘सूर्य’ किस लिंग का शब्द है ?

उत्तर पुंलिङ्ग

प्रश्न-  ‘अनुजः’ किस लिंग का शब्द है ?

उत्तर पुंलिङ्ग

प्रश्न-  ‘विडाल’ किस लिंग का शब्द है ?

उत्तर पुंलिङ्ग

प्रश्न-  ‘मार्गः’ किस लिंग का शब्द है ?

उत्तर पुंलिङ्ग

प्रश्न-  ‘उत्सव’ किस लिंग का शब्द है ?

उत्तर पुंलिङ्ग

प्रश्न-  ‘शुक’ किस लिंग का शब्द है ?

उत्तर पुंलिङ्ग

प्रश्न-  ‘कृषक’ किस लिंग का शब्द है ?

उत्तर पुंलिङ्ग

प्रश्न-  ‘पूर्वाह्ण’ किस लिंग का शब्द है ?

उत्तर पुंलिङ्ग

प्रश्न-  ‘हाहा’ किस लिंग का शब्द है ?

उत्तर पुंलिङ्ग

प्रश्न-  ‘विधु’ किस लिंग का शब्द है ?

उत्तर पुंलिङ्ग

प्रश्न-  ‘अञ्जलि’ किस लिंग का शब्द है ?

उत्तर पुंलिङ्ग

प्रश्न-  ‘करिन्’ किस लिंग का शब्द है ?

उत्तर – पुंलिङ्ग

प्रश्न-  ‘शशिन्’ किस लिंग का शब्द है ?

उत्तर – पुंलिङ्ग

प्रश्न-  ‘आत्मन्’ किस लिंग का शब्द है ?

उत्तर पुंलिङ्ग

प्रश्न-  ‘महिमन्’ किस लिंग का शब्द है ?

उत्तर पुंलिङ्ग

प्रश्न-  ‘नासिका’ किस लिंग का शब्द है ?

उत्तर – स्त्रीलिंग

प्रश्न-  ‘सूची’ किस लिंग का शब्द है ?

उत्तर – स्त्रीलिंग

प्रश्न-  ‘मातुली’ किस लिंग का शब्द है ?

उत्तर स्त्रीलिंग

पुंलिङ्ग शब्द -  सूर्यःअनुजःविडालशुककृषकहरितपीतपूर्वाह्णपक्षिणःमोदकःमधुमष्टःपिण्डः,मिष्टपाकःकृपाणःहिमालयकुडवःपणःभवान्मुनिपतिभानुगुरुमहान्

स्त्रीलिंग शब्द - नासिकासूचीमातुलीमातामहीभगिनीतनूविद्युत्रात्रिक्षितिःजननीदुग्धपूपिकाकूर्चिकाचक्रिकासूचिकाभूमिदिश्एषामतिधेनुःमहती

नपुंसक लिंग शब्द - चित्रपत्रगीतगृहआम्रपुष्पकमलतक्रशरीरविषपापरूपरसगोलकनैमिषारण्यम्संयावकम्कुटुम्बकवारिजलयशःयुद्धमित्रज्ञानशरीरनिधानजगत्नाममनःपयःमधु

वचन

प्रश्न-  संस्कृत में कितने वचन होते हैं ? उत्तर- 3

प्रश्न-  संस्कृत के तीनों वचनों का नाम बताईये ?

उत्तर - एकवचनद्विवचन तथा बहुवचन ।

प्रश्न-  जवनिका शब्द का प्रथमा द्विवचन का रूप बोलिए ? उत्तर - जवनिके

प्रश्न-  "सिंहौ गर्जतः" इसे बहुवचन का वाक्य बनाकर बोलिए ? उत्तर - सिंहाः गर्जन्ति ।

प्रश्न-  "गायकाः गायन्ति" इसे एकवचन का वाक्य बनाकर बोलिए ?

उत्तर - गायकः गायति  

प्रश्न-  "लता" शब्द के पंचमी बहुवचन का रूप बोलिए ?

उत्तर - लताभ्यः ।

प्रश्न-  रामेण में कौन विभक्ति तथा वचन है ?

उत्तर - तृतीया विभक्तिएकवचन  

प्रश्न-  रमायै में कौन विभक्ति तथा वचन ?

उत्तर - चतुर्थी विभक्तिएकवचन ।

प्रश्न-  मातरः का विभक्ति तथा वचन बोलिए।

उत्तर - प्रथमा विभक्तिबहुवचन।

इसी प्रकार अन्य शब्दों में विभक्ति तथा वचन पूछें-

आत्मनाम् (षष्ठी बहुवचन)राज्ञा (तृतीया एकवचन)विदुषः (पुंलिंग में द्वितीया बहुवचन तथा पञ्चमी/षष्ठी एकवचन । नपुंसक लिंग में पञ्चमी/षष्ठी एकवचन)मात्रोः (पञ्चमी/षष्ठी)वाचे (चतुर्थी एकवचन)सरिति (सप्तमी एकवचन)दिशाम् (षष्ठी बहुवचन)जगन्ति (प्रथमा बहुवचन)पयोभ्याम् (तृतीया/चतुर्थी/पञ्चमी द्विवचन)मनसी (द्वितीया द्विवचन)भवन्तम् (द्वितीया एकवचन)अमून् (द्वितीया बहुवचन)अमूषु (सप्तमी बहुवचन)विशालैः (तृतीया बहुवचन)शोभने (सप्तमी एकवचन)लघुनी (प्रथमा/द्वितीया द्विवचन)रमायै (चतुर्थी एकवचन)भानुभ्यः (चतुर्थी/पञ्चमी बहुवचन)पत्या (तृतीया एकवचन)गुर्वोः (पञ्चमी/षष्ठी द्विवचन)पितरौ (प्रथमा/द्वितीया द्विवचन)नदीभिः (तृतीया बहुवचन)धेन्वाम् (सप्तमी एकवचन)मधुने (चतुर्थी एकवचन)तस्मात् (पञ्चमी एकवचन)ये (प्रथमा द्विवचन/बहुवचन)महान्ति (प्रथमा/द्वितीया बहुवचन)तरङ्गैः (तृतीया बहुवचनदिशायाम् (सप्तमी एकवचन)त्रयाणाम् (सप्तमी बहुवचन), सागराणम् (सप्तमी बहुवचन), तिसृषु (सप्तमी बहुवचन),

शब्द का लिंग तथा वचन

प्रश्न-  एषः कः का लिंग तथा वचन बोलिए।

उत्तर - पुल्लिंग शब्दएकवचन।

प्रश्न-  एषा का इस वाक्य का लिंग तथा वचन बोलिए।

उत्तर - स्त्रीलिंगएकवचन।

प्रश्न-  एतौ कौ इस वाक्य का लिंग तथा वचन बोलिए।

उत्तर - पुल्लिंग शब्दद्विवचन।

प्रश्न-  एते के इस वाक्य का लिंग तथा वचन बोलिए।

उत्तर - स्त्रीलिंगद्विवचन।

प्रश्न-  एतानि चित्राणि इस वाक्य का लिंग तथा वचन बोलिए।

उत्तर - नपुंसकलिंगबहुवचन।

प्रश्न-  केशाः का लिंग तथा वचन बोलिए।

उत्तर - पुल्लिंग शब्दबहुवचन।

प्रश्न-  ग्रामण्यौ का लिंग तथा वचन बोलिए।

उत्तर - पुल्लिंग तथा स्त्रीलिंग शब्दद्विवचन।

प्रश्न-  सेतू का लिंग तथा वचन बोलिए।

उत्तर - पुल्लिंग शब्दप्रथमा तथा द्विवचन।

प्रश्न-  हनुः का लिंग तथा वचन बोलिए।

उत्तर - स्त्रीलिंग शब्दएकवचन।

प्रश्न-  संख्यावाची एक शब्द का प्रथमा विभक्ति के तीनों लिंग में रूप बताईये ?

उत्तर - एकःएका एकम् ।

संकेत-

पुंलिंग शब्द-

सुधीप्रधीग्रामणीनीयवक्रीसुधीसुखीऊरु ( जाँघ )जन्तुमृत्युऋतुहेतु ( कारण )तरु ( वृक्ष )ऋतुइषु (बाण)अंशु (किरण)वाहुसेतु (पुल)सूनु (पुत्र)कटुकर्तृपितृदेवृ (देवर)भर्तृअध्येतृजेतृद्ष्टृपठितृ , स्तोतृहोतृनेतृ 

स्त्रीलिंग शब्द-

गतिशुद्धि ,भक्तिरुचिशक्तिश्रुतिरुचिस्मृतिशान्तिनीतिरात्रिजातिमतितनु, (शरीर) रेनु, (धूल) हनु (ठुड्डी)मातृयातृ (देवरानी) दुहुतृ (लड़की)।

नपुंसकलिंग शब्द-

मित्रवनअरण्यमुखकमलकुसुमपुष्पनक्षत्रपत्रजलगगनशरीरपुस्तकज्ञानदारुजानु, (घुटना) तालुमधु ।

शब्द / पद का पुरूष

प्रश्न- संस्कृत में पुरुषों की कितनी संख्या है ?

उत्तर- 3

प्रश्न- संस्कृत के तीनों पुरुषों का नाम बताईये ?

उत्तर -प्रथम पुरुषमध्यम पुरुष तथा उत्तम पुरुष

प्रश्न- तत्  किस पुरूष का शब्द है ?

उत्तर - तत्  शब्द प्रथम पुरूष का शब्द है।

प्रश्न- अहम् किस पुरूष का पद है ?

उत्तर - अहम् उत्तम पुरूष का पद है।

इसी प्रकार अन्य शब्दों का पुरुषवचन पूछें-

वद (मध्यम पुरुष एकवचन)वदिष्यावः उत्तमपुरुष द्विवचन)वत्स्यथ (मध्यम पुरुष बहुवचन)दत्ताम् (प्रथम पुरुष द्विवचन)दद्युः (प्रथमपुरुष बहुवचन)कथयतम् (मध्यम पुरुष द्विवचन)कथयेम (उत्तम पुरुष बहुवचन)पश्येः (मध्यम पुरुष एकवचन)द्रक्ष्यतः (प्रथम पुरुष द्विवचन) अनयः (मध्यम पुरुष द्विवचन)नेष्यथः (मध्यमपुरुष द्विवचन)नयतात् (प्रथम/मध्यम पुरुष एकवचन)याचावहै (उत्तम पुरुष द्विवचन)अयाचे (उत्तम पुरुष एक वचन)तिष्ठेम (उत्तम पुरुष बहुवचन) 

शब्द / पद की विभक्ति

प्रश्न-  "बालक" शब्द के षष्ठी विभक्ति एकवचन का रूप बोलें।

उत्तर – बालकस्य

प्रश्न-  सेतू किस विभक्ति का रूप है ?

उत्तर - पुल्लिंग शब्दप्रथमा तथा द्वितीया द्विवचन।

प्रश्न-  ग्रामण्यौ किस विभक्ति का रूप है ?

उत्तर - प्रथमा तथा द्वितीया विभक्ति ।

प्रश्न-  "यूयं" पद किस विभक्ति का रूप है ?

उत्तर - प्रथमा विभक्ति ।

प्रश्न-  "क्रीडायै" पद किस विभक्ति का रूप है ?

उत्तर - चतुर्थी विभक्ति ।

प्रश्न-  वयं नेत्राभ्यां पश्यामः इस वाक्य में नेत्राभ्यां किस विभक्ति का रूप है ?

उत्तर - तृतीया विभक्ति ।

प्रश्न-  बालिकाः उत्साहेन क्रीडन्ति इस वाक्य में उत्साहेन किस विभक्ति का रूप है ?

उत्तर - तृतीया विभक्ति ।

इसी तरह - प्रतिभागी (प्रथमा)अनेकानि (प्रथमा तथा द्वितीया)तानि (प्रथमा तथा द्वितीया)स्नानाय (चतुर्थी)बालकान् (द्वितीया)नायकम् (द्वितीया)सैनिकानाम् (षष्ठी बहुवचन)अश्वात् (पञ्चमी एकव.)याने (सप्तमी), त्वम् (प्रथमा) राज्ञाम् (षष्ठी)विदुषोः (षष्ठी)आत्मनः (द्वितीया बहुवचनपञ्चमी षष्ठी एकवचन)मात्रे (चतुर्थी)वाचा (तृतीया)नाम्नाम् (षष्ठी)मनस्सु (सप्तमी)अमूषाम् (षष्ठी)एतस्याम् (सप्तमी)अमुष्मै (चतुर्थी)दीर्गान् (द्वितीया)शोभनेन (तृतीया)लघ्व्याम् (सप्तमी) इत्यादि पद में (विभक्ति) है।

वाक्य में विशेष्य और विशेषण

प्रश्न- श्वेतः अश्वः धावति में कौन विशेषण पद है ?

उत्तर - श्वेतः विशेषण पद है ।

प्रश्न- चतुरः काकः जलं पिबति में कौन विशेष्य पद है ?

उत्तर - काकः विशेष्य पद है ।

प्रश्न-  पुष्पं सुन्दरं अस्ति इस वाक्य में कौन विशेष्य तथा कौन विशेषण पद है ?

उत्तर - पुष्पं विशेष्य तथा सुन्दरं विशेषण पद है ।

प्रश्न-  अहं श्वेतम् अश्वं पश्यामि इस वाक्य में कौन विशेष्य तथा कौन विशेषण पद है ?

उत्तर - अश्वं विशेष्य तथा श्वेतम् विशेषण पद है ।

प्रश्न-  एतत् जलं पवित्रम् अस्ति इस वाक्य में कौन विशेष्य तथा कौन विशेषण पद है ?

उत्तर - जलं विशेष्य तथा पवित्रम् विशेषण पद है ।

प्रश्न-  पथिकः वृक्षस्य शीतलायां छायायां तिष्ठति इस वाक्य में कौन विशेष्य तथा कौन विशेषण पद है ?

उत्तर - जलं विशेष्य तथा शीतलायां छायायां विशेषण पद है ।

प्रश्न-  अहम् उष्णेन जलेन मुखं प्रक्षालयामि इस वाक्य में कौन विशेष्य तथा कौन विशेषण पद है ?

उत्तर - जलेन विशेष्य तथा उष्णेन विशेषण पद है ।

प्रश्न-  ते निर्बलान् पुरुषान् रक्षन्ति इस वाक्य में कौन विशेष्य तथा कौन विशेषण पद है ?

उत्तर - पुरुषान् विशेष्य तथा निर्बलान् विशेषण पद है ।

प्रश्न-  भीमः बलवत्तमः आसीत् इस वाक्य में कौन विशेष्य तथा कौन विशेषण पद है ?

उत्तर - भीमः विशेष्य तथा बलवत्तमः विशेषण पद है ।

प्रश्न-  रमा एका श्रेष्ठा नारी आसीत् इस वाक्य में कौन विशेष्य तथा कौन विशेषण पद है ?

उत्तर - नारी विशेष्य तथा श्रेष्ठा विशेषण पद है ।

प्रश्न-  विपिनः उत्तमः छात्रः अस्ति इस वाक्य में कौन विशेष्य तथा कौन विशेषण पद है ?

उत्तर - विपिनः विशेष्य तथा उत्तमः विशेषण पद है ।

प्रश्न-  वीराणां पुरुषाणां प्रशंसा सर्वत्र भवति इस वाक्य में कौन विशेष्य तथा कौन विशेषण पद है ?

उत्तर - पुरुषाणां विशेष्य तथा वीराणां विशेषण पद है ।

प्रश्न-  रामः भरतात् ज्येष्ठतरः आसीत् इस वाक्य में कौन विशेष्य तथा कौन विशेषण पद है ?

उत्तर - रामः विशेष्य तथा ज्येष्ठतरः विशेषण पद है ।

प्रश्न-  “आम्रं मधुरम्” अस्ति में कौन विशेषण पद है ?

उत्तर – मधुरम् ।

प्रश्न “मधुरम् अस्ति” में कौन विशेषण पद है ?

उत्तर - मधुरम्

प्रश्न- “मुकुलः प्रांशुः अस्ति” में कौन विशेषण पद है?

उत्तर - प्रांशुः

प्रश्न पर्यटकाः साधवः सन्ति” में कौन विशेषण पद है?

उत्तर – साधवः

प्रश्न नीलानि पुष्पाणि रोचन्ते” में कौन विशेषण पद है?

उत्तर  नीलानि

प्रश्न नारिकेलफलं बहिस्तः कठोरं भवति” में कौन विशेषण पद है?

उत्तर  कठोरम्

प्रश्न कृशाः बालिकाः बलिष्ठाः न सन्ति” में कौन विशेषण पद है?

उत्तर  कृशाःबलिष्ठा

प्रश्न कृषकाः उन्नतायां भूमौ आढकीवीजानि वपन्ति” में कौन विशेषण पद है?

उत्तर  उन्नतायां

प्रश्न –“दुष्टाः नराः दण्डनीयाः” में कौन विशेष्य पद है?

उत्तर  नराः

प्रश्न –“श्रेष्ठाः जनाः आदरणीयाः भवन्ति” में कौन विशेष्य पद है?

उत्तर – जनाः

प्रश्न वसन्ते कोकिलः पञ्चमे ताने गायति” में कौन विशेष्य पद है?

उत्तर  कोकिलः

प्रश्न मनोरमाः महिलाः सुन्दरं नृत्यं कुर्वन्तः सन्ति” में कौन विशेषण पद है?

उत्तर   मनोरमाःसुन्दरं 

प्रश्न अस्माकं राष्ट्रं विशालम् अस्ति” में कौन विशेषण पद है?

उत्तर – विशालम्

प्रश्न सूनृता वाक् सदा वाच्या” में कौन विशेषण पद है?

उत्तर  सूनृता

प्रश्न ग्रीष्मे शीतलं जलं रोचते” में कौन विशेषण पद है?

उत्तर - शीतलम्

इसी प्रकार अधोलिखित विशेष्य-विशेषण पूछें ।

कृष्णः पीतम् अम्बरं धरति। (विशेष्य- अम्बरम्विशेषण- पीतम्)

कृष्णः पीतम् अम्बरं धरति। (विशेष्य- अम्बरम्विशेषण- पीतम्)

महता उत्साहेन कार्यं कुरु। (विशेषण- महताउत्साहेन - विशेष्यम्   )

प्रचलितेषु सम्प्रदायेषु जैनधर्मः महत्त्वं भजते। (विशेष्य- सम्प्रदायेषु , विशेषण- प्रचलितेषु )

काकस्य वर्णः कृष्णः भवति। (विशेष्य- वर्ण , विशेषण- कृष्णं)

नौकां जलपूरितां दृष्ट्वा भीतः। (विशेष्य- नौकाम्विशेषण- जलपूरितां )

ग्राम्यजीवनं सदाचारसम्पन्नं भवति। (विशेष्य- ग्राम्यजीवनम्विशेषण- सदाचारसम्पन्नं)

अस्माकं देशः प्रियः वर्तते। (विशेष्य- देश:विशेषण- प्रिय:)

राज्यलुब्धायाः कैकेय्याः पुत्रः भरतः प्राप्तः। (विशेष्य- कैकेय्या:विशेषण- राज्यलुब्धाया:)

प्रियं भारतं मे सदा वन्दनीयम्। (विशेष्य- भारतम् , विशेषण- प्रियं )

युधिष्ठिरः उद्विग्नः अभवत्। (विशेष्य- युधिष्ठिर:विशेषण- उद्विग्न:)

बालिकाः सबलाः स्युः। (विशेष्य- बालिका:विशेषण- सबला:  )

तेन स्पृष्टानि वस्तूनि सौवर्णानि संजातानि। (विशेष्य- वस्तूनिविशेषण- स्पृष्टानि सौवर्णानि)

शनैः शनैः सा स्वस्था अभवत्। (विशेष्य- साविशेषण- स्वस्था)

भारवाहने अक्षमान् सैनिकान् विलोकयन् अवदत्। (विशेष्य- सैनिकान् , विशेषण- अक्षमान्)

मनोहरः सत्यनिष्ठः आसीत्। (विशेष्य- मनोहर:विशेषण- सत्यनिष्ठ:)

तव शरीरं सुन्दरम् अस्ति। (विशेष्य- शरीरम्विशेषण- सुन्दरम्)

रामायणे मानवतापोषकानि जीवनमूल्यानि वर्णितानि सन्ति। (विशेष्य- जीवनमूल्यानिविशेषण- मानवपोषकाणि)

विश्पला वीराङ्गना आसीत्। (विशेष्य- विश्पलाविशेषण- वीराङ्गना )

संकेत-

शस्यश्यामलां धरित्रीम् । धूलधूसरिताः बालकाः । अये पुण्ये गङ्गे । शुभा भारतधरा । गङ्गायाः गभीरे नीरे । विपुलेन भुजद्वयेन  निर्धनो जनः धनमुपार्जितवान् । प्रीताभ्यः प्रकृतिभ्यः राजानः प्रतिप्रियमिच्छन्ति।

वाक्य में आये संख्यावाची पद को बतायें-

प्रश्न-  चत्वारः सिंहाः भ्रमन्ति इस वाक्य में संख्यावाचक पद कौन है ?

उत्तर - चत्वारः संख्यावाचक पद है ।

प्रश्न-  एका पिपीलिका याति इस वाक्य में संख्यावाचक पद कौन है ?

उत्तर - एका संख्यावाचक पद है ।

प्रश्न-  षट् दिनानि वर्षा अभवत्। (उत्तर - षट्)

प्रश्न-  षोडशवर्षीयः बालकः दशमकक्षायां पठति। (षोडशवर्षीयःदशमकक्षायां)

प्रश्न-  एको ना विंशतिः नार्यः वापीं स्नातुमितो गताः। (एकःविंशतिः)

प्रश्न-  राष्ट्रध्वजे त्रयः वर्णाः भवन्ति। (त्रयः)

प्रश्न-  नवविंशतिः के पश्चात् कौन सी संख्या आती है(विंशतिः)

प्रश्न-  एकोनविंशतिः के पहले कौन सी संख्या आती है(अष्टादश)

प्रश्न-  त्रिंशत् त्रिंशतिः इनमें से कौन संख्यावाचक पद क्या शुद्ध है(त्रिंशत्)

प्रश्न-  एकपक्षे पञ्चदश अहोरात्रं भवति इसमें संख्यावाची पद कौन सा है(एकपक्षेपञ्चदश)

प्रश्न-  चतुर्विंशतिहोराभिः दिनमेकं भवति। यहाँ किस पद से संख्या का बोध हो रहा है(चतुर्विंशतिहोराभिः)

सुप् प्रत्यय तथा शब्दरूप

प्रश्न-  "मुनयः" किस शब्द का रूप है?

उत्तर- मुनि शब्द का बहुवचन

प्रश्न-  "पितृ" शब्द का प्रथमा विभक्ति तीनों वचन का रूप बताइये?

उत्तर- पिता  पितरौ  पितरः

प्रश्न-  "मक्षिके" किस शब्द का रूप है?

उत्तर- मक्षिका का द्विवचन

प्रश्न- रमा शब्दस्य षष्ठीविभक्तौ एकवचने किं रूपम्?

उत्तरम् - रमायाः

प्रश्न- गज शब्दस्य प्रथमाविभक्तौ किं रूपम्?

उत्तरम् - गजः गजौ गजाः

संकेत - नर, मृग, वानर, सैनिक, चतुर, अश्व, घट, दिवस, वारि, कुल्या शब्द का प्रथमा, द्वितीया, तृतीया आदि विभक्ति का रूप पूछें

⏭️ अगला चरण – "धातु तथा धातुरूप से परिचय"

धातुरूप का वचन

प्रश्न- 'पाधातु के लट् लकार प्रथमपुरुष बहुवचन का रूप बोलिए ।

उत्तर - पिबन्ति

प्रश्न-  पठ् धातु प्रथम पुरुष बहुवचन लट्लकार का रूप क्या होगा?

उत्तर - पठन्ति

प्रश्न-  गम् धातु उत्तम पुरुष बहुवचन में लट्लकार में क्या रूप बनेगा?

उत्तर - गच्छामि

प्रश्न-  गा धातु लट् लकार उत्तम पुरुष बहुवचन में क्या रूप बनेगा?

उत्तर - गायामः

इसी तरह कृ, भू, अस्, लिख्, खेल्, पा, कूर्द्, मुञ्च्, हस् धातु के विविध वचन पूछें।

धातुरूप का पुरुष

प्रश्न- खेल् धातु के लट् लकार (वर्तमान काल) प्रथम पुरुष का रूप बताइये 

उत्तर - खेलति खेलतः खेलन्ति 

प्रश्न- पठ् धातु के लङ् लकार (भूतकाल) प्रथम पुरुष का रूप बताइये 

उत्तर - अपठत् अपठताम् अपठन् 

प्रश्न- दा धातु के लट् लकार (वर्तमान काल) प्रथम पुरुष का रूप बताइये 

उत्तर - ददाति दत्तः ददति 

प्रश्न- पच् धातु के लट् लकार (वर्तमान काल) मध्यम पुरुष का रूप बताइये 

उत्तर - पचसि पचथः पचथ

वाक्य में धातु तथा तिङन्त पद को पहचानना

प्रश्न-  शिशुः क्रन्दति इस वाक्य में कौन तिङन्त पद है ?

उत्तर - क्रन्दति 

प्रश्न-  विटपे कोकिला रौति इस वाक्य में तिङन्त पद कौन है ?

उत्तर - रौति ।

प्रश्न-  अहं प्रातःकाले उत्थाय पठामि इस वाक्य में कौन तिङन्त पद है ?

उत्तर - पठामि।

किमपि असौविध्यं न जायते । अधस्तनो भागो द्रष्टुं शक्यते । विपुला संख्या वसति स्म । अत्र विशेषरूपेण मेला लगति ।

प्रश्न-  हसति में मूल धातु का नाम बतायें ?

उत्तर - हसति में हस् मूल धातु है।

प्रश्न-  मेघाः गर्जन्ति में किस मूल धातु का प्रयोग हुआ है ?

उत्तर - गर्जन्ति में गर्ज् मूल धातु का प्रयोग हुआ है ।

प्रश्न- धावति में ति भाग को क्या कहा जाता है?

उत्तर - प्रत्यय कहा जाता है ।

प्रश्न- खेलिष्यन्ति पद किस धातु का रूप है ?

उत्तर - खेल् धातु

प्रश्न-  "राजते" किस धातु का रूप है?

उत्तर- राजृ / राज् धातु

प्रश्न- भविष्यन्ति पद किस धातु का रूप है?

उत्तर - भू धातु

प्रश्न-  "पचति" किस धातु का रूप है?

उत्तर- डुपचस् / पच् धातु

प्रश्न-  "कर्षन्ति" किस धातु का रूप है?

उत्तर- कृष् धातु

प्रश्न-  "वपति" किस धातु का रूप है?

उत्तर- डुवप् / वप् धातु

प्रश्न-  "अजानात्" किस धातु का रूप है?

उत्तर- ज्ञा धातु लङ् लकार (अजानात् अजानीताम् अजानन्)

उपसर्ग व मूल धातु को पहचानना

प्रश्न - प्रचलति में उपसर्ग तथा धातु  बताएँ

उत्तर- प्रचलति में प्र उपसर्ग तथा चल् (कम्पने) धातु है।

उत्तर- प्रचलति में प्र उपसर्ग तथा चल् (विलसने) धातु है।

प्रश्न - न्यवेदयत् में उपसर्ग तथा धातु  बताएँ

उत्तर- न्यवेदयत् में नि उपसर्ग तथा विद् (ज्ञाने) धातु है।

प्रश्न - विरमन्ति में उपसर्ग तथा धातु  बताएँ

उत्तर- विरमन्ति में वि उपसर्ग तथा रमु (क्रीडायां) धातु है।

प्रश्न- प्रसारय में उपसर्ग तथा धातु  बताएँ

उत्तर- प्रसारय में प्र उपसर्ग तथा सृ (गतौ) धातु है।

प्रश्न- प्रयच्छन्ति में उपसर्ग तथा धातु  बताएँ

उत्तर- प्रयच्छन्ति में प्र उपसर्ग तथा दा (दाने) धातु है।

प्रश्न -  अवरुध्यते में उपसर्ग तथा धातु  बताएँ

उत्तर-  अवरुध्यते में अव उपसर्ग तथा रुध् (आवरणे) धातु है।

प्रश्न -सैनिकाः बाणैः शत्रून् प्रहरन्ति इस वाक्य में उपसर्ग तथा धातु बताएँ

उत्तर-  प्र उपसर्ग तथा हृञ् (हरणे) धातु है।

प्रश्न - लक्ष्मणः रामम् अन्वगच्छत् इस वाक्य में उपसर्ग तथा धातु बताएँ

उत्तर-  अनु उपसर्ग तथा गमॢँ- गम् (गतौधातु है।

प्रश्न -बालकः गृहात् बहिः निर्गच्छत् इस वाक्य में उपसर्ग तथा धातु बताएँ

उत्तर-  निर् उपसर्ग तथा गमॢँ- गम् (गतौ) धातु है।

प्रश्न -लक्ष्मणः रामम् अन्वगच्छत् इस वाक्य में उपसर्ग तथा धातु बताएँ

उत्तर- अनु तथा आ उपसर्ग तथा गमॢँ- गम् (गतौधातु है।

प्रश्न -अहं प्रसन्नताम् अनुभविष्यामि लक्ष्मणः रामम् अन्वगच्छत् इस वाक्य में उपसर्ग तथा धातु बताएँ

उत्तर- अनु उपसर्ग तथा भू (सत्तायांधातु है। 

इसी तरह प्राचलत् (प्र + चल् + लङ्) विराजते (वि + राज् + लट् आत्मनेपदी)

काल परिवर्तन

अधोलिखित में से भविष्यत् काल तथा वर्तमान काल में रूप बताइये

1. गमिष्यथ गच्छथ

2. आगमिष्यामि आगच्छामि

3. श्रोष्यानि शृणोमि

4. वदिष्यसि वदसि

5. पठिष्यति पठति

6. लेखिष्यतः लिखतः

7. पास्यसि पिबसि

8. खादिष्यन्ति खादन्ति

9. द्रक्ष्यावः पश्यावः

10. नेष्यामि नयामि

11. चलिष्यामः चलामः

12. वसिष्यानि वसामि

13. ज्ञास्याति जानाति

14. प्रक्ष्यतः पृच्छतः

15. उपवेक्ष्यासि उपविशसि

16. दास्यथ ददथ

17. कथयिष्यामि कथयामि

18. हसिष्यति हसति

19. स्मरिष्यामि स्मरामि

20. नर्तिष्यति नृत्यति

21. गास्यानि गायामि

22. स्थास्यामि तिष्ठामि

23. क्षिप्स्यन्ति क्षिपन्ति

24. अटिष्यावः अटावः

25. भ्रमिष्यामि भ्रमामि

26. करिष्यति करोति

अधोलिखित का लङ् लकार (भूतकाल) तथा लृट् लकार (भविष्यत् काल) में रूप बताइये

 धातु (अर्थ)                लङ्        लृट्

 दा-ददाति (देता है)-        अददात् दास्यति

 क्री- क्रीणाति (खरीदता है)- अक्रीणात् क्रेष्यति

चुर् - चोरयति (चुराता है)-   अचोरयत् चोरयिष्यति     

रुद – रोदिति (रोता है)-      अरोदत्अरोदीत्  रोदिष्यति 

ब्रू-ब्रवीति (बोलता है)-       अब्रवीत्    वक्ष्यति 

दुह् - दोग्धि (दुहता है)-     अधोक् अधोग्    धोक्ष्यति

इष्- इच्छति (चाहता है)-    ऐच्छत्   एषिष्यति 

हन् - हन्ति ( मारता है)-   अहन्  हनिष्यति 

प्रच्छ – पृच्छति (पूछता है)-   अपृच्छत्   प्रक्ष्यति 

हस्- हसति (हँसता है)-     अहसत्   हसिष्यति 

पच्– पचति (पकाता है)-     अपचत्     पक्ष्यति 

नृत्– नृत्यति (नाचता है)-    अनृत्यत्    नृत्स्यतिनर्तिष्यति 

घ्रा - जिघ्रति (सूंघता है)-   अजिघ्रत्    घ्रास्यति 

हृ-हरति (हरता है)-         अहरत्    हरिष्यति 

कथ्- कथयति (कहता है)-  अकथयत्     कथयिष्यति 

नीनयति (ले जाता है)-     अनयत्    नेष्यति 

जागृ- जागर्ति (जागता है)-   अजागरत्   जागरिष्यति 

धातु (अर्थ)                     लृट्               लङ्

जागृ- जागर्ति (जागता है)-         जागरिष्यति         अजागरत्

अद्-अत्ति (खाता है),              अत्स्यति           आदत्

भी - बिभ्यति (डरता है),          भेष्यति            अबिभेत्

अर्च्-अर्चति (पूजता है)          अर्चिष्यति          आर्चत्

अर्ज्-अर्जति (कमाता है)         अर्जिष्यति          आर्जत्

अश्- अश्नाति (खाता है)        अशिष्यति          आश्नात्

अस्-अस्यति (फेंकता है)         असिष्यति          आस्यत्

आप्-आप्नोति (पाता है)         आप्स्यति          आप्नोत्

आप्- आपयति (पहुँचाता है)            आपयिष्यति        आपयत्

ईर्ष्य – ईर्ष्यति (ईर्ष्या करता है)   ईर्ष्यिष्यति          ऐर्ष्यत्

कुप्- कुप्यति (क्रोध करता है)    कोपिष्यति          अकुप्यत्

कृष्-कर्षति (खींचता है)          कर्क्ष्यति/क्रक्ष्यति     अकर्षत्

क्रन्द- क्रन्दति (रोता है)         क्रन्दिष्यति         अक्रन्दत्

क्रीड्- क्रीडति (खेलता है)         क्रीडिष्यति         अक्रीडत्

क्लिश्-क्लिश्नाति (दुःख देता है)   क्लेशिष्यति/क्लेक्ष्यति अक्लिश्नात्

क्षल्-क्षालयति (धोता है)         क्षालयिष्यति       अक्षालयत्

क्षिप्-क्षिपति (फेंकता है)         क्षेप्स्यति           अक्षिपत्

खन्-- खनति (खोदता है)        खनिष्यति          अखनत्

खाद्- खादति (खाता है),           खादिष्यति        अखादत्

गण्-गणयति (गिनता है),           गणयिष्यति        अगणयत्

जप्-जपति (जपता है),             जपिष्यति          अजपत्

जीव्— जीवति (जीता है),           जीविष्यति         अजीवत्

जॄ- जीर्यति (वृद्ध होता है),         जरीष्यति,जरिष्यति        अजीर्यत्

ज्वल्-ज्वलति (जलता है),           ज्वलिष्यति        अज्वलत्

तड् - ताडयति (पीटता है),          ताडयिष्यति       अताडयत्

तन्- तनोति (फैलाता है),           तनिष्यति           अतनोत्

तप्- तपति (तपता है),             तप्स्यति             अतपत्

तर्क - तर्कयति (सोचता है)      तर्कयिष्यति/तर्किष्यति   अतर्कयत्

तर्ज्- तर्जयति (डाँटता है),         तर्जयिष्यति तर्जिष्यति      अतर्जयत्

तुद् - तुदति (दुःख देता है)         तोदिष्यति          अतुदत्

तुल्-तोलयति (तोलता है),          तोत्स्यति            अतोलयत्

तुष्- तुष्यति ( प्रसन्न होता है),     तोक्ष्यति             अतुष्यत्

तृप् - तृप्यति (तृप्त होता है),       तर्प्स्यति             अतृप्यत्

तृ- तरति (तैरता है),             तरिष्यति,तरीष्यति         अतरत्

त्यज्-त्यजति (छोड़ता है),         त्यक्ष्यति               अत्यजत्

धा- दधाति (धारण करता है),       धास्यति             अदधात्

वह्- वहति (वहता हैले जाता है),   वक्ष्यति             अवहत्

धाव्– धावति (दौड़ता है),            धाविष्यति         अधावत्

ध्यैघ्यायति (ध्यान करता है),      ध्यास्यति           अध्यायत्

नश्– नश्यति (नष्ट करता है),         नङ्क्ष्यति           अनश्यत्

अधोलिखित वाक्य में आये लट् लकार को लङ् लकार में। लृट् को लट् लकार में तथा लङ् को लृट्  लकार में परिवर्तित करें।

इदं चित्रं पाठशालायाः वर्तते ।

1. लट् लकार को लङ् लकार में: 

   इदं चित्रं पाठशालायाः अवर्तत।

2. लृट् लकार को लट् लकार में: 

   (यदि मूल वाक्य में लृट् लकार होता तो इसे बदलते, परंतु यहां लृट् नहीं है।)

3. लङ् लकार को लृट् लकार में: 

   इदं चित्रं पाठशालायाः भविष्यति। 

पिपीलिका बालकः च गृहं गच्छतः।

मुदितमनाः मनुष्याः आगच्छन्ति ।

बालकः भोजनं खादति।

मम पुत्रः क्रीडति।

तत्र पुष्पं पतति।

शिष्यः पाठं स्मरति।

अहं गङ्गाजलम् एव नेष्यामि ।

नृपः राज्यं जयति।

एककिलोपरिमितं मह्यं मिष्टान्नं ददातु ।

पुत्रः पितरं अनमत् । (नंस्यति)

बालकः सूर्यं चन्द्रं च पश्यति।

शिष्यः उपाध्यायं कथयति।

बालकः पुस्तकं नयति।

चौरः धनं हरति।

कृपणस्य तनयः मिष्टान्नम् आनेतुम् अगच्छत् ।

तनयः कान्दविकम् अकथयत् ।

प्राज्ञः सज्जनः च सत्यं वदतः।

बटुकः ललाटे सितस्य तिलकं लेपयति ।

दुर्जनाः असत्यं वदन्ति। 

त्वरया अत्र आगमिष्यसि चेत् भवते द्विगुणितं धनं दास्यामः ।

सा प्रथमा महिला शिक्षिका आसीत् ।

एकं बालकं हसन्तम् अपश्यम्।

तस्य हसन्मुखं दृष्ट्वा मम मुखेऽपि हास्यमजायत। 

एकः अन्यः बालकः स्वजनकेन सह आवां हसन्तौ दृष्ट्वा जनकम् अपृच्छत्

पुत्र, चल इतः, त्यज एतौ इति बालकस्य जनकः अवदत्।

जनकस्य एतद्वचनं श्रुत्वा तु आवामितोपि उच्चैः अहसाव।

सः बालकः तीव्रगत्या मद्दूरम् अधावत्

भगतसिंहःशिवरामःराजगुरुः गौराङ्गं सैन्डर्स नामानम् अमारयन्।

सः श्रमम् अनुभवन् आसीत् ।

मिष्टान्नं देहाय हानिकरं अवर्तत ।

भोजनं सेवामाना गायिका सन्तोषेण अवदत् ।

बालिका रात्रौ सिञ्जाम् अशृणोत् ।

अनन्तरं मित्रं वीक्ष्य अब्रवीत् ।

गङ्गाजलं पीत्वा सर्वथा लाभः एव भविष्यति ।

स्वमित्रं हमीदमपि तत्र नेष्यामि।

मिष्टान्नं खादित्वा केवलं रसना हि तुष्यति ।

ततः शिक्षकाः सर्वेभ्यः मोदकं वितरिष्यन्ति।

किं त्वमपि तत्र चलिष्यसि? (चलसि, चलिष्यसि, अचलः)

सर्वमपि महाप्रभोः भक्तिपूजायाः प्रचारे अर्पयिष्यामः । (ऋ + णिच्, अर्पयामः, अर्पयिष्यामः, आर्पयाम)

भक्ताः भवतां जीवनाय शान्तिं ददतु । (ददति, दास्यन्ति, अददुः)

पदों तथा वाक्यों में सर्वनाम का अभिज्ञान एवं परिवर्तन

प्रश्न- “गजः चलति” में गजः के स्थान पर तत् सर्वनाम पद का प्रयोग कर वाक्य बनाएँ

उत्तर - सः चलति।

प्रश्न- “युष्मद्सर्वनाम का प्रथमा बहुवचन रूप बताइए ?

उत्तर  यूयम्

प्रश्न केन” पद किस सर्वनाम शब्द का रूप है ?

उत्तर – किम्

प्रश्न - येषाम्” पद किस सर्वनाम का रूप है ?

उत्तर – यत्

प्रश्न – “सर्वेषाम्” किस सर्वनाम के किस लिङ्ग का रूप है ?

उत्तर – सर्व पुंल्लिंग/नपुंसकलिंग

प्रश्न- बालिकाः पठन्ति”, यहाँ बालिकाः के स्थान पर एतत् सर्वनाम पद का प्रयोग करके वाक्य बनाएँ?

उत्तर – एताः पठन्ति ।

प्रश्न-  “छात्रौ क्रीडतः”, यहाँ छात्रौ के स्थान पर किम् सर्वनाम का प्रयोग करके वाक्य बनाएँ?

उत्तर – कौ क्रीडतः

प्रश्न-  यत् सर्वनाम स्त्रीलिङ्ग षष्ठी विभक्ति बहुवचन में क्या रूप होगा ?

उत्तर – यासाम्

प्रश्न –“मीरा वाणी माया च चलचित्रं पश्यन्ति”, इस वाक्य में मीरा वाणी माया के स्थान पर तत् सर्वनाम पद का प्रयोग करके वाक्य बनाए ?

उत्तर –  ताः चलचित्रं पश्यन्ति ।

प्रश्न –“माधुरी मम मित्रम् अस्ति”, इस वाक्य में माधुरी के स्थान पर एतत् सर्वनाम का प्रयोग कर सर्वनाम बनाए ?

उत्तर – एषा मम मित्रम् अस्ति ।

प्रश्न – “मह्यम् आम्रं रोचते”, इस वाक्य में आम्रम् के स्थान पर इदम् सर्वनाम का प्रयोग करके वाक्य बनाए ?

उत्तर – मह्यम् इदं रोचते ।

प्रश्न- “अस्मद्” किस सर्वनाम का रूप है ?

उत्तर – अस्मद्

प्रश्न पाठकाः दूरात्आगच्छन्ति”, यहाँ पाठकाः के स्थान पर इदम् शब्द का प्रयोग कर वाक्य बनाए ।

उत्तर – इमे दूरात् आगच्छन्ति ।

प्रश्न महिलानाम् सौन्दर्यं पश्य”, यहाँ महिलानाम् के स्थान पर तत् सर्वनाम का प्रयोग कर वाक्य बनाए ।

उत्तर – तासां सौन्दर्यं पश्य ।

प्रश्न- त्वत् किस सर्वनाम का रूप है?

उत्तर-युष्मद्

अव्यय से सम्बन्धित प्रश्न

प्रश्न -  दो शब्दों को जोड़ने वाला कोई 2 योजक अव्यय शब्द बताइये।

उत्तर - तथा, एवं, च

प्रश्न -  समय सूचक 3 अव्यय शब्द बताइये।

उत्तर - अद्य, ह्यः, प्रातः, सायं

प्रश्न -  प अक्षर से आरंभ होने वाला 2 अव्यय शब्द बोलिए।

उत्तर - प्रायस्, प्रातः, प्रवाहुकम्, प्रवाहिका, प्रताम् , प्रशान्, प्रतान्, पिधानम्।

वाक्य में सर्वनामअव्यय तथा क्रियापद को पहचानना

प्रश्न - अहमपि कदलीफलं खादामि इस वाक्य में सर्वनामअव्यय तथा क्रियापद बताइये

उत्तर - अहम् (सर्वनाम) अपि (अव्यय) खादामि (क्रिया)

प्रश्न  एतौ बालकौ कुत्र गच्छतः इस वाक्य में सर्वनामअव्यय तथा क्रियापद बताइये

उत्तर - एतौ (सर्वनाम) कुत्र (अव्यय) गच्छतः (क्रिया)

प्रश्न  मम पुरतः भगवद्गीता रामायणं च स्तः इस वाक्य में सर्वनामअव्यय तथा क्रियापद बताइये

उत्तर - मम (सर्वनाम) पुरतः च (अव्यय) स्तः (क्रिया)

प्रश्न - रामायणी कथा एव तुभ्यं रोचते इस वाक्य में सर्वनामअव्यय तथा क्रियापद बताइये

उत्तर - तुभ्यं (सर्वनाम) एव (अव्यय) रोचते (क्रिया)

प्रश्न - वयं सगौरवं तान् हि स्मरामः इस वाक्य में सर्वनामअव्यय तथा क्रियापद बताइये

उत्तर - वयं तथा तान् (सर्वनाम) हि (अव्यय) स्मरामः (क्रिया)


⏭️ अगला चरण – "वाक्य निर्माण"

अधोलिखित तिङन्त पद से वाक्य निर्माण करें

गच्छतिश्रृणोमि, वदामि, पठामि, लिखसि, पिबावः, खादामः, पश्यामिनयावः, इच्छामि, चलसि, वसामि, जानामि, पृच्छामि, पचामि, उपविशानि, ददासि, कथयामि, हसथः, स्मरसि, नृत्यतः, गायामि, तिष्ठन्ति, क्षिपति, अटन्ति, भ्रमामः, नमति, जीवामि, यच्छामि, धावामःरोदथ, क्रीड़ामि, क्रीणामि, तरामि, धारयामि, बिभेमि, अस्मि ।

1. गच्छति बालकः विद्यालयं गच्छति। 

2. श्रृणोमि अहं संगीतं श्रृणोमि। 

3. वदामि अहं सत्यं वदामि। 

4. पठामि अहं संस्कृतं पठामि। 

5. लिखसि त्वं पत्रं लिखसि। 

6. पिबावः आवाम् दुग्धं पिबावः। 

7. खादामः वयं फलानि खादामः। 

8. पश्यामि अहं चित्रं पश्यामि। 

9. नयावः आवां बालकं विद्यालयं नयावः। 

10. इच्छामि अहं पुस्तकं इच्छामि। 

11. चलसि त्वं शीघ्रं चलसि। 

12. वसामि अहं नगरं वसामि। 

13. जानामि अहं उत्तरं जानामि। 

14. पृच्छामि अहं शिक्षकं पृच्छामि। 

15. पचामि अहं भोजनं पचामि। 

16. उपविशानि अहं कक्षायां उपविशानि। 

17. ददासि त्वं मित्राय पुस्तकं ददासि। 

18. कथयामि अहं कथां कथयामि। 

19. हसथः युवां विनोदं हसथः। 

20. स्मरसि त्वं पाठं स्मरसि। 

21. नृत्यतः युवां मंचे नृत्यतः। 

22. गायामि अहं गीतं गायामि। 

23. तिष्ठन्ति छात्राः कक्षायां तिष्ठन्ति। 

24. क्षिपति बालकः कन्दुकं क्षिपति। 

25. अटन्ति पर्यटकाः नगरे अटन्ति। 

26. भ्रमामः वयं वनं भ्रमामः। 

27. नमति भक्तः देवाय नमति। 

28. जीवामि अहं सुखेन जीवामि। 

29. यच्छामि अहं मित्राय मिष्ठान्नं यच्छामि। 

30. धावामः वयं मार्गे धावामः। 

31. रोदथ युवां दुःखात् रोदथ। 

32. क्रीड़ामि अहं उद्याने क्रीडामि। 

33. क्रीणामि अहं फलानि क्रीणामि। 

34. तरामि अहं नदीं तरामि। 

35. धारयामि अहं छत्रं धारयामि। 

36. बिभेमि अहं अंधकारात् बिभेमि। 

37. अस्मि अहं छात्रः अस्मि।  

अधोलिखित शब्दों से एक - एक वाक्य बनायें-

वक्तुम्गन्तुम्कर्तुम्खादितुम्पातुम्पठितुम्श्रोतुम्पठितुम्दातुम्मेलितुम्द्रष्टुम्। अह्ना । मुहुर्मुहुः । अन्यथा । यावत् । तदा । हे मित्र! एषा । जननी । ज्वरपीडिता । त्वया । पुरा । अस्याः सेवा । प्रायशः । कर्तव्या । तव । किं । त्वम् । न ।  प्राध्यापकः । तर्हि । तव । जीवनस्य । त्रयः । लहरीणाम् । वेगेन । तयोः । जलेन । नाविकः । सम्भ्रमेण महाशय ! । भवान् । प्राध्यापकः । नौकां बाहुभ्याम् । महाभारतस्य । कति । दिनानि । त्रयोदशे । भारतस्य विजयाय । तस्मिन् । सः । सा । काले । सतीशस्य । मित्र । मुकुलः । अपि । मनोविनोदाय । ज्वरेण । ताम् । कुतः । मित्रैः । चित्वा । चक्रव्यूहद्वारे पाण्डवान् । भारतीयसेनायाः । व्यर्थम् । सैनिकानाम् आत्मबलिदानम् । मञ्जूषातः । पदानि । काठिन्यं दूरम् । वयं किम् तपः कृत्वा । भ्रान्तिसमूहं दूरं कृत्वा । एकः छात्रः । गच्छ । गृहे प्रवेशः । भोः संगणक ! । पूर्णः परिचयः । स्वोपार्जितम् धनम् । सर्वे छात्राः । यूयं ध्यानं दत्वा । श्रीमन् । वयं ध्यानेन । एतां इच्छाम् । पुनः क्षिप्रमेव । अतः सर्वत्र । ततः द्वितीयेन । पूर्वदेशं गच्छामः । मंजरीदेवीं दृष्ट्वा ।

उदाहरण-

ते किमपि वक्तुम् इच्छन्ति ।

श्यामः हरिद्वारं गन्तुम् इच्छति ।

अहं गंगास्नानं कर्तुम् इच्छामि ।

त्वं मोदकं खादितुम् इच्छसि ।

तौ दुग्धं पातुम् इच्छतः ।

गीता गीतं श्रोतुम् इच्छति ।

राधा संस्कृतं पठितुम् गुरुकुलं गच्छति ।

निर्णायकः पारितोषिकं दातुम् इच्छति ।

अहं भवन्तं मेलितुम् इच्छामि ।

आवां हिमालयं द्रष्टुम् इच्छावः ।

इसी तरह- (प्रष्टुम् = पूछना), (लेखितुम् = लिखना), (हसितुम् = हँसना), (आगन्तुम् = आना)(नेतुम् = ले जाना), (आनेतुम् = लाना)(जेतुम् = जीतना),  (गातुम् = गाना), (धावितुम् = दौड़ना), (रचयितुम् = बनाना), (निवसितुम् = रहना) प्रतिग्रहीतुम् (स्वीकार करने हेतु) आदि तुमुन् प्रत्ययान्त धातु से वाक्य बनायें ।

प्रश्न - अधोलिखित अव्यय युक्त पदों से वर्तमान कालभूत काल तथा भविष्यत् काल का वाक्य बनायें।

सहसा । विना । नाना । स्‍वस्‍ति । अलम् । अन्‍यत् । मृषा । मिथ्‍या । पुरा । प्रायः । साकम् । सार्धम् । नमः । धिक् । अथ । आम् । च । वा । एव । एवम् । नूनम् । चेत् । चण् ।  हे । भोः । अये ।

उत्तर- तौ सहसा कार्यं न कुरुतः। सः सहसा अब्रवीत् आदि।

प्रश्न - अधोलिखित अव्यय के साथ प्रश्नवाचक वाक्य बनायें ।

सहसा । विना । नाना । अलम् । अन्‍यत् । मृषा । मिथ्‍या । प्रायः । साकम् । सार्धम् । च । वा । एव । एवम् । नूनम् । हे । भोः । अये ।

उदाहरण- भोः किं इयं पाठशाला अस्ति ?

निर्देश- अधोलिखित प्रश्नवाचक वाक्य बोलकर छात्रों से वाक्य में उत्तर प्राप्त किया जाय ।

प्रश्न- नाना कार्याणि केन करणीयानि ?

उत्तर- नाना कार्याणि बालकैः करणीयानि। (इसी प्रकार के वाक्य बनेंगे।)

प्रश्न- कस्मै स्वस्ति ?

प्रश्न- केन विना सुखं न प्राप्यते ?

प्रश्न- प्रमादेन कथम् अलम् ?

प्रश्न- अन्यत् किं दीयताम् ?

प्रश्न- मृषा आचरणं कीदृक् भवति ?

प्रश्न- वेदान्तमते मिथ्या का ?

प्रश्न- पुरा देवताः किम् अकुर्वन् ?

प्रश्न- विद्वांसः प्रायः विनम्राः भवन्ति ?

प्रश्न- रामेण साकं कः वनं गतवान् ?

प्रश्न- मया सार्धं कः क्रीडिष्यति ? 

तिङन्त पद से वाक्य निर्माण (1 से 5 पद तक का)

प्रश्न- अचिन्तयत् से दो पद वाला वाक्य बनायें ।

उत्तर -  सः अचिन्तयत् ।

प्रश्न- मोचयिष्यति से दो पद वाला वाक्य बनायें ।

उत्तर -  धाता मोचयिष्यति ।

प्रश्न- इच्छसि क्रिया पद के साथ अव्यययुक्त तीन पद वाला वाक्य बनायें ।

उत्तर -  त्वं किं इच्छसि ।

नोट- एकतिङ्वाक्यम् नियम के अनुसार सभी तिङन्त पद वाक्य है। पठति खेलति खादति पचतिअगच्छत् पठिष्यति आदि ।

प्रश्न-  एक पद वाला वाक्य बोलिए ।

उत्तर - लिखति ।

प्रश्न- "एकदा" इस सुबन्त पद को लेकर 4 पद का एक वाक्य बनायें-

उत्तर - एकदा काकः आकुलः  आसीत् ।

प्रश्न- "वस्त्रपुटके" इस सुबन्त पद को लेकर 5 पद का एक वाक्य बनायें-

उत्तर - वस्त्रपुटके रूप्यकाणां अतीव आवश्यकता आसीत् ।

प्रश्न-  प्रथमा तथा चतुर्थी विभक्ति युक्त तीन पदों वाला एक वाक्य बनायें.-

उत्तर - गीता शिष्याय पुस्तकं ददाति।

प्रश्न-  तैः सह युक्त चार पदों वाला एक वाक्य बनायें.-

उत्तर तैः सह सम्मेलने आसम् 

वाक्य बनायें-

केचन ईदृशाः ...। अयोध्यायां रामस्यैव ...। प्रेरणया सदा ... । .. रामसम्बन्धीनि नाटकानि अभिनीयन्ते। तस्मिन्नवसरे समागतेभ्यः ..। एकः अपरः एव... । तत्रत्ये विद्यालये ..। पशुपक्षिणां सुरक्षायै ... ।

प्रश्नवाचक शब्द से वाक्य बनायें

कःकिम्कदाकथम्किमर्थम्केनकुत्र ।

1. कः – 

   - कः बालकः पठति

   - कः शिक्षकः अस्माकं विद्यालये अस्ति

2. किम् – 

   - किम् त्वं खादसि

   - किम् गृहे अस्ति

3. कदा – 

   - कदा सः विद्यालयं गच्छति

   - कदा वर्षा आगच्छति

4. कथम् – 

   - कथम् त्वं इदं कर्म कुर्वसि

   - कथम् गजः नदीं तरति

5. किमर्थम् – 

   - किमर्थम् त्वं क्रीडितुम् इच्छसि

   - किमर्थम् सः नगरं गच्छति

6. केन – 

   - केन मार्गे वाहनं गच्छति

   - केन बालकः पुस्तकम् लिखति

7. कुत्र – 

   - कुत्र रामः वसति

   - कुत्र मेघाः विद्यन्ते?  

अधोलिखित उपसर्गयुक्त लट् लकार के क्रियापद को लङ् लकार में परिवर्तित कर वाक्य निर्माण करें-

लट् लकार        लङ् लकार
आगच्छति        आगच्छत्
प्रतिगच्छति       प्रत्यगच्छत्
अनुगच्छति       अन्वगच्छत्
अवगच्छति       अवागच्छत्
निर्गच्छति        निरगच्छत्
अवचिनोति       अवाचिनोत्
निश्चिनोति       निरचिनोत्

विरुद्धार्थक उपसर्ग के प्रयोग से वाक्य निर्माण-

अधोलिखित धातु में विरुद्धार्थक उपसर्ग लगाकर वर्तमान काल का वाक्य बनायें।

जैसे- या धातु में आङ् तथा नि उपसर्ग लगाकर आयाति तथा नायाति क्रियापद बना। इससे इस तरह का वाक्य बनाया गया है-

वर्षा समयेन आयाति।

सः नित्यं समयेन नायाति।

गम्,- गच्छति, आगच्छति, निर्गच्छति

अधोलिखित क्रियापद से उपसर्गयुक्त वाक्य का निर्माण करें

उदाहरण - अत्र बालिकाः उत्साहेन परिक्रीडन्ति । ताः अध्ययनाय एव अनुगच्छन्ति ।

आगच्छतिप्रक्षालयामिक्रीडन्तिगुञ्जन्तिनयन्तिपतन्तिधावन्तिगच्छामःगच्छथभवन्ति

कूजतिसिञ्चतिविकसतः, लभ्यन्ते।

1. आगच्छति - अत्र अध्यापकः पाठशालां प्रति आगच्छति। 

2. प्रक्षालयामि - गृहं स्वच्छतायै जलेन प्रक्षालयामि। 

3. क्रीडन्ति - बालकाः उत्साहेन परिक्रीडन्ति। 

4. गुञ्जन्ति - वृक्षेषु पिकाः माधुर्यपूर्णं स्वरं संगुञ्जन्ति। 

5. नयन्ति - सेवकाः ग्रन्थालयं प्रति पुस्तकैः सह आनयन्ति।

6. पतन्ति - पतङ्गाः दीपस्य ज्योत्यः समीपे आपतन्ति। 

7. धावन्ति - वीरः रणभूम्याम् अतिधावन्ति। 

8. गच्छामः - अस्माकं परिवारः तीर्थं प्रति संगच्छामः। 

9. गच्छथ - यूयं क्रीडायै उद्यानं प्रति प्रतिगच्छथ। 

10. भवन्ति - साधवः सदा धर्मे स्थिताः अभिभवन्ति।

11. कूजति - रात्रेः समये पिकः स्निग्धं प्रकूजति।

12. सिञ्चति - माली फुलेषु जलं सन्तोषेण अभिसिञ्चति। 

13. विकसतः - उपवनं पुष्पाणां सौन्दर्येण सदा प्रविकसतः। 

14.  लभ्यन्ते - शिक्षायै ज्ञानं पुस्तकाद्भ्यः प्रलभ्यन्ते।  

शब्द शुद्धि (पंडित परीक्षा)

सर्वनाम किम् शब्द तथा अव्यय किम् शब्द में क्या अन्तर है?

अशुद्ध वाक्य             शुद्ध वाक्य

किं ताः मधुराणि फलानि ? किं तानि मधुराणि फलानि ?

सः कदलीफलं अस्ति।       तत् कदलीफलं अस्ति।

एतत् करवस्त्राणि सन्ति।    एतानि करवस्त्राणि सन्ति।

सः गुरुं नमन्ति            सः गुरुं नमति ।

मधु पुष्पेषु भवसि          मधु पुष्पेषु भवति ।

त्वं कथं क्रीडति?           त्वं कथं क्रीडसि ?

यूयं कुत्र गच्छति?          यूयं कुत्र गच्छथ ?

फलानि के ददाति?          फलानि के ददति?

अहं गच्छति ।              अहं गच्छामि ।

इदं महा वैज्ञानिकः अस्ति     अयं महान् वैज्ञानिकः अस्ति ।

धेनवः कदा गच्छति ।         धेनवः कदा गच्छन्ति ।

अहं प्रतिदिनं भोजनं करोति। अहं प्रतिदिनं भोजनं करोमि।

के आगच्छति             के आगच्छन्ति ?

इयं मम भ्राता अस्ति।        अयं मम भ्राता अस्ति।

अहं दधिः खादन्ति           अहं दधि खादामि 

पूरनौ कुत्र क्रीडन्ति ?       पूरनौ कुत्र क्रीडतः ?

पूरनौ कुत्र क्रीडन्ति ?       पूरनौ कुत्र क्रीडतः ?

अहम् अत्र स्थामि ।        अहम् अत्र तिष्ठामि ।

अहं सर्वो मिलामि ।        अहं सर्वे मिलामि ।

अयं बालिका गच्छति । इयं बालिका गच्छति ।

रामः मम मित्रः अस्ति रामः मम मित्रम् अस्ति

यूयं धावतः ।    यूयं धावथ ।

आकाशे चन्द्रम् शोभते ।     आकाशे चन्द्रः शोभते ।

आगच्छ भवान्।           आगच्छतु भवान् ।

आत्मा अमरा भवति ।      आत्मा अमरः भवति ।

सः पुस्तकम् अस्ति ।       तत् पुस्तकम् अस्ति ।

ऐक्यः हि बलः ।           ऐक्यं हि बलम् ।

इदं वायुः वहति ।          अयं वायुः वहति ।

इयं नदी मथुरायां प्रवहामि।  इयं नदी मथुरायां प्रवहति।

इदं विशाला नाम नगरम् ।  इयं विशाला नाम नगरी |

इदं समुद्रम् अस्ति ।        अयं समुद्रः अस्ति ।

इयम् गृहम् अस्ति ।       इदं गृहम् अस्ति ।

इयं वस्तु मम अस्ति ।     इदं वस्तु मम अस्ति ।

इयं शकुन्तला सीता च सन्ति । इयं शकुन्तला सीता च स्तः ।

एते तस्य पुस्तकाः अस्ति । एतानि तस्य पुस्तकानि सन्ति ।

पश्चिमदिशि अरबसागरः अस्ति ।   पश्चिमदिशायां अरबसागरः अस्ति ।

त्रिषु दिशासु समुद्रतटाः अस्ति ।    तिसृषु दिशासु समुद्रतटाः सन्ति ।

त्रयाणां सागरस्य सङ्गमः भवति।   त्रयाणां सागराणां सङ्गमः भवति।

सिंहः वने शेते ।                सिंहः वनं शेते ।

अहम् अत्र स्थामि ।        अहम् अत्र तिष्ठामि ।

मुनयः आश्रमे उपवसन्ति ।    मुनयः आश्रमं उपवसन्ति ।


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