काश्मीर का प्रामाणिक साहित्यिक एवं सांस्कृतिक इतिहास जानने के दो मुख्य
स्रोत हैं। पहला 12 वीं शती में कल्हण द्वारा रचित राजतरंगिणी एवं दूसरा मज्जिन सेनाचार्य का
नीलमत पुराण । नीलमत पुराण एक उपपुराण है। इसमें कश्मीर का वंशचरित, भूगोल का वर्णन है । इसमें वर्षों से कश्मीर में प्रचलित कथाओं,पराम्पराओं, स्थानों का वर्णन किया गया है। नीलमत...