1. पशुपत
2. लकुलीश-पाशुपत
3. नन्दिकेश्वर
4. रसेश्वर
5. शैव सिद्वान्त
6. वीर शैव
7. विशिष्टाद्वैत (श्रीकृष्ण)
8. काश्मीर शैव दर्शन
काश्मीर शैव दर्शन के ग्रन्थ एवं लेखक
शिव
दुर्वासा (के मानस पुत्र) को समस्त
रहस्य का उपदेश
त्रयम्बक (अद्वैतवादी शिक्षा) अर्मदक श्रीनाथ
तीन सम्प्रदाय दूसरी
व्याख्या
1. क्रम 1.
आगम
शास्त्र
2. कुल (कौल) अभिनव गुप्त 2.स्पन्द
शास्त्र
3. प्रत्यभिज्ञा त्रिक दर्शन 3.प्रत्यभिज्ञा
शास्त्र
काश्मीर शैव दर्शन (शिवद्वैयवाद, प्रत्यभिज्ञा दर्शन) के मूल ग्रन्थ एवं ग्रन्थकार परम्परा
मालिनी विजयोत्तर तन्त्र
शिवसूत्र- वसुगुप्त
शिवदृष्टि- सोमानन्द-नवम शताब्दी
ईश्वर प्रत्यभिज्ञाकारिका-उत्पल-नवम
शताब्दी
टीका
विमर्शिनी विवृत्ति विमर्शिनी कारिका
अभिनवगुप्त अभिनवगुप्त
प्रत्यभिज्ञा हृदय - क्षेमराज
परमार्थसारविवृत्ति- योगराज
शिवसूत्र वार्तिक वरदराज
तन्त्रलोक पर विवेक टीका जयरथ-13
वीं शताब्दी
महार्थ मंजरी (प्राकृत
संस्कृत)-क्षेमराज के शिष्य महेश्वरानन्द
ईश्वर प्रत्यभिज्ञा विमर्शिनी पर
भास्करी टीका- भास्कर
शितिकण्ठ 16वीं
शती
पूर्णताप्रत्यभिज्ञा-पं0
रामेश्वर झा
स्वातंत्र्यदर्पण- वल्जिन्नाथ पंडित
आत्मविलास- अमृत वाग्भव
हरभट्ट शास्त्री
श्री विद्या चक्रवर्ती
शिवोपाध्याय
साहिब कौल
गोपीनाथ कविराज
लक्ष्मण जू
स्वामी मुक्तानन्द
मधुसुदन कौल
मुकुन्द राम शास्त्री
जे.सी. पाण्डेय
जयशंकर
प्रसाद
प्रकृत जानकारी हेतु.... धन्यवाद!
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