मैं कुछ दिनों से अस्वस्थ चल रहा हूँ अतः सायंकाल समाचार सुनने के लिए टेलीविजन
के सामने बैठ जाता हूँ। इसी बीच एक ख्यातिप्राप्त संत द्वारा आत्महत्या किये जाने
का समाचार टेलीविजन की सुर्खियां बनती है।
उसकी जद में संत समाज, अखाड़े, वहां की सम्पत्ति आदि पर बहस का दौर शुरू हो जाता है।
टेलीविज़न के माध्यम से प्राप्त दिव्य ज्ञान को सुनकर मुझे भी...