संस्कृत
साहित्य में कवि बिल्हण ही एक ऐसे कवि हैं, जिनका जीवनचरित और काल प्रकाशित है। बिल्हण
संस्कृत साहित्य के उन चुने हुए महाकवियों में हैं, जिन्होंने अपने समकालीन वातावरण
और देशकाल का प्रामाणिक विवरण प्रस्तुत करके अपने जीवन की घटनाओं और अपनी
वंश-परम्परा का भी विवरण प्रस्तुत किया है।
विक्रमाङ्कदेवचरितम्
महाकाव्य के १८ वें सर्ग में कवि (७० से १०४...