संस्कृतज्ञ
कहते हैं कि संस्कृत में सभी ज्ञान विज्ञान हैं। जहाँ तक मैं पढ़ लिख रहा हूँ मुझे
अभी तक आज के समाज के लिए उपयोगी कुछ ज्ञान विज्ञान वहाँ प्राप्त नहीं हो रहा।
प्रयोजनमूलक ज्ञान जैसे पुलिस सुधार, कैदी सुधार पर मुझे
अभी तक कुछ खास ज्ञान संस्कृत ग्रन्थों में नहीं मिल सका है। रंगो के बारे में
कुछ-कुछ ज्ञान मिले है। परिधान निर्माण की विधियों...
जगद्यात्रा
संस्कृत के प्रचार प्रसार के लिए जन जागरुकता अभियान चलाने की आवश्यकता है। यह इसलिए के कक्षा 6 से 8 तक पढ़ने के बाद छात्र/छात्राओं को अगली कक्षाओं में संस्कृत पढ़ने की प्रेरणा देने वाला कोई नहीं होता। समाज में संस्कृत के प्रति अच्छी धारणा पैदा किये जाने पर ही इसके विकास की कल्पना की जा सकती है। अभी संस्कृत शिक्षा...
मनोरोग और संस्कृत विद्या
मैं
शिक्षा आध्यात्म एवं चिकित्सा को त्रिकोण के रुप में देखता हूँ। स्व0
जे0
के0
त्रिवेदी,
मनो
चिकित्सक के पुत्र और मेरे परम मित्र मोहित द्विवेदी ने मनश्चिकित्सा में संस्कृत
की स्वर लहरियों, आध्यात्म को साथ लेकर चिकित्सा में
मेरे सहयोग की इच्छा की थी, जिस पर
कार्य हो रहा है। आयुर्वेद के पारिभाषिक कोष निर्माण में
संस्कृत...