सरस्वती-सूक्तम्
इस सूक्त
के मन्त्रों का पाठ करने से मन का विकास होता है । बुद्धि की वृद्धि होती है ।
ॐ अवि॒र्न
मे॒षो न॒सि वी॒र्याय प्रा॒णस्य॒ पन्था॑ऽअ॒मृतो॒ ग्रहा॑भ्याम्।
सर॑स्वत्युप॒वाकै॑र्व्या॒नं
नस्या॑नि ब॒र्हिर्बद॑रैर्जजान॥
अङ्गा॑न्या॒त्मन्
भि॒षजा॒ तद॒श्विना॒त्मान॒मङ्गैः॒ सम॑धा॒त् सर॑स्वती।
इन्द्र॑स्य
रू॒पꣳ
श॒तमा॑न॒मायु॑श्च॒न्द्रेण॒...