नामलिङ्गानुशासनं नाम अमरकोषः प्रथमं काण्डम् (शब्दादिवर्गः)

 

॥ अथ शब्दादिवर्गः 

ब्राह्मी तु भारती भाषा गीर्वाग्वाणी सरस्वती।
व्याहार उक्तिर्लपितं भाषितं वचनं वचः॥ 1

अपभ्रंशोऽपशब्दः स्याच्छास्त्रे शब्दस्तु वाचकः।
तिङ् सुबन्तचयो वाक्यं क्रिया वा कारकान्विता॥ 2

श्रुतिः स्त्री वेद आम्नायस्त्रयी धर्मस्तु तद्विधिः।
स्त्रियामृक् सामयजुषी इति वेदास्त्रयस्त्रयी॥ 3

शिक्षेत्यादि श्रुतेरङ्गमोङ्कारप्रणवौ समौ।
इतिहासः पुरावृत्तमुदात्ताद्यास्त्रयः स्वराः॥ 4

आन्वीक्षिकी दण्डनीतिस्तर्कविद्याऽर्थशास्त्रयोः।
आख्यायिकोपलब्धार्था पुराणं पञ्चलक्षणम्॥ 5

प्रबन्धकल्पना कथा प्रवह्लिका प्रहेलिका।
स्मृतिस्तु धर्मसंहिता समाहृतिस्तु संग्रहः॥ 6

समस्या तु समासार्था किंवदन्ती जनश्रुतिः।
वार्ता प्रवृत्तिर्वृत्तान्त उदन्तः स्यादथाऽह्वयः॥ 7

आख्याह्वे अभिधानं च नामधेयं च नाम च।
हूतिराकारणाऽऽह्वानं संहूतिर्बहुभिः कृता॥ 8

विवादो व्यवहारः स्यादुपन्यासस्तु वाङ्मुखम्।
उपोद्धात उदाहारः शपनं शपथः पुमान्॥ 9

प्रश्नोऽनुयोगः पृच्छा च प्रतिवाक्योत्तरे समे।
मिथ्याभियोगोऽभ्याख्यानमथ मिथ्याभिशंसनम्॥ 10

अभिशापः प्रणादस्तु शब्दः स्यादनुरागजः।
यशः कीर्तिः समज्ञा च स्तवः स्तोत्रं स्तुतिर्नुतिः॥ 11

आम्रेडितं द्विस्त्रिरुक्तमुच्चैर्घुष्टं तु घोषणा।
काकुः स्त्रियां विकारो यः शोकभीत्यादिभिर्ध्वनेः॥ 12

अवर्णाऽक्षेपनिर्वादपरीवादापवादवत्।
उपक्रोशो जुगुप्सा च कुत्सा निन्दा च गर्हणे॥ 13

पारुष्यमतिवादः स्याद् भर्त्सनं त्वपकारगीः।
यः सनिन्द उपालम्भस्तत्र स्यात्परिभाषणम्॥ 14

तत्र त्वाक्षारणा यः स्यादाक्रोशो मैथुनं प्रति।
स्यादाभाषणमालापः प्रलापोऽनर्थकं वचः॥ 15

अनुलापो मुहुर्भाषा विलापः परिदेवनम्।
विप्रलापो विरोधोक्तिः संलापो भाषणं मिथः॥ 16

सुप्रलापः सुवचनमपलापस्तु निह्नवः।


चोद्यमाक्षेपाऽभियोगौ शापाऽक्रोशौ दुरेषणा।

अस्त्री चाटु चटु श्लाघा प्रेम्णा मिथ्याविकत्थनम्॥


संदेशवाग्वाचिकं स्याद्वाग्भेदास्तु त्रिषूत्तरे॥ 17

रुशती वागकल्याणी स्यात्कल्या तु शुभात्मिका।
अत्यर्थमधुरं सान्त्वं संगतं हृदयङ्गमम्॥ 18

निष्ठुरं परुषं ग्राम्यमश्लीलं सूनृतं प्रिये।
सत्येऽथ संकुलक्लिष्टे परस्परपराहते॥ 19

लुप्तवर्णपदं ग्रस्तं निरस्तं त्वरितोदितम्।
अम्बूकृतं सनिष्ठीवमबद्धं स्यादनर्थकम्॥ 20

अनक्षरमवाच्यं स्यादाहतं तु मृषार्थकम्।


सोल्लुण्ठनं तु सोत्प्रासं मणितं रतिकूजितम्।

श्राव्यं हृद्यं मनोहारि विस्पष्टं प्रकटोदितम्॥


अथ म्लिष्टमविस्पष्टं वितथं त्वनृतं वचः॥ 21

सत्यं तथ्यमृतं सम्यगमूनि त्रिषु तद्वति।
शब्दे निनादनिनदध्वनिध्वानरवस्वनाः॥ 22

अत्यर्थमधुरं सान्त्वं संगतं हृदयङ्गमम्।
निष्ठुरं परुषं ग्राम्यमश्लीलं सूनृतं प्रिये॥ 23

स्वाननिर्घोषनिर्ह्रादनादनिस्वाननिस्वनाः।

आरवाऽऽरावसंरावविरावा अथ मर्मरः॥ 23॥


स्वनिते वस्त्रपर्णानां भूषणानां तु शिञ्जितम्।

निक्वाणो निक्वणः क्वाणः क्वणः क्वणनमित्यपि॥ 24॥


वीणायाः क्वणिते प्रादेः प्रक्वाणप्रक्वणादयः।

कोलाहलः कलकलस्तिरश्चां वाशितं रुतम्॥ 25॥
स्त्री प्रतिश्रुत्प्रतिध्वाने गीतं गानमिमे समे।

॥ इति शब्दादि वर्गः ॥

Share:

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

अनुवाद सुविधा

ब्लॉग की सामग्री यहाँ खोजें।

लोकप्रिय पोस्ट

जगदानन्द झा. Blogger द्वारा संचालित.

मास्तु प्रतिलिपिः

इस ब्लॉग के बारे में

संस्कृतभाषी ब्लॉग में मुख्यतः मेरा
वैचारिक लेख, कर्मकाण्ड,ज्योतिष, आयुर्वेद, विधि, विद्वानों की जीवनी, 15 हजार संस्कृत पुस्तकों, 4 हजार पाण्डुलिपियों के नाम, उ.प्र. के संस्कृत विद्यालयों, महाविद्यालयों आदि के नाम व पता, संस्कृत गीत
आदि विषयों पर सामग्री उपलब्ध हैं। आप लेवल में जाकर इच्छित विषय का चयन करें। ब्लॉग की सामग्री खोजने के लिए खोज सुविधा का उपयोग करें

समर्थक एवं मित्र

सर्वाधिकार सुरक्षित

विषय श्रेणियाँ

ब्लॉग आर्काइव

Recent Posts

लेखानुक्रमणी

लेख सूचक पर क्लिक कर सामग्री खोजें

अभिनवगुप्त (1) अलंकार (3) आधुनिक संस्कृत गीत (16) आधुनिक संस्कृत साहित्य (5) उत्तर प्रदेश संस्कृत संस्थान (1) उत्तराखंड (1) ऋग्वेद (1) ऋषिका (1) कणाद (1) करवा चौथ (1) कर्मकाण्ड (47) कहानी (1) कामशास्त्र (1) कारक (1) काल (2) काव्य (18) काव्यशास्त्र (27) काव्यशास्त्रकार (1) कुमाऊँ (1) कूर्मांचल (1) कृदन्त (3) कोजगरा (1) कोश (12) गंगा (1) गया (1) गाय (1) गीति काव्य (1) गृह कीट (1) गोविन्दराज (1) ग्रह (1) छन्द (6) छात्रवृत्ति (1) जगत् (1) जगदानन्द झा (3) जगन्नाथ (1) जीवनी (6) ज्योतिष (20) तकनीकि शिक्षा (21) तद्धित (11) तिङन्त (11) तिथि (1) तीर्थ (3) दर्शन (19) धन्वन्तरि (1) धर्म (1) धर्मशास्त्र (14) नक्षत्र (2) नाटक (4) नाट्यशास्त्र (2) नायिका (2) नीति (3) पतञ्जलि (3) पत्रकारिता (4) पत्रिका (6) पराङ्कुशाचार्य (2) पर्व (2) पाण्डुलिपि (2) पालि (3) पुरस्कार (13) पुराण (3) पुस्तक (1) पुस्तक संदर्शिका (1) पुस्तक सूची (14) पुस्तकालय (5) पूजा (1) प्रतियोगिता (1) प्रत्यभिज्ञा शास्त्र (1) प्रशस्तपाद (1) प्रहसन (1) प्रौद्योगिकी (1) बिल्हण (1) बौद्ध (6) बौद्ध दर्शन (2) ब्रह्मसूत्र (1) भरत (1) भर्तृहरि (2) भामह (1) भाषा (2) भाष्य (1) भोज प्रबन्ध (1) मगध (3) मनु (1) मनोरोग (1) महाविद्यालय (1) महोत्सव (2) मुहूर्त (1) योग (5) योग दिवस (2) रचनाकार (3) रस (1) रामसेतु (1) रामानुजाचार्य (4) रामायण (4) रोजगार (2) रोमशा (1) लघुसिद्धान्तकौमुदी (46) लिपि (1) वर्गीकरण (1) वल्लभ (1) वाल्मीकि (1) विद्यालय (1) विधि (1) विश्वनाथ (1) विश्वविद्यालय (1) वृष्टि (1) वेद (6) वैचारिक निबन्ध (26) वैशेषिक (1) व्याकरण (46) व्यास (2) व्रत (2) शंकाराचार्य (2) शरद् (1) शैव दर्शन (2) संख्या (1) संचार (1) संस्कार (19) संस्कृत (15) संस्कृत आयोग (1) संस्कृत कथा (11) संस्कृत गीतम्‌ (50) संस्कृत पत्रकारिता (2) संस्कृत प्रचार (1) संस्कृत लेखक (1) संस्कृत वाचन (1) संस्कृत विद्यालय (3) संस्कृत शिक्षा (6) संस्कृत सामान्य ज्ञान (1) संस्कृतसर्जना (5) सन्धि (3) समास (6) सम्मान (1) सामुद्रिक शास्त्र (1) साहित्य (7) साहित्यदर्पण (1) सुबन्त (6) सुभाषित (3) सूक्त (3) सूक्ति (1) सूचना (1) सोलर सिस्टम (1) सोशल मीडिया (2) स्तुति (2) स्तोत्र (11) स्मृति (12) स्वामि रङ्गरामानुजाचार्य (2) हास्य (1) हास्य काव्य (2) हुलासगंज (2) Devnagari script (2) Dharma (1) epic (1) jagdanand jha (1) JRF in Sanskrit (Code- 25) (3) Library (1) magazine (1) Mahabharata (1) Manuscriptology (2) Pustak Sangdarshika (1) Sanskrit (2) Sanskrit language (1) sanskrit saptaha (1) sanskritsarjana (3) sex (1) Student Contest (2) UGC NET/ JRF (4)