आप अपने कम्प्यूटर या लैपटॉप के MS World, Notpad आदि में हिन्दी, संस्कृत, अंग्रेजी आदि टाइप करते होंगें। हिन्दी संस्कृत टाइपिंग के लिए कृतिदेव फान्ट का उपयोग करते होगें। जब आप कृतिदेव फान्ट से टाइप की गयी सामग्री को दूसरे कम्प्यूटर या लैपटॉप में ले जाते होगें तब उसके कुछ अक्षर बदल जाते होगें। इन्टरनेट पर लिखने पर उसकी लिपि बदल जाती होती होगी। यह इसलिए क्योंकि आप कृतिदेव को रेमिंग्टन कीबोर्ड पर टाइप किये हैं। इस कीबोर्ड को रेमिंग्टन द्वारा विकसित किया गया है। इसे अंग्रेजी अक्षरों को ध्यान में रखकर विकसित किया गया। इसी कीबोर्ड पर देवनागरी के वर्ण को व्यस्थित कर दिया गया। इससे नॉन यूनीकोड फॉन्ट के लिए अंग्रेजी कीबोर्ड में ही हिन्दी रेमिंग्टन का टाइपिंग इंटरफेस मिल गया और टाइपराइटर पर टाइपिंग सीखने और टाइपिंग करने वाले टाइपिस्ट को बिना किसी समस्या के कंप्यूटर पर टाइपिंग का माध्यम मिल गया। तकनीकि विकास के साथ यूनीकोड फॉन्ट के लिए इनस्क्रिप्ट कीबोर्ड जैसा कुछ अलग से भी कीबोर्ड विकसित किया गया। अनेक टूल्स भी विकसित किये गये। इनस्क्रिप्ट कीबोर्ड का लेआउट रेमिंग्टन से बिल्कुल अलग है। यूनीकोड के आ जाने से इसका उपयोग MS World, Notpad सहित इन्टरनेट पर भी होने लगा।
इस लेख में आप यूनीकोड लेखन हेतु उपयोगी टूल्स के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे।
इस अध्याय में आप संस्कृत-हिंदी लेखन हेतु उपयोगी टूल्स के बारे में जानकारी प्राप्त करेंगे। इसके माध्यम से यूनिकोड में टाइप किया जाता हैं। यूनिकोड प्रत्येक अक्षर के लिए एक विशेष संख्या प्रदान करता है, चाहे कोई भी कम्प्यूटर प्लेटफॉर्म, प्रोग्राम अथवा कोई भी भाषा हो। अतः यूनिकोड सभी प्रोग्रमिंग लैंग्वेज को सपोर्ट करता है। यूनिकोड प्रत्येक कम्प्यूटर में एक समान काम करता है । यूनिकोड में लिखी सामग्री को किसी वेबसाइट या इन्टरनेट आधारित प्लेटफार्म पर रखा जा सकता है। यूनीकोड में लिखकर सर्च किया जा सकता है। अब विंडोज़ पर मंगल, एरियल यूनिकोड एमएस, अपराजिता, कोकिला, उत्साह, निर्मला यूनिकोड हिंदी फॉन्ट उपलब्ध होते हैं । इसका नवीनतम 14 वां संस्करण सितंबर 2021 में आया है। प्रश्न यह है कि यूनिकोड टाइप कैसे किया जाय?
टाइपिंग
टूल
अब
जितनी भी भाषाएं हैं, उसमें जो भी ध्वनियाँ है, जो भी वर्ण हैं। सबको यूनीकोड में
लिखा जा सकता है। संस्कृत तथा हिन्दी को अनेक लिपियों में लिखा जाता है । नीचे जिस
टंकण टूल्स की जानकारी हम देने जा रहे हैं, वे सभी लगभग सभी भारतीय भाषाओं तथा
उसके लिए प्रयोग में लायी जा रही लिपियों को टंकित करने में सक्षम है।
हिंदी
संस्कृत टाइपिंग टूल्स मुख्यतः 4 तरह के होते हैं ।
1. कम्प्यूटर प्रोग्राम आधारित टाइपिंग टूल
2. ऑनलाइन टाइपिंग टूल (इसके लिए इन्टरनेट कनेक्शन आवश्यक है)
3.वॉयस टाइपिंग टूल
4.लिप्यन्तरण (अन्य लिपि / नॉन यूनीकोड से देवनागरी
यूनीकोड में परावर्तक )
हिंदी
संस्कृत टाइपिंग टूल के लिए सबसे पहले जरूरी है सिस्टम सपोर्ट का । अब विंडो
एक्सपी के बाद का हरेक आपरेटिंग सिस्टम यूनीकोड के लिए सक्षम है। इसमें
इन्सक्रिप्ट कीबोर्ड साथ में ही लगा आता है।
कुछ टाइपिंग टूल कम्प्यूटर
प्रोग्राम आधारित होते हैं। इसमें जिस टाइपिंग टूल को हम डाउनलोड करके टाइपिंग काम में लेते हैं, उसे डाउनलोड
करने के पहले यह समझ लें कि आपका कम्प्यूटर 32 Bit का है या 64 Bit का। कौन-कौन ऑपरेटिंग सिस्टम उसे संचालित
करने में सक्षम है? इन सभी
बिन्दुओं पर आगे जानकारी दी जाएगी।
कम्प्यूटर प्रोग्राम आधारित टाइपिंग टूल
कम्प्यूटर प्रोग्राम आधारित टाइपिंग टूल दो तरह के होते हैं-
1. वर्णमाला प्रधान - इसमें इनस्क्रिप्ट कीबोर्ड
आता है।
2. फोनेटिक (रोमन से देवनागरी ट्रांसलिटरेशन/
ध्वनि प्रधान)
3. हिंगलिश (रोमन लिपि में हिंदी लेखन, शब्द-सुझाव सहित)।
कंप्यूटर
प्रोग्राम आधारित कीबोर्ड में इन्टरनेट की आवश्यकता नहीं होती। आइये इन सभी का क्रमशः
परिचय प्राप्त करते हैं-
1. इनस्क्रिप्ट
की-बोर्ड लेआउट
विंडोज
पर हिंदी संस्कृत में काम करने के लिए इनस्क्रिप्ट की-बोर्ड लेआउट अधिक सुलभ है।
यह भारतीय भाषाओं में काम करने के लिए भारतीय मानक ब्यूरो की ओर से प्रमाणित
आधिकारिक की-बोर्ड लेआउट भी है। इसके माध्यम से संस्कृत भाषा के संयुक्ताक्षर तथा
विशेष वर्ण को भी आसानी से टाइप किया जा सकता हैं। विंडोज 2000,
विंडोज़ एक्सपी, विंडोज 7, विंडोज 8, विंडोज 10 ऑपरेटिंग सिस्टम में देवनागरी
यूनिकोड टाइपिंग हेतु इनस्क्रिप्ट कीबोर्ड दिया गया है । इसे कम्प्यूटर या लैपटॉप
में अलग से डाउनलोड करने की आवश्यकता नहीं पड़ती।
बराह
टंकण टूल (विंडोज के लिए)
इसे
हम कम्प्यूटर में इंस्टॉल कर संचालित करते हैं । अधिकांश लोग ऑपरेटिंग सिस्टम में
विंडोज ही प्रयोग करते हैं । इसके लिए बराह सॉफ्टवेयर का यूज़ करते हैं वराह बहुत
ही आसान है। यह पहले फ्री में मिलता था, अब यह पेड हो गया है।
यह
बराह डॉट कॉम पर उपलब्ध है। इसका फ्री वर्जन भी उपयोग में लाया जा सकता है, लेकिन
यह थोड़ी थोड़ी देर पर रुक जाता है। बराह में हम ढेर सारी भाषाओं को टाइप कर सकते
हैं । कन्नड़, तेलुगु, मराठी,
देवनागरी आदि भारत की लगभग सभी भाषाओं को बराह में टाइप किया जा
सकता है । यहां टाइपिंग का सभी भाषाओं के लिए समान नियम होता है। यह फोनेटिक
कीबोर्ड है अतः सभी ध्वनियाँ उसी तरह टाइप करता है। बराह आई एम ई का यूज़ करना चाहिए । इसका फायदा
यह है कि यह किसी भी डॉक्यूमेंट के साथ यह बैकग्राउंड में रन करते रहता है। यह
माइक्रोसॉफ्ट वर्ड में भी चलता है, इंटरनेट पर भी चलता है।
जहां भी हम टाइप और एडिट कर सकते हैं, वहाँ सभी जगह बराह
चलता है।
यह
विंडो सेवन से लेकर विंडो 11th को सपोर्ट
करता है । इसका लेटेस्ट वर्जन 10.10. 4 वर्जन है। इसका 9 वर्जन तक फ्री है । इसे
बराह के वेबसाइट से बराह ime डाउनलोड किया जा सकता है । डाउनलोड
कर इंस्टॉल कर लें । अब इसका मनचाहा लैंग्वेज सेट कर प्रयोग करें।
इसमें
हिंदी और संस्कृत में अंतर यह है कि हिंदी में क पूरा टाइप होता है,
जबकि संस्कृत में क् टाइप होता है। देवनागरी में टाइप करेंगे तो
देवनागरी टाइप करेगा। इसके द्वारा आप किसी पेज के स्क्रिप्ट को आप दूसरी भाषा में
कन्वर्ट भी कर सकते हैं। इसमें आप अंग्रेजी और हिंदी भी टाइप कर सकते हैं।
यह फोनेटिक कीबोर्ड है। देवनागरी लिपि में 12
भारतीय भाषायें लिखी जाती है। यूनीकोड हिन्दी संस्कृत लिखने के लिए अधिकांशतः
फोनेटिक कीबोर्ड का उपयोग किया जाता है। फोनेटिक कीबोर्ड में जैसा हम बोलते हैं,
वैसे ही लिखते हैं। इसमें तरीके से ध्वनियाँ है, जिस तरीके से स्वर व्यंजन का है, उसी तरीके से हम
लिखते हैं। आपने कृतिदेव में देख होगा कि जैसे हम बोलते हैं वैसा हम नहीं लिखते
हैं अतः यह फोनेटिक कीबोर्ड नहीं है। हमारे पास जो कीबोर्ड है, उसमें अंग्रेजी वर्णमाला के अक्षर छपे होते हैं। लैपटॉप में भी अंग्रेजी
में लिखे हुए कीबोर्ड आते है। अंग्रेजी में 26 ध्वनियाँ हैं और हिंदी या संस्कृत
में 52 ध्वनियाँ हो जाती है। इन 52 ध्वनियों को 26 ध्वनियों के लिए बनी कीबोर्ड से
सामंजस्य स्थापित करना है। इसमें सामान्य ध्वनियों को अंग्रेजी की ध्वनि से मिलान
कर टाइप कर देते हैं। लेकिन जो विशेष ध्वनियाँ हैं उसके लिए उसको हम दो key
की सहायता से टाइप करते हैं। जैसे देवनागरी में दो आ हैं। ह्रस्व और
दीर्घ अ। ह्रस्व अ को A से टाइप करते हैं और आ को दो key
की सहायता से अंकित करते हैं। यह स्थिति हरेक कीबोर्ड की नहीं होती
है। इन्सक्रिप्ट कीबोर्ड में टाइपिंग की स्थिति थोड़ी अलग होती है।
प्रमुख
(विंडोज के लिए) यह एक पेड कीबोर्ड है।
विद्युत
कीबोर्ड
यह
यूनिकोड इनेबल्ड कीबोर्ड है।
संस्कृत हिन्दी वैदिक कीबोर्ड
यह सेमीफोनेटिक कीबोर्ड है। रोमन लिपि से मिलते जुलते
देवनागरी अक्षरों को उसी स्थान पर रखा गया है। जैसे अ के लिए A अक्षर टाइप करना होता है। इसमें ऋग्वेद के उदात्त, अनुदात्त आदि स्वर तथा सामवेद के स्वर को लगाने की व्यवस्था है।
फोनेटिक
(रोमन से देवनागरी ट्रांसलिटरेशन/ ध्वनि प्रधान)
Microsoft
Indic Language Input Tool
जो इनस्क्रिप्ट की-बोर्ड लेआउट के द्वारा टाइपिंग नहीं कर पाते हैं, वे रोमन लिपि में टाइप करते हुए देवनागरी में टेक्स्ट को बदल सकते हैं। इसे इनपुट मैथड एडिटर (आईएमई) कहा जाता है।
Microsoft Indic Language Input Tool (ILIT) माइक्रोसॉफ्ट इंडिक लैंग्वेज इनपुट टूल आपको किसी भी माइक्रोसॉफ्ट विंडोज एप्लिकेशन में भारतीय भाषा के टेक्स्ट को आसानी से दर्ज करने में मदद करता है। प्राथमिक इनपुट तंत्र लिप्यंतरण है। इसके अतिरिक्त, यह उन शब्दों को संपादित करने में सहायता करने के लिए एक विज़ुअल कीबोर्ड प्रदान करता है, जो ठीक से लिप्यंतरित नहीं होते हैं।
इसे आप अपने Computer में Download कर भारतीय भाषा के टेक्स्ट को Typing कर सकते है । यह Windows ऑपरेटिंग सिस्टम को सपोर्ट करता है। माइक्रोसॉफ़्ट कंपनी द्वारा बनाया गया यह Tool, Google Input Tool की तरह लिप्यन्तरण का काम करता है । इसके अतिरिक्त, यह उन शब्दों को संपादित करने में सहायता करने के लिए एक विज़ुअल कीबोर्ड प्रदान करता है जो ठीक से लिप्यंतरित नहीं होते हैं।
Google Input Tool अब Offline Setup Windows Computer के लिए उपलब्ध नहीं है । अतः आप Google Input Tool के स्थान पर Bhasha Indica Input Tool का उपयोग कर सकते है।
Bhasha Indica Input Tool पर क्लिक कर इसे डाउनलोड करें।
Microsoft
Indic Language Input Tool की विशेषतायें –
1- यह Input Tool बंगाली, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, मलयालम, मराठी, उड़िया, पंजाबी, तमिल, तेलुगू इन 10 भारतीय भाषाओं Typing करने की सुविधा उपलब्ध करवाता है।
2- इन सभी भाषाओं के टूल को डाउनलोड करने के लिए अलग-अलग लिंक दिये गये हैं।
3- 32-बिट तथा 64-बिट वाले विंडोज 8 ऑपरेटिंग सिस्टम में इंडिक इनपुट 3 का उपयोग करना चाहिए। यह 32-बिट तथा 64-बिट ऑपरेटिंग सिस्टम वाले विंडोज विस्टा, विंडोज 7, विंडोज 8 और विंडोज 10 पर चलने में सक्षम है। यह क्रम संख्या 1 पर अंकित 10 भाषाओं के अतिरिक्त नेपाली तथा असमिया के लिए भी Typing करने की सुविधा उपलब्ध करवाता है। आप इसे अपने Computer System Operating System Version के हिसाब से आसानी से Download ओर Install कर सकते है।
4 - यह Input Tool Offline काम करता है।
5 - इस Input Tool का Size भी मात्र कुछ MB है।
6- यह टूल बिल्कुल निःशुल्क है।
गूगल
डॉक्स पर भी ब्लैंक पर हम टाइप कर सकते हैं यह गूगल ड्राइव पर ऑटोमेटिक से हो जाता
है यहां शेयर का भी ऑप्शन होता है जिसके साथ आप शेयर करेंगे वह भी उसे टाइप कर
सकता है
गूगल इनपुट टूल
अब इस टूल को ऑफलाइन विडो सपोर्ट नहीं करता है। Google Input Tool अब Offline Setup Windows Computer के लिए उपलब्ध नहीं है । इसके पुराने वर्जन मिलते हैं, जिसे डाउनलोड कर चलाया जा सकता है। इसका ऑनलाइन उपयोग किया जा सकता है।
Gboard
Google इंडिक
कीबोर्ड (जिसे पहले Google हिंदी
कीबोर्ड के नाम से जाना जाता था) डिफ़ॉल्ट Gboard ऐप का सबसे लोकप्रिय प्रतिस्थापन है। यह
अंग्रेजी के अलावा 11 भारतीय
भाषाओं में टाइपिंग को सपोर्ट करता है। इनमें असमिया, बंगाली, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, मलयालम, मराठी, उड़िया, पंजाबी, तमिल और तेलुगु शामिल हैं।
कुछ Android डिवाइसों में डिफॉल्ट कीबोर्ड के तौर पर Gboard का उपयोग किया जाता है । जिस Android डिवाइस में Gboard डिफॉल्ट के रूप में नहीं हो, वे इसे प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं।
यह ऐप इनपुट के चार तरीकों का समर्थन करता है। 1. लिप्यंतरण मोड (अंग्रेजी अक्षरों में टाइप करके अपनी मूल भाषा में आउटपुट), 2. मूल कीबोर्ड मोड (सीधे मूल लिपि में टाइप करना), 3. हस्तलेखन मोड (स्क्रीन पर लिखना, जो वर्तमान में केवल हिंदी के लिए उपलब्ध है) ), और 4. हिंग्लिश मोड (इनपुट भाषा के रूप में हिंदी चुनें, और अंग्रेजी कीबोर्ड अंग्रेजी और हिंग्लिश दोनों शब्दों का सुझाव देगा)।
इसमें spell checker, Auto fill service, Text to speech output की सुविधा भी है।
Gboard की सेटिंग के लिए यहाँ जायें-
Languages and input
Current Keybord
Manage Keybord
Google Indic Keybord
Google Indic Keybord (जिसे पहले Google हिंदी कीबोर्ड के नाम से
जाना जाता था) तथा
Gboard दोनों को गूगल ने ही
बनाया है। Google
Indic Keybord के
नाम से आपको पता चल जाता है कि यह भारतीय भाषाओं को ध्यान में रखकर बनाया गया है।
दोनों के लेआउट में थोड़ा अंतर है। Google Indic Keybord की अपेक्षा Gboard में जीआईएफ टैब आदि
अनेक तरह की सुविधाएं दी गयी है।
आप अपने काम के अनुसार की कीबोर्ड की उपयोगिता देखकर इसका
चयन करें। यदि आप इमोजी आदि का अधिक उपयोग कर रहे हैं तब Gboard का उपयोग करें अन्यथा Google Indic Keybord पर्याप्त है।
SwiftKey
यह एप माइक्रोसॉफ्ट द्वारा विकसित किया गया है। स्विफ्टकी 15 भारतीय लिपियों सहित 300 भाषाओं में टाइपिंग का समर्थन करती है। यह लिखने वाले के राइटिंग स्टाइल को जानने के लिए AI आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल करता है। इसमें ऑटोकरेक्ट और प्रिडिक्टिव टेक्स्ट की सुविधा उपलब्ध है। इस कीबोर्ड में इमोजी और 89 से ज्यादा कलर्स आदि के विकल्प मिलते हैं। इसमें वॉयस टाइपिंग की भी सुविधा है। इसमें एक स्मार्ट प्रेडिक्शन इंजन, एक नंबर पंक्ति, स्वाइप-टू-टाइप और टच-टू-टाइप फीचर्स और प्रेडिक्टिव इमोजी और जीआईएफ टैब की सुविधा है।
स्विफ्टकी
आपको लेखन शैली सीखती है । यह आपकी सबसे अधिक उपयोग की जाने वाली बोलचाल, संक्षिप्ताक्षर, इमोजी, स्टिकर आदि भी चुनकर आगे लिखने का सुझाव देती
है। यह आज सबसे लोकप्रिय कीबोर्ड ऐप्स में से एक है।
Bobble Indic Keyboard
यह
कीबोर्ड घरेलू स्टार्टअप Bobble AI द्वारा
बनाया गया है, जिसका मानना है कि मैसेजिंग इकोसिस्टम
विकसित हो गया है और अब यह टेक्स्ट के बजाय विजुअल्स द्वारा संचालित होता है। इस
दृढ़ विश्वास के साथ कि वॉयस टाइपिंग भी तेजी से बढ़ रही है, बॉबबल इंडिक कीबोर्ड को इन रुझानों को प्रतिबिंबित करने के लिए डिज़ाइन
किया गया है।
यह ऐप आपको 21 भारतीय भाषाओं और छह बोलियों में AI का उपयोग करते हुए आपके लेखन
शैली करने की सुविधा देता है।
यह गहन
शिक्षण, प्राकृतिक भाषा प्रसंस्करण और
डेटा एनालिटिक्स का उपयोग करके वास्तविक समय में आपको टाइपिंग हेतु सुझाव भी देता
है। Bobble के पैक में हजारों मज़ेदार इमोजी, मीम्स, स्टिकर, GIF, फ़िल्टर,
थीम और फ़ॉन्ट उपलब्ध है।
3. वायस टाइपिंग टूल
Speechnots- speech to Text स्पीच नोट्स
यूँ तो मोबाइल के प्रत्येक कीबोर्ड में बोलकर लिखने की सुविधा दी गयी होती है। इसके उपयोग के साथ आप जल्दी-जल्दी टाइप कर सकते है। इसके बीच विभिन्न प्रकार के इमोजी को भी जोड़ सकते हैं, परन्तु इसमें फिलहाल विराम चिह्न आदि को निर्देशित करने की सुविधा उपलब्ध नहीं है।
स्पीच
नोट्स आवाज को शब्दों में बदलने वाला एक अच्छा एप है। यह मात्र 9.7 MB का 4.2 रेटिंग के साथ गूगल प्ले स्टोर पर
मुफ्त में उपलब्ध है। इससे
आप विना रूके भाषणों को लेख के रूप में तैयार कर सकते हैं। यह गूगल वॉयस
रिकॉग्नीशन इंजन के द्वारा संचालित है और आपके ओठों तथा हावभाव से शब्द या
वाक्यांश की पहचान कर सकता है। जब आप एक नोट रिकॉर्ड कर रहे होते हैं, तो आप वॉयस कमांड या बिल्ट-इन
विराम चिह्न की-बोर्ड के माध्यम से विराम चिह्नों को निर्देशित कर सकते हैं। आप
अंतर्निहित की-बोर्ड पर कस्टम कुंजी के सेट का उपयोग कर नाम, हस्ताक्षर, बधाई और अन्य अक्सर उपयोग किए गए शब्द
संदेशों को जल्दी से जोड़ सकते हैं। इसके प्रयोग के लिए इस पर लॉगिन या रजिस्टर
करने की आवश्यकता नहीं होती है।
गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड करें।
ग्लोबल आइकॉन (देश का झंडा) पर क्लिक कर (हिन्दी) भाषा चयन करें।
अपना वक्तव्य आरंभ करने के पहले माइक पर क्लिक करें।
माइक के प्रयोग हेतु परमीशन दे।
यहाँ नोट्स को रिनेम करने, अक्षरों तथा कैरेक्टर की गणना करने, फाइल को एकेसपोर्ट करने, गूगल ड्राइव पर सहेजने, PDF बनाने सहित दिनांक तथा समय की सुविधा भी उपलब्ध है।
लिप्यन्तरण
आप ऑनलाइन लिप्यन्तरण भी कर सकते हैं। लिप्यंतरण के लिए कुछ प्रमुख वेबसाइट दिया जा रहा है।
Sanscript - https://www.learnsanskrit.org/tools/sanscript/
यह
बंगाली, गुजराती, गुरुमुखी, उड़िया, तमिल, तेलगू, कन्नड़, मलयालम इन भारतीय भाषाओं
तथा रोमन के कुछ लिपियों का देवनागरी तथा पूर्वोक्त लिपियों में परिवर्तन किया जा
सकता है।
नोट- इस पोस्ट को क्रमशः विस्तारित किया जाएगा।
एंड्रॉइड के लिए माइक्रोसॉफ्ट ऑफिस ऐप
आप अपने Android मोबाइल में Microsoft Office चला सकते हैं।
सबसे पहले गूगल प्ले
स्टोर पर जाकर Microsoft 365 (Office) डाउनलोड और
इंस्टॉल करें। यह 110 MB का है। इसपर Word फाइल, Excel स्प्रेडशीट, या PowerPoint तैयार
और संपादित कर सकते हैं।
स्टिकी नोट्स के साथ
विचारों और सुझावों को लिख सकते हैं। यह लगभग वैसा ही काम करता है, जैसा कि आप
किसी कम्प्यूटर पर करते हैं। इसमें फ़ोटो या अपनी मौजूदा वर्ड, एक्सेल और पावरपॉइंट फ़ाइलों से पीडीएफ फाइलें बनाने
तथा व्हाइटबोर्ड या मुद्रित दस्तावेज़ों की तस्वीरें लेकर Microsoft लेंस का उपयोग करके उन्हें सम्पादित करने की सुविधा भी उपलब्ध है।
Android डिवाइस पर फ़ाइलें देखने, बनाने और सहेजने के लिए
आपको Microsoft खाते से साइन इन करना होगा। आप इसे छोड़ भी
सकते हैं। सदस्यता के बिना, जब भी आप किसी प्रीमियम सुविधा
तक पहुंचने का प्रयास करेंगे तो आपको सदस्यता खरीदने के लिए प्रेरित किया जाएगा। जब आप अपने व्यक्तिगत Microsoft खाते, या अपने कार्यस्थल या विद्यालय खाते से साइन
इन करते हैं, तो आप फ़ाइलों को अपने क्लाउड स्थानों (OneDrive,
SharePoint, या आपके पसंदीदा तृतीय-पक्ष संग्रहण प्रदाता) में
सहेजने की क्षमता प्राप्त करते हैं।
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