मोक्षदा एकादशी मार्गशीर्ष (अगहन) महिना के शुक्ल पक्ष के एकादशी को होता है। हिन्दू
धर्म में हर तिथि एवं हर दिन का अपना एक अलग महत्व होता है। मोक्षदा एकादशी का भी
अपना एक अलग महत्व है, क्योंकि इस तिथि को गीता जयंती भी मनाया जाता है।
गीता जयंती
हिंदू धर्म में गीता को बेहद पवित्र ग्रंथ माना गया है। ऐसा माना जाता है कि
मार्गशीर्ष शुक्ल पक्ष की एकादशी...
ऐतरेय उपनिषद् तथा ऐतरेय ब्राह्मण
ऐतरेय उपनिषद्
यह, ऋग्वेदीय ऐतरेय आरण्यक का
चौथा, पांचवां और, छठा अध्याय है।
इसमें 3 अध्याय हैं और संपूर्ण ग्रंथ गद्यात्मक है। इसका
प्रतिपाद्य विषय आत्मा के स्वरूप का निरूपण है ।
प्रथम अध्याय में विश्व की उत्पत्ति का वर्णन है। इसमें बताया गया है कि आत्मा
से ही संपूर्ण जड़ चेतनात्मक सृष्टि की रचना हुई है। प्रारंभ में केवल आत्मा ही था
और उसी ने...
त्रिविक्रम भट्ट विरचित नलचम्पू
लेखक- त्रिविक्रमभट्ट।
पिता- नेमादित्य।
ई.-10 वीं शती।
विषय- महाराज नल व भीमसुता
दमयंती की प्रणय कथा ।
प्रस्तुत काव्य का विभाजन 7 उच्छ्वासों में किया गया है।
प्रथम
उच्छ्वास- इसका प्रारंभ चंद्रशेखर भगवान् शंकर व कवियों के वाग्विलास
की प्रशंसा से हुआ है। सत्काव्य-प्रशंसा, खल-निंदा व सज्जन प्रशंसा के पश्चात् वाल्मीकि व्यास, गुणाढ्य व बाण की...