स्मृतियां हिन्दुओं के धर्म का मूल उपादान है। जिस प्रकार श्रुति को वेद माना जाता है उसी प्रकार धर्मसूत्र भी स्मृति ग्रन्थ मानी जाती है।
स्मृतियां बहुपयोगी सामाजिक विषयों का सङ्ग्रह हैं, जिनमें आचार, व्यवहार तथा प्रायश्चित्त जैसे विषयों का प्रतिपादन किया गया है। इस प्रकार श्रुति-स्मृतियों में प्रतिपादित आचार के पालन से ही समाज के सर्वाधिक...