1. 4000-1000 ई0 पू0 - वैदिक
संहिता, ब्राह्मणों एवं उपनिषदों का काल
2. 800-500 ई0 पू0 - यास्ककृत निरूक्त
3. 800-400 ई0 पू0 ...
संस्कृत काव्यों में छन्द
संस्कृत काव्य में प्रयुक्त छन्द
संस्कृत काव्य परम्परा में
सर्वप्रथम आदिकाव्य वाल्मीकि-रामायण माना जाता है। यह एक वीररस प्रधान काव्य है।
इसमें सर्वाधिक अनुष्टुप् छन्द का प्रयोग हुआ है। किन्तु अनुष्टुप् के अतिरिक्त 15 अन्य छन्दों का भी प्रयोग मिलता है। तदन्तर महर्षि व्यास प्रणीत महाभारत
का स्थान है, जो छन्दों का सागर है। जिस प्रकार समुद्र में
नाना...
स्मृति ग्रन्थों में आचरण की व्यवस्था, एक समीक्षा
स्मृतियों
में भी मानव आचार प्रधान विषय है। स्मृतियों में आचार के माध्यम से मोक्ष का मार्ग
प्रशस्त किया गया है। वर्ण व्यवस्था, आश्रम
व्यवस्था, संस्कार इसी उद्देश्य की प्राप्ति का साधन है।
मनुष्य सुखभोग के लि अनेक यत्न करता है तथा अनेक कष्ट उठाने के लिए उद्यत है किन्तु
आज का मानव भोगवादी हो गया, वह अनाचार के माध्यम से शीघ्रता
पूर्वक...