फेसबुक पर एक मित्र का निवेदन है-
sir! can u speak me about ramagiri of meghadutta?
साथ ही यह भी पूछा
where is it? and what is ur view?
प्रश्नोत्तर के रुप में यह लेख उपस्थित है-
1- मल्लिनाथ तथा चरित्रवर्द्धन चित्रकूट को
रामगिरि मानते हैं ।
2- हीरालाल शुक्ल आन्ध्रप्रदेश राज्य के खम्मम जिले में रामगिरि को मानते है।
3-पार्जीटर छत्तीसगढ के मैदान को रामगिरि मानते हैं ।
4- श्री मिराशी नागपुर के पास रामटेक को ही रामगिरि मानते हैं ।
sir! can u speak me about ramagiri of meghadutta?
साथ ही यह भी पूछा
where is it? and what is ur view?
प्रश्नोत्तर के रुप में यह लेख उपस्थित है-
मेघदूत में यक्ष मेघ को रामगिरि से
अलकापुरी तक जाने के लिए सविस्तार मार्ग बताता है। मार्ग में कौन-कौन से पर्वत पड़ेंगे, जिन पर
कुछ क्षण के लिए मेघ को विश्राम करना है, किन
नदियों से मेघ
को थोड़ा जल ग्रहण करना है और कौन-कौन
से ग्राम अथवा नगर पड़ेंगे, जहाँ बरसा कर
उसे शीतलता प्रदान करना है, इन सबका
उल्लेख करता है।
मेघ का मार्ग-
उज्जयिनी, विदिशा, दशपुर
आदि नगरों, ब्रह्मावर्त, कनखल
आदि तीर्थों तथा वेत्रवती, गम्भीरा आदि
नदियों को पार कर हिमालय और उस पर बसी अलका नगरी तक मेघ का मार्ग है।
2- हीरालाल शुक्ल आन्ध्रप्रदेश राज्य के खम्मम जिले में रामगिरि को मानते है।
3-पार्जीटर छत्तीसगढ के मैदान को रामगिरि मानते हैं ।
4- श्री मिराशी नागपुर के पास रामटेक को ही रामगिरि मानते हैं ।
मेघदूत में वर्णित रामगिरि पर्वत आधुनिक नागपुर में स्थित माना जाता है। मेरे विचार से मेघदूत में जो स्थिति दी हुई, उससे वह नागपुर ही के पास होना चाहिए ।
साधुवाद:
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